आगरा के ज्वेलर योगेश चौधरी की हत्या 20 लाख के जेवर लूटने के लिए की गई। पुलिस जांच में यह थ्योरी बदल रही है। CCTV और वारदात का पैटर्न इशारा करता है कि यह कॉन्ट्रैक्ट किलर का काम हो सकता है। इसके शुरुआती सबूत CCTV से मिले हैं। पुलिस इस थ्योरी तक 3 वजह से पहुंची है… पहली थ्योरी- बदमाशों ने काउंटर पर पहुंचते ही पूछा कि अंकल जी कहां हैं? अमूमन लुटेरे ओनर के बारे में नहीं पूछते, वो सीधे ज्वेलरी और कैश लूटकर भाग निकलते हैं। दूसरी थ्योरी- CCTV में दिखा कि बदमाश शोरूम से बाहर आते हैं, योगेश भी उसी वक्त वहां पहुंचते हैं। वह बदमाशों की तरफ बढ़ते हैं। मगर धक्का-मुक्की होने से पहले ही एक बदमाश उनको गोली मार देता है। अमूमन छीनाझपटी होने के बाद ही बदमाश गोली मारते हैं। तीसरी थ्योरी- गोली मारने के बाद भी बदमाशों की बॉडी लैंग्वेज नॉर्मल रहती है। ऐसा लगता है कि यह उन्होंने पहली बार किसी के साथ नहीं किया। वह पहले भी यह सब करते रहे हैं। ये बदमाश प्रोफेशनल थे। पुलिस ने जांच का पैटर्न भी बदला
पहले आगरा पुलिस मान रही थी कि लोकल बदमाशों ने लूट के लिए वारदात की। इसलिए संदिग्ध बदमाशों की खोजबीन चल रही थी। जांच का पैटर्न बदलने के बाद अब पुलिस पेशेवर बदमाशों को ट्रेस कर रही है। ‘पहचान ऐप’ में हुलिया अपडेट किया
अब थ्योरी के बदलते ही पुलिस ने जांच के तरीके भी बदले हैं। अब पहचान ऐप की मदद से बदमाशों का हुलिया स्टेट के बदमाशों के रिकॉर्ड से मिलान करवाया जा रहा है। CCTV की फुटेज जो बदमाश दिख रहे हैं, उनका हुलिया पहचान ऐप में पोस्ट किया गया है। इस ऐप में यूपी के बदमाशों का रिकॉर्ड है। डेटा मैच होने पर यह खुद ही बदमाश की डिटेल बता देता है। कर्मचारी और परिचित रडार पर
ज्वेलर की हत्या मामले में पुलिस के रडार पर परिवार के परिचित, दुकान का स्टाफ और बेटों के रेस्टोरेंट में काम करने वाले लोग हैं। साथ ही पिछले 6 महीने में काम छोड़कर गए स्टाफ का भी पता लगाया जा रहा है। देखा जा रहा है कि योगेश का पिछले दिनों किसी से विवाद तो नहीं हुआ था। उनकी हत्या होने से किसको फायदा हो सकता है। जेल में पूछताछ, जो बाहर आए वो भी ट्रेस किए जा रहे
अमूमन माना जाता है कि एक्टिव बदमाशों के कुछ साथी जेल में बंद होते हैं। किसी भी वारदात के बाद जेल में बंद बदमाशों को भी पता चल जाता है कि इसके पीछे कौन शामिल है। इसलिए पुलिस ने जेल के बदमाशों के पास भी बदमाशों की डिटेल भेजी है। साथ ही, पिछले 6 महीने में जेल से छूटकर आए बदमाशों के बारे में भी पुलिस पता कर रही है। अब बदमाशों के तीसरे साथी के बारे में जानिए
पेट्रोल पंप के पास तीसरे बदमाश को बाइक पर बैठाया
जांच में पुलिस को स्ट्रॉन्ग इनपुट मिले हैं कि वारदात में 2 नहीं, बल्कि 3 बदमाश थे। CCTV में दो ही बदमाश नजर आए हैं। पुलिस सोर्स के मुताबिक, बदमाश बोदला चौराहा से पहले ही दहतोरा की तरफ चले गए, यहां से शास्त्रीपुरम पहुंचे थे। यहीं पर एक पेट्रोल पंप के पास उनका तीसरा साथी खड़ा था, जिसे उन्होंने बाइक पर बैठा लिया था। इसके इनपुट के लिए पुलिस ने 500 से ज्यादा CCTV कैमरे देखे हैं। मध्यप्रदेश और राजस्थान पुलिस से भी डिटेल शेयर की
