सोशल मीडिया में फेमस होने के लिए लाइव मर्डर किया। जब उसका सही वीडियो नहीं बना। इसके बाद हत्या की जिम्मेदारी का वीडियो बनाकर पोस्ट कर दिया। हम लोग पहलगाम हमला और करणी सेना-रामजीलाल के विवाद के बीच फेमस होना चाहते थे। यह कबूलनामा है आगरा के एक होटल में मर्डर करने वाले आरोपियों का। पुलिस ने एनकाउंटर में दो आरोपियों को दबोच लिया है। जबकि एक अभी भी फरार है। पुलिस का कहना है कि मामला ताजगंज थाना क्षेत्र के ताजनगरी का है। जहां पर बाइक सवारों ने सोशल मीडिया पर फेमस होने के लिए सौहार्द बिगाड़ने की पूरी प्लानिंग की थी। आइए जानते हैं पूरी कहानी। सबसे पहले जानिए क्या था मामला ताजनगरी में शाहिद अली का चिकन बिरयानी नाम से रेस्टोरेंट है। यहां पर उसके साथ चचेरे भाई मुन्ना, जीशान, सैफ अली और गुलफाम देखरेख करते हैं। 23 अप्रैल की रात करीब 12 बजे रेस्टोरेंट पर बाइक पर तीन युवक पुष्पेंद्र बघेल, शिवम बघेल और प्रियांश यादव आए थे। प्रियांश बाइक पर ही था। पुष्पेंद्र और शिवम रेस्टोरेंट पर गए। यहां पर गुलफाम ने उसने पूछा कि हां भाई क्या चाहिए। इस पर पुष्पेंद्र ने गुलफाम को गोली मार दी थी। गोली गुलफाम के सीने में लगी। वो वहीं गिर गया। इसके बाद सैफ अली ने शोर मचाया। इसके बाद शिवम ने सैफ अली पर फायर किया था। गोली सैफ अली के छूते हुए निकल गई। हमलावर अपनी बाइक पर बैठकर शिल्पग्राम की ओर भाग निकले। सोशल मीडिया पर फेमस होने के लिए की प्लानिंग
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि कुछ समय से करणी सेना का मामला चल रहा था। इसके अलावा पहलगाम वाली घटना भी हुई थी। उनको लग रहा था कि इस समय लोगों के अंदर आक्रोश है, ऐसे में घटना करने के बाद वीडियो पोस्ट करेंगे तो फेमस होंगे। लोगों का सपोर्ट मिलेगा। इसके लिए उन्होंने पुराने विवाद के चलते हत्या का प्लानिंग की। कौन गोली चलाएगा, कौन वीडियो बनाएगा
रात करीब पौने 12 बजे बाइक से पुष्पेंद्र, शिवम और प्रियांशु शाहिद की बिरयानी शॉप पर पहुंचे। यहां पर उन्होंने तय किया कि गोली मारते हुए लाइव वीडियो बनाएंगे। तीनों में से वीडियो कौन बनाएगा और गोली कौन चलाएगा, ये वहीं पर तय किया। गोली चलाने के लिए पुष्पेंद्र और शिवम का नाम फाइनल हुआ। वीडियो प्रियांशु को बनाना था। प्रियांशु भी गोली चलाना चाहता था, लेकिन उसके भारी शरीर के कारण उसे वीडियो बनाने के लिए कहा गया। फायरिंग के बाद वहां से तेजी से भागना था। पुष्पेंद्र ने गुलफाम पर फायर किया, जबकि शिवम ने सैफ अली पर। इसके बाद वो तीनों वहां से भागे। वीडियो सही नहीं बना तो दूसरा वीडियो बनाया
वारदात के बाद तीनों वहां से भाग निकले। उनका लगा था कि दोनों की हत्या कर दी है, लेकिन सैफ अली बच गया। जब आरोपी किसी सुरक्षित स्थान पर पहुंच गए तो वहां पर वीडियो देखा, लेकिन वो वीडियो सहीं नहीं बना। इसके बाद उन्होंने वहां से उन्होंने पहलगाम मामले को जोड़ते हुए हत्या की जिम्मेदारी वाला वीडियो बनाकर पोस्ट किया। वायरल नहीं हुआ तो मनोज चौधरी को दिया वीडियो
