<div id=”:12a” class=”Am aiL Al editable LW-avf tS-tW tS-tY” style=”text-align: justify;” tabindex=”1″ role=”textbox” spellcheck=”false” aria-label=”Message Body” aria-multiline=”true” aria-owns=”:14o” aria-controls=”:14o” aria-expanded=”false”><strong>HP Latest News Today:</strong> हिमाचल की राजधानी शिमला में दिन प्रतिदिन बढ़ती वाहनों की भीड़ प्रदूषण के साथ पार्किंग स्लॉट की कमी जैसी समस्याओं को बढ़ा रही है. इससे निजात दिलाने के लिए साइकिल को एक विकल्प माना जा रहा है. शिमला के लक्कड़ बाजार में तो पहले किराए पर साइकिल ली जाती थी और संजौली तक साइकिल ही चलती थी. शिमला प्रशासन ने एक बार फिर से प्रदूषण, पार्किंग और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याओं से पार पाने के लिए साइकिल ट्रैक बनाने की योजना पर सरकार विचार कर रही है. <br /><br />हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शनिवार को ‘पैदल नहीं तो पैडल सही’ के तहत हिमालयन एडवेंचर स्पोर्ट्स एंड टूरिज्म प्रमोशन एसोसिएशन द्वारा हिमाचल टूरिज्म, हीट्रेक्स टायर्ज और हिमाचल प्रदेश साइकलिंग एसोसिएशन के सहयोग से आयोजित एमटीबी हिमालय साइकिल रेस के 12वें संस्करण को झंडी दिखाकर रवाना किया. <br /><br />एमटीबी हिमालय साइकिल रेस ‘प्रोलॉंग-हेरिटेज राइड (रिज-आईआईएएस-रिज), कुफरी-चाइल (एक्ससीएम), शिमला-समर हिल-पोटर्ज हिल (एक्ससीओ) मार्ग से होते हुए 18 मई 2025 को सम्पन्न होगी. इस प्रतियोगिता में देश भर से 100 से अधिक साइकिल सवार हिस्सा ले रहे हैं, जिनमें राष्ट्रीय चैम्पियन और विश्वस्तरीय साइकलिस्ट भी शामिल हैं.<br /><br /><strong>हेल्दी लाइफ जीना चाहते हैं चलाएं साइकिल- सीएम</strong> <br /><br />मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस तरह के आयोजन राज्य की समृद्ध परंपरा, विरासत और संस्कृति को विश्व पटल पर प्रदर्शित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. उन्होंने कहा, ‘स्वास्थ्य को ठीक रखने में साइकिल चलाने का जीवन में बड़ा महत्त्व है. यह न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है बल्कि यह एक स्वच्छ, प्रदूषण रहित, मोटर चालक रहित परिवहन का साधन भी है. जो लोग हेल्दी लाइफ जीना चाहते हैं, उन्हें साइकिल चलाने की जरूरत है.’ इसके अलावा, यह रोमांच, फिटनेस और खेल गतिविधियों का एक बेहतरीन माध्यम भी है. <br />
<p><strong>ट्रैफिक जाम से ऐसे मिलेगी राहत</strong></p>
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए गम्भीरता से प्रयास कर रही है. प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर साइकलिंग ट्रैक की पहचान की जा रही है, जिनमें से कुछ शिमला में भी बनाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि शिमला में 37 करोड़ रुपये की लागत से एक आइसस्केटिंग रिंक बनाया जा रहा है, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. इसके अलावा शिमला के सर्कुलर रोड को चौड़ा किया जा रहा है, जिससे शहर में यातायात की समस्या को दूर करने में सहायता मिलेगी. <br /><br /><strong>हिमाचल में सिर्फ ग्रीन एनर्जी का होगा उपयोग</strong><br /><br />मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने हिमाचल प्रदेश को 31 मार्च, 2026 तक ग्रीन एनर्जी बनाने का लक्ष्य रखा है. आने वाले वर्षों में हिमाचल ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन में देश का अग्रणी राज्य बन कर उभरेगा. सोलन जिले के नालागढ़ में ऑयल इंडिया लिमिटेड के सहयोग से एक मेगावाट क्षमता वाला ग्रीन हाइड्रोजन संयंत्र स्थापित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आगामी एक वर्ष के भीतर हिमाचल में केवल हरित ऊर्जा (ग्रीन एनर्जी) का ही उपयोग किया जाएगा.