भिवानी के दिनोद गांव निवासी एक व्यक्ति ने खरकड़ी गांव के खेतों में जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। जिसके बाद पुलिस ने 3 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़ित के बेटे ने शिकायत में बताया कि आरोपियों ने उसके पिता को भैंसों के लिए 17 लाख रुपए नहीं दिए। जिससे तंग आकर उसने आत्महत्या कर ली। भिवानी के दिनोद गांव निवासी अनुज ने तोशाम थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उसने शिकायत में बताया कि वह किसान है। उसके पिता भगवान सिंह 5 मई को शाम करीब 7:30 बजे घर से यह कहकर निकले थे कि वह खरकड़ी गांव जा रहे हैं। 6 मई को उसके पिता ने अपने छोटे भाई अर्जुन को फोन किया। उसने फोन पर बताया कि वह कालिया के खेत में है। इस पर अर्जुन ने कहा कौन सा कालिया। इस पर उसने कहा कि वह खरकड़ी के पास है, जहां भैंसे उतारी जाती हैं। भैंसों के 17 लाख रुपए नहीं दिए, मांगने पर किया तंग
इसके बाद उसके चाचा अर्जुन, चाचा रामबीर, उसका भाई राहुल गांव खरकड़ी माखवान के खेतों की तरफ चले। वहीं डायल 112 पर भी फोन करके घटना की सूचना दे दी। बीच रास्ते में डायल 112 की टीम भी मिल गई। इसके बाद वे पुलिस को लेकर कालिया के खेतों में पहुंचे। जहां पर उसके पिता भगवान सिंह चारपाई के पास पड़े मिले। जब उसके पिता भगवान सिंह से पूछा तो उन्होंने (भगवान सिंह) ने बताया कि नरेंद्र उर्फ कालिया से 25 भैंसों के करीब 17 लाख रुपए लेने हैं। काफी समय से रुपए नहीं दिए है। जिस बात को लेकर वह काफी तंग व परेशान है। तीन के खिलाफ केस दर्ज
उन्होंने कहा कि नरेंद्र उर्फ कालिया, उसके बेटे व पत्नी ने शाम को पैसे देने के लिए घर पर बुलाया। जहां पैसे नहीं दिए। वहीं तीनों से तंग आकर उसने (भगवान सिंह) ने आत्महत्या करने के लिए जहर खा लिया। जिसके बाद भगवान सिंह को उपचार के लिए डायल 112 की मदद से तोशाम अस्पताल में भर्ती करवाया। इलाज के दौरान भगवान सिंह की मौत हो गई। जिसके बाद मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर नरेंद्र उर्फ कालिया, उसकी पत्नी व बेटे के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। भिवानी के दिनोद गांव निवासी एक व्यक्ति ने खरकड़ी गांव के खेतों में जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। जिसके बाद पुलिस ने 3 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़ित के बेटे ने शिकायत में बताया कि आरोपियों ने उसके पिता को भैंसों के लिए 17 लाख रुपए नहीं दिए। जिससे तंग आकर उसने आत्महत्या कर ली। भिवानी के दिनोद गांव निवासी अनुज ने तोशाम थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उसने शिकायत में बताया कि वह किसान है। उसके पिता भगवान सिंह 5 मई को शाम करीब 7:30 बजे घर से यह कहकर निकले थे कि वह खरकड़ी गांव जा रहे हैं। 6 मई को उसके पिता ने अपने छोटे भाई अर्जुन को फोन किया। उसने फोन पर बताया कि वह कालिया के खेत में है। इस पर अर्जुन ने कहा कौन सा कालिया। इस पर उसने कहा कि वह खरकड़ी के पास है, जहां भैंसे उतारी जाती हैं। भैंसों के 17 लाख रुपए नहीं दिए, मांगने पर किया तंग
इसके बाद उसके चाचा अर्जुन, चाचा रामबीर, उसका भाई राहुल गांव खरकड़ी माखवान के खेतों की तरफ चले। वहीं डायल 112 पर भी फोन करके घटना की सूचना दे दी। बीच रास्ते में डायल 112 की टीम भी मिल गई। इसके बाद वे पुलिस को लेकर कालिया के खेतों में पहुंचे। जहां पर उसके पिता भगवान सिंह चारपाई के पास पड़े मिले। जब उसके पिता भगवान सिंह से पूछा तो उन्होंने (भगवान सिंह) ने बताया कि नरेंद्र उर्फ कालिया से 25 भैंसों के करीब 17 लाख रुपए लेने हैं। काफी समय से रुपए नहीं दिए है। जिस बात को लेकर वह काफी तंग व परेशान है। तीन के खिलाफ केस दर्ज
उन्होंने कहा कि नरेंद्र उर्फ कालिया, उसके बेटे व पत्नी ने शाम को पैसे देने के लिए घर पर बुलाया। जहां पैसे नहीं दिए। वहीं तीनों से तंग आकर उसने (भगवान सिंह) ने आत्महत्या करने के लिए जहर खा लिया। जिसके बाद भगवान सिंह को उपचार के लिए डायल 112 की मदद से तोशाम अस्पताल में भर्ती करवाया। इलाज के दौरान भगवान सिंह की मौत हो गई। जिसके बाद मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर नरेंद्र उर्फ कालिया, उसकी पत्नी व बेटे के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
