देशभर में चर्चित रहे मेरठ के सौरभ हत्याकांड की चार्जशीट फाइनल हो गई है। इसमें लिखा गया है कि सौरभ की हत्या लव अफेयर के चक्कर में हुई थी। साहिल ने तंत्र-मंत्र के चक्कर में सौरभ को नहीं मारा। मेरठ पुलिस ने चार्जशीट में माना है कि नीले ड्रम में नहीं, पहले लाश को सूटकेस में पैक करके फेंकने की प्लानिंग थी। एक हड्डी का टुकड़ा सूटकेस में मिला भी था। 18 मार्च को लंदन में तैनात मर्चेंट नेवी के अफसर सौरभ राजपूत की हत्या हुई थी। पुलिस ने उसकी पत्नी मुस्कान और उसके बॉयफ्रेंड साहिल को अरेस्ट किया। दोनों ने मिलकर सौरभ की लाश को 4 हिस्सों में काटा था। फिर एक नीले ड्रम में सीमेंट से बॉडी के पार्ट जमा दिए थे। मेरठ पुलिस ने चार्जशीट तैयार करने के लिए 40 दिन का टारगेट सेट किया था। रिपोर्ट तैयार करके ACP ऑफिस को दे दी गई है। अब 14 मई से पहले चार्जशीट कोर्ट में पेश की जाएगी, क्योंकि मुस्कान और साहिल की न्यायिक रिमांड की सुनवाई भी इन्हीं तारीखों में होगी। पुलिस ने मुस्कान और साहिल पर क्या आरोप माने…ये 17 पॉइंट में जानिए… पुलिस ने चार्जशीट में मुस्कान और साहिल के बयान शामिल किए हैं। उन्होंने पहली मुलाकात पर एक जैसे बयान दिए। कहा कि हम 8वीं क्लास तक एक ही स्कूल में साथ पढ़े हैं। फिर मुस्कान की शादी के बाद हमारी दोबारा मुलाकात हुई। सौरभ मेरठ में नहीं रहता था, इसलिए मुस्कान जल्दी मेरे करीब आ गई। हम दोनों ही सौरभ को मारना चाहते थे। हमनें प्लान बनाया, जिसको 3 मार्च को पूरा कर पाए। जांचकर्ता ने तंत्र-मंत्र को लेकर भी सवाल किए, लेकिन साहिल ने कबूल नहीं किया। पुलिस को साहिल के कमरे की पेटिंग के अलावा, कोई और साक्ष्य भी नहीं मिले। ऐसे में इस कत्ल के पीछे लव अफेयर को ही माना गया है। मुस्कान-साहिल दोनों ने अपने बयानों में कहा कि सबसे पहले सौरभ शाम को अपने किराए वाले घर पर पहुंचा। मुस्कान ने खाने में नशीली दवा मिलाकर सौरभ को खिला दी। सौरभ जब बेहोश हो गया, तब मुस्कान ने फोन करके बॉयफ्रेंड साहिल को घर बुलाया। इसके बाद साहिल और मुस्कान वहां पहुंचे, जहां बेड पर सौरभ बेहोश पड़ा था। इसके बाद साहिल-मुस्कान ने मिलकर सौरभ के सीने में चाकू घोंप दिया। इससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद सौरभ की लाश को साहिल उठाकर बाथरूम में ले गया। वहां उस्तरे और चाकू की मदद से सौरभ की लाश के 4 टुकड़े किए। सिर को गर्दन से अलग किया। दोनों हाथों को कलाई से काटकर अलग कर दिया। फोरेंसिक टीम को मुस्कान-सौरभ के घर पर कमरे में बेड बॉक्स में एक सूटकेस मिला था। इसको पुलिस ने सबूत बनाया है। सूटकेस में लाश की हड्डी का एक टुकड़ा भी मिला है। चार्जशीट में पुलिस ने उसका भी उल्लेख किया है। मुस्कान-साहिल सौरभ की लाश के टुकड़े करने के बाद उसे इसी सूटकेस में पैक करके लाश ठिकाने लगाने वाले थे। जब लाश को सूटकेस में डाला, तो सूटकेस छोटा पड़ गया। इसलिए सूटकेस