भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले कई दिन से चल रही तनावपूर्ण स्थिति का साइबर अपराधियों ने फायदा उठाना शुरू कर दिया है। इस आपदा को अवसर बनाने में जुटे साइबर अपराधी सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म पर फिशिंग लिंक भेजकर चंदे की मांग कर रहे हैं। हरियाणा पुलिस ने इसको लेकर अलर्ट जारी किया है। लोकसभा प्रशासन की ओर से आम नागरिकों से ऐसे किसी भी लिंक को ओपन न करने की वॉर्निंग दी गई है। इसे लेकर पुलिस के पास शिकायतें भी पहुंच रही हैं। पुलिस और प्रशासन ने इस संबंध में अपने रिकॉर्डिड मैसेज भी लोगों तक पहुंचाए हैं, ताकि ऐसे मौके पर साइबर ठगों की चाल से बचा जा सके। वेबसाइट और कंप्यूटर इन्फ्रास्ट्रक्चर पर अटैक की आशंका अनजान नंबरों और सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म से आम लोगों के मोबाइलों पर लिंक भेजे जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो ये साइबर अटैक और झूठी खबरों को लेकर एक कैंपेन चलाया गया है। ये इंडियन वेबसाइट और कंप्यूटर इन्फ्रास्ट्रक्चर पर अटैक करने की योजना भी हो सकती है। जिसे लेकर हरियाणा पुलिस हर प्रकार के साइबर अटैक से बचने की रूपरेखा तैयार करने में जुटी हुई है। पुलिस और प्रशासन ने भी आमजन से ऐसे किसी भी लिंक को आगे भेजने या ओपन करने से बचने की सलाह दी है। यह भी सचेत किया है कि केवल आधिकारिक रूम से भेजे गए सूचना को ही साझा किया जाए। फिशिंग लिंक भेजकर चंदा माग रहे, वॉट्सऐप ग्रुप बनाए साइबर अपराधी आपदा के इस मौके को अवसर बनाते हुए सेना के नाम पर भी चंदा मांगने में जुटे हुए है। बाकायदा इसे लेकर साइबर अपराधियों द्वारा ग्रुप भी बनाए जा रहे हैं। वॉट्सऐप, फेसबुक पर इस तरह के मैसेज भेजे जा रहे हैं। बाकायदा सेना के नाम पर पैसे डोनेट तक करने की मांग की जा रही है। ऐसे में पुलिस और प्रशासन ने सचेत करते हुए कहा है कि बिना किसी आधिकारिक सूचना के आमजन किसी भी वेलफेयर के नाम पर पैसा न भेजें। क्योंकि ये साइबर अपराधियों की एक चाल हो सकती है। भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले कई दिन से चल रही तनावपूर्ण स्थिति का साइबर अपराधियों ने फायदा उठाना शुरू कर दिया है। इस आपदा को अवसर बनाने में जुटे साइबर अपराधी सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म पर फिशिंग लिंक भेजकर चंदे की मांग कर रहे हैं। हरियाणा पुलिस ने इसको लेकर अलर्ट जारी किया है। लोकसभा प्रशासन की ओर से आम नागरिकों से ऐसे किसी भी लिंक को ओपन न करने की वॉर्निंग दी गई है। इसे लेकर पुलिस के पास शिकायतें भी पहुंच रही हैं। पुलिस और प्रशासन ने इस संबंध में अपने रिकॉर्डिड मैसेज भी लोगों तक पहुंचाए हैं, ताकि ऐसे मौके पर साइबर ठगों की चाल से बचा जा सके। वेबसाइट और कंप्यूटर इन्फ्रास्ट्रक्चर पर अटैक की आशंका अनजान नंबरों और सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म से आम लोगों के मोबाइलों पर लिंक भेजे जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो ये साइबर अटैक और झूठी खबरों को लेकर एक कैंपेन चलाया गया है। ये इंडियन वेबसाइट और कंप्यूटर इन्फ्रास्ट्रक्चर पर अटैक करने की योजना भी हो सकती है। जिसे लेकर हरियाणा पुलिस हर प्रकार के साइबर अटैक से बचने की रूपरेखा तैयार करने में जुटी हुई है। पुलिस और प्रशासन ने भी आमजन से ऐसे किसी भी लिंक को आगे भेजने या ओपन करने से बचने की सलाह दी है। यह भी सचेत किया है कि केवल आधिकारिक रूम से भेजे गए सूचना को ही साझा किया जाए। फिशिंग लिंक भेजकर चंदा माग रहे, वॉट्सऐप ग्रुप बनाए साइबर अपराधी आपदा के इस मौके को अवसर बनाते हुए सेना के नाम पर भी चंदा मांगने में जुटे हुए है। बाकायदा इसे लेकर साइबर अपराधियों द्वारा ग्रुप भी बनाए जा रहे हैं। वॉट्सऐप, फेसबुक पर इस तरह के मैसेज भेजे जा रहे हैं। बाकायदा सेना के नाम पर पैसे डोनेट तक करने की मांग की जा रही है। ऐसे में पुलिस और प्रशासन ने सचेत करते हुए कहा है कि बिना किसी आधिकारिक सूचना के आमजन किसी भी वेलफेयर के नाम पर पैसा न भेजें। क्योंकि ये साइबर अपराधियों की एक चाल हो सकती है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