चूंकि, वारदात के पीछे शातिर बदमाशों के शामिल होने का अंदेशा है, इसलिए पुलिस ने मध्यप्रदेश और राजस्थान में बॉर्डर के थानों को बदमाशों के फुटेज भेजे हैं। माना जा रहा है कि कॉन्ट्रैक्ट पर मारने के लिए बदमाश यहां से बुलाए गए हाेंगे। ये भी देखा जा रहा है कि कारगिल चौराहे के पास लगे मोबाइल टावर की लोकेशन में क्या कोई नए नंबर आए थे। अगर नंबर ट्रेस हुए तो उनका मूवमेंट किस तरफ हुआ। कहां से खरीदा, मुंह ढकने के लिए गमछा
इस मामले के खुलासे के लिए आगरा की एसओजी, सर्विलांस और STF के साथ 2 हजार पुलिसकर्मियों को लगाया गया है। फुटेज के सहारे बदमाशों का सुराग तलाशा जा रहा है। सीसीटीवी में दिखा कि एक बदमाश ने मुंह पर काले सफेद चेक वाला गमछा पहना था, जबकि दूसरे ने मास्क लगा रखा था। पुलिस आगरा के सभी कपड़ा व्यापारियों तक भी पहुंच रही है, ताकि पता चले कि दोनों ने मुंह ढकने के लिए कपड़े कहां से खरीदे थे। इस पूरे मामले में DCP सिटी सोनम कुमार ने बताया कि हत्याकांड के बाद दोनों बदमाशों का एक और साथी उन्हें मिला था। एक स्पॉट ऐसा है, जहां पर एक बदमाश का चेहरा दिखा है। हम उसे ट्रेस कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि जल्दी ही इन्हें पकड़ लिया जाएगा। अब वो स्पॉट जानिए, जहां पर ज्वेलर की हत्या हुई पूरा मामला समझिए कब क्या हुआ… ज्वेलर की हत्या के बाद बाजार बंद करवाया
आगरा की सिकंदरा-बोदला रोड पर कारगिल चौराहे के पास बालाजी ज्वेलर में बदमाश शुक्रवार सुबह 11.40 बजे पहुंचे। महिला स्टाफ रेनू और एक कस्टमर को बंधक बनाकर 20 लाख रुपए की ज्वेलरी लूट ली। भागते समय रामा एन्क्लेव में रहने वाले शोरूम मालिक योगेश चौधरी (58) की हत्या कर दी। इसके बाद व्यापारियों ने बाजार बंद कर दिया। पुलिस के लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल उठाए। पुलिस ने एक CCTV जारी किया, जिसमें बदमाश नजर आ रहे हैं। योगेश के घर में 2 बेटे सागर और आशीष हैं। उनकी बेटी की शादी हो चुकी है। बेटों के मुताबिक, पापा की हत्या के बाद उनके हाथ की 3 अंगूठियां भी गायब हैं। उन्होंने पुलिस और पोस्टमॉर्टम करने वाले कर्मचारियों पर आरोप लगाए हैं, जिसकी जांच भी की जा रही है। ————- ये भी पढ़ें : ज्वेलर के हत्यारों को सिर्फ 3Km ट्रेस कर सकी पुलिस:आगरा में परिवार ने कहा- हाथ से 3 अंगूठी गायब; पुलिस पर भी शक ज्वेलर योगेंद्र की हत्या करने वाले बदमाशों को पुलिस सिर्फ 3km तक ही ट्रेस कर सकी। CCTV की मदद से पुलिस को लास्ट लोकेशन शास्त्रीपुरम इलाके के लखनपुर गांव में मिली है। इस पॉइंट के बाद पुलिस आगे इसलिए ट्रेस नहीं कर सकी, क्योंकि यहां से 3 रूट अलग-अलग डेस्टिनेशन के लिए जाते हैं। पढ़िए पूरी खबर… आगरा के ज्वेलर योगेश चौधरी की हत्या 20 लाख के जेवर लूटने के लिए की गई। पुलिस जांच में