हत्यारोपी पुष्पेंद्र ने वीडियो पहले अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, लेकिन उसके फॉलोअर कम थे तो ये वीडियो वायरल नहीं हुआ। ऐसे में वीडियो वायरल करने के लिए इसे मनोज चौधरी को दिया गया। इसके बाद मनोज चौधरी ने इसे क्षत्रिय गोसेवा दल का नाम देते हुए पोस्ट किया। इसके बाद ये वीडियो वायरल हो गया। पुलिस ने वीडियो का संज्ञान लिया। उस समय पुलिस ने वीडियो का खंडन किया। पुलिस ने कहाकि क्षत्रिय गोरक्षा दल आगरा का नहीं है। पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपी में से कोई भी क्षत्रिय नहीं है। इन्होंने फेमस होने के लिए ऐसा किया। पैदल-पैदल गए किरावली, फिर जयपुर भागे
हत्या के बाद तीनों आरोपी दिगनेर से पैदल-पैदल किरावली पहुंचे। किरावली पहुंचने में इन्हें सुबह हो गई। वहां से इन्होंने बस पकड़ी और जयपुर चले गए। जयपुर में किसी परिचित के यहां रुके। इसके बाद ये वहां से भरतपुर आ गए। एनकाउंटर में पैर में लगी गोली
पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने बताया कि पुलिस ने सोमवार को हत्या में शामिल शिवम और प्रियांश को इनर रिंग रोड के पास मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है। दोनों के पैर में गोली लगी है। पुलिस का एक जवान भी घायल हुआ है। अभी पुष्पेंद्र फरार है। वहीं, हत्या को बाद भड़काऊ वीडियो वायरल करने वाले मनोज चौधरी को भी गिरफ्तार किया गया है। मनोज चौधरी ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट से वीडियो अपलोड किया था। मनोज के खिलाफ भी आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया था। इस हत्याकांड में मनोज की संलिप्तता की जांच की जा रही है। रुपए का लेनदेन का विवाद
पुलिस आयुक्त ने बताया कि पूर्व में गुलफाम के साथ रेस्टोरेंट पर खाने और लेनदेन को लेकर विवाद हुआ था। इस कारण ही तीनों ने हत्या की योजना बनाई। पहलगाम और करणी सेना विवाद को देखते हुए इन्होंने सोशल मीडिया पर छाने के लिए वीडियो अपलोड किया था। इनकी प्लानिंग थी कि हत्या करते हुए वीडियो बनाकर उसे अपलोड करेंगे। इसके लिए बकायदा प्रियांश को वीडियो बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी। सबका है आपराधिक इतिहास
पुलिस ने बताया कि हत्याकांड में शामिल सभी आरोपियों की क्रिमिनल हिस्ट्री है। मनोज चौधरी पर हत्या का मुकदमा दर्ज है। पुष्पेंद्र पर भी एक पुलिसकर्मी के साथ मारपीट का केस दर्ज है, जबकि प्रियांश का भी आपराधिक इतिहास है। ————— वो हाथ जोड़ता रहा, दरिंदों ने गोली मार दी:आगरा में रेस्टोरेंट कर्मी के पिता बोले- वह तो हंसता रहता था फिर क्यों मार डाला हमारी किसी से रंजिश नहीं है। न ही गुलफाम का किसी से विवाद हुआ। मेरे बेटे ने कभी किसी को गाली तक नहीं दी। हमेशा हंसता रहता था। पता नहीं क्यों मेरे बेटे को मार दिया? हमारे घर का सबसे हंसमुख सदस्य था। घर की रौनक ही चली गई। यह कहना है गुलफाम के 58 वर्षीय पिता इमाम बक्क्ष का। 23 अप्रैल को गुलफाम की स्कूटी सवार 3 लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। गुलफाम की हत्या के पीछे क्या कारण हैं? उसके घरवालों का क्या कहना है? घटना के समय मौजूद 3 चश्मदीदों ने क्या देखा? यह जानने की भास्कर टीम गुलफाम के घर और घटनास्थल पर पहुंची। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… सोशल मीडिया में फेमस होने के लिए लाइव मर्डर किया। जब उसका सही वीडियो नहीं बना। इसके बाद हत्या की जिम्मेदारी का वीडियो बनाकर पोस्ट कर दिया। हम लोग पहलगाम हमला और करणी सेना-रामजीलाल के विवाद के बीच फेमस होना चाहते थे। यह कबूलनामा है आगरा के एक होटल में मर्डर करने वाले आरोपियों का। पुलिस ने एनकाउंटर में दो आरोपियों को दबोच लिया है। जबकि एक अभी भी फरार है। पुलिस का कहना है कि मामला ताजगंज थाना क्षेत्र के ताजनगरी का है। जहां पर बाइक सवारों ने सोशल मीडिया पर फेमस होने के लिए सौहार्द बिगाड़ने की पूरी प्लानिंग की थी। आइए जानते हैं पूरी कहानी। सबसे पहले जानिए क्या था मामला ताजनगरी में शाहिद अली का चिकन बिरयानी नाम से रेस्टोरेंट है। यहां पर उसके साथ चचेरे भाई मुन्ना, जीशान, सैफ अली और गुलफाम देखरेख करते हैं। 23 अप्रैल की रात करीब 12 बजे रेस्टोरेंट पर बाइक पर तीन युवक पुष्पेंद्र बघेल, शिवम बघेल और प्रियांश यादव आए थे। प्रियांश बाइक पर ही था। पुष्पेंद्र और शिवम रेस्टोरेंट पर गए। यहां पर गुलफाम ने उसने पूछा कि हां भाई क्या चाहिए। इस पर पुष्पेंद्र ने गुलफाम को गोली मार दी थी। गोली गुलफाम के सीने में लगी। वो वहीं गिर गया। इसके बाद सैफ अली ने शोर मचाया। इसके बाद शिवम ने सैफ अली पर फायर किया था। गोली सैफ अली के छूते हुए निकल गई। हमलावर अपनी बाइक पर बैठकर शिल्पग्राम की ओर भाग निकले। सोशल मीडिया पर फेमस होने के लिए की प्लानिंग
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि कुछ समय से करणी सेना का मामला चल रहा था। इसके अलावा पहलगाम वाली घटना भी हुई थी। उनको लग रहा था कि इस समय लोगों के अंदर आक्रोश है, ऐसे में घटना करने के बाद वीडियो पोस्ट करेंगे तो फेमस होंगे। लोगों का सपोर्ट मिलेगा। इसके लिए उन्होंने पुराने विवाद के चलते हत्या का प्लानिंग की। कौन गोली चलाएगा, कौन वीडियो बनाएगा
रात करीब पौने 12 बजे बाइक से पुष्पेंद्र, शिवम और प्रियांशु शाहिद की बिरयानी शॉप पर पहुंचे। यहां पर उन्होंने तय किया कि गोली मारते हुए लाइव वीडियो बनाएंगे। तीनों में से वीडियो कौन बनाएगा और गोली कौन चलाएगा, ये वहीं पर तय किया। गोली चलाने के लिए पुष्पेंद्र और शिवम का नाम फाइनल हुआ। वीडियो प्रियांशु को बनाना था। प्रियांशु भी गोली चलाना चाहता था, लेकिन उसके भारी शरीर के कारण उसे वीडियो बनाने के लिए कहा गया। फायरिंग के बाद वहां से तेजी से भागना था। पुष्पेंद्र ने गुलफाम पर फायर किया, जबकि शिवम ने सैफ अली पर। इसके बाद वो तीनों वहां से भागे। वीडियो सही नहीं बना तो दूसरा वीडियो बनाया
वारदात के बाद तीनों वहां से भाग निकले। उनका लगा था कि दोनों की हत्या कर दी है, लेकिन सैफ अली बच गया। जब आरोपी किसी सुरक्षित स्थान पर पहुंच गए तो वहां पर वीडियो देखा, लेकिन वो वीडियो सहीं नहीं बना। इसके बाद उन्होंने वहां से उन्होंने पहलगाम मामले को जोड़ते हुए हत्या की जिम्मेदारी वाला वीडियो बनाकर पोस्ट किया। वायरल नहीं हुआ तो मनोज चौधरी को दिया वीडियो
