प्रदेश के लोगों को जल्द ही हेलिकॉप्टर टैक्सी सेवा का फायदा मिलना शुरू होगा। गुरुग्राम में प्रस्तावित हेलीपोर्ट को तैयार करने के लिए प्रदेश सरकार ने तेजी से काम शुरू कर दिया है। इसके लिए सेक्टर 36 में करीब 30 एकड़ जगह चिह्नित की गई है। यह जमीन अभी हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (HSIIDC) के पास है। जिसे हरियाणा एयरपोर्ट्स डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (HADC) को ट्रांसफर होगी। प्रस्तावित साइट पर पहुंची कमिश्नर सोमवार को HADC की सेक्रेटरी और कमिश्नर अमनीत पी. कुमार ने दोनों विभागों के अधिकारियों को साथ लेकर हेलीपोर्ट की प्रस्तावित साइट का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने जमीन की स्थिति का आकलन किया और अधिकारियों के साथ इन्फ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट व प्रोजेक्ट से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की। लोकल कनेक्टिविटी का नया आयाम हरियाणा सरकार की यह महत्वाकांक्षी परियोजना गुरुग्राम को उत्तरी भारत का प्रमुख हेलीकॉप्टर हब बनाने की दिशा में है। हेलीपोर्ट में 300 मीटर का रनवे, छह लैंडिंग स्पॉट, हैंगर, रखरखाव और मरम्मत सुविधाएं, और 100 यात्रियों की क्षमता वाला टर्मिनल होगा। यह 24 घंटे 7 संचालन के लिए रात में लैंडिंग की सुविधा से लैस होगा। द्वारका एक्सप्रेसवे के पास स्थित यह हेलीपोर्ट नोएडा, भिवाड़ी जैसे औद्योगिक क्षेत्रों और मेट्रो सुविधाओं से जुड़ेगा। जिससे दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विमानन यातायात कम होगा। प्रोजेक्ट की खासियत -क्षेत्रीय कनेक्टिविटी: UDAN योजना के तहत यह हेलीपोर्ट हरियाणा को पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर और उत्तर प्रदेश से जोड़ेगा। आर्थिक प्रगति: कॉर्पोरेट आवाजाही, हेलिकॉप्टर उद्योग और व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। ग्लोबल सिटी का हिस्सा: HSIIDC की 1,000 एकड़ की ग्लोबल सिटी परियोजना के पास हेलीपोर्ट का प्रोजेक्ट है। यहां 144 एकड़ भूमि बची हुई है, इसी में से 26 से 30 एकड़ जमीन हेलीपोर्ट के लिए ट्रांसफर होगी। एयरो म्यूजियम: भारत का पहला एयरो म्यूजियम इस परियोजना का हिस्सा होगा, जो सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल पर विकसित किया जाएगा। डीपीआर तैयार, मंजूरी बाकी 2021 में शुरू हुई इस का HADC और HSIIDC के अलावा पवन हंस नोडल एजेंसी के रूप में संभाव्यता अध्ययन कर रही है। इसकी DPR पवन हंस द्वारा तैयार की जा चुकी है। एयर इंडिया के ₹3,500 करोड़ के निवेश की संभावना और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय के समन्वय से प्रोजेक्ट को गति मिलने की उम्मीद है। हरियाणा की विमानन रणनीति यह हेलीपोर्ट हरियाणा की व्यापक विमानन रणनीति का हिस्सा है, जिसमें हिसार का एकीकृत विमानन हब और करनाल, भिवानी, नारनौल, और पिंजौर में हवाई पट्टियों का विकास शामिल है। यह NCR में रोहिणी (दिल्ली) और सेक्टर 151A (नोएडा) के बाद तीसरा हेलीपोर्ट होगा। कुछ चुनौतियां बाकी जमीन का ट्रांसफर, केंद्र की मंजूरी और निजी निवेश को आकर्षित करने में देरी इस प्रोजेक्ट की राह में बाधा बन सकती है। हालांकि हरियाणा सरकार द्वारा गुरुग्राम को क्षेत्रीय विमानन और आर्थिक विकास का केंद्र बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण है। प्रस्तावित रूट्स गुरुग्राम से खाटूश्याम, सालासर धाम और पितांबर माता गुरुग्राम-चंडीगढ़ और हिसार विपुल गोयल ने राजस्थान का दौरा किया था नागरिक उड्डयन मंत्री विपुल गोयल ने पिछले महीने राजस्थान के एविएशन मिनिस्टर गौतम कुमार दक से मुलाकात की। दोनों मंत्रियों ने गुरुग्राम से सालासर और खाटूश्याम धाम के लिए प्रस्तावित हेलिकॉप्टर टैक्सी सेवा को लेकर कई घंटे तक विस्तार से चर्चा की थी। दोनों राज्यों के बीच इस परियोजना को लेकर आपसी सहयोग पर भी सहमति बनी है, जिससे श्रद्धालुओं को तीर्थ यात्रा में सुगमता मिलेगी और क्षेत्रीय पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके पहले जनवरी में विपुल गोयल ने प्रदेश के नागरिक उड्डयन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर इस रूट के संभावित संचालन को लेकर प्रेजेंटेशन देखी थी। जमीन ट्रांसफर का फैसला सरकार लेगी इस बारे में एचएसआईआईडीसी के डीजीएम अरूण कुमार गर्ग ने बताया कि सोमवार को HADC की कमिश्नर अमनीत पी. कुमार प्रस्तावित साइड का