हरियाणा के करनाल में इंद्री के एसबीआई बैंक में एक युवक के खाते से 20 लाख रुपए निकालने का मामला सामने आया है। युवक का आरोप है कि उसके खाते से 20 लाख रुपए निकाल लिए गए। वह भी उसकी जानकारी के बिना। युवक ने जब बैंक प्रबंधन से जानकारी मांगी तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।जिसके बाद उसने पुलिस को बुला लिया। अब पुलिस मामले की जांच कर रही है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि ट्रांजेक्शन किसी अन्य व्यक्ति के खाते में हुए हैं। पूरा मामला तकनीकी चूक या किसी साजिश का भी हो सकता है, जिसकी जांच चल रही है। चेक चोरी हुआ था गाड़ी से गांव जपती छपरा निवासी युवक हुसैन ने आरोप लगाया है कि कल दोपहर 12 बजे उसके मोबाइल पर मैसेज आया कि उसके खाते से 20 लाख रुपए डेबिट हो गए हैं। जब वह तुरंत बैंक में कंफर्म करने गया तो उसे जानकारी दी गई कि उसके द्वारा चेक लगाया गया था। हुसैन का कहना है कि उसने कोई चेक नहीं दिया था और न ही उसके साइन उस चेक पर मेल खाते हैं। आरोप लगाया कि किसी ने डुप्लीकेट साइन कर फ्रॉड किया है और बैंक के कर्मचारियों की भी इसमें मिलीभगत है। 2 लाख से अधिक की निकासी पर कॉल होती है, लेकिन फोन नहीं आया हुसैन ने बताया कि बैंक नियमों के मुताबिक 2 लाख से ज्यादा की निकासी पर खाताधारक को फोन करके कंफर्म किया जाता है, लेकिन उसे कोई कॉल नहीं आया। पीड़ित की जांच में यह भी सामने आया है कि ट्रांजेक्शन किसी राजेश कुमार के खाते में हुई है, जो कलसौरा गांव का रहने वाला है। हुसैन का कहना है कि जिस चेक से पैसे निकाले गए हैं, वह 2017 में उसकी गाड़ी से चोरी हो गया था और अब उसी चोरी हुए चेक का इस्तेमाल कर धोखाधड़ी की गई है। 10 लाख की लिमिट थी, फिर भी 20 लाख कैसे निकाले? हुसैन ने आरोप लगाया कि जिस चेक से केवल 10 लाख रुपए तक की ही ट्रांजैक्शन हो सकती थी, लेकिन बैंक ने नियमों को ताक पर रखकर 20 लाख रुपए निकाल लिए। उसने सहायक मैनेजर पर भी सवाल उठाए और मांग की कि उसकी भूमिका की गहराई से जांच होनी चाहिए। युवक ने मामले की शिकायत पुलिस को कर दी है और पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच की मांग की है। इंद्री थाना प्रभारी बोले- जांच के बाद होगी कार्रवाई इंद्री थाना प्रभारी विपिन कुमार ने बताया कि अभी तक मामला पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पाया है। प्रारंभिक जांच में चेक पर साइन मैच करने की बात सामने आई है। यह रकम गलती से निकाली गई या फिर कोई तकनीकी कारण है, इसकी गहराई से जांच की जा रही है। पुलिस दोनों पक्षों से पूछताछ करेगी और पूरे मामले की तह तक जाकर ही आगामी कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा के करनाल में इंद्री के एसबीआई बैंक में एक युवक के खाते से 20 लाख रुपए निकालने का मामला सामने आया है। युवक का आरोप है कि उसके खाते से 20 लाख रुपए निकाल लिए गए। वह भी उसकी जानकारी के बिना। युवक ने जब बैंक प्रबंधन से जानकारी मांगी तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।जिसके बाद उसने पुलिस को बुला लिया। अब पुलिस मामले की जांच कर रही है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि ट्रांजेक्शन किसी अन्य व्यक्ति के खाते में हुए हैं। पूरा मामला तकनीकी चूक या किसी साजिश का भी हो सकता है, जिसकी जांच चल रही है। चेक चोरी हुआ था गाड़ी से गांव जपती छपरा निवासी युवक हुसैन ने आरोप लगाया है कि कल दोपहर 12 बजे उसके मोबाइल पर मैसेज आया कि उसके खाते से 20 लाख रुपए डेबिट हो गए हैं। जब वह तुरंत बैंक में कंफर्म करने गया तो उसे जानकारी दी गई कि उसके द्वारा चेक लगाया गया था। हुसैन का कहना है कि उसने कोई चेक नहीं दिया था और न ही उसके साइन उस चेक पर मेल खाते हैं। आरोप लगाया कि किसी ने डुप्लीकेट साइन कर फ्रॉड किया है और बैंक के कर्मचारियों की भी इसमें मिलीभगत है। 2 लाख से अधिक की निकासी पर कॉल होती है, लेकिन फोन नहीं आया हुसैन ने बताया कि बैंक नियमों के मुताबिक 2 लाख से ज्यादा की निकासी पर खाताधारक को फोन करके कंफर्म किया जाता है, लेकिन उसे कोई कॉल नहीं आया। पीड़ित की जांच में यह भी सामने आया है कि ट्रांजेक्शन किसी राजेश कुमार के खाते में हुई है, जो कलसौरा गांव का रहने वाला है। हुसैन का कहना है कि जिस चेक से पैसे निकाले गए हैं, वह 2017 में उसकी गाड़ी से चोरी हो गया था और अब उसी चोरी हुए चेक का इस्तेमाल कर धोखाधड़ी की गई है। 10 लाख की लिमिट थी, फिर भी 20 लाख कैसे निकाले? हुसैन ने आरोप लगाया कि जिस चेक से केवल 10 लाख रुपए तक की ही ट्रांजैक्शन हो सकती थी, लेकिन बैंक ने नियमों को ताक पर रखकर 20 लाख रुपए निकाल लिए। उसने सहायक मैनेजर पर भी सवाल उठाए और मांग की कि उसकी भूमिका की गहराई से जांच होनी चाहिए। युवक ने मामले की शिकायत पुलिस को कर दी है और पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच की मांग की है। इंद्री थाना प्रभारी बोले- जांच के बाद होगी कार्रवाई इंद्री थाना प्रभारी विपिन कुमार ने बताया कि अभी तक मामला पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पाया है। प्रारंभिक जांच में चेक पर साइन मैच करने की बात सामने आई है। यह रकम गलती से निकाली गई या फिर कोई तकनीकी कारण है, इसकी गहराई से जांच की जा रही है। पुलिस दोनों पक्षों से पूछताछ करेगी और पूरे मामले की तह तक जाकर ही आगामी कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
