राणा सांगा को गद्दार कहने वाले सपा सांसद रामजीलाल सुमन के काफिले पर रविवार को हमला हो गया। रामजीलाल सुमन 20 गाड़ियों के काफिले के साथ आगरा से बुलंदशहर जा रहे थे। अलीगढ़ के खेरेश्वर चौराहे पर क्षत्रिय समाज के कुछ युवा सड़क पर उतर आए। सांसद के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इस पर काफिले की गाड़ियां तेजी से भागने लगीं। इससे करीब 500 मीटर आगे जाकर काफिले की 5 गाड़ियां आपस में टकरा गईं। इस पूरी घटना में 6-7 लोग चोटिल हो गए। यहां से सांसद का काफिला फिर आगे बढ़ा। तभी गभाना टोल प्लाजा से पहले क्षत्रिय समाज के युवक अचानक हाईवे पर आ गए। काफिले पर टायर और पत्थर फेंकने लगे। हमले के बाद समर्थकों और पुलिसकर्मियों ने रामजीलाल को सुरक्षा घेरे में ले लिया। सपा सांसद बुलंदशहर में एक दलित परिवार से मिलने जा रहे थे। इस खबर में पोल है, आगे बढ़ने से पहले इसमें हिस्सा ले सकते हैं करणी सेना ने पहले ही चेतावनी दी थी। कहा था कि सपा सांसद से जवाब मांगने के लिए जगह-जगह उनके खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। हमले के बाद घबराए रामजीलाल सुमन ने आगरा में कहा- ये सब साजिश के तहत हो रहा है। एक वर्ग के लोग मेरी हत्या की साजिश रच रहे हैं। उधर, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने हमले को गहरी साजिश बताया। कहा- एक दिन भाजपाई और उनके संगी-साथी भी ऐसे हिंसक तत्वों का शिकार होंगे। वहीं, SP सिटी मृगांक शेखर पाठक ने कहा कि सपा सांसद रामजीलाल सुमन के काफिले पर कुछ लोगों ने टायर फेंके थे। इस मामले में थाना गभाना में SI सुधीर कुमार की शिकायत पर 10-15 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इनमें से 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य अज्ञात आरोपियों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। SSP संजीव सुमन ने क्षेत्रीय चौकी इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया है। गभाना थाना प्रभारी के खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई की जा रही है। वहीं, बुलंदशहर के अरनिया थाने में 15-20 समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर भी FIR दर्ज की गई है। इन सभी पर सरकारी काम में बाधा डालने और पुलिस से अभद्रता की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। हालांकि, सपा की तरफ से कहा गया है कि एडवोकेट ब्रज मोहन, एडवोकेट लल्लन बाबू, वीरपाल सिंह ,सत्यपाल सिंह, सुरेश नेत्रपाल, पूरनचंद सहित अन्य लोग शामिल हैं। अब देखिए 3 तस्वीरें सांसद बोले- मेरी हत्या की साजिश की जा रही
हमले के बाद आगरा पहुंचे रामजीलाल सुमन ने कहा- ये सब साजिश के तहत हो रहा है। एक वर्ग के लोग मेरी हत्या की साजिश रच रहे हैं। प्रशासन लगातार उनके इस रवैए की अनदेखी कर रहा है। ये सब सोची-समझी रणनीति के तहत हो रहा है। इससे पहले उन्होंने बुलंदशहर में एंट्री नहीं करने देने पर भी आक्रोश जताया। कहा- हमारे काफिले पर पथराव हुआ। उस समय पुलिस की आंखें पता नहीं कहां लगी थीं? यूपी में कुछ वर्ग के लोगों पर सरकार मेहरबान है। दलित अत्याचार