पंजाब सरकार की तरफ से विभिन्न विषयों के 3704 शिक्षकों की भर्ती की जा रही है। लेकिन नियुक्ति पत्र लेने के बाद भी कई शिक्षक स्टेशन चयन के लिए नहीं पहुंचे हैं। ऐसे लोगों को शिक्षा विभाग ने 28 अप्रैल को आखिरी मौका दिया है। इन्हें मोहाली स्थित पंजाब शिक्षा विभाग के मुख्यालय में आकर स्टेशन चयन में शामिल होना होगा। विभाग ने साफ किया कि इस दौरान गैर हाजिर रहने वालों का नियुक्ति के लिए क्लेम रद्द कर दिया जाएगा। इस संबंधी ऑर्डर जारी कर दिए गए है। 2020 में शुरू की थी भर्ती प्रक्रिया शिक्षा विभाग की तरफ से 3704 शिक्षकों की भर्ती के लिए 2020 में भर्ती प्रक्रिया शुरू की थी। इस दौरान यह मामला पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट भी पहुंचा। इसके बाद मास्टर कैडर की सिलेक्शन सूची री -कास्ट की गई। रीकास्ट की गई मेरिट सूची में मैथ, साइंस, अंग्रेजी और हिंदी में योग्य पाए गए। जो कि पुरानी सिलेक्शन सूची के अनुसार स्कूलों में जॉइन हैं। दूसरी तरफ रीकास्ट मेरिट सूची में भी योग्य पाए गए हैं। इन्हें छोड़कर नए शामिल हुए शिक्षकों को पांच अप्रैल से सात अप्रैल तक नियुक्ति पत्र दिए गए थे। इसके बाद इन लोगों को स्टेशन अलॉट करने के लिए नौ अप्रैल को शिक्षा विभाग में बुलाया गया था। लेकिन ये लोग नहीं पहुंचे। इसके बाद अब शिक्षा विभाग ने उन्हें 28 अप्रैल को आखिरी मौका देने का फैसला लिया है। इसके बाद उनका क्लेम रद्द कर दिया जाएगा। विधानसभा में उठा था शिक्षकों की कमी का मुद्दा पंजाब के कई जिलों में शिक्षकों की कमी है। यह मुद्दा इस बार पंजाब विधानसभा के बजट सेशन के दौरान भी उठा था। सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के होशियारपुर जिले के चब्बेवाल विधानसभा हलके के विधायक इशांक चब्बेवाल ने यह मुद्दा उठाया था। उनका कहना था कि उनके हलके के शिक्षकों में कमी है। इसके अलावा कई अन्य जिलों के विधायक भी इस मुद्दे पर बोले थे। इसके बाद शिक्षामंत्री ने कहा था कि सरकार भर्ती प्रक्रिया में लगी हुई है। अप्रैल में ही 3200 से ज्यादा शिक्षक विभाग को मिलेंगे। उन्होंने उस समय बताया था कि 700 ज्यादा शिक्षक होशियारपुर एरिया को ही मिलेंगे। पंजाब सरकार की तरफ से विभिन्न विषयों के 3704 शिक्षकों की भर्ती की जा रही है। लेकिन नियुक्ति पत्र लेने के बाद भी कई शिक्षक स्टेशन चयन के लिए नहीं पहुंचे हैं। ऐसे लोगों को शिक्षा विभाग ने 28 अप्रैल को आखिरी मौका दिया है। इन्हें मोहाली स्थित पंजाब शिक्षा विभाग के मुख्यालय में आकर स्टेशन चयन में शामिल होना होगा। विभाग ने साफ किया कि इस दौरान गैर हाजिर रहने वालों का नियुक्ति के लिए क्लेम रद्द कर दिया जाएगा। इस संबंधी ऑर्डर जारी कर दिए गए है। 2020 में शुरू की थी भर्ती प्रक्रिया शिक्षा विभाग की तरफ से 3704 शिक्षकों की भर्ती के लिए 2020 में भर्ती प्रक्रिया शुरू की थी। इस दौरान यह मामला पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट भी पहुंचा। इसके बाद मास्टर कैडर की सिलेक्शन सूची री -कास्ट की गई। रीकास्ट की गई मेरिट सूची में मैथ, साइंस, अंग्रेजी और हिंदी में योग्य पाए गए। जो कि पुरानी सिलेक्शन सूची के अनुसार स्कूलों में जॉइन हैं। दूसरी तरफ रीकास्ट मेरिट सूची में भी योग्य पाए गए हैं। इन्हें छोड़कर नए शामिल हुए शिक्षकों को पांच अप्रैल से सात अप्रैल तक नियुक्ति पत्र दिए गए थे। इसके बाद इन लोगों को स्टेशन अलॉट करने के लिए नौ अप्रैल को शिक्षा विभाग में बुलाया गया था। लेकिन ये लोग नहीं पहुंचे। इसके बाद अब शिक्षा विभाग ने उन्हें 28 अप्रैल को आखिरी मौका देने का फैसला लिया है। इसके बाद उनका क्लेम रद्द कर दिया जाएगा। विधानसभा में उठा था शिक्षकों की कमी का मुद्दा पंजाब के कई जिलों में शिक्षकों की कमी है। यह मुद्दा इस बार पंजाब विधानसभा के बजट सेशन के दौरान भी उठा था। सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के होशियारपुर जिले के चब्बेवाल विधानसभा हलके के विधायक इशांक चब्बेवाल ने यह मुद्दा उठाया था। उनका कहना था कि उनके हलके के शिक्षकों में कमी है। इसके अलावा कई अन्य जिलों के विधायक भी इस मुद्दे पर बोले थे। इसके बाद शिक्षामंत्री ने कहा था कि सरकार भर्ती प्रक्रिया में लगी हुई है। अप्रैल में ही 3200 से ज्यादा शिक्षक विभाग को मिलेंगे। उन्होंने उस समय बताया था कि 700 ज्यादा शिक्षक होशियारपुर एरिया को ही मिलेंगे। पंजाब | दैनिक भास्कर