यह थ्योरी बदल रही है। CCTV और वारदात का पैटर्न इशारा करता है कि यह कॉन्ट्रैक्ट किलर का काम हो सकता है। इसके शुरुआती सबूत CCTV से मिले हैं। पुलिस इस थ्योरी तक 3 वजह से पहुंची है… पहली थ्योरी- बदमाशों ने काउंटर पर पहुंचते ही पूछा कि अंकल जी कहां हैं? अमूमन लुटेरे ओनर के बारे में नहीं पूछते, वो सीधे ज्वेलरी और कैश लूटकर भाग निकलते हैं। दूसरी थ्योरी- CCTV में दिखा कि बदमाश शोरूम से बाहर आते हैं, योगेश भी उसी वक्त वहां पहुंचते हैं। वह बदमाशों की तरफ बढ़ते हैं। मगर धक्का-मुक्की होने से पहले ही एक बदमाश उनको गोली मार देता है। अमूमन छीनाझपटी होने के बाद ही बदमाश गोली मारते हैं। तीसरी थ्योरी- गोली मारने के बाद भी बदमाशों की बॉडी लैंग्वेज नॉर्मल रहती है। ऐसा लगता है कि यह उन्होंने पहली बार किसी के साथ नहीं किया। वह पहले भी यह सब करते रहे हैं। ये बदमाश प्रोफेशनल थे। पुलिस ने जांच का पैटर्न भी बदला
पहले आगरा पुलिस मान रही थी कि लोकल बदमाशों ने लूट के लिए वारदात की। इसलिए संदिग्ध बदमाशों की खोजबीन चल रही थी। जांच का पैटर्न बदलने के बाद अब पुलिस पेशेवर बदमाशों को ट्रेस कर रही है। ‘पहचान ऐप’ में हुलिया अपडेट किया
अब थ्योरी के बदलते ही पुलिस ने जांच के तरीके भी बदले हैं। अब पहचान ऐप की मदद से बदमाशों का हुलिया स्टेट के बदमाशों के रिकॉर्ड से मिलान करवाया जा रहा है। CCTV की फुटेज जो बदमाश दिख रहे हैं, उनका हुलिया पहचान ऐप में पोस्ट किया गया है। इस ऐप में यूपी के बदमाशों का रिकॉर्ड है। डेटा मैच होने पर यह खुद ही बदमाश की डिटेल बता देता है। कर्मचारी और परिचित रडार पर
ज्वेलर की हत्या मामले में पुलिस के रडार पर परिवार के परिचित, दुकान का स्टाफ और बेटों के रेस्टोरेंट में काम करने वाले लोग हैं। साथ ही पिछले 6 महीने में काम छोड़कर गए स्टाफ का भी पता लगाया जा रहा है। देखा जा रहा है कि योगेश का पिछले दिनों किसी से विवाद तो नहीं हुआ था। उनकी हत्या होने से किसको फायदा हो सकता है। जेल में पूछताछ, जो बाहर आए वो भी ट्रेस किए जा रहे
अमूमन माना जाता है कि एक्टिव बदमाशों के कुछ साथी जेल में बंद होते हैं। किसी भी वारदात के बाद जेल में बंद बदमाशों को भी पता चल जाता है कि इसके पीछे कौन शामिल है। इसलिए पुलिस ने जेल के बदमाशों के पास भी बदमाशों की डिटेल भेजी है। साथ ही, पिछले 6 महीने में जेल से छूटकर आए बदमाशों के बारे में भी पुलिस पता कर रही है। अब बदमाशों के तीसरे साथी के बारे में जानिए
पेट्रोल पंप के पास तीसरे बदमाश को बाइक पर बैठाया
जांच में पुलिस को स्ट्रॉन्ग इनपुट मिले हैं कि वारदात में 2 नहीं, बल्कि 3 बदमाश थे। CCTV में दो ही बदमाश नजर आए हैं। पुलिस सोर्स के मुताबिक, बदमाश बोदला चौराहा से पहले ही दहतोरा की तरफ चले गए, यहां से शास्त्रीपुरम पहुंचे थे। यहीं पर एक पेट्रोल पंप के पास उनका तीसरा साथी खड़ा था, जिसे उन्होंने बाइक पर बैठा लिया था। इसके इनपुट के लिए पुलिस ने 500 से ज्यादा CCTV कैमरे देखे हैं। मध्यप्रदेश और राजस्थान पुलिस से भी डिटेल शेयर की
