अमृतपाल सिंह के NSA के खिलाफ हाईकोर्ट जाएगा परिवार:साजिश के तहत जेल में रखने की कोशिश, लोकप्रियता से डरी पार्टियां

अमृतपाल सिंह के NSA के खिलाफ हाईकोर्ट जाएगा परिवार:साजिश के तहत जेल में रखने की कोशिश, लोकप्रियता से डरी पार्टियां

असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तान समर्थक और खडूर साहिब के सांसद अमृतपाल सिंह पर तीसरी बार लगाए गए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के खिलाफ अब हाईकोर्ट चुनौती देगा। इसके लिए परिवार की तरफ से तैयारी कर ली गई है। परिवार की दलील है कि साजिश के तहत अमृतपाल सिंह को जेल से बाहर नहीं आने दिया जा रहा है। अमृतपाल सिंह की बढ़ती लोकप्रियता से सभी पार्टियां चिंता में हैं। उनके सारे साथियों से एनएसए हटा दिया गया है। सभी को पिछले माह ही पंजाब लाया गया है। साथ ही अब वह कानूनी मामलों का सामना कर रहे हैं। पंजाब में सबसे अंतर से जीता चुनाव परिवार का कहना है कि एक बार तो अमृतपाल को आपने जेल में डाल दिया। अब जेल के अंदर ही बैठे व्यक्ति पर तरह-तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह सरकार से कहना चाहते हैं कि ऐसे में फिर उन्हें जेल के अंदर रखने का भी क्या फायदा। यह चीजें बहुत गैर-संविधानिक हैं। फिर कहा कि वह बड़ा खतरनाक है। जेल से बाहर आता है तो काफी नुकसान होगा। जबकि चुनाव में पंजाब से ज्यादा मतों से जीता है। उन्होंने कहा कि उससे और किसी को नहीं, बल्कि राजनीतिक पार्टियों को खतरा है। इनकी राजनीतिक जमीन खिसक रही है। इसलिए इस तरह के ग्राउंड तैयार नहीं हैं। अमृतपाल के वकील अमृतपाल का मामला कहीं से भी शुरू हुआ हो, लेकिन अब तो यह बोलने की आजादी पर खड़ा हो गया है। अप्रैल 2023 से हिरासत में है अमृतपाल अमृतपाल सिंह को 23 अप्रैल 2023 से हिरासत में है। उसकी गिरफ्तारी के तुरंत बाद ही उस पर एनएसए लगा दिया गया था और उसे असम की डिब्रूगढ़ जेल में भेज दिया गया था। सरकार ने उसकी गतिविधियों को राज्य की सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए एनएसए लगाया था। जिसे समय-समय पर दो साल तक बढ़ाया गया। लेकिन अब उसकी अवधी को बढ़ाने के लिए विचार जारी है। असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तान समर्थक और खडूर साहिब के सांसद अमृतपाल सिंह पर तीसरी बार लगाए गए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के खिलाफ अब हाईकोर्ट चुनौती देगा। इसके लिए परिवार की तरफ से तैयारी कर ली गई है। परिवार की दलील है कि साजिश के तहत अमृतपाल सिंह को जेल से बाहर नहीं आने दिया जा रहा है। अमृतपाल सिंह की बढ़ती लोकप्रियता से सभी पार्टियां चिंता में हैं। उनके सारे साथियों से एनएसए हटा दिया गया है। सभी को पिछले माह ही पंजाब लाया गया है। साथ ही अब वह कानूनी मामलों का सामना कर रहे हैं। पंजाब में सबसे अंतर से जीता चुनाव परिवार का कहना है कि एक बार तो अमृतपाल को आपने जेल में डाल दिया। अब जेल के अंदर ही बैठे व्यक्ति पर तरह-तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह सरकार से कहना चाहते हैं कि ऐसे में फिर उन्हें जेल के अंदर रखने का भी क्या फायदा। यह चीजें बहुत गैर-संविधानिक हैं। फिर कहा कि वह बड़ा खतरनाक है। जेल से बाहर आता है तो काफी नुकसान होगा। जबकि चुनाव में पंजाब से ज्यादा मतों से जीता है। उन्होंने कहा कि उससे और किसी को नहीं, बल्कि राजनीतिक पार्टियों को खतरा है। इनकी राजनीतिक जमीन खिसक रही है। इसलिए इस तरह के ग्राउंड तैयार नहीं हैं। अमृतपाल के वकील अमृतपाल का मामला कहीं से भी शुरू हुआ हो, लेकिन अब तो यह बोलने की आजादी पर खड़ा हो गया है। अप्रैल 2023 से हिरासत में है अमृतपाल अमृतपाल सिंह को 23 अप्रैल 2023 से हिरासत में है। उसकी गिरफ्तारी के तुरंत बाद ही उस पर एनएसए लगा दिया गया था और उसे असम की डिब्रूगढ़ जेल में भेज दिया गया था। सरकार ने उसकी गतिविधियों को राज्य की सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए एनएसए लगाया था। जिसे समय-समय पर दो साल तक बढ़ाया गया। लेकिन अब उसकी अवधी को बढ़ाने के लिए विचार जारी है।   पंजाब | दैनिक भास्कर