हरियाणा में यूनिवर्सिटी से 15 लाख रिश्वत मांगी:SIT की जांच में खुलासा; वाइस चांसलर से बोला इंस्पेक्टर- आरोपी को घर छिपाया, पैसे दो

हरियाणा में यूनिवर्सिटी से 15 लाख रिश्वत मांगी:SIT की जांच में खुलासा; वाइस चांसलर से बोला इंस्पेक्टर- आरोपी को घर छिपाया, पैसे दो

हरियाणा के सोनीपत में एजुकेशन सिटी में स्थित वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ डिजाइन (WUD) में अफीम के पौधे मिलने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। मामले की जांच कर रहे इंस्पेक्टर तेजराम ने यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर संजय गुप्ता पर आरोपी को छिपाने का आरोप लगाकर 15 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। वाइस चांसलर ने 15 लाख रुपए इंस्पेक्टर तक पहुंचाने के लिए एक वकील को दे दिए थे। मामला DGP शत्रुजीत कपूर के पास पहुंचा तो उन्होंने सोनीपत पुलिस कमिश्नर को जांच के आदेश दिए। इसके बाद स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन किया गया। SIT की जांच में 15 लाख रुपए के लेन-देन की बात सामने आई। इसके बाद मामला दर्ज कर इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया और उसे निलंबित भी कर दिया गया। पहले 2 पॉइंट में अफीम की खेती पकड़ने का मामला समझें…. 1. यूनिवर्सिटी परिसर में अफीम के पौधे होने की सूचना मिली
28 मार्च को तड़के करीब 3:55 बजे असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर सुरेंद्र को एक मुखबिर से सूचना मिली कि WUD परिसर में फूलों की क्यारियों में अफीम के पौधे लगाए गए हैं। सूचना की पुष्टि के लिए पुलिस टीम ने ड्रग्स कंट्रोल ऑफिसर मुंशी राम और बागवानी विभाग के सहायक परियोजना अधिकारी व्रज वेकरियां को मौके पर बुलाया। यूनिवर्सिटी के सहायक रजिस्ट्रार शैलेंद्र कुमार को भी साथ लिया गया। 2. रेड में 39.750 किलोग्राम अफीम के पौधे मिले
छापेमारी के दौरान यूनिवर्सिटी की दीवार के पास अफीम के पौध मिले। कुल 39.750 किलोग्राम अफीम के पौधों को जड़ सहित उखाड़ा गया। मौके पर वीडियोग्राफी की गई। पुलिस ने मौके से ही माली संत लाल को गिरफ्तार कर लिया। माली से पूछताछ की तो उसने बताया कि ये पौधे यूनिवर्सिटी के सुपरवाइजर धर्मेंद्र मिश्रा ने लगवाए थे। अब रिश्वत मांगने की पूरी कहानी पढ़िए… हरियाणा के सोनीपत में एजुकेशन सिटी में स्थित वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ डिजाइन (WUD) में अफीम के पौधे मिलने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। मामले की जांच कर रहे इंस्पेक्टर तेजराम ने यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर संजय गुप्ता पर आरोपी को छिपाने का आरोप लगाकर 15 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। वाइस चांसलर ने 15 लाख रुपए इंस्पेक्टर तक पहुंचाने के लिए एक वकील को दे दिए थे। मामला DGP शत्रुजीत कपूर के पास पहुंचा तो उन्होंने सोनीपत पुलिस कमिश्नर को जांच के आदेश दिए। इसके बाद स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन किया गया। SIT की जांच में 15 लाख रुपए के लेन-देन की बात सामने आई। इसके बाद मामला दर्ज कर इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया और उसे निलंबित भी कर दिया गया। पहले 2 पॉइंट में अफीम की खेती पकड़ने का मामला समझें…. 1. यूनिवर्सिटी परिसर में अफीम के पौधे होने की सूचना मिली
28 मार्च को तड़के करीब 3:55 बजे असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर सुरेंद्र को एक मुखबिर से सूचना मिली कि WUD परिसर में फूलों की क्यारियों में अफीम के पौधे लगाए गए हैं। सूचना की पुष्टि के लिए पुलिस टीम ने ड्रग्स कंट्रोल ऑफिसर मुंशी राम और बागवानी विभाग के सहायक परियोजना अधिकारी व्रज वेकरियां को मौके पर बुलाया। यूनिवर्सिटी के सहायक रजिस्ट्रार शैलेंद्र कुमार को भी साथ लिया गया। 2. रेड में 39.750 किलोग्राम अफीम के पौधे मिले
छापेमारी के दौरान यूनिवर्सिटी की दीवार के पास अफीम के पौध मिले। कुल 39.750 किलोग्राम अफीम के पौधों को जड़ सहित उखाड़ा गया। मौके पर वीडियोग्राफी की गई। पुलिस ने मौके से ही माली संत लाल को गिरफ्तार कर लिया। माली से पूछताछ की तो उसने बताया कि ये पौधे यूनिवर्सिटी के सुपरवाइजर धर्मेंद्र मिश्रा ने लगवाए थे। अब रिश्वत मांगने की पूरी कहानी पढ़िए…   हरियाणा | दैनिक भास्कर