हरियाणा के हक का पानी बंद करने पर भड़की इनेलो:किया प्रदर्शन, पंजाब सरकार पर साधा निशाना, सुनैना ने किया सवाल-सरकार कब तक चुप बैठी रहेगी

हरियाणा के हक का पानी बंद करने पर भड़की इनेलो:किया प्रदर्शन, पंजाब सरकार पर साधा निशाना, सुनैना ने किया सवाल-सरकार कब तक चुप बैठी रहेगी

करनाल में इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पंजाब ने हरियाणा के हक का पानी बंद कर दिया है, जिससे किसान, कमेरा वर्ग और महिलाएं पानी के लिए तरस रहे हैं। इनेलो की महिला नेता सुनैना चौटाला की अगुआई में कार्यकर्ता डीसी कार्यालय पहुंचे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंपा। सुनैना चौटाला ने कहा कि हरियाणा के लोग पानी की एक-एक बूंद को तरस रहे हैं, लेकिन पड़ोसी राज्य पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान इस मुद्दे को गंभीरता से लेने की बजाय मंच पर हंस-हंस कर कह रहे हैं कि वे एक बूंद पानी नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि हम उनका नहीं, बल्कि हरियाणा के हिस्से का पानी मांग रहे हैं, जो सुप्रीम कोर्ट भी तय कर चुका है। इस प्रदर्शन में शामिल लोगों के लिए गर्मी के चलते व्यापार सेल की तरफ से पानी की छबील भी लगाई गई। कॉमेडी नहीं, इंसानियत दिखाएं पंजाब के सीएम इनेलो नेता सुनैना चौटाला ने आरोप लगाया कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने राजनीतिक मंच को कॉमेडी मंच बना दिया है। वे इंसानियत को भूलकर ऐसा बर्ताव कर रहे हैं, जैसे हरियाणा के लोग उनके दुश्मन हों। उन्होंने हाथ जोड़कर अपील की कि पंजाब के मुख्यमंत्री राजनीतिक कम करें और गर्मी में प्यासे को पानी पिलाने की इंसानियत दिखाएं। जब किसानों की आवाज न उठा सके, तो अब पानी पर सियासत कर रहे सुनैना ने कहा कि हमने हमेशा पंजाब को बड़े भाई का दर्जा दिया है, लेकिन जब वहां के मुख्यमंत्री किसानों की आवाज नहीं उठा सके, तो डल्लेवाल जैसे नेता भूख हड़ताल पर बैठे। अब जब कुछ नहीं कर सके, तो उन्होंने पानी की राजनीति शुरू कर दी है। चौधरी देवी लाल और ओमप्रकाश चौटाला ने शुरू की थी पानी की लड़ाई इनेलो के युवा नेता रिंकू चौधरी ने कहा कि पानी के अधिकार की यह लड़ाई नई नहीं है। चौधरी देवीलाल और ओमप्रकाश चौटाला ने इस मुद्दे को हमेशा प्राथमिकता दी और पार्टी के हर कार्यकर्ता को इसके लिए सजग किया। आज उसी रास्ते पर चलते हुए इनेलो कार्यकर्ता सड़क पर उतरे हैं और प्रधानमंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। प्रधानमंत्री से की सुप्रीम कोर्ट के आदेश को लागू करवाने की मांग ​​​​​​​ज्ञापन के माध्यम से प्रधानमंत्री से आग्रह किया गया कि वे इस गंभीर मामले में हस्तक्षेप करें और सुप्रीम कोर्ट द्वारा हरियाणा के पक्ष में दिए गए आदेश– जिसमें एसवाईएल का पानी हरियाणा को देने की बात कही गई है, को तुरंत लागू करवाएं, ताकि दो राज्यों के बीच टकराव और मनमुटाव की स्थिति न बने। बीजेपी सरकार पर भी साधा निशाना, बीबीएमबी में नहीं बैठा हरियाणा का नुमाइंदा ​​​​​​​सुनैना चौटाला ने मौजूदा हरियाणा सरकार को भी घेरा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बीजेपी की सरकार है और केंद्र में भी, फिर भी बीबीएमबी में पिछले 10 वर्षों से हरियाणा की ओर से कोई प्रतिनिधि नहीं बैठा है। उन्होंने सवाल किया कि सरकार कब तक चुप बैठी रहेगी? अंत में उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार अपना पानी न दे, लेकिन हरियाणा के हक का पानी जरूर दे। यह पानी किसी पर एहसान नहीं बल्कि हरियाणा का अधिकार है। करनाल में इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पंजाब ने हरियाणा के हक का पानी बंद कर दिया है, जिससे किसान, कमेरा वर्ग और महिलाएं पानी के लिए तरस रहे हैं। इनेलो की महिला नेता सुनैना चौटाला की अगुआई में कार्यकर्ता डीसी कार्यालय पहुंचे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंपा। सुनैना चौटाला ने कहा कि हरियाणा के लोग पानी की एक-एक बूंद को तरस रहे हैं, लेकिन पड़ोसी राज्य पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान इस मुद्दे को गंभीरता से लेने की बजाय मंच पर हंस-हंस कर कह रहे हैं कि वे एक बूंद पानी नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि हम उनका नहीं, बल्कि हरियाणा के हिस्से का पानी मांग रहे हैं, जो सुप्रीम कोर्ट भी तय कर चुका है। इस प्रदर्शन में शामिल लोगों के लिए गर्मी के चलते व्यापार सेल की तरफ से पानी की छबील भी लगाई गई। कॉमेडी नहीं, इंसानियत दिखाएं पंजाब के सीएम इनेलो नेता सुनैना चौटाला ने आरोप लगाया कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने राजनीतिक मंच को कॉमेडी मंच बना दिया है। वे इंसानियत को भूलकर ऐसा बर्ताव कर रहे हैं, जैसे हरियाणा के लोग उनके दुश्मन हों। उन्होंने हाथ जोड़कर अपील की कि पंजाब के मुख्यमंत्री राजनीतिक कम करें और गर्मी में प्यासे को पानी पिलाने की इंसानियत दिखाएं। जब किसानों की आवाज न उठा सके, तो अब पानी पर सियासत कर रहे सुनैना ने कहा कि हमने हमेशा पंजाब को बड़े भाई का दर्जा दिया है, लेकिन जब वहां के मुख्यमंत्री किसानों की आवाज नहीं उठा सके, तो डल्लेवाल जैसे नेता भूख हड़ताल पर बैठे। अब जब कुछ नहीं कर सके, तो उन्होंने पानी की राजनीति शुरू कर दी है। चौधरी देवी लाल और ओमप्रकाश चौटाला ने शुरू की थी पानी की लड़ाई इनेलो के युवा नेता रिंकू चौधरी ने कहा कि पानी के अधिकार की यह लड़ाई नई नहीं है। चौधरी देवीलाल और ओमप्रकाश चौटाला ने इस मुद्दे को हमेशा प्राथमिकता दी और पार्टी के हर कार्यकर्ता को इसके लिए सजग किया। आज उसी रास्ते पर चलते हुए इनेलो कार्यकर्ता सड़क पर उतरे हैं और प्रधानमंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। प्रधानमंत्री से की सुप्रीम कोर्ट के आदेश को लागू करवाने की मांग ​​​​​​​ज्ञापन के माध्यम से प्रधानमंत्री से आग्रह किया गया कि वे इस गंभीर मामले में हस्तक्षेप करें और सुप्रीम कोर्ट द्वारा हरियाणा के पक्ष में दिए गए आदेश– जिसमें एसवाईएल का पानी हरियाणा को देने की बात कही गई है, को तुरंत लागू करवाएं, ताकि दो राज्यों के बीच टकराव और मनमुटाव की स्थिति न बने। बीजेपी सरकार पर भी साधा निशाना, बीबीएमबी में नहीं बैठा हरियाणा का नुमाइंदा ​​​​​​​सुनैना चौटाला ने मौजूदा हरियाणा सरकार को भी घेरा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बीजेपी की सरकार है और केंद्र में भी, फिर भी बीबीएमबी में पिछले 10 वर्षों से हरियाणा की ओर से कोई प्रतिनिधि नहीं बैठा है। उन्होंने सवाल किया कि सरकार कब तक चुप बैठी रहेगी? अंत में उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार अपना पानी न दे, लेकिन हरियाणा के हक का पानी जरूर दे। यह पानी किसी पर एहसान नहीं बल्कि हरियाणा का अधिकार है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर