<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली में गर्मी के सारे रिकॉर्ड बुधवार (29 मई) को टूट गए. पहली बार दिल्ली में पारा 52 डिग्री सेल्सियस के पास पहुंच गया. मौसम विभाग के मुताबिक, मंगेशपुर में 52.3 डिग्री तापमान दर्ज किया गया. </p> <p style=”text-align: justify;”>दिल्ली में गर्मी के सारे रिकॉर्ड बुधवार (29 मई) को टूट गए. पहली बार दिल्ली में पारा 52 डिग्री सेल्सियस के पास पहुंच गया. मौसम विभाग के मुताबिक, मंगेशपुर में 52.3 डिग्री तापमान दर्ज किया गया. </p> दिल्ली NCR Sagar: बरोदिया नौनागिर में पीड़ित परिवार से मिले सीएम मोहन यादव, कांग्रेस को दी राजनीति न करने की नसीहत
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हरियाणा के पूर्व मंत्री चुनाव नहीं लड़ेंगे:रोहतक से 5 बार के प्रत्याशी मनीष ग्रोवर की घोषणा; संगठन की कमान संभालने का लिया निर्णय
हरियाणा के पूर्व मंत्री चुनाव नहीं लड़ेंगे:रोहतक से 5 बार के प्रत्याशी मनीष ग्रोवर की घोषणा; संगठन की कमान संभालने का लिया निर्णय हरियाणा के पूर्व मंत्री और भाजपा नेता मनीष ग्रोवर अब विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। वह रोहतक से 5 बार भाजपा प्रत्याशी रह चुके हैं और एक बार विधायक (2014 से 2019 तक) बने और भाजपा सरकार में सहकारिता मंत्री बनाए गए। हालांकि, 2019 का विधानसभा चुनाव वह हार गए थे। अब उन्होंने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऐलान किया कि वह अब विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। यह उनका निजी फैसला है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके परिवार से कोई भी चुनाव नहीं लड़ेगा। मनीष ग्रोवर ने कहा कि वह अब संगठन में रहकर पार्टी को हरियाणा में तीसरी बार जिताने और सीएम नायब सैनी को दोबारा मुख्यमंत्री बनाने के लिए काम करेंगे। उन्होंने बताया कि वह 1971 से भाजपा से जुड़े हैं। उस दौरान उन्हें बूथ पर्ची की ड्यूटी दी गई थी। इसके बाद वह वार्ड पार्षद बने। इसके बाद वह मंडल महामंत्री, मंडल अध्यक्ष, जिला महामंत्री, जिला अध्यक्ष रहे। इसके बाद वह प्रदेश मंत्री, स्थानीय निकाय प्रकोष्ठ के अध्यक्ष, प्रदेश महामंत्री रहे। इसके बाद वे विधायक बने और मंत्री भी बनाए गए। वे पिछले 50 सालों से इसी विचारधारा से जुड़े हैं। वे आखिरी सांस तक भाजपा में ही रहेंगे। उन्होंने इच्छा जताई कि वे संगठन में ही रहेंगे और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का विरोध करेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के करीबी पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के करीबी रहे हैं। मनोहर लाल साढ़े 9 साल तक मुख्यमंत्री रहे और मनीष ग्रोवर उनके सबसे करीबी लोगों में से एक माने जाते थे। 2019 के चुनाव में भी वे विधायक नहीं बन पाए, लेकिन सरकार और संगठन में उनकी अच्छी पकड़ थी। लोग अपने काम को लेकर उनके पास जाते रहे हैं। पूर्व सांसद के साथ रहा है 36 का आंकड़ा रोहतक के पूर्व सांसद डॉ. अरविंद शर्मा और पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर के बीच 36 का आंकड़ा रहा है। एक ही पार्टी में होने के बावजूद दोनों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए। मनीष ग्रोवर पर लोकसभा चुनाव 2024 में मदद न करने का भी आरोप लगा। इन आरोपों पर मनीष ग्रोवर ने कहा कि उन्होंने डॉ. अरविंद शर्मा को लोकसभा चुनाव जिताने के लिए हर संभव प्रयास किया। नतीजा यह रहा कि अरविंद शर्मा रोहतक विधानसभा से बहुत कम अंतर से हार गए।
