हिसार में कंपनी ने बिना परमिशन लगाया पोल:खुदाई करवाई, किसानों के विरोध के बाद भरा गड्ढा

हिसार में कंपनी ने बिना परमिशन लगाया पोल:खुदाई करवाई, किसानों के विरोध के बाद भरा गड्ढा

हिसार में एक निजी कंपनी ने किसानों की जमीन पर अनधिकृत रूप से बिजली के पोल लगाने का मामला सामने आया है। रविवार को क्षेत्र के किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया। किसानों के दबाव में कंपनी को खोदे गए गड्ढे भरने पड़े। घटना धीरणवास गांव और रावलवास खुर्द की है। रावलवास खुर्द के किसान राजबीर सीगड़ ने बताया कि उनकी एक एकड़ जमीन में बिना किसी सूचना या मंजूरी के गड्ढे खोदे गए। किसानों को यह भी नहीं बताया गया कि इन बिजली पोल का क्या उपयोग होगा। जिला पार्षद प्रतिनिधि संदीप धीरणवास के नेतृत्व में किसानों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान राजबीर, कुलदीप, जयकुमार लम्बा, रामधारी और प्रदीप समेत कई किसान मौजूद थे। कंपनी के कर्मचारियों को बुलाकर खेत में खोदे गए गड्ढे भरने और वहां रखी रोड़ी-बजरी हटाने को कहा गया। संदीप धीरणवास के अनुसार, यह लाइन सोलर प्लांट से सिवानी, फतेहाबाद और खनौरी पाटड़ा के लिए बिछाई जानी थी। किसानों का कहना है कि बिना मुआवजा दिए और मंजूरी लिए उनके खेतों में गड्ढे खोदे गए। इससे वे न तो फसल की बुवाई कर पाएंगे और न ही उन्हें कोई मुआवजा मिलेगा। विरोध प्रदर्शन के बाद कंपनी ने जमीन को समतल करवाकर अपना सामान वापस ले लिया। हिसार में एक निजी कंपनी ने किसानों की जमीन पर अनधिकृत रूप से बिजली के पोल लगाने का मामला सामने आया है। रविवार को क्षेत्र के किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया। किसानों के दबाव में कंपनी को खोदे गए गड्ढे भरने पड़े। घटना धीरणवास गांव और रावलवास खुर्द की है। रावलवास खुर्द के किसान राजबीर सीगड़ ने बताया कि उनकी एक एकड़ जमीन में बिना किसी सूचना या मंजूरी के गड्ढे खोदे गए। किसानों को यह भी नहीं बताया गया कि इन बिजली पोल का क्या उपयोग होगा। जिला पार्षद प्रतिनिधि संदीप धीरणवास के नेतृत्व में किसानों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान राजबीर, कुलदीप, जयकुमार लम्बा, रामधारी और प्रदीप समेत कई किसान मौजूद थे। कंपनी के कर्मचारियों को बुलाकर खेत में खोदे गए गड्ढे भरने और वहां रखी रोड़ी-बजरी हटाने को कहा गया। संदीप धीरणवास के अनुसार, यह लाइन सोलर प्लांट से सिवानी, फतेहाबाद और खनौरी पाटड़ा के लिए बिछाई जानी थी। किसानों का कहना है कि बिना मुआवजा दिए और मंजूरी लिए उनके खेतों में गड्ढे खोदे गए। इससे वे न तो फसल की बुवाई कर पाएंगे और न ही उन्हें कोई मुआवजा मिलेगा। विरोध प्रदर्शन के बाद कंपनी ने जमीन को समतल करवाकर अपना सामान वापस ले लिया।   हरियाणा | दैनिक भास्कर