पार्षदों के इस्तीफों को AAP ने बताया BJP की साजिश, वीरेंद्र सचदेवा ने किया पलटवार, ‘सच ये है कि…’

पार्षदों के इस्तीफों को AAP ने बताया BJP की साजिश, वीरेंद्र सचदेवा ने किया पलटवार, ‘सच ये है कि…’

<p style=”text-align: justify;”><strong>BJP On AAP Councillors Resigns:</strong> आम आदमी पार्टी के एक साथ 15 पार्षदों ने पार्टी छोड़ने की घोषणा कर दी इसके साथ ही तीसरा फ्रंट बनाने का मोर्चा भी खोल दिया इस पर आम आदमी पार्टी की तरफ से भाजपा को जिम्मेदार ठहराया गया है और इसके पीछे भाजपा का षड्यंत्र बताया गया है. वहीं बीजेपी ने भी इसको लेकर पलटवार करते हुए जवाब दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है, “यह खेदपूर्ण है की आम आदमी पार्टी के हारे हताश नेता अपनी पार्टी के नगर निगम दल में बड़े विघटन के लिए भाजपा पर दोषारोपण कर रहे हैं जबकि पार्टी छोड़ने की प्रेस कॉफ्रेंस हो या पार्टी से इस्तीफे का पत्र दोनों में ही आप छोड़ अलग पार्टी बनाने वाले पार्षद नेताओं ने स्पष्ट कहा है कि 2022 चुनाव के बाद से ही आप नेताओं ने ना निगम प्रशासन चलाने पर ध्यान दिया ना ही उनसे समन्वय बनाने पर ऐसे में साफ है की भाजपा का इनसे कोई लेना देना नही.”&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’नहीं होने दिया स्थाई समिति का गठन'</strong><br />वीरेंद्र सचदेवा ने यह भी कहा, “अपनी हठधर्मी के चलते अरविंद केजरीवाल ने नगर निगम की स्थाई समिति का गठन नही होने दिया और ना ही कभी अपने पार्षदों से संवाद बनाया और उसी का नतीजा है कि आधे से अधिक कार्यकाल खत्म होने के बाद भी आम आदमी पार्टी पार्षद कोई विकास कार्य नहीं शुरू करा पाए.” उनका कहना है कि ठप्प विकास के चलते आगामी चुनाव में जनता के बीच जाने की कल्पना से भयभीत 15 पार्षदों ने आज अपनी अलग पार्टी बनाने का निर्णय लिया.”&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>चिंतन करने की दी सलाह</strong><br />आम आदमी पार्टी से एक साथ 15 पार्षदों के पार्टी छोड़ने के मामले पर दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र ने कहा, “इस पर आम आदमी पार्टी को आप प्रतिरूप ना करके चिंतन करने की जरूरत है. बेहतर होगा कि बीजेपी पर पार्टी विघटन का दोषारोपण करने की बजाये आप नेता आत्म चिंतन कर सोचें कि पार्टी नेतृत्व द्वारा उपेक्षा का आरोप लगाने वाले यह 15 पार्षद कोई पहले नेता नहीं.”&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने आगे कहा, “इससे पहले 3 मंत्रियों सहित 15 से अधिक विधायक, 10 से अधिक पार्षद और एक राज्य सभा सांसद भी अरविंद केजरीवाल पर समन्वय के बिना पार्टी चला कर पार्टी को बर्बाद करने का आरोप लगा चुके हैं.” उन्होंने कहा कि सच यह है कि आप के दस साल के विकास के विनाश, भ्रष्टाचार एवं घोटालों से त्रस्त पार्षदों और विधायकों ने पार्टी छोड़ी है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>BJP On AAP Councillors Resigns:</strong> आम आदमी पार्टी के एक साथ 15 पार्षदों ने पार्टी छोड़ने की घोषणा कर दी इसके साथ ही तीसरा फ्रंट बनाने का मोर्चा भी खोल दिया इस पर आम आदमी पार्टी की तरफ से भाजपा को जिम्मेदार ठहराया गया है और इसके पीछे भाजपा का षड्यंत्र बताया गया है. वहीं बीजेपी ने भी इसको लेकर पलटवार करते हुए जवाब दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है, “यह खेदपूर्ण है की आम आदमी पार्टी के हारे हताश नेता अपनी पार्टी के नगर निगम दल में बड़े विघटन के लिए भाजपा पर दोषारोपण कर रहे हैं जबकि पार्टी छोड़ने की प्रेस कॉफ्रेंस हो या पार्टी से इस्तीफे का पत्र दोनों में ही आप छोड़ अलग पार्टी बनाने वाले पार्षद नेताओं ने स्पष्ट कहा है कि 2022 चुनाव के बाद से ही आप नेताओं ने ना निगम प्रशासन चलाने पर ध्यान दिया ना ही उनसे समन्वय बनाने पर ऐसे में साफ है की भाजपा का इनसे कोई लेना देना नही.”&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’नहीं होने दिया स्थाई समिति का गठन'</strong><br />वीरेंद्र सचदेवा ने यह भी कहा, “अपनी हठधर्मी के चलते अरविंद केजरीवाल ने नगर निगम की स्थाई समिति का गठन नही होने दिया और ना ही कभी अपने पार्षदों से संवाद बनाया और उसी का नतीजा है कि आधे से अधिक कार्यकाल खत्म होने के बाद भी आम आदमी पार्टी पार्षद कोई विकास कार्य नहीं शुरू करा पाए.” उनका कहना है कि ठप्प विकास के चलते आगामी चुनाव में जनता के बीच जाने की कल्पना से भयभीत 15 पार्षदों ने आज अपनी अलग पार्टी बनाने का निर्णय लिया.”&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>चिंतन करने की दी सलाह</strong><br />आम आदमी पार्टी से एक साथ 15 पार्षदों के पार्टी छोड़ने के मामले पर दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र ने कहा, “इस पर आम आदमी पार्टी को आप प्रतिरूप ना करके चिंतन करने की जरूरत है. बेहतर होगा कि बीजेपी पर पार्टी विघटन का दोषारोपण करने की बजाये आप नेता आत्म चिंतन कर सोचें कि पार्टी नेतृत्व द्वारा उपेक्षा का आरोप लगाने वाले यह 15 पार्षद कोई पहले नेता नहीं.”&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने आगे कहा, “इससे पहले 3 मंत्रियों सहित 15 से अधिक विधायक, 10 से अधिक पार्षद और एक राज्य सभा सांसद भी अरविंद केजरीवाल पर समन्वय के बिना पार्टी चला कर पार्टी को बर्बाद करने का आरोप लगा चुके हैं.” उन्होंने कहा कि सच यह है कि आप के दस साल के विकास के विनाश, भ्रष्टाचार एवं घोटालों से त्रस्त पार्षदों और विधायकों ने पार्टी छोड़ी है.</p>  दिल्ली NCR मुरादाबाद में मंदिरों और मजारों पर चला बुलडोजर, प्रशासन ने इस वजह से तोड़े धार्मिक स्थल