में डालकर लाश ठिकाने लगाने का प्लान कैंसिल करना पड़ा। दूसरे दिन ड्रम में लाश को सील किया। लाश रखने के दौरान ही लाश से गर्दन की हड्डी का एक टुकड़ा सूटकेस में गिर गया। यह टुकड़ा फोरेंसिक टीम को सूटकेस की जांच में मिला। सूटकेस में खून भी मिला है। जांच में सामने आया कि मुस्कान और साहिल सौरभ की लाश को सीमेंट के घोल में सील करने वाले नहीं थे। उनका प्लान तो लाश को सूटकेस में भरकर गंगानगर के नाले में फेंकने का था। दोनों इसकी तैयारी भी कर चुके थे। लेकिन, सूटकेस का प्लान लास्ट टाइम पर फेल हो गया। तब 4 मार्च की सुबह नीले ड्रम में लाश को सील किया गया। मुस्कान-साहिल ने लाश और हत्या के सबूत मिटाने के लिए चाकू और उस्तरा भी ड्रम में डालकर पैक कर दिया। ड्रम में सौरभ की लाश डाली। उसके साथ कटी हुई दोनों कलाइयां रखीं। तकिए के एक कवर में सौरभ का सिर रखा। इसी में उस्तरा और चाकू भी रख दिया। उसके ऊपर सीमेंट-रेत का घोल मिलाकर नीले ड्रम में डाल दिया। ऊपर से ड्रम का ढक्कन लगा दिया। खून से सनी चादर और सूटकेस को बेड बॉक्स में नीचे छिपा दिया। पुलिस ने घंटाघर के ड्रम विक्रेता सैफुद्दीन और शारदा रोड पर नेशनल सीमेंट दुकान के संचालक से भी पूछताछ की। इसमें पता चला कि 4 मार्च की सुबह मुस्कान-साहिल दोनों ही पहले सैफुद्दीन की दुकान पर ड्रम खरीदने गए। दोनों ने कहा कि हमें अनाज स्टोर करना है। इसके बाद शारदा रोड से 1 बोरी सीमेंट और 3 बोरी रेत खरीदी, फिर घर पहुंचे। ड्रम विक्रेता और सीमेंट दुकान संचालक दोनों ने मुस्कान-साहिल की पहचान भी की है। शारदा रोड पर सिंघल बर्तन सेंटर के संचालक का बयान भी चार्जशीट का हिस्सा बनाया गया है। इसमें उन्होंने कहा कि दुकान पर काफी ग्राहक आते हैं, हर किसी को पहचानना संभव नहीं। लेकिन जब मुस्कान का फोटो दिखाया गया, तो उन्होंने कहा कि हां यह युवती मेरे यहां से फल काटने वाला चाकू लेकर गई थी। कहा था कि घर में सब्जी-फल काटने हैं, इसलिए चाकू चाहिए। मुस्कान ने सौरभ को बेहोश करने के लिए वेनॉजोलम दवा खाने में मिलाई थी। मुस्कान ने खैरनगर के ऊषा मेडिसिन स्टोर से दवा खरीदी थी। मेडिसन स्टोर के संचालक ने पुलिस को बताया कि मुस्कान किसी बुजुर्ग आदमी के साथ स्कूटी पर आई थी। जांच में पता चला कि ये बुजुर्ग आदमी सौरभ-मुस्कान के मकान मालिक ओमपाल थे। दवा विक्रेता ने बताया कि मुस्कान डॉक्टर का पर्चा मोबाइल में लाई थी। उसे दिखाकर उसने दवाएं ली, जिसमें वेनॉजोलम का वॉयल भी लिखा था। डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के कारण उसे वो दवा दी गई। पुलिस पूछताछ में ओमपाल ने बताया कि वो मुस्कान को दवा दिलाने लेकर गए थे। मुस्कान ने कहा था कि उसे कमजोरी हो रही है, बुखार है। उसकी दवा लेने जाना है। इसके बाद मुस्कान को घर छोड़ दिया था। ओमपाल ने कहा कि वो 1 से 17 मार्च तक अपने गांव गए थे। साहिल-मुस्कान ने बयानों में बताया कि वो मनाली, शिमला और कसौल घूमकर 17 मार्च की शाम तक लौटे थे। इसी रात वह दोबारा घूमने जाने वाले थे। दोनों का प्लान था कि 17 मार्च को फिर घूमने निकल जाएंगे। लेकिन, पुलिस के इन्वॉल्व होने के बाद दोनों गिरफ्तार हो गए। सौरभ की हत्या की बात तब खुली, जब 18 मार्च को मां कविता रस्तोगी ने फोन पर मुस्कान से पूछा कि सौरभ कहां है? मुस्कान बहाने बनाती रही। जब कविता रस्तोगी ने कहा कि पीहू अपने पापा से बात करना चाहती है। उसकी सौरभ से बात कराओ। काफी दबाव डालने के बाद भी जब मुस्कान सौरभ से बात नहीं करा पाई। तब उसने बताया कि सौरभ को अपने दोस्त साहिल के साथ मिलकर मार दिया है, अब कैसे बात करवाऊं? सौरभ के बड़े भाई राहुल उर्फ बबलू ने ब्रह्मपुरी थाने जाकर पुलिस को बताया कि उसके छोटे भाई सौरभ की हत्या हो गई है। राहुल ने बताया कि मेरा भाई 3 मार्च से मिसिंग था। उससे हमारी बात नहीं हो पा रही। मेरी भाभी मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर मेरे भाई की हत्या कर दी है। वो दोनों साहिल के घर पर हैं। इसके बाद पुलिस साहिल के घर ब्रह्मपुरी में पहुंची, जहां से पुलिस ने साहिल-मुस्कान को अरेस्ट किया। कैब ड्राइवर अजब सिंह ने पुलिस को बयान दिए कि उसे अपनी कंपनी की तरफ से 4 से 17 मार्च तक की बुकिंग मिली थी। इसमें मुस्कान और साहिल को शिमला, मनाली और कसौल लेकर जाना था। मुस्कान-साहिल दोनों उसके साथ गए थे। वो अलग-अलग होटल में रुकते थे। कार में बैठकर बीयर पीने की बात भी ड्राइवर ने बताई। उसने बताया कि उसे बाद में अखबारों से पता चला कि मुस्कान ने सौरभ की हत्या की है। अगर उसे ये पता होता, तो वो कभी मुस्कान-साहिल को लेकर नहीं जाता। पुलिस ने सौरभ के कमरे से साक्ष्य जुटाए हैं। इनमें बेड बॉक्स में मिला खून से सना सूटकेस, उसके अंदर मिला हड्डी का टुकड़ा, बेड बॉक्स में मिली खून से सनी फूलों के प्रिंट वाली चादर, बेड पर मिली एक अन्य चादर, खून से सना गद्दे का टुकड़ा, नीला ड्रम, नीले ड्रम में अंदर मिला उस्तरा और हैंडल से टूटा हुआ चाकू, इनको सबूत के रूप में शामिल किया है। ये सारे सबूत ऑनलाइन पोर्टल पर लॉक किए गए हैं। इसके अलावा बाथरूम की दीवारों, छत और फर्श पर मिले खून के धब्बे, कमरे में दीवार, छत पर मिले खून के धब्बों का भी जिक्र रिपोर्ट में किया गया है। पुलिस की टीमों ने मनाली, शिमला और कसौल में जाकर उन होटलों में भी पूछताछ की, जहां मुस्कान-साहिल सौरभ की हत्या के बाद ठहरे थे। होटल मैनेजर और स्टाफ के बयानों को भी पुलिस ने कलेक्ट किया। साथ ही होटलों में खाने-पीने के बिल, कमरों के बिल, टोल की पर्चियां, कैब संचालक को किए गए ट्रांजैक्शन को भी पुलिस ने केस का हिस्सा बनाया है। 4 मार्च को दिल्ली चुंगी पेट्रोल पंप के पास का एक सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को मिला है। इसमें मुस्कान-साहिल के साथ कैब में बैठती दिखती है। ये वही कैब थी, जिसे ड्राइवर अजब सिंह चला रहा था। इसी कैब से दोनों हिमाचल और उत्तराखंड घूमने गए थे। पुलिस ने उस डॉक्टर देशपाल से भी पूछताछ की है, जिसके पर्चे को मोबाइल में दिखाकर मुस्कान ने दवा की दुकान से नशीली दवा वेनॉजोलम ली थी। डॉ. देशपाल ने बताया कि मुस्कान उनके पास आई थी। उसने कहा कि उसे बुखार है, कमजोरी महसूस हो रही है। मुस्कान को चेक करने के बाद डॉक्टर ने उसे सामान्य बुखार और कमजोरी की दवा लिखी थी। उसमें कहीं भी नशे की दवा नहीं लिखी थी। जो पर्चा मुस्कान ने दवा दुकान पर मोबाइल में दिखाया, वो मेरे द्वारा लिखा पर्चा नहीं है। साहिल-मुस्कान ने बताया कि उन्होंने सौरभ की हत्या कर लाश के टुकड़े करने के बाद उसे नीले ड्रम में रखकर ऊपर से सीमेंट का घोल डाल दिया। ये ड्रम कमरे में रखा है। पुलिस ने ड्रम को बरामद किया। ड्रम इतना भारी था कि उसे 10 पुलिसवाले मिलकर नहीं उठा पा रहे थे। ड्रम को काटने और तोड़ने का प्रयास किया, लेकिन वो नहीं टूटा। इसके बाद ड्रम काटने के लिए अशोक नाम के मजदूर को बुलाया, लेकिन उससे भी ड्रम नहीं कटा। तब पुलिस ने मजदूरों और पुलिसवालों की मदद से नीले ड्रम को पोस्टमॉर्टम हाउस में लेकर गए। जहां ड्रम काटने के लिए 4 मजदूर बुलवाए गए। 4 लोगों ने मिलकर ड्रम को पुलिस की मौजूदगी में कटर से काटा। ड्रम कटते ही उसके अंदर से लाश निकली। तकिए के कवर में लाश का सिर, दोनों कलाइयों से कटे हाथ, चाकू और उस्तरा निकला। सौरभ के भाई राहुल ने लाश की पहचान अपने छोटे भाई सौरभ के रूप में की थी। मुस्कान को साहिल से ज्यादा उसकी 3 फिट की जटाएं पसंद थीं। मुस्कान, साहिल को प्यार से भोला और शंकर कहती थी। ये दोनों नाम उसी के दिए हुए थे। मुस्कान की इसी पसंद को पूरा करने के लिए साहिल अपने बाल नहीं कटवाता था। वो लगातार अपनी जटाओं को लंबा करता जा रहा था। मुस्कान साहिल से जब स्नैपचैट पर बातें करती, तब हमेशा साहिल की जटाओं की तारीफ करती थी। वो अक्सर कहती कि मेरे भोले शंकर तेरी इन्हीं जटाओं की मैं दीवानी हूं…इन्हीं पर मैं फिदा हूं। यहां तक कि सौरभ की हत्या के बाद जब दोनों शिमला, मनाली घूमने गए तो मुस्कान ने केक पर भी शंकर लिखवाया था। दोनों की स्नैपचैट को पुलिस ने केस डायरी का हिस्सा बनाया है जो चार्जशीट में भी शामिल की गई है। ……………….. यह भी पढ़ें सौरभ हत्याकांड में कोर्ट में दाखिल होगी चार्जशीट:2000 पन्नों की रिपोर्ट में पुलिस ने मुस्कान-साहिल को दोषी माना मेरठ के चर्चित सौरभ हत्याकांड में पुलिस ने लगभग 2000 पन्नों चार्जशीट तैयार कर ली है। इस चार्जशीट पर एएसपी की मोहर लग चुकी है। पुलिस शनिवार को चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर देगी। माना जा रहा है कि 12 से 14 मई के बीच पुलिस कोर्ट में चार्जशीट लगा देगी। पूरी खबर पढ़ें… देशभर में चर्चित रहे मेरठ के सौरभ हत्याकांड की चार्जशीट फाइनल हो गई है। इसमें लिखा गया है कि सौरभ की हत्या लव अफेयर के चक्कर में हुई थी। साहिल ने तंत्र-मंत्र के चक्कर में सौरभ को नहीं मारा। मेरठ पुलिस ने चार्जशीट में माना है कि नीले ड्रम में नहीं, पहले लाश को सूटकेस में पैक करके फेंकने की प्लानिंग थी। एक हड्डी का टुकड़ा सूटकेस में मिला भी था। 