यूपी उपचुनाव: अखिलेश यादव के इस फैसले RLD और BJP चौंके! पश्चिमी यूपी में सपा चीफ ने चल दिया बड़ा दांव
यूपी उपचुनाव: अखिलेश यादव के इस फैसले RLD और BJP चौंके! पश्चिमी यूपी में सपा चीफ ने चल दिया बड़ा दांव <p style=”text-align: justify;”><strong>Meerapur ByPolls 2024:</strong> मीरापुर विधानसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बड़ा दाव चल दिया है. अखिलेश यादव ने बसपा के उत्तराखंड प्रभारी की बेटी को मीरापुर की रणभूमि में उतारकर बहनजी को घेर लिया. अखिलेश के इस दाव की चर्चा हर तरफ चल रही है. अखिलेश यादव ने मुस्लिम कार्ड खेलकर भी बड़ा संदेश देने का काम किया है. अब अखिलेश के इस दाव की बहनजी क्या काट ढूंढेंगी ये भी देखने वाली बात होगी और रालोद इस सीट पर किसे उतारेगा ये भी बेहद दिलचस्प होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बसपा के उत्तराखंड प्रभारी मुनकाद अली की बेटी हैं सुम्बुल राणा</strong><br />बसपा के बड़े नेताओं के शुमार और बहनजी के बेहद करीबी पूर्व राज्यसभा सांसद और उत्तराखंडप्रभारी मुनकाद अली की बेटी सुम्बुल राणा हैं. उनका निकाह कद्दावर नेता पूर्व सांसद कादिर राणा के बेटे शाह मौहम्मद राणा के साथ हुआ था. सपा मीरापुर के मैदान में किसे उतारेगी ये सवाल बना हुआ था. हालांकि शुरू से ही टिकट की रेस में पूर्व सांसद कादिर राणा का नाम सबसे आगे चल रहा था. अखिलेश यादव ने राणा खानदार की पूत्रवधु सुम्बल राणा के नाम पर मुहर लगा दी. अखिलेश यादव ने जैसे ही सुम्बुल राणा के नाम का एलान किया वैसे ही चर्चाएं शुरू हो गई कि आखिर हैं कौन, लेकिन कुछ ही देर में तस्वीर साफ हो गई कि कादिर राणा की पुत्रवधु हैं और उसके कुछ देर बाद ये पता चला कि बसपा के बड़े नेता मुनकाद अली की बेटी हैं. बस फिर क्या था सियासी गलियारों में अखिलेश के इस फैंसले की चर्चा होने लगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कादिर राणा के परिवार को टिकट देकर अखिलेश ने चला पश्चिमी यूपी में बड़ा दांव</strong><br />पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बड़े मुस्लिम चेहरो में शुमार पूर्व सांसद कादिर राणा का अपना दबदबा है. कादिर राणा विधायक भी रहें हैं और बसपा के टिकट पर मुजफ्फरनगर से सांसद भी बने थे. उनकी मुस्लिमों में बड़ी और मजबूत पकड़ मानी जाती है. अखिलेश यादव ने उनकी पुत्रवधु सुम्बुल राणा को टिकट देकर कादिर राणा परिवार पर भरोसा जताया है. कादिर राणा की पुत्रवधु सुम्बुल राणा के चुनाव मैदान में आ जाने से मीरापुर की सियासी लड़ाई बेहद रोचक हो गई है. मीरापुर के इस सियासी संग्राम पर अब सभी की नजरें टिकीं हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/bjp-membership-drive-deputy-cm-brajesh-pathak-made-maximum-number-of-members-2805795″><strong>UP Politics: ब्रजेश पाठक ने सीएम योगी और डिप्टी सीएम केशव मौर्य को इस मामले में पछाड़ा, सामने आई लिस्ट</strong></a></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>25 दावेदारों को पछाड़कर टिकट रेस जीती हैं सुम्बुल राणा</strong><br />मुजफ्फरनगर लोकसभा का हिस्सा मीरापुर सीट पर टिकट घोषित करने के लिए अखिलेश यादव ने लखनउ में बैठक बुलाई थी. मुजफ्फरनगर के तमाम बड़े नेता इस मीटिंग में शामिल हुए थे. ज्यादातर लोगों ने कादिर राणा को टिकट दिए जाने की वकालत की. इसके लिए बड़े-बड़े तर्क दिए गए थे कि रालोद से मुकाबला कादिर राणा मजबूती से करेंगे और चुनाव भी जीतेंगे. करीब 25 नाम इस मीटिंग में रखे गए थे, लेकिन बात कादिर राणा पर आकर रूक गई. अखिलेश यादव ने इशारा भी कर दिया था कि मीरापुर में कादिर राणा को ही टिकट दिया जाएगा, लेकिन अखिलेश यादव एक ऐसा दाव चलने वाले थे, जिसके बारे में किसी को नहीं पता था. वो चौकाने वाला नाम कादिर राणा का नहीं बल्कि उनकी पुत्रवधु सुम्बुल राणा का था. इस नाम की चर्चा इसलिए भी ज्यादा हो रही है क्योंकि सुम्बुल राणा बसपा के बड़े नेता मुनकाद अली की बेटी हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कादिर राणा बोले, अखिलेश यादव का दिल से धन्यवाद, हम जीतेंगे मीरापुर</strong><br />पूर्व सांसद कादिर राणा ने अपने बेटे शाह मौहम्मद राणा की पत्नी सुम्बुल राणा को मीरापुर उपचुनाव में प्रत्याशी घोषित करने पर कहा कि अखिलेश यादव का दिल से धन्यवाद कि हम पर भरोसा जताया है. पूरी मजबूती से हम चुनाव लड़ेंगे और इंशा अल्लाह जीतेंगे भी. मीरापुर हमारा घर है और घर से कभी कोई निराश नहीं लौटता है. वहां के लोगों का प्यार और भरोसा हमें चुनाव जिताएगा. चुनाव में पूरी ताकत से उतरेंगे और अपने नेता अखिलेश यादव की हर उम्मीद पर खतरा उतरेंगे.</p>
पानीपत में तीन बच्चों के पिता की मौत:ओवरस्पीड वाहन ने मारी टक्कर; फैक्ट्री में काम करके पैदल जा रहा था घर
पानीपत में तीन बच्चों के पिता की मौत:ओवरस्पीड वाहन ने मारी टक्कर; फैक्ट्री में काम करके पैदल जा रहा था घर पानीपत के इसराना में ओवरस्पीड वाहन ने पैदल जा रहे मजदूर को टक्कर मार दी। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। जो फैक्ट्री में काम करने के बाद घर जा रह था। उसके तीन बच्चे हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हादसा 11 जनवरी को हुआ था। मृतक की पहचान 32 वर्षीय गौतम के नाम से हुई है। वह बलाना गांव की एक फैक्ट्री में काम करता था। गौतम अपनी ड्यूटी खत्म करने के बाद शाम को पैदल पानीपत जा रहा था। नौल्था के पास बलाना मोड़ पर पीछे से आए एक तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दी। गंभीर रूप से घायल गौतम को साथी मजदूरों ने तुरंत पानीपत के सिविल अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के पिता रमेश चंद्र ने बताया कि गौतम उनके तीन बेटे हैं। जो करनाल जिले के कुंजपुरा थाना क्षेत्र के मानमती गांव में रहते हैं।