<p style=”text-align: justify;”><strong>Chhattisgarh News:</strong> नक्सलियों पर लगातार हो रहे प्रहार के बीच नक्सलियों की तरफ से शांतिवार्ता का प्रस्ताव भेजा जा रहा है. मंगलवार (29 अप्रैल) को नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी के प्रवक्ता अभय ने सरकार को पत्र लिख कर शांति वार्ता के लिए अनुकूल माहौल बनाने की अपील की थी. वहीं अब छत्तीसगढ़ सरकार ने माओवादियों से शांतिवार्ता से साफ इनकार कर दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा है कि सरकार नक्सलियों से कोई शांतिवार्ता नहीं करेगी. इसके अलावा गृहमंत्री ने मध्यस्थता करने वालों पर भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि ये कौन लोग हैं जो नक्सलियों को मरता देख शांतिवार्ता करने आए हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’ये देश तोड़ने की साजिश'</strong><br />गृहमंत्री ने ये भी कहा, “छत्तीसगढ़ में जब झीरम घाटी का हमला हुआ, आईडी ब्लास्ट में कई जवान और ग्रामीण मारे गए, तब ये लोग कहां थे. आज हमारे सुरक्षाबल के जवान अपनी जान की परवाह न करते हुए नक्सलियों को सबक सिखा रहे हैं तो शांतिवार्ता याद आ रही है. ये सिर्फ देश तोड़ने की साजिश है, ऐसे लोगों को संविधान या मानवाधिकार की बात भी नहीं करना चाहिए.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>(विनीत पाठक की रिपोर्ट)</strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Chhattisgarh News:</strong> नक्सलियों पर लगातार हो रहे प्रहार के बीच नक्सलियों की तरफ से शांतिवार्ता का प्रस्ताव भेजा जा रहा है. मंगलवार (29 अप्रैल) को नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी के प्रवक्ता अभय ने सरकार को पत्र लिख कर शांति वार्ता के लिए अनुकूल माहौल बनाने की अपील की थी. वहीं अब छत्तीसगढ़ सरकार ने माओवादियों से शांतिवार्ता से साफ इनकार कर दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा है कि सरकार नक्सलियों से कोई शांतिवार्ता नहीं करेगी. इसके अलावा गृहमंत्री ने मध्यस्थता करने वालों पर भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि ये कौन लोग हैं जो नक्सलियों को मरता देख शांतिवार्ता करने आए हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’ये देश तोड़ने की साजिश'</strong><br />गृहमंत्री ने ये भी कहा, “छत्तीसगढ़ में जब झीरम घाटी का हमला हुआ, आईडी ब्लास्ट में कई जवान और ग्रामीण मारे गए, तब ये लोग कहां थे. आज हमारे सुरक्षाबल के जवान अपनी जान की परवाह न करते हुए नक्सलियों को सबक सिखा रहे हैं तो शांतिवार्ता याद आ रही है. ये सिर्फ देश तोड़ने की साजिश है, ऐसे लोगों को संविधान या मानवाधिकार की बात भी नहीं करना चाहिए.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>(विनीत पाठक की रिपोर्ट)</strong></p> छत्तीसगढ़ अशोक गहलोत का बड़ा आरोप, ‘बीजेपी किसी भी तरह पंचायती राज और नगरीय निकाय चुनाव…’
छत्तीसगढ़ सरकार का नक्सलियों संग शांतिवार्ता से इनकार, गृहमंत्री बोले- ‘जब हमारे जवान मारे जा रहे थे तब…’