18 मार्च को लंदन में तैनात मर्चेंट नेवी के अफसर सौरभ राजपूत की हत्या हुई थी। पुलिस ने उसकी पत्नी मुस्कान और उसके बॉयफ्रेंड साहिल को अरेस्ट किया। दोनों ने मिलकर सौरभ की लाश को 4 हिस्सों में काटा था। फिर एक नीले ड्रम में सीमेंट से बॉडी के पार्ट जमा दिए थे। मेरठ पुलिस ने चार्जशीट तैयार करने के लिए 40 दिन का टारगेट सेट किया था। रिपोर्ट तैयार करके ACP ऑफिस को दे दी गई है। अब 14 मई से पहले चार्जशीट कोर्ट में पेश की जाएगी, क्योंकि मुस्कान और साहिल की न्यायिक रिमांड की सुनवाई भी इन्हीं तारीखों में होगी। पुलिस ने मुस्कान और साहिल पर क्या आरोप माने…ये 17 पॉइंट में जानिए… पुलिस ने चार्जशीट में मुस्कान और साहिल के बयान शामिल किए हैं। उन्होंने पहली मुलाकात पर एक जैसे बयान दिए। कहा कि हम 8वीं क्लास तक एक ही स्कूल में साथ पढ़े हैं। फिर मुस्कान की शादी के बाद हमारी दोबारा मुलाकात हुई। सौरभ मेरठ में नहीं रहता था, इसलिए मुस्कान जल्दी मेरे करीब आ गई। हम दोनों ही सौरभ को मारना चाहते थे। हमनें प्लान बनाया, जिसको 3 मार्च को पूरा कर पाए। जांचकर्ता ने तंत्र-मंत्र को लेकर भी सवाल किए, लेकिन साहिल ने कबूल नहीं किया। पुलिस को साहिल के कमरे की पेटिंग के अलावा, कोई और साक्ष्य भी नहीं मिले। ऐसे में इस कत्ल के पीछे लव अफेयर को ही माना गया है। मुस्कान-साहिल दोनों ने अपने बयानों में कहा कि सबसे पहले सौरभ शाम को अपने किराए वाले घर पर पहुंचा। मुस्कान ने खाने में नशीली दवा मिलाकर सौरभ को खिला दी। सौरभ जब बेहोश हो गया, तब मुस्कान ने फोन करके बॉयफ्रेंड साहिल को घर बुलाया। इसके बाद साहिल और मुस्कान वहां पहुंचे, जहां बेड पर सौरभ बेहोश पड़ा था। इसके बाद साहिल-मुस्कान ने मिलकर सौरभ के सीने में चाकू घोंप दिया। इससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद सौरभ की लाश को साहिल उठाकर बाथरूम में ले गया। वहां उस्तरे और चाकू की मदद से सौरभ की लाश के 4 टुकड़े किए। सिर को गर्दन से अलग किया। दोनों हाथों को कलाई से काटकर अलग कर दिया। फोरेंसिक टीम को मुस्कान-सौरभ के घर पर कमरे में बेड बॉक्स में एक सूटकेस मिला था। इसको पुलिस ने सबूत बनाया है। सूटकेस में लाश की हड्डी का एक टुकड़ा भी मिला है। चार्जशीट में पुलिस ने उसका भी उल्लेख किया है। मुस्कान-साहिल सौरभ की लाश के टुकड़े करने के बाद उसे इसी सूटकेस में पैक करके लाश ठिकाने लगाने वाले थे। जब लाश को सूटकेस में डाला, तो सूटकेस छोटा पड़ गया। इसलिए सूटकेस में डालकर लाश ठिकाने लगाने का प्लान कैंसिल करना पड़ा। दूसरे दिन ड्रम में लाश को सील किया। लाश रखने के दौरान ही लाश से गर्दन की हड्डी का एक टुकड़ा सूटकेस में गिर गया। यह टुकड़ा फोरेंसिक टीम को सूटकेस की जांच में मिला। सूटकेस में खून भी मिला है। जांच में सामने आया कि मुस्कान और साहिल सौरभ की लाश को सीमेंट के घोल में सील करने वाले नहीं थे। उनका प्लान तो लाश को सूटकेस में भरकर गंगानगर के नाले में फेंकने का था। दोनों इसकी तैयारी भी कर चुके थे। लेकिन, सूटकेस का प्लान लास्ट टाइम पर फेल हो गया। तब 4 मार्च की सुबह नीले ड्रम में लाश को सील किया गया। मुस्कान-साहिल ने लाश और हत्या के सबूत मिटाने के लिए चाकू और उस्तरा भी ड्रम में डालकर पैक कर दिया। ड्रम में सौरभ की लाश डाली। उसके साथ कटी हुई दोनों कलाइयां रखीं। तकिए के एक कवर में सौरभ का सिर रखा। इसी में उस्तरा और चाकू भी रख दिया। उसके ऊपर सीमेंट-रेत का घोल मिलाकर नीले ड्रम में डाल दिया। ऊपर से ड्रम का ढक्कन लगा दिया। खून से सनी चादर और सूटकेस को बेड बॉक्स में नीचे छिपा दिया। पुलिस ने घंटाघर के ड्रम विक्रेता सैफुद्दीन और शारदा रोड पर नेशनल सीमेंट दुकान के संचालक से भी पूछताछ की। इसमें पता चला कि 4 मार्च की सुबह मुस्कान-साहिल दोनों ही पहले सैफुद्दीन की दुकान पर ड्रम खरीदने गए। दोनों ने कहा कि हमें अनाज स्टोर करना है। इसके बाद शारदा रोड से 1 बोरी सीमेंट और 3 बोरी रेत खरीदी, फिर घर पहुंचे। ड्रम विक्रेता और सीमेंट दुकान संचालक दोनों ने मुस्कान-साहिल की पहचान भी की है। शारदा रोड पर सिंघल बर्तन सेंटर के संचालक का बयान भी चार्जशीट का हिस्सा बनाया गया है। इसमें उन्होंने कहा कि दुकान पर काफी ग्राहक आते हैं, हर किसी को पहचानना संभव नहीं। लेकिन जब मुस्कान का फोटो दिखाया गया, तो उन्होंने कहा कि हां यह युवती मेरे यहां से फल काटने वाला चाकू लेकर गई थी। कहा था कि घर में सब्जी-फल काटने हैं, इसलिए चाकू चाहिए। मुस्कान ने सौरभ को बेहोश करने के लिए वेनॉजोलम दवा खाने में मिलाई थी। मुस्कान ने खैरनगर के ऊषा मेडिसिन स्टोर से दवा खरीदी थी। मेडिसन स्टोर के संचालक ने पुलिस को बताया कि मुस्कान किसी बुजुर्ग आदमी के साथ स्कूटी पर आई थी। जांच में पता चला कि ये बुजुर्ग आदमी सौरभ-मुस्कान के मकान मालिक ओमपाल थे। दवा विक्रेता ने बताया कि मुस्कान डॉक्टर का पर्चा मोबाइल में लाई थी। उसे दिखाकर उसने दवाएं ली, जिसमें वेनॉजोलम का वॉयल भी लिखा था। डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के कारण उसे वो दवा दी गई। पुलिस पूछताछ में ओमपाल ने बताया कि वो मुस्कान को दवा दिलाने लेकर गए थे। मुस्कान ने कहा था कि उसे कमजोरी हो रही है, बुखार है। उसकी दवा लेने जाना है। इसके बाद मुस्कान को घर छोड़ दिया था। ओमपाल ने कहा कि वो 1 से 17 मार्च तक अपने गांव गए थे। साहिल-मुस्कान ने बयानों में बताया कि वो मनाली, शिमला और कसौल घूमकर 17 मार्च की शाम तक लौटे थे। इसी रात वह दोबारा घूमने जाने वाले थे। दोनों का प्लान था कि 17 मार्च को फिर घूमने निकल जाएंगे। लेकिन, पुलिस के इन्वॉल्व होने के बाद दोनों गिरफ्तार हो गए। सौरभ की हत्या की बात तब खुली, जब 18 मार्च को मां कविता रस्तोगी ने फोन पर मुस्कान से पूछा कि सौरभ कहां है? मुस्कान बहाने बनाती रही। जब कविता रस्तोगी ने कहा कि पीहू अपने पापा से बात करना चाहती है। उसकी सौरभ से बात कराओ। काफी दबाव डालने के बाद भी जब मुस्कान सौरभ से बात नहीं करा पाई। तब उसने बताया कि सौरभ को अपने दोस्त साहिल के साथ मिलकर मार दिया है, अब कैसे बात करवाऊं? सौरभ के बड़े भाई राहुल उर्फ बबलू ने ब्रह्मपुरी थाने जाकर पुलिस को बताया कि उसके छोटे भाई सौरभ की हत्या हो गई है। राहुल ने बताया कि मेरा भाई 3 मार्च से मिसिंग था। उससे हमारी बात नहीं हो पा रही। मेरी भाभी मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर मेरे भाई की हत्या कर दी है। वो दोनों साहिल के घर पर हैं। इसके बाद पुलिस साहिल के घर ब्रह्मपुरी में पहुंची, जहां से पुलिस ने साहिल-मुस्कान को अरेस्ट किया। कैब ड्राइवर अजब सिंह ने पुलिस को बयान दिए कि उसे अपनी कंपनी की तरफ से 4 से 17 मार्च तक की बुकिंग मिली थी। इसमें मुस्कान और साहिल को शिमला, मनाली और कसौल लेकर जाना था। मुस्कान-साहिल दोनों उसके साथ गए थे। वो अलग-अलग होटल में रुकते थे। कार में बैठकर बीयर पीने की बात भी ड्राइवर ने बताई। उसने बताया कि उसे बाद में अखबारों से पता चला कि मुस्कान ने सौरभ की हत्या की है। अगर उसे ये पता होता, तो वो कभी मुस्कान-साहिल को लेकर नहीं जाता। पुलिस ने सौरभ के कमरे से साक्ष्य जुटाए हैं। इनमें बेड बॉक्स में मिला खून से सना सूटकेस, उसके अंदर मिला हड्डी का टुकड़ा, बेड बॉक्स में मिली खून से सनी फूलों के प्रिंट वाली चादर, बेड पर मिली एक अन्य चादर, खून से सना गद्दे का टुकड़ा, नीला ड्रम, नीले ड्रम में अंदर मिला उस्तरा और हैंडल से टूटा हुआ चाकू, इनको सबूत के रूप में शामिल किया है। ये सारे सबूत ऑनलाइन पोर्टल पर लॉक किए गए हैं। इसके अलावा बाथरूम की दीवारों, छत और फर्श पर मिले खून के धब्बे, कमरे में दीवार, छत पर मिले खून के धब्बों का भी जिक्र रिपोर्ट में किया गया है। पुलिस की टीमों ने मनाली, शिमला और कसौल में जाकर उन होटलों में भी पूछताछ की, जहां मुस्कान-साहिल सौरभ की हत्या के बाद ठहरे थे। होटल मैनेजर और स्टाफ के बयानों को भी पुलिस ने कलेक्ट किया। साथ ही होटलों में खाने-पीने के बिल, कमरों के बिल, टोल की पर्चियां, कैब संचालक को किए गए ट्रांजैक्शन को भी पुलिस ने केस का हिस्सा बनाया है। 