चूंकि, वारदात के पीछे शातिर बदमाशों के शामिल होने का अंदेशा है, इसलिए पुलिस ने मध्यप्रदेश और राजस्थान में बॉर्डर के थानों को बदमाशों के फुटेज भेजे हैं। माना जा रहा है कि कॉन्ट्रैक्ट पर मारने के लिए बदमाश यहां से बुलाए गए हाेंगे। ये भी देखा जा रहा है कि कारगिल चौराहे के पास लगे मोबाइल टावर की लोकेशन में क्या कोई नए नंबर आए थे। अगर नंबर ट्रेस हुए तो उनका मूवमेंट किस तरफ हुआ। कहां से खरीदा, मुंह ढकने के लिए गमछा
इस मामले के खुलासे के लिए आगरा की एसओजी, सर्विलांस और STF के साथ 2 हजार पुलिसकर्मियों को लगाया गया है। फुटेज के सहारे बदमाशों का सुराग तलाशा जा रहा है। सीसीटीवी में दिखा कि एक बदमाश ने मुंह पर काले सफेद चेक वाला गमछा पहना था, जबकि दूसरे ने मास्क लगा रखा था। पुलिस आगरा के सभी कपड़ा व्यापारियों तक भी पहुंच रही है, ताकि पता चले कि दोनों ने मुंह ढकने के लिए कपड़े कहां से खरीदे थे। इस पूरे मामले में DCP सिटी सोनम कुमार ने बताया कि हत्याकांड के बाद दोनों बदमाशों का एक और साथी उन्हें मिला था। एक स्पॉट ऐसा है, जहां पर एक बदमाश का चेहरा दिखा है। हम उसे ट्रेस कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि जल्दी ही इन्हें पकड़ लिया जाएगा। अब वो स्पॉट जानिए, जहां पर ज्वेलर की हत्या हुई पूरा मामला समझिए कब क्या हुआ… ज्वेलर की हत्या के बाद बाजार बंद करवाया
आगरा की सिकंदरा-बोदला रोड पर कारगिल चौराहे के पास बालाजी ज्वेलर में बदमाश शुक्रवार सुबह 11.40 बजे पहुंचे। महिला स्टाफ रेनू और एक कस्टमर को बंधक बनाकर 20 लाख रुपए की ज्वेलरी लूट ली। भागते समय रामा एन्क्लेव में रहने वाले शोरूम मालिक योगेश चौधरी (58) की हत्या कर दी। इसके बाद व्यापारियों ने बाजार बंद कर दिया। पुलिस के लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल उठाए। पुलिस ने एक CCTV जारी किया, जिसमें बदमाश नजर आ रहे हैं। योगेश के घर में 2 बेटे सागर और आशीष हैं। उनकी बेटी की शादी हो चुकी है। बेटों के मुताबिक, पापा की हत्या के बाद उनके हाथ की 3 अंगूठियां भी गायब हैं। उन्होंने पुलिस और पोस्टमॉर्टम करने वाले कर्मचारियों पर आरोप लगाए हैं, जिसकी जांच भी की जा रही है। ————- ये भी पढ़ें : ज्वेलर के हत्यारों को सिर्फ 3Km ट्रेस कर सकी पुलिस:आगरा में परिवार ने कहा- हाथ से 3 अंगूठी गायब; पुलिस पर भी शक ज्वेलर योगेंद्र की हत्या करने वाले बदमाशों को पुलिस सिर्फ 3km तक ही ट्रेस कर सकी। CCTV की मदद से पुलिस को लास्ट लोकेशन शास्त्रीपुरम इलाके के लखनपुर गांव में मिली है। इस पॉइंट के बाद पुलिस आगे इसलिए ट्रेस नहीं कर सकी, क्योंकि यहां से 3 रूट अलग-अलग डेस्टिनेशन के लिए जाते हैं। पढ़िए पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
कॉन्ट्रैक्ट पर हुई आगरा के ज्वेलर की हत्या!:लूट सिर्फ पुलिस को गुमराह करने का तरीका; हत्या से किसे फायदा, मोटिव तलाश रही पुलिस
