सिरसा में आज फिर मॉकड्रिल, ब्लैक आउट रहा बेअसर:10 से ज्यादा जगहों पर होगी, हवाई हमलों से बचाव की देंगे ट्रेनिंग

सिरसा में आज फिर मॉकड्रिल, ब्लैक आउट रहा बेअसर:10 से ज्यादा जगहों पर होगी, हवाई हमलों से बचाव की देंगे ट्रेनिंग

पहलगाम ट्रेरिस्ट अटैक के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इस समय बॉर्डरों पर भी सख्ती है। इसे देखते हुए मॉकड्रिल जरूरी हो गई है। इसलिए सरकार एवं प्रशासन लगातार मॉकड्रिल करवा रहा है। प्रशासन के अनुसार देश में इस समय जो हालात बने हुए हैं, उसे देखते हुए समय-समय पर मॉकड्रिल करवाई जाएगी। एक दिन नहीं हर रोज मॉकड्रिल करवाई जाएगी। इसके तहत सिरसा में आज भी मॉकड्रिल करवाई जाएगी। इस बारे में प्रशासन स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी और अन्य विभागों को आदेश जारी कर दिए है। सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों से भी अपील की है कि आमजन को जागरूक करें। आमजन को साथ जोड़कर उनको जागरूक किया जाएगा और ट्रेनिंग दी जानी है। इस मॉकड्रिल में बच्चे, महिलाएं, युवा और आमजन को भी युद्ध आपातकालीन जैसी स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी। वहीं बुधवार शाम को ब्लैक आउट भी बेअसर रहा। उस समय दुकानें बंद थी, लेकिन उनके आगे बरामदों में लाइटें चालू थी। सड़कों पर वाहन भी नहीं थमे और खुेलआम लाइट जलाते हुए घूम रहे थे। किसी ने भी गाड़ी नहीं रोकी। कुछ जगह पर प्रशासन की टीम मुनयादी करवा रही थी, लेकिन लोगों में उसका कोई असर नहीं दिखा। गांव स्तर पर पटवारी ग्राम सचिव करेंगे जागरूक हालांकि, शराब ठेके बंद रहे और रेहड़ियों पर लाइटें बंद रही। मॉल बंद थे, लेकिन उनके बाहर लाइटें जल रही थी। यहां तक पुलिस चौक चौराहों पर रेड बत्ती ही जल रही थी। रिहायशी इलकों में ब्लैक आउट का असर दिखा। वहीं गांव स्तर पर भी ग्राम सचिव व पटवारी भी आमजन को जागरूक करेंगे, इसके लिए ड्यूटियां लगा दी है। ड्रोन उड़ाने पर लगी रोक सिरसा जिले में सुरक्षा के मद्देनजर और आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए ड्रोन, ग्लाइडर, रिमोट कंट्रोल्ड एयरक्राफ्ट, फ्लाइंग कैमरा, हेलीकैम और अन्य प्रकार के यूएवी की उड़ान पर 10 दिनों के लिए रोक लगा दी गई है। प्रशासन के अनुसार, यह प्रतिबंध महत्वपूर्ण स्थलों, निषिद्ध क्षेत्रों, सार्वजनिक आश्रय स्थलों, अस्पतालों और अन्य रणनीतिक क्षेत्रों से दो किलोमीटर के दायरे में लागू रहेगा। यह क्षेत्र शामिल, जहां हवाई गतिविधि नहीं होगी इसमें टेलीफोन की महत्वपूर्ण लाइनें, रेलवे स्टेशन, ऊंची इमारतें, पुलिस वायरलेस स्टेशन, हवाई संचार स्टेशन, सडक़ और पुल, व्यावसायिक तेल स्टेशन, खदानें और गैस संयंत्र, बिजलीघर, बड़े बांध, खाद्य भंडारण डिपो, जल आपूर्ति केंद्र, बैंक, कोषागार आदि शामिल हैं। इन क्षेत्रों में किसी भी प्रकार की हवाई गतिविधि करना पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। प्रशासन की होगी बैठक इसको लेकर पहले लघुसचिवालय में प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक होनी है। वहीं डीसी शांतनु शर्मा मॉकड्रिल या अन्य गतिविधियों के दौरान मौके पर नहीं नजर आए। ऐसे में एडीसी लक्षित सरीन ही धरातल पर कमान संभाले हुए है और लगातार मीडिया से लेकर आमजन तक अपनी पहुंच बनाए हुए हैं। वहीं सायरन भी कई दिन के बाद बजा। सिरसा में शांतिपूर्ण माहौल भारतीय सेना की इस ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई से लोगों में खुशी का माहौल है। ऐसे में सभी लोगों ने भारतीय सेना पर गर्व महसूस करते हुए सम्मान दिया