पंजाब के राजपुरा से चंडीगढ़ रेलवे लाइन बनने का सपना जल्दी ही हकीकत में बदलेगा। यह करीब 24 किलोमीटर लंबा ट्रैक बनेगा। केंद्र सरकार ने इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है और इसके लिए 202.99 करोड़ के बजट का प्रावधान किया गया है। केंद्रीय रेलवे मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि, उनकी कोशिश यही है कि दो साल में इस प्रोजेक्ट को पूरा किया जाए। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से पूरा मालवा अपनी राजधानी से रेलवे के माध्यम से जुड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले केंद्र और राज्य मिलकर पैसा देते थे, लेकिन अब इस प्रोजेक्ट की सारी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की रहेगी। इस दौरान रेल के जंक्शन का काम शुरू होगा। उन्होंने बताया कि दो लाइनें, फिरोजपुर से पट्टी लाइन और तलवंडी साबो तक ट्रैक बनेगा। पूरे पंजाब में 700 करोड़ का काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें अभी तक बने हुए सात महीने हुए हैं। लुधियाना के साथ ही अमृतसर का प्रोजेक्ट भी पूरा होगा। किसानों को मिलेगा पूरा मुआवजा केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह खुद मालवा क्षेत्र से संबंध रखते हैं। उन्होंने बताया कि पहले रेलवे के विस्तार में माफिया रुकावट डालते थे। वे नहीं चाहते थे कि इसका विस्तार हो। लेकिन अब वह इस दिशा में जुटे हुए हैं। उन्होंने पंजाब की सभी राजनीतिक पार्टियों से सहयोग की अपील की है। बिट्टू ने कहा कि किसान जितनी जमीन की मांग करेंगे, वह उन्हें दी जाएगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस रेल नेटवर्क के लिए काफी गंभीर है। यहां से गुजरेगा यह रेलवे ट्रैक जानकारी के मुताबिक, यह रेल लाइन राजपुरा के निकट गांव नलास से मोहाली के नजदीक चंडीगढ़- लुधियाना लाइन पर पड़ते गांव सनेटा तक बिछाई जाएगी, ताकि राजपुरा चंडीगढ़ रेल लिंक जोड़कर पंजाब के सबसे बड़े क्षेत्र मालवा के लोगों को चंडीगढ़ तक सस्ता सफर मुहैया कराया जा सके। राजपुरा से 5 किलोमीटर लंबी एक और लाइन को मंजूरी दी गई है, ताकि चंडीगढ़ को जाते समय रेल के इंजन को बदलने की जरूरत ना पड़े और सफर कर रहे लोगों का अधिक समय खराब ना हो। इस लाइन के बनने से सबसे ज्यादा फायदा राजपुरा में स्थापित हो रही इंडस्ट्री को मिलेगा। इसके अलावा युवा चंडीगढ़ या ट्राइसिटी में जॉब या पढ़ाई कर आसानी से अपने इलाकों में जा पाएंगे। पंजाब के राजपुरा से चंडीगढ़ रेलवे लाइन बनने का सपना जल्दी ही हकीकत में बदलेगा। यह करीब 24 किलोमीटर लंबा ट्रैक बनेगा। केंद्र सरकार ने इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है और इसके लिए 202.99 करोड़ के बजट का प्रावधान किया गया है। केंद्रीय रेलवे मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि, उनकी कोशिश यही है कि दो साल में इस प्रोजेक्ट को पूरा किया जाए। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से पूरा मालवा अपनी राजधानी से रेलवे के माध्यम से जुड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले केंद्र और राज्य मिलकर पैसा देते थे, लेकिन अब इस प्रोजेक्ट की सारी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की रहेगी। इस दौरान रेल के जंक्शन का काम शुरू होगा। उन्होंने बताया कि दो लाइनें, फिरोजपुर से पट्टी लाइन और तलवंडी साबो तक ट्रैक बनेगा। पूरे पंजाब में 700 करोड़ का काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें अभी तक बने हुए सात महीने हुए हैं। लुधियाना के साथ ही अमृतसर का प्रोजेक्ट भी पूरा होगा। किसानों को मिलेगा पूरा मुआवजा केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह खुद मालवा क्षेत्र से संबंध रखते हैं। उन्होंने बताया कि पहले रेलवे के विस्तार में माफिया रुकावट डालते थे। वे नहीं चाहते थे कि इसका विस्तार हो। लेकिन अब वह इस दिशा में जुटे हुए हैं। उन्होंने पंजाब की सभी राजनीतिक पार्टियों से सहयोग की अपील की है। बिट्टू ने कहा कि किसान जितनी जमीन की मांग करेंगे, वह उन्हें दी जाएगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस रेल नेटवर्क के लिए काफी गंभीर है। यहां से गुजरेगा यह रेलवे ट्रैक जानकारी के मुताबिक, यह रेल लाइन राजपुरा के निकट गांव नलास से मोहाली के नजदीक चंडीगढ़- लुधियाना लाइन पर पड़ते गांव सनेटा तक बिछाई जाएगी, ताकि राजपुरा चंडीगढ़ रेल लिंक जोड़कर पंजाब के सबसे बड़े क्षेत्र मालवा के लोगों को चंडीगढ़ तक सस्ता सफर मुहैया कराया जा सके। राजपुरा से 5 किलोमीटर लंबी एक और लाइन को मंजूरी दी गई है, ताकि चंडीगढ़ को जाते समय रेल के इंजन को बदलने की जरूरत ना पड़े और सफर कर रहे लोगों का अधिक समय खराब ना हो। इस लाइन के बनने से सबसे ज्यादा फायदा राजपुरा में स्थापित हो रही इंडस्ट्री को मिलेगा। इसके अलावा युवा चंडीगढ़ या ट्राइसिटी में जॉब या पढ़ाई कर आसानी से अपने इलाकों में जा पाएंगे। पंजाब | दैनिक भास्कर
