हरियाणा सरकार ने फर्जी गरीबी रेखा से नीचे (BPL) कार्ड बनाने वालों को चेतावनी दी थी कि वह खुद ही ये लाभ छोड़ दें, इसके लिए 20 अप्रैल तक का टाइम दिया गया था। मगर, इससे गरीब परिवार घटने के बजाय बढ़ गए। सरकार के आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल महीने में BPL परिवारों की संख्या 54 हजार से ज्यादा बढ़ गई। 30 मार्च को जहां BPL परिवारों की संख्या 51 लाख 96 हजार 380 थी, जो 30 अप्रैल को बढ़कर 52 लाख 50 हजार 740 पहुंच गई। यह देखते हुए सरकार ने अब फर्जी गरीबों के खिलाफ एक्शन लेने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। एक महीने में फरीदाबाद में सबसे ज्यादा BPL परिवार बढ़े
30 मार्च से 30 अप्रैल तक के दौरान प्रदेश में जो 54 हजार BPL परिवार बढ़े हैं, उनमें सबसे ज्यादा 10,752 परिवार फरीदाबाद के हैं। दूसरे नंबर पर 3445 परिवार वाला हिसार दूसरे और तीसरे नंबर पर करनाल में 3,442 बीपीएल परिवार बढ़े हैं। चरखी दादरी में सबसे कम 808 बीपीएल परिवार बढ़े हैं। सरकार ने भेजी थी चेतावनी, फिर भी नहीं हुआ असर
प्रदेश सरकार की तरफ से BPL परिवारों को मैसेज किए गए थे, जिसमें उन्हें 20 अप्रैल तक का टाइम दिया था। इसमें कहा गया है कि वे खुद ही फैमिली ID में अपना सही विवरण दर्ज कराएं और BPL श्रेणी से बाहर चले जाएं, अन्यथा इससे लिए लाभ की वसूली के साथ उन पर कानूनी कार्रवाई भी होगी। हरियाणा सरकार ने फर्जी गरीबी रेखा से नीचे (BPL) कार्ड बनाने वालों को चेतावनी दी थी कि वह खुद ही ये लाभ छोड़ दें, इसके लिए 20 अप्रैल तक का टाइम दिया गया था। मगर, इससे गरीब परिवार घटने के बजाय बढ़ गए। सरकार के आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल महीने में BPL परिवारों की संख्या 54 हजार से ज्यादा बढ़ गई। 30 मार्च को जहां BPL परिवारों की संख्या 51 लाख 96 हजार 380 थी, जो 30 अप्रैल को बढ़कर 52 लाख 50 हजार 740 पहुंच गई। यह देखते हुए सरकार ने अब फर्जी गरीबों के खिलाफ एक्शन लेने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। एक महीने में फरीदाबाद में सबसे ज्यादा BPL परिवार बढ़े
30 मार्च से 30 अप्रैल तक के दौरान प्रदेश में जो 54 हजार BPL परिवार बढ़े हैं, उनमें सबसे ज्यादा 10,752 परिवार फरीदाबाद के हैं। दूसरे नंबर पर 3445 परिवार वाला हिसार दूसरे और तीसरे नंबर पर करनाल में 3,442 बीपीएल परिवार बढ़े हैं। चरखी दादरी में सबसे कम 808 बीपीएल परिवार बढ़े हैं। सरकार ने भेजी थी चेतावनी, फिर भी नहीं हुआ असर
प्रदेश सरकार की तरफ से BPL परिवारों को मैसेज किए गए थे, जिसमें उन्हें 20 अप्रैल तक का टाइम दिया था। इसमें कहा गया है कि वे खुद ही फैमिली ID में अपना सही विवरण दर्ज कराएं और BPL श्रेणी से बाहर चले जाएं, अन्यथा इससे लिए लाभ की वसूली के साथ उन पर कानूनी कार्रवाई भी होगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