है। हालांकि, सिरसा संवेदनशील इलाको में आता है, लेकिन अभी सिरसा में भी शांतिपूर्ण माहौल है। पहलगाम ट्रेरिस्ट अटैक के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इस समय बॉर्डरों पर भी सख्ती है। इसे देखते हुए मॉकड्रिल जरूरी हो गई है। इसलिए सरकार एवं प्रशासन लगातार मॉकड्रिल करवा रहा है। प्रशासन के अनुसार देश में इस समय जो हालात बने हुए हैं, उसे देखते हुए समय-समय पर मॉकड्रिल करवाई जाएगी। एक दिन नहीं हर रोज मॉकड्रिल करवाई जाएगी। इसके तहत सिरसा में आज भी मॉकड्रिल करवाई जाएगी। इस बारे में प्रशासन स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी और अन्य विभागों को आदेश जारी कर दिए है। सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों से भी अपील की है कि आमजन को जागरूक करें। आमजन को साथ जोड़कर उनको जागरूक किया जाएगा और ट्रेनिंग दी जानी है। इस मॉकड्रिल में बच्चे, महिलाएं, युवा और आमजन को भी युद्ध आपातकालीन जैसी स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी। वहीं बुधवार शाम को ब्लैक आउट भी बेअसर रहा। उस समय दुकानें बंद थी, लेकिन उनके आगे बरामदों में लाइटें चालू थी। सड़कों पर वाहन भी नहीं थमे और खुेलआम लाइट जलाते हुए घूम रहे थे। किसी ने भी गाड़ी नहीं रोकी। कुछ जगह पर प्रशासन की टीम मुनयादी करवा रही थी, लेकिन लोगों में उसका कोई असर नहीं दिखा। गांव स्तर पर पटवारी ग्राम सचिव करेंगे जागरूक हालांकि, शराब ठेके बंद रहे और रेहड़ियों पर लाइटें बंद रही। मॉल बंद थे, लेकिन उनके बाहर लाइटें जल रही थी। यहां तक पुलिस चौक चौराहों पर रेड बत्ती ही जल रही थी। रिहायशी इलकों में ब्लैक आउट का असर दिखा। वहीं गांव स्तर पर भी ग्राम सचिव व पटवारी भी आमजन को जागरूक करेंगे, इसके लिए ड्यूटियां लगा दी है। ड्रोन उड़ाने पर लगी रोक सिरसा जिले में सुरक्षा के मद्देनजर और आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए ड्रोन, ग्लाइडर, रिमोट कंट्रोल्ड एयरक्राफ्ट, फ्लाइंग कैमरा, हेलीकैम और अन्य प्रकार के यूएवी की उड़ान पर 10 दिनों के लिए रोक लगा दी गई है। प्रशासन के अनुसार, यह प्रतिबंध महत्वपूर्ण स्थलों, निषिद्ध क्षेत्रों, सार्वजनिक आश्रय स्थलों, अस्पतालों और अन्य रणनीतिक क्षेत्रों से दो किलोमीटर के दायरे में लागू रहेगा। यह क्षेत्र शामिल, जहां हवाई गतिविधि नहीं होगी इसमें टेलीफोन की महत्वपूर्ण लाइनें, रेलवे स्टेशन, ऊंची इमारतें, पुलिस वायरलेस स्टेशन, हवाई संचार स्टेशन, सडक़ और पुल, व्यावसायिक तेल स्टेशन, खदानें और गैस संयंत्र, बिजलीघर, बड़े बांध, खाद्य भंडारण डिपो, जल आपूर्ति केंद्र, बैंक, कोषागार आदि शामिल हैं। इन क्षेत्रों में किसी भी प्रकार की हवाई गतिविधि करना पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। प्रशासन की होगी बैठक इसको लेकर पहले लघुसचिवालय में प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक होनी है। वहीं डीसी शांतनु शर्मा मॉकड्रिल या अन्य गतिविधियों के दौरान मौके पर नहीं नजर आए। ऐसे में एडीसी लक्षित सरीन ही धरातल पर कमान संभाले हुए है और लगातार मीडिया से लेकर आमजन तक अपनी पहुंच बनाए हुए हैं। वहीं सायरन भी कई दिन के बाद बजा। सिरसा में शांतिपूर्ण माहौल भारतीय सेना की इस ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई से लोगों में खुशी का माहौल है। ऐसे में सभी लोगों ने भारतीय सेना पर गर्व महसूस करते हुए सम्मान दिया है। हालांकि, सिरसा संवेदनशील इलाको में आता है, लेकिन अभी सिरसा में भी शांतिपूर्ण माहौल है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर