जालंधर | हरियाणा को दिए जा रहे पानी के मुद्दे पर बुलाए गए विधानसभा के विशेष सत्र में पहुंचे आदमपुर के विधायक सुखविंदर सिंह कोटली तथा शाहकोट के विधायक लाडी शेरोवालिया ने जालंधर के दो मुद्दे सीएम भगवंत मान के सामने रखे हैं। इसकी जानकारी सोमवार देर शाम विधायक कोटली ने दी है। उन्होंने भोगपुर की सहकारी चीनी मिल के अंदर स्थित सीएनजी प्लांट के निर्माण को बंद करवाने और पुलिस द्वारा झूठे दर्ज मामले रद्द करने की मांग की। इस पर सीएम ने सभी मुद्दों का जल्द समाधान करने का आश्वासन दिया है। कोटली ने कहा कि इलाका निवासियों, भोगपुर मार्केट एसोसिएशन, किसान संगठनों, राजनीतिक दलों के नेताओं, धार्मिक व सामाजिक संगठनों द्वारा लंबे समय से संघर्ष किया जा रहा है तथा यह मामला अब हाईकोर्ट पहुंच गया है। जालंधर | हरियाणा को दिए जा रहे पानी के मुद्दे पर बुलाए गए विधानसभा के विशेष सत्र में पहुंचे आदमपुर के विधायक सुखविंदर सिंह कोटली तथा शाहकोट के विधायक लाडी शेरोवालिया ने जालंधर के दो मुद्दे सीएम भगवंत मान के सामने रखे हैं। इसकी जानकारी सोमवार देर शाम विधायक कोटली ने दी है। उन्होंने भोगपुर की सहकारी चीनी मिल के अंदर स्थित सीएनजी प्लांट के निर्माण को बंद करवाने और पुलिस द्वारा झूठे दर्ज मामले रद्द करने की मांग की। इस पर सीएम ने सभी मुद्दों का जल्द समाधान करने का आश्वासन दिया है। कोटली ने कहा कि इलाका निवासियों, भोगपुर मार्केट एसोसिएशन, किसान संगठनों, राजनीतिक दलों के नेताओं, धार्मिक व सामाजिक संगठनों द्वारा लंबे समय से संघर्ष किया जा रहा है तथा यह मामला अब हाईकोर्ट पहुंच गया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts

जसबीर गढ़ी बने पंजाब अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन:2 महीने पहले AAP में हुए थे शामिल, बीएसपी के राज्य प्रधान रह चुके
जसबीर गढ़ी बने पंजाब अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन:2 महीने पहले AAP में हुए थे शामिल, बीएसपी के राज्य प्रधान रह चुके पंजाब सरकार ने जसबीर सिंह गढ़ी को अनुसूचित जाति आयोग का चेयरमैन नियुक्त किया है। इस बारे में सामाजिक न्याय अधिकारिता एवं अल्पसंख्यक विभाग द्वारा आदेश जारी किए गए हैं। उन्होंने दो महीने पहले एक जनवरी को ही सीएम भगवंत मान की प्रधानगी में आम आदमी पार्टी जॉइन की थी। उन्होंने दिल्ली चुनाव के दौरान सीमापुरी विधानसभा में एक महीने तक वॉलंटियर के रूप में पार्टी का प्रचार किया, जिससे वहां आम आदमी पार्टी को जीत मिली। आदेश की कॉपी 6 साल तक बसपा के प्रदेश प्रधान रहे जसबीर गढ़ी पंजाब के दलित समुदाय के प्रमुख नेता माने जाते हैं। वह 6 वर्षों तक बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पंजाब के अध्यक्ष रहे। उनके नेतृत्व में बसपा ने 25 वर्षों के बाद नवांशहर से विधायक जीतने में सफलता हासिल की। जसबीर सिंह गढ़ी विशेष रूप से गरीबों और दलितों पर होने वाले अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए जाने जाते हैं। उनकी यह नई जिम्मेदारी पंजाब काफी अहम मानी जा रही है। अनुशासनहीनता के आरोप पार्टी से निकाले थे 4 महीने पहले 5 नवंबर 2024 को बसपा ने जसबीर सिंह गढ़ी को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। उस समय वह पार्टी के प्रधान पद पर थे। उन्हें अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। पार्टी ने उनकी जगह अवतार सिंह करीमपुरी को नया प्रधान बनाया है। हालांकि इससे जसबीर सिंह गढ़ी साल 2019 से बसपा प्रधान की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। उनकी अध्यक्षता में ही साल 2022 में विधानसभा चुनाव लड़ा गया था। इस चुनाव में पार्टी ने शिरोमणि अकाली दल (SAD) के साथ गठबंधन किया था। उनकी अध्यक्षता में ही BSP महासचिव नच्छतर पाल सिंह ने नवांशहर से जीत हासिल की थी। वहीं, उन्होंने खुद भी फगवाड़ा से विधानसभा चुनाव लड़ा था। वह 31232 वोट (24.41%) लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