से परेशान हैं। बुलंदशहर के सुनेहरा में दलितों को कुचलने जैसे मामले सभी के सामने हैं। प्रशासन कहता है कि इन मामलों में कड़ी कार्रवाई की गई है। लेकिन हम इन कार्रवाई को सख्त नहीं मानते, क्योंकि पुलिसिया एक्शन के बाद भी लगातार दलितों पर अत्याचार हो रहे हैं। हमारे डेलिगेशन में सपा लोहिया वाहिनी अध्यक्ष, अनुसूचित प्रकोष्ठ अध्यक्ष भी बुलंदशहर जा रहे थे। लेकिन, पुलिस-प्रशासन ने रोक दिया। प्रशासन नहीं चाहता कि हकीकत सभी के सामने आए। सही मायने में बोला जाए तो आज यूपी में दलितों पर अत्याचारों की बाढ़ आ गई है। आगरा में नगरा तलसी, रामपुर में दलित बच्चे के साथ जो कुछ हुआ, सभी के सामने है। सीएम योगी यूपी में कानून व्यवस्था बेहतर होने की बात कहते हैं, लेकिन सपा कहती है कि यूपी में कानून व्यवस्था ठप है। जनता के अनुसार, यूपी में जंगलराज कायम है। उप्र में जगह-जगह बाबा साहेब की मूर्तियां खंडित की जा रही हैं। ओकेंद्र राणा ने लिखा- हम महाराणा सांगा के वंशज हैं, मरने-मारने से नहीं डरते
सपा सांसद पर हमले के बाद करणी सेना युवा के अध्यक्ष ओकेंद्र राणा ने फेसबुक पर एक वीडियो पोस्ट किया। इसमें कहा- तेरे ऐसी नकेल डालेंगे-तेरी कई पीढ़ियां बाबर का नाम लेना भूल जाएंगी। हर बार प्रशासन तुझे बचा लेता है। अखिलेश, तुम्हारे घुटने टिकवा देंगे। हम महाराणा सांगा के वंशज हैं, मरने-मारने से नहीं डरते। अपमान का बदला लेकर रहेंगे। जानिए क्या है पूरा मामला
सपा सांसद रामजीलाल सुमन 20 गाड़ियों के काफिले के साथ आगरा से बुलंदशहर जा रहे थे। यह सूचना मिलते ही अलीगढ़ के खेरेश्वर चौराहे पर क्षत्रिय समाज के कुछ युवा सड़क पर उतर आए। उन्होंने रामजीलाल सुमन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इस पर काफिले की गाड़ियां तेजी से भागने लगीं। इसके चलते करीब 500 मीटर आगे जाकर काफिले की 5 गाड़ियां आपस में टकरा गईं। इस बीच मौके पर पुलिस पहुंच गई। पुलिसकर्मियों ने मौके पर मौजूद युवाओं को समझाया और काफिले को आगे रवाना किया। इसके बाद अलीगढ़ में ही गभाना टोल प्लाजा से करीब 150 मीटर पहले एक बार फिर से क्षत्रिय समाज के कुछ युवक इकट्ठे हो गए। उन्होंने सांसद के काफिले की गाड़ियों पर टायर और पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। गाड़ियों पर काली स्याही भी फेंकी गई। तुरंत ही मौके पर पुलिस आ गई। इस पूरे घटनाक्रम के चलते सांसद का काफिला 20 मिनट तक रुका रहा। बाद में बुलंदशहर पहुंचे सांसद रामजीलाल सुमन को शहर के अंदर जाने से प्रशासन ने मना कर दिया। इसके बाद सुमन आगरा लौट गए। जानिए क्यों बुलंदशहर जा रहे थे रामजीलाल सुमन
बुलंदशहर में 21 अप्रैल को दबंगों ने 4 दलितों को थार से कुचल दिया था। घटना में बुजुर्ग महिला की मौत हो गई थी। 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। थार सवार पिता-पुत्र गांव में तेज रफ्तार से आ रहे थे। कोतवाली देहात क्षेत्र के सुनहेरा गांव में घर के बाहर बैठे दलित समाज के लोगों ने कहा- भइया गाड़ी धीरे चलाइए। उस समय तो वे लोग गाड़ी से निकल गए। 