हत्यारोपी पुष्पेंद्र ने वीडियो पहले अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, लेकिन उसके फॉलोअर कम थे तो ये वीडियो वायरल नहीं हुआ। ऐसे में वीडियो वायरल करने के लिए इसे मनोज चौधरी को दिया गया। इसके बाद मनोज चौधरी ने इसे क्षत्रिय गोसेवा दल का नाम देते हुए पोस्ट किया। इसके बाद ये वीडियो वायरल हो गया। पुलिस ने वीडियो का संज्ञान लिया। उस समय पुलिस ने वीडियो का खंडन किया। पुलिस ने कहाकि क्षत्रिय गोरक्षा दल आगरा का नहीं है। पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपी में से कोई भी क्षत्रिय नहीं है। इन्होंने फेमस होने के लिए ऐसा किया। पैदल-पैदल गए किरावली, फिर जयपुर भागे
हत्या के बाद तीनों आरोपी दिगनेर से पैदल-पैदल किरावली पहुंचे। किरावली पहुंचने में इन्हें सुबह हो गई। वहां से इन्होंने बस पकड़ी और जयपुर चले गए। जयपुर में किसी परिचित के यहां रुके। इसके बाद ये वहां से भरतपुर आ गए। एनकाउंटर में पैर में लगी गोली
पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने बताया कि पुलिस ने सोमवार को हत्या में शामिल शिवम और प्रियांश को इनर रिंग रोड के पास मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है। दोनों के पैर में गोली लगी है। पुलिस का एक जवान भी घायल हुआ है। अभी पुष्पेंद्र फरार है। वहीं, हत्या को बाद भड़काऊ वीडियो वायरल करने वाले मनोज चौधरी को भी गिरफ्तार किया गया है। मनोज चौधरी ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट से वीडियो अपलोड किया था। मनोज के खिलाफ भी आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया था। इस हत्याकांड में मनोज की संलिप्तता की जांच की जा रही है। रुपए का लेनदेन का विवाद
पुलिस आयुक्त ने बताया कि पूर्व में गुलफाम के साथ रेस्टोरेंट पर खाने और लेनदेन को लेकर विवाद हुआ था। इस कारण ही तीनों ने हत्या की योजना बनाई। पहलगाम और करणी सेना विवाद को देखते हुए इन्होंने सोशल मीडिया पर छाने के लिए वीडियो अपलोड किया था। इनकी प्लानिंग थी कि हत्या करते हुए वीडियो बनाकर उसे अपलोड करेंगे। इसके लिए बकायदा प्रियांश को वीडियो बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी। सबका है आपराधिक इतिहास
पुलिस ने बताया कि हत्याकांड में शामिल सभी आरोपियों की क्रिमिनल हिस्ट्री है। मनोज चौधरी पर हत्या का मुकदमा दर्ज है। पुष्पेंद्र पर भी एक पुलिसकर्मी के साथ मारपीट का केस दर्ज है, जबकि प्रियांश का भी आपराधिक इतिहास है। ————— वो हाथ जोड़ता रहा, दरिंदों ने गोली मार दी:आगरा में रेस्टोरेंट कर्मी के पिता बोले- वह तो हंसता रहता था फिर क्यों मार डाला हमारी किसी से रंजिश नहीं है। न ही गुलफाम का किसी से विवाद हुआ। मेरे बेटे ने कभी किसी को गाली तक नहीं दी। हमेशा हंसता रहता था। पता नहीं क्यों मेरे बेटे को मार दिया? हमारे घर का सबसे हंसमुख सदस्य था। घर की रौनक ही चली गई। यह कहना है गुलफाम के 58 वर्षीय पिता इमाम बक्क्ष का। 23 अप्रैल को गुलफाम की स्कूटी सवार 3 लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। गुलफाम की हत्या के पीछे क्या कारण हैं? उसके घरवालों का क्या कहना है? घटना के समय मौजूद 3 चश्मदीदों ने क्या देखा? यह जानने की भास्कर टीम गुलफाम के घर और घटनास्थल पर पहुंची। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
सोशल मीडिया में फेमस होने के लिए किया लाइव मर्डर:कबूलनामा- सही वीडियो नहीं बना तो हत्या की जिम्मेदारी ली, पुलिस ने इनकाउंटर कर पकड़ा