होशियारपुर में किसान प्रशिक्षण शिविर का आयोजन:कैबिनेट मंत्री ने किया उद्घाटन, नई कृषि तकनीकों की दी जानकारी
होशियारपुर में किसान प्रशिक्षण शिविर का आयोजन:कैबिनेट मंत्री ने किया उद्घाटन, नई कृषि तकनीकों की दी जानकारी होशियारपुर में कृषि विभाग की ओर से डायरेक्टर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, पंजाब के दिशा निर्देशों के तहत होशियारपुर सिटी सेंटर में जिला स्तरीय किसान प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में पंजाब कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के कृषि विशेषज्ञों और कृषि विज्ञान केंद्र की टीम ने किसानों को नवीनतम कृषि तकनीकों के बारे में जानकारी दी गई। कैबिनेट मंत्री ने किया उद्घाटन इस शिविर का उद्घाटन कैबिनेट मंत्री ब्रह्म शंकर शर्मा जिम्पा ने किया और मेले में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। मेले में हलका विधायक टांडा जसवीर सिंह राजा गिल, मेयर सुरिंदर कुमार शिंदा, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर राहुल चाबा भी विशेष तौर पर शामिल हुए। मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री ब्रह्म कर जिम्पा ने अपने संबोधन में किसानों से अपील करते हुए कहा कि वे आगामी धान के सीजन के दौरान पराली और फसल के अवशेष न जलाएं, ताकि पर्यावरण प्रदूषण से बचा जा सके। उन्होंने प्राकृतिक संसाधनों को बचाने का भी आह्वान किया। किसानों से की योजनाओं का लाभ लेने की अपील कैबिनेट मंत्री ने मेले में उपस्थित विभिन्न विभागों से किसानों एवं जनता की समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान करने को कहा। उन्होंने विभागों को सरकार द्वारा चलाई जा रही किसान कल्याण योजनाओं को किसानों तक पहुंचाने के लिए अधिकतम प्रयास करने पर जोर दिया और किसानों से अपील की है कि वे विभागों के साथ समन्वय बनाकर सरकार द्वारा चलाई जा रही इन योजनाओं का भरपूर लाभ उठाएं। उन्होंने किसानों के हितों और कल्याण के प्रति पंजाब सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। शिविर में दी गई नई तकनीकों की जानकारी इस अवसर पर हलका विधायक टांडा जसवीर सिंह राजा गिल ने किसानों से विशेषज्ञों द्वारा सुझाई गई तकनीकों को अपनाकर पर्यावरण को बचाने और प्राकृतिक संसाधनों को बनाए रखने की अपील की। जिला प्रशासन से अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (सामान्य) राहुल चाबा ने किसान मेलों को कृषि के संबंध में समृद्ध जानकारी का स्रोत बताते हुए कहा कि इन मेलों में जहां किसानों को नई तकनीकों की जानकारी मिलती है, वहीं किसानों के अनुभवों से कृषि क्षेत्र में नए शोध करने संबंधी प्रेरणा मिलती है। उन्होंने जिले के सभी किसानों से फसल अवशेषों के कुशल प्रबंधन की अपील की।

अमृतसर में किसान-जिला प्रशासन के बीच टकराव:NHAI के लिए जमीन एक्वायर करने पहुंची थी टीम; विरोध के बाद वापस लौटी
अमृतसर में किसान-जिला प्रशासन के बीच टकराव:NHAI के लिए जमीन एक्वायर करने पहुंची थी टीम; विरोध के बाद वापस लौटी पंजाब में नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट्स के लिए जमीन एक्वायर करने को लेकर अभी भी किसानों व राज्य सरकार के बीच सहमति नहीं बन पा रही है। अमृतसर में आज मंगलवार एक बार फिर किसानों व जमीन एक्वायर करने के लिए आई जिला प्रशासन की टीमों के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई। विरोध के बाद टीमों को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा। दरअसल, अमृतसर के गांव कोटली में कटड़ा-अमृतसर-नई दिल्ली नेशनल हाईवे के लिए जमीन एक्वायर की जानी थी। जिसके लिए आज जिला प्रशासन की टीमें गांव कोटली पहुंच गई। इसकी भनक मिलते ही किसान वहां पहुंच गए और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसानों ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया कि जमीनों के लिए दिए जा रहे मुआवजे में खामियां हैं। जब तक वे खामियां दूर नहीं की जाती, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) को जमीन नहीं देंगे। शिकायतों के बाद भी नहीं हुआ निपटारा किसानों का आरोप है कि कुछ जगहों पर जमीनों का बंटवारा कई साल पहले हो चुका है। लेकिन उन्हें मुआवजा दे दिया गया, जिनका मालिकाना हक ही नहीं था। काश्तकारों के पैसे किसी और को दे दिए गए। जिला प्रशासन के पास पहले भी ये मुद्दे उठाए गए हैं, लेकिन हल नहीं हुआ। तब तक जमीनों को नहीं सौंपा जाएगा, जब तक किसानों की समस्याओं का हल नहीं निकाला जाता। प्रदर्शन के बाद माहौल बिगड़ा जिला प्रशासन जमीन का कब्जा छुड़ाने के लिए मशीनें लेकर वहां पहुंच गया। लेकिन किसानों ने उन्हें घेर लिया। टकराव की स्थिति को शांत करते हुए मौजूदा अधिकारियों ने पहले उन्हें समझाने का प्रयास किया। जब अंत तक कोई बात नहीं बनी तो उन्हें वापस लौटना पड़ा।