10 मिनट बाद लौटकर आए और घर के बाहर बैठे दलितों को थार से कुचलते हुए फरार हो गए थे। पुलिस ने बताया था कि ठाकुर समाज के प्रयांशु और अतुल ने अपने साथियों के साथ मिलकर दलित समाज के 4 लोगों को थार से कुचल दिया। इस हमले में शीला (सोनपाल सिंह की पत्नी) की मौत हो गई थी। पुलिस अब तक 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। सपा सांसद इसी घटना के सिलसिले में दलितों से मिलने बुलंदशहर जा रहे थे। अखिलेश यादव बोले- यह एक गहरी साजिश का सबूत सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने X पर पोस्ट कर लिखा- सांसद रामजीलाल सुमन के काफिले पर टायर और पत्थर से जानलेवा हमला हुआ है। वही एक्सीडेंट का कारण बना है, जो जानलेवा दुर्घटना में भी बदल सकता था। यह एक आपराधिक कृत्य है। इतने टायर एक साथ इकट्ठा करना, एक गहरी साजिश का सबूत है। ये एक बार फिर इंटेलिजेंस की गहरी चूक है या फिर जान-बूझकर की गई अनदेखी है। अगर शासन-प्रशासन यह सब जानते हुए भी अनजान बनने की कोशिश कर रहा है, तो वो ये जान ले कि अराजकता किसी को भी नहीं बख्शती। एक दिन भाजपाई और उनके संगी-साथी भी ऐसे हिंसक तत्वों का शिकार होंगे। देश में एक सांसद के ऊपर हुए जानलेवा हमले का संज्ञान लेने वाला कोई है। फिर ‘पीडीए का सांसद’ होने के कारण वर्चस्ववादियों की सरकार शर्मनाक चुप्पी साधकर भूमिगत हो जाएगी। अब क्या बुलडोजर का दम बेदम हो गया है। या फिर यूपी सरकार ने अराजकता के आगे समर्पण कर दिया है। या फिर ये सब यूपी सरकार की रजामंदी से हो रहा है? 12 अप्रैल को राणा सांगा जयंती पर छावनी में तब्दील हो गया था आगरा राणा सांगा पर दिए गए विवादित बयान के बाद से सपा सांसद रामजीलाल सुमन पर करणी सेना हमलावर है। 12 अप्रैल को राणा सांगा की जयंती पर करणी सेना ने आगरा के कुबेरपुर में गढ़ी रामी में रक्त स्वाभिमान सम्मेलन आयोजित किया था। इसमें देश के विभिन्न राज्यों और शहरों से करणी सेना के कार्यकर्ता और समर्थक पहुंचे थे। सम्मेलन में किसी के हाथ में डंडा तो किसी के हाथ में तलवार थी। आगरा में कर्फ्यू जैसे हालात हो गए थे। सपा सांसद के आवास की किलेबंदी कर दी गई थी। पूरे शहर में 10 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। रामजीलाल सुमन के घर को जाने वाले रास्ते को छावनी में तब्दील कर दिया गया था। 19 अप्रैल को सपा सांसद से मिलने पहुंचे थे अखिलेश यादव 19 अप्रैल को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव आगरा पहुंचे थे। अखिलेश यादव रामजीलाल सुमन के आवास पर उनसे मुलाकात की थी। इस मुलाकात पर को लेकर करणी सेना ने समाजवादी पार्टी पर भी हमला बोला। एक दिन बाद 20 अप्रैल को ओकेंद्र राणा ने अपने फेसबुक पेज पर दोनों की मुलाकात की हंसते हुए एक फोटो डाली। इस फोटो के जरिए ओकेंद्र राणा ने एक बार फिर से रामजी लाल और अखिलेश यादव को कड़ी चेतावनी दी है। अखिलेश ने कहा था- आज मैं अपनी पार्टी के दलित सांसद रामजीलाल सुमन के साथ खड़ा हूं। मुझे गोली मारने की धमकी दी जा रही है। जैसे फूलन देवीजी को मारा वैसे मुझे भी मारने की धमकी दी गई है। वो पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। वैसे तो सरकार को खुद संज्ञान लेना चाहिए और केस करना चाहिए। हमारे समाजवादी के लोग अगर शिकायत लेकर जा रहे हैं तो उनकी FIR नहीं दर्ज हो रही है। पढ़िए रामजीलाल सुमन ने राणा सांगा को क्या कहा था सपा सांसद रामजीलाल सुमन ने 21 मार्च को राज्यसभा में कहा था- भाजपा वालों का तकिया कलाम हो गया कि मुसलमानों में बाबर का DNA है। फिर हिंदुओं में किसका DNA है? बाबर को कौन लाया? बाबर को भारत में इब्राहीम लोदी को हराने के लिए राणा सांगा लाया था। मुसलमान बाबर की औलाद हैं तो तुम (हिंदू) गद्दार राणा सांगा की औलाद हो। यह हिंदुस्तान में तय हो जाना चाहिए। बाबर की आलोचना करते हैं, राणा सांगा की नहीं। देश की आजादी की लड़ाई में इन्होंने अंग्रेजों की गुलामी की थी। हिंदुस्तान का मुसलमान बाबर को अपना आदर्श नहीं मानता है। वो मोहम्मद साहब और सूफी परंपरा को आदर्श मानता है। अब जानिए कौन हैं रामजी लाल सुमन ————————— ये खबर भी पढ़िए- सहारनपुर ब्लास्ट- 3 लाशें 155 पैकेट में पैक कीं, चीथड़े उड़कर पेड़ में चिपके मुजफ्फरनगर-सहारनपुर स्टेट हाईवे के करीब शनिवार सुबह 6.30 बजे अचानक विस्फोट हुआ, धमाके की आवाज 5 Km दूर तक सुनाई दी। भूकम्प जैसा झटका महसूस हुआ। सबसे पहले निहालखेड़ी गांव के लोग मौके पर पहुंचे। विस्फोट में ईगल फायर वर्क्स की इमारत ढह चुकी थी। मलबे में दबे लोगों में 3 लेबर की बॉडी के चीथड़े 500 मीटर दूर तक बिखर गए। गाजियाबाद से SDRF को बुलाना पड़ा। पढ़िए ग्राउंड रिपोर्ट… राणा सांगा को गद्दार कहने वाले सपा सांसद रामजीलाल सुमन के काफिले पर रविवार को हमला हो गया। रामजीलाल सुमन 20 गाड़ियों के काफिले के साथ आगरा से बुलंदशहर जा रहे थे। अलीगढ़ के खेरेश्वर चौराहे पर क्षत्रिय समाज के कुछ युवा सड़क पर उतर आए। सांसद के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इस पर काफिले की गाड़ियां तेजी से भागने लगीं। इससे करीब 500 मीटर आगे जाकर काफिले की 5 गाड़ियां आपस में टकरा गईं। इस पूरी घटना में 6-7 लोग चोटिल हो गए। यहां से सांसद का काफिला फिर आगे बढ़ा। तभी गभाना टोल प्लाजा से पहले क्षत्रिय समाज के युवक अचानक हाईवे पर आ गए। काफिले पर टायर और पत्थर फेंकने लगे। हमले के बाद समर्थकों और पुलिसकर्मियों ने रामजीलाल को सुरक्षा घेरे में ले लिया। सपा सांसद बुलंदशहर में एक दलित परिवार से मिलने जा रहे थे। इस खबर में पोल है, आगे बढ़ने से पहले इसमें हिस्सा ले सकते हैं करणी सेना ने पहले ही चेतावनी दी थी। कहा था कि सपा सांसद से जवाब मांगने के लिए जगह-जगह उनके खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। हमले के बाद घबराए रामजीलाल सुमन ने आगरा में कहा- ये सब साजिश के तहत हो रहा है। एक वर्ग के लोग मेरी हत्या की साजिश रच रहे हैं। उधर, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने हमले को गहरी साजिश बताया। कहा- एक दिन भाजपाई और उनके संगी-साथी भी ऐसे हिंसक तत्वों का शिकार होंगे। वहीं, SP सिटी मृगांक शेखर पाठक ने कहा कि सपा सांसद रामजीलाल सुमन के काफिले पर कुछ लोगों ने टायर फेंके थे। इस मामले में थाना गभाना में SI सुधीर कुमार की शिकायत पर 10-15 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इनमें से 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य अज्ञात आरोपियों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। SSP संजीव सुमन ने क्षेत्रीय चौकी इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया है। गभाना थाना प्रभारी के खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई की जा रही है। वहीं, बुलंदशहर के अरनिया थाने में 15-20 समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर भी FIR दर्ज की गई है। इन सभी पर सरकारी काम में बाधा डालने और पुलिस से अभद्रता की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। हालांकि, सपा की तरफ से कहा गया है कि एडवोकेट ब्रज मोहन, एडवोकेट लल्लन बाबू, वीरपाल सिंह ,सत्यपाल सिंह, सुरेश नेत्रपाल, पूरनचंद सहित अन्य लोग शामिल हैं। अब देखिए 3 तस्वीरें सांसद बोले- मेरी हत्या की साजिश की जा रही
हमले के बाद आगरा पहुंचे रामजीलाल सुमन ने कहा- ये सब साजिश के तहत हो रहा है। एक वर्ग के लोग मेरी हत्या की साजिश रच रहे हैं। प्रशासन लगातार उनके इस रवैए की अनदेखी कर रहा है। ये सब सोची-समझी रणनीति के तहत हो रहा है। इससे पहले उन्होंने बुलंदशहर में एंट्री नहीं करने देने पर भी आक्रोश जताया। कहा- हमारे काफिले पर पथराव हुआ। उस समय पुलिस की आंखें पता नहीं कहां लगी थीं? यूपी में कुछ वर्ग के लोगों पर सरकार मेहरबान है। दलित अत्याचार से परेशान हैं। बुलंदशहर के सुनेहरा में दलितों को कुचलने जैसे मामले सभी के सामने हैं। प्रशासन कहता है कि इन मामलों में कड़ी कार्रवाई की गई है। लेकिन हम इन कार्रवाई को सख्त नहीं मानते, क्योंकि पुलिसिया एक्शन के बाद भी लगातार दलितों पर अत्याचार हो रहे हैं। हमारे डेलिगेशन में सपा लोहिया वाहिनी अध्यक्ष, अनुसूचित प्रकोष्ठ अध्यक्ष भी बुलंदशहर जा रहे थे। लेकिन, पुलिस-प्रशासन ने रोक दिया। प्रशासन नहीं चाहता कि हकीकत सभी के सामने आए। सही मायने में बोला जाए तो आज यूपी में दलितों पर अत्याचारों की बाढ़ आ गई है। आगरा में नगरा तलसी, रामपुर में दलित बच्चे के साथ जो कुछ हुआ, सभी के सामने है। सीएम योगी यूपी में कानून व्यवस्था बेहतर होने की बात कहते हैं, लेकिन सपा कहती है कि यूपी में कानून व्यवस्था ठप है। जनता के अनुसार, यूपी में जंगलराज कायम है। उप्र में जगह-जगह बाबा साहेब की मूर्तियां खंडित की जा रही हैं। ओकेंद्र राणा ने लिखा- हम महाराणा सांगा के वंशज हैं, मरने-मारने से नहीं डरते
सपा सांसद पर हमले के बाद करणी सेना युवा के अध्यक्ष ओकेंद्र राणा ने फेसबुक पर एक वीडियो पोस्ट किया। इसमें कहा- तेरे ऐसी नकेल डालेंगे-तेरी कई पीढ़ियां बाबर का नाम लेना भूल जाएंगी। हर बार प्रशासन तुझे बचा लेता है। अखिलेश, तुम्हारे घुटने टिकवा देंगे। हम महाराणा सांगा के वंशज हैं, मरने-मारने से नहीं डरते। अपमान का बदला लेकर रहेंगे। जानिए क्या है पूरा मामला
सपा सांसद रामजीलाल सुमन 20 गाड़ियों के काफिले के साथ आगरा से बुलंदशहर जा रहे थे। यह सूचना मिलते ही अलीगढ़ के खेरेश्वर चौराहे पर क्षत्रिय समाज के कुछ युवा सड़क पर उतर आए। उन्होंने रामजीलाल सुमन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इस पर काफिले की गाड़ियां तेजी से भागने लगीं। इसके चलते करीब 500 मीटर आगे जाकर काफिले की 5 गाड़ियां आपस में टकरा गईं। इस बीच मौके पर पुलिस पहुंच गई। पुलिसकर्मियों ने मौके पर मौजूद युवाओं को समझाया और काफिले को आगे रवाना किया। इसके बाद अलीगढ़ में ही गभाना टोल प्लाजा से करीब 150 मीटर पहले एक बार फिर से क्षत्रिय समाज के कुछ युवक इकट्ठे हो गए। उन्होंने सांसद के काफिले की गाड़ियों पर टायर और पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। गाड़ियों पर काली स्याही भी फेंकी गई। तुरंत ही मौके पर पुलिस आ गई। इस पूरे घटनाक्रम के चलते सांसद का काफिला 20 मिनट तक रुका रहा। बाद में बुलंदशहर पहुंचे सांसद रामजीलाल सुमन को शहर के अंदर जाने से प्रशासन ने मना कर दिया। इसके बाद सुमन आगरा लौट गए। जानिए क्यों बुलंदशहर जा रहे थे रामजीलाल सुमन
बुलंदशहर में 21 अप्रैल को दबंगों ने 4 दलितों को थार से कुचल दिया था। घटना में बुजुर्ग महिला की मौत हो गई थी। 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। थार सवार पिता-पुत्र गांव में तेज रफ्तार से आ रहे थे। कोतवाली देहात क्षेत्र के सुनहेरा गांव में घर के बाहर बैठे दलित समाज के लोगों ने कहा- भइया गाड़ी धीरे चलाइए। उस समय तो वे लोग गाड़ी से निकल गए। 10 मिनट बाद लौटकर आए और घर के बाहर बैठे दलितों को थार से कुचलते हुए फरार हो गए थे। पुलिस ने बताया था कि ठाकुर समाज के प्रयांशु और अतुल ने अपने साथियों के साथ मिलकर दलित समाज के 4 लोगों को थार से कुचल दिया। इस हमले में शीला (सोनपाल सिंह की पत्नी) की मौत हो गई थी। पुलिस अब तक 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। सपा सांसद इसी घटना के सिलसिले में दलितों से मिलने बुलंदशहर जा रहे थे। अखिलेश यादव बोले- यह एक गहरी साजिश का सबूत सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने X पर पोस्ट कर लिखा- सांसद रामजीलाल सुमन के काफिले पर टायर और पत्थर से जानलेवा हमला हुआ है। वही एक्सीडेंट का कारण बना है, जो जानलेवा दुर्घटना में भी बदल सकता था। यह एक आपराधिक कृत्य है। इतने टायर एक साथ इकट्ठा करना, एक गहरी साजिश का सबूत है। ये एक बार फिर इंटेलिजेंस की गहरी चूक है या फिर जान-बूझकर की गई अनदेखी है। अगर शासन-प्रशासन यह सब जानते हुए भी अनजान बनने की कोशिश कर रहा है, तो वो ये जान ले कि अराजकता किसी को भी नहीं बख्शती। एक दिन भाजपाई और उनके संगी-साथी भी ऐसे हिंसक तत्वों का शिकार होंगे। देश में एक सांसद के ऊपर हुए जानलेवा हमले का संज्ञान लेने वाला कोई है। फिर ‘पीडीए का सांसद’ होने के कारण वर्चस्ववादियों की सरकार शर्मनाक चुप्पी साधकर भूमिगत हो जाएगी। अब क्या बुलडोजर का दम बेदम हो गया है। या फिर यूपी सरकार ने अराजकता के आगे समर्पण कर दिया है। या फिर ये सब यूपी सरकार की रजामंदी से हो रहा है? 12 अप्रैल को राणा सांगा जयंती पर छावनी में तब्दील हो गया था आगरा राणा सांगा पर दिए गए विवादित बयान के बाद से सपा सांसद रामजीलाल सुमन पर करणी सेना हमलावर है। 12 अप्रैल को राणा सांगा की जयंती पर करणी सेना ने आगरा के कुबेरपुर में गढ़ी रामी में रक्त स्वाभिमान सम्मेलन आयोजित किया था। इसमें देश के विभिन्न राज्यों और शहरों से करणी सेना के कार्यकर्ता और समर्थक पहुंचे थे। सम्मेलन में किसी के हाथ में डंडा तो किसी के हाथ में तलवार थी। आगरा में कर्फ्यू जैसे हालात हो गए थे। सपा सांसद के आवास की किलेबंदी कर दी गई थी। पूरे शहर में 10 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। रामजीलाल सुमन के घर को जाने वाले रास्ते को छावनी में तब्दील कर दिया गया था। 19 अप्रैल को सपा सांसद से मिलने पहुंचे थे अखिलेश यादव 19 अप्रैल को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव आगरा पहुंचे थे। अखिलेश यादव रामजीलाल सुमन के आवास पर उनसे मुलाकात की थी। इस मुलाकात पर को लेकर करणी सेना ने समाजवादी पार्टी पर भी हमला बोला। एक दिन बाद 20 अप्रैल को ओकेंद्र राणा ने अपने फेसबुक पेज पर दोनों की मुलाकात की हंसते हुए एक फोटो डाली। इस फोटो के जरिए ओकेंद्र राणा ने एक बार फिर से रामजी लाल और अखिलेश यादव को कड़ी चेतावनी दी है। अखिलेश ने कहा था- आज मैं अपनी पार्टी के दलित सांसद रामजीलाल सुमन के साथ खड़ा हूं। मुझे गोली मारने की धमकी दी जा रही है। जैसे फूलन देवीजी को मारा वैसे मुझे भी मारने की धमकी दी गई है। वो पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। वैसे तो सरकार को खुद संज्ञान लेना चाहिए और केस करना चाहिए। हमारे समाजवादी के लोग अगर शिकायत लेकर जा रहे हैं तो उनकी FIR नहीं दर्ज हो रही है। पढ़िए रामजीलाल सुमन ने राणा सांगा को क्या कहा था सपा सांसद रामजीलाल सुमन ने 21 मार्च को राज्यसभा में कहा था- भाजपा वालों का तकिया कलाम हो गया कि मुसलमानों में बाबर का DNA है। फिर हिंदुओं में किसका DNA है? बाबर को कौन लाया? बाबर को भारत में इब्राहीम लोदी को हराने के लिए राणा सांगा लाया था। मुसलमान बाबर की औलाद हैं तो तुम (हिंदू) गद्दार राणा सांगा की औलाद हो। यह हिंदुस्तान में तय हो जाना चाहिए। बाबर की आलोचना करते हैं, राणा सांगा की नहीं। देश की आजादी की लड़ाई में इन्होंने अंग्रेजों की गुलामी की थी। हिंदुस्तान का मुसलमान बाबर को अपना आदर्श नहीं मानता है। वो मोहम्मद साहब और सूफी परंपरा को आदर्श मानता है। अब जानिए कौन हैं रामजी लाल सुमन ————————— ये खबर भी पढ़िए- सहारनपुर ब्लास्ट- 3 लाशें 155 पैकेट में पैक कीं, चीथड़े उड़कर पेड़ में चिपके मुजफ्फरनगर-सहारनपुर स्टेट हाईवे के करीब शनिवार सुबह 6.30 बजे अचानक विस्फोट हुआ, धमाके की आवाज 5 Km दूर तक सुनाई दी। भूकम्प जैसा झटका महसूस हुआ। सबसे पहले निहालखेड़ी गांव के लोग मौके पर पहुंचे। विस्फोट में ईगल फायर वर्क्स की इमारत ढह चुकी थी। मलबे में दबे लोगों में 3 लेबर की बॉडी के चीथड़े 500 मीटर दूर तक बिखर गए। गाजियाबाद से SDRF को बुलाना पड़ा। पढ़िए ग्राउंड रिपोर्ट… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
राणा सांगा को गद्दार कहने वाले सपा सांसद पर हमला:अलीगढ़ में काफिले पर राजपूत युवकों ने टायर-पत्थर फेंके; 5 गाड़ियां टकराईं