4 मार्च को दिल्ली चुंगी पेट्रोल पंप के पास का एक सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को मिला है। इसमें मुस्कान-साहिल के साथ कैब में बैठती दिखती है। ये वही कैब थी, जिसे ड्राइवर अजब सिंह चला रहा था। इसी कैब से दोनों हिमाचल और उत्तराखंड घूमने गए थे। पुलिस ने उस डॉक्टर देशपाल से भी पूछताछ की है, जिसके पर्चे को मोबाइल में दिखाकर मुस्कान ने दवा की दुकान से नशीली दवा वेनॉजोलम ली थी। डॉ. देशपाल ने बताया कि मुस्कान उनके पास आई थी। उसने कहा कि उसे बुखार है, कमजोरी महसूस हो रही है। मुस्कान को चेक करने के बाद डॉक्टर ने उसे सामान्य बुखार और कमजोरी की दवा लिखी थी। उसमें कहीं भी नशे की दवा नहीं लिखी थी। जो पर्चा मुस्कान ने दवा दुकान पर मोबाइल में दिखाया, वो मेरे द्वारा लिखा पर्चा नहीं है। साहिल-मुस्कान ने बताया कि उन्होंने सौरभ की हत्या कर लाश के टुकड़े करने के बाद उसे नीले ड्रम में रखकर ऊपर से सीमेंट का घोल डाल दिया। ये ड्रम कमरे में रखा है। पुलिस ने ड्रम को बरामद किया। ड्रम इतना भारी था कि उसे 10 पुलिसवाले मिलकर नहीं उठा पा रहे थे। ड्रम को काटने और तोड़ने का प्रयास किया, लेकिन वो नहीं टूटा। इसके बाद ड्रम काटने के लिए अशोक नाम के मजदूर को बुलाया, लेकिन उससे भी ड्रम नहीं कटा। तब पुलिस ने मजदूरों और पुलिसवालों की मदद से नीले ड्रम को पोस्टमॉर्टम हाउस में लेकर गए। जहां ड्रम काटने के लिए 4 मजदूर बुलवाए गए। 4 लोगों ने मिलकर ड्रम को पुलिस की मौजूदगी में कटर से काटा। ड्रम कटते ही उसके अंदर से लाश निकली। तकिए के कवर में लाश का सिर, दोनों कलाइयों से कटे हाथ, चाकू और उस्तरा निकला। सौरभ के भाई राहुल ने लाश की पहचान अपने छोटे भाई सौरभ के रूप में की थी। मुस्कान को साहिल से ज्यादा उसकी 3 फिट की जटाएं पसंद थीं। मुस्कान, साहिल को प्यार से भोला और शंकर कहती थी। ये दोनों नाम उसी के दिए हुए थे। मुस्कान की इसी पसंद को पूरा करने के लिए साहिल अपने बाल नहीं कटवाता था। वो लगातार अपनी जटाओं को लंबा करता जा रहा था। मुस्कान साहिल से जब स्नैपचैट पर बातें करती, तब हमेशा साहिल की जटाओं की तारीफ करती थी। वो अक्सर कहती कि मेरे भोले शंकर तेरी इन्हीं जटाओं की मैं दीवानी हूं…इन्हीं पर मैं फिदा हूं। यहां तक कि सौरभ की हत्या के बाद जब दोनों शिमला, मनाली घूमने गए तो मुस्कान ने केक पर भी शंकर लिखवाया था। दोनों की स्नैपचैट को पुलिस ने केस डायरी का हिस्सा बनाया है जो चार्जशीट में भी शामिल की गई है। ……………….. यह भी पढ़ें सौरभ हत्याकांड में कोर्ट में दाखिल होगी चार्जशीट:2000 पन्नों की रिपोर्ट में पुलिस ने मुस्कान-साहिल को दोषी माना मेरठ के चर्चित सौरभ हत्याकांड में पुलिस ने लगभग 2000 पन्नों चार्जशीट तैयार कर ली है। इस चार्जशीट पर एएसपी की मोहर लग चुकी है। पुलिस शनिवार को चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर देगी। माना जा रहा है कि 12 से 14 मई के बीच पुलिस कोर्ट में चार्जशीट लगा देगी। पूरी खबर पढ़ें… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
सौरभ तंत्र-मंत्र में नहीं, अफेयर में मारा गया:मेरठ पुलिस ने फाइनल की चार्जशीट; लिखा- ड्रम नहीं, सूटकेस में ठिकाने लगानी थी लाश