</div> <div id=”:12a” class=”Am aiL Al editable LW-avf tS-tW tS-tY” style=”text-align: justify;” tabindex=”1″ role=”textbox” spellcheck=”false” aria-label=”Message Body” aria-multiline=”true” aria-owns=”:14o” aria-controls=”:14o” aria-expanded=”false”><strong>HP Latest News Today:</strong> हिमाचल की राजधानी शिमला में दिन प्रतिदिन बढ़ती वाहनों की भीड़ प्रदूषण के साथ पार्किंग स्लॉट की कमी जैसी समस्याओं को बढ़ा रही है. इससे निजात दिलाने के लिए साइकिल को एक विकल्प माना जा रहा है. शिमला के लक्कड़ बाजार में तो पहले किराए पर साइकिल ली जाती थी और संजौली तक साइकिल ही चलती थी. शिमला प्रशासन ने एक बार फिर से प्रदूषण, पार्किंग और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याओं से पार पाने के लिए साइकिल ट्रैक बनाने की योजना पर सरकार विचार कर रही है. <br /><br />हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शनिवार को ‘पैदल नहीं तो पैडल सही’ के तहत हिमालयन एडवेंचर स्पोर्ट्स एंड टूरिज्म प्रमोशन एसोसिएशन द्वारा हिमाचल टूरिज्म, हीट्रेक्स टायर्ज और हिमाचल प्रदेश साइकलिंग एसोसिएशन के सहयोग से आयोजित एमटीबी हिमालय साइकिल रेस के 12वें संस्करण को झंडी दिखाकर रवाना किया. <br /><br />एमटीबी हिमालय साइकिल रेस ‘प्रोलॉंग-हेरिटेज राइड (रिज-आईआईएएस-रिज), कुफरी-चाइल (एक्ससीएम), शिमला-समर हिल-पोटर्ज हिल (एक्ससीओ) मार्ग से होते हुए 18 मई 2025 को सम्पन्न होगी. इस प्रतियोगिता में देश भर से 100 से अधिक साइकिल सवार हिस्सा ले रहे हैं, जिनमें राष्ट्रीय चैम्पियन और विश्वस्तरीय साइकलिस्ट भी शामिल हैं.<br /><br /><strong>हेल्दी लाइफ जीना चाहते हैं चलाएं साइकिल- सीएम</strong> <br /><br />मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस तरह के आयोजन राज्य की समृद्ध परंपरा, विरासत और संस्कृति को विश्व पटल पर प्रदर्शित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. उन्होंने कहा, ‘स्वास्थ्य को ठीक रखने में साइकिल चलाने का जीवन में बड़ा महत्त्व है. यह न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है बल्कि यह एक स्वच्छ, प्रदूषण रहित, मोटर चालक रहित परिवहन का साधन भी है. जो लोग हेल्दी लाइफ जीना चाहते हैं, उन्हें साइकिल चलाने की जरूरत है.’ इसके अलावा, यह रोमांच, फिटनेस और खेल गतिविधियों का एक बेहतरीन माध्यम भी है. <br />
<p><strong>ट्रैफिक जाम से ऐसे मिलेगी राहत</strong></p>
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए गम्भीरता से प्रयास कर रही है. प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर साइकलिंग ट्रैक की पहचान की जा रही है, जिनमें से कुछ शिमला में भी बनाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि शिमला में 37 करोड़ रुपये की लागत से एक आइसस्केटिंग रिंक बनाया जा रहा है, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. इसके अलावा शिमला के सर्कुलर रोड को चौड़ा किया जा रहा है, जिससे शहर में यातायात की समस्या को दूर करने में सहायता मिलेगी. <br /><br /><strong>हिमाचल में सिर्फ ग्रीन एनर्जी का होगा उपयोग</strong><br /><br />मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने हिमाचल प्रदेश को 31 मार्च, 2026 तक ग्रीन एनर्जी बनाने का लक्ष्य रखा है. आने वाले वर्षों में हिमाचल ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन में देश का अग्रणी राज्य बन कर उभरेगा. सोलन जिले के नालागढ़ में ऑयल इंडिया लिमिटेड के सहयोग से एक मेगावाट क्षमता वाला ग्रीन हाइड्रोजन संयंत्र स्थापित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आगामी एक वर्ष के भीतर हिमाचल में केवल हरित ऊर्जा (ग्रीन एनर्जी) का ही उपयोग किया जाएगा.</div> हिमाचल प्रदेश दिल्ली में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, मुख्य सचिव समेत 66 IAS-IPS अफसर इधर से उधर, रवि झा बने आबकारी आयुक्त
शिमला में सुखविंदर सिंह सुक्खू ने की ‘पैदल नहीं तो पैडल सही’ अभियान की शुरुआत, कहा- ‘प्रदूषण…’