दौरा किया गया था। सेक्टर 36 में हमारे पास 144 एकड़ जगह बची हुई है। इसमें से करीब 30 एकड़ जमीन ट्रांसफर की जानी है। सरकार को इसका फैसला लेना है। हमारी तरफ से कोई रूकावट नहीं है। प्रदेश के लोगों को जल्द ही हेलिकॉप्टर टैक्सी सेवा का फायदा मिलना शुरू होगा। गुरुग्राम में प्रस्तावित हेलीपोर्ट को तैयार करने के लिए प्रदेश सरकार ने तेजी से काम शुरू कर दिया है। इसके लिए सेक्टर 36 में करीब 30 एकड़ जगह चिह्नित की गई है। यह जमीन अभी हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (HSIIDC) के पास है। जिसे हरियाणा एयरपोर्ट्स डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (HADC) को ट्रांसफर होगी। प्रस्तावित साइट पर पहुंची कमिश्नर सोमवार को HADC की सेक्रेटरी और कमिश्नर अमनीत पी. कुमार ने दोनों विभागों के अधिकारियों को साथ लेकर हेलीपोर्ट की प्रस्तावित साइट का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने जमीन की स्थिति का आकलन किया और अधिकारियों के साथ इन्फ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट व प्रोजेक्ट से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की। लोकल कनेक्टिविटी का नया आयाम हरियाणा सरकार की यह महत्वाकांक्षी परियोजना गुरुग्राम को उत्तरी भारत का प्रमुख हेलीकॉप्टर हब बनाने की दिशा में है। हेलीपोर्ट में 300 मीटर का रनवे, छह लैंडिंग स्पॉट, हैंगर, रखरखाव और मरम्मत सुविधाएं, और 100 यात्रियों की क्षमता वाला टर्मिनल होगा। यह 24 घंटे 7 संचालन के लिए रात में लैंडिंग की सुविधा से लैस होगा। द्वारका एक्सप्रेसवे के पास स्थित यह हेलीपोर्ट नोएडा, भिवाड़ी जैसे औद्योगिक क्षेत्रों और मेट्रो सुविधाओं से जुड़ेगा। जिससे दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विमानन यातायात कम होगा। प्रोजेक्ट की खासियत -क्षेत्रीय कनेक्टिविटी: UDAN योजना के तहत यह हेलीपोर्ट हरियाणा को पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर और उत्तर प्रदेश से जोड़ेगा। आर्थिक प्रगति: कॉर्पोरेट आवाजाही, हेलिकॉप्टर उद्योग और व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। ग्लोबल सिटी का हिस्सा: HSIIDC की 1,000 एकड़ की ग्लोबल सिटी परियोजना के पास हेलीपोर्ट का प्रोजेक्ट है। यहां 144 एकड़ भूमि बची हुई है, इसी में से 26 से 30 एकड़ जमीन हेलीपोर्ट के लिए ट्रांसफर होगी। एयरो म्यूजियम: भारत का पहला एयरो म्यूजियम इस परियोजना का हिस्सा होगा, जो सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल पर विकसित किया जाएगा। डीपीआर तैयार, मंजूरी बाकी 2021 में शुरू हुई इस का HADC और HSIIDC के अलावा पवन हंस नोडल एजेंसी के रूप में संभाव्यता अध्ययन कर रही है। इसकी DPR पवन हंस द्वारा तैयार की जा चुकी है। एयर इंडिया के ₹3,500 करोड़ के निवेश की संभावना और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय के समन्वय से प्रोजेक्ट को गति मिलने की उम्मीद है। हरियाणा की विमानन रणनीति यह हेलीपोर्ट हरियाणा की व्यापक विमानन रणनीति का हिस्सा है, जिसमें हिसार का एकीकृत विमानन हब और करनाल, भिवानी, नारनौल, और पिंजौर में हवाई पट्टियों का विकास शामिल है। यह NCR में रोहिणी (दिल्ली) और सेक्टर 151A (नोएडा) के बाद तीसरा हेलीपोर्ट होगा। कुछ चुनौतियां बाकी जमीन का ट्रांसफर, केंद्र की मंजूरी और निजी निवेश को आकर्षित करने में देरी इस प्रोजेक्ट की राह में बाधा बन सकती है। हालांकि हरियाणा सरकार द्वारा गुरुग्राम को क्षेत्रीय विमानन और आर्थिक विकास का केंद्र बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण है। प्रस्तावित रूट्स गुरुग्राम से खाटूश्याम, सालासर धाम और पितांबर माता गुरुग्राम-चंडीगढ़ और हिसार विपुल गोयल ने राजस्थान का दौरा किया था नागरिक उड्डयन मंत्री विपुल गोयल ने पिछले महीने राजस्थान के एविएशन मिनिस्टर गौतम कुमार दक से मुलाकात की। दोनों मंत्रियों ने गुरुग्राम से सालासर और खाटूश्याम धाम के लिए प्रस्तावित हेलिकॉप्टर टैक्सी सेवा को लेकर कई घंटे तक विस्तार से चर्चा की थी। दोनों राज्यों के बीच इस परियोजना को लेकर आपसी सहयोग पर भी सहमति बनी है, जिससे श्रद्धालुओं को तीर्थ यात्रा में सुगमता मिलेगी और क्षेत्रीय पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके पहले जनवरी में विपुल गोयल ने प्रदेश के नागरिक उड्डयन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर इस रूट के संभावित संचालन को लेकर प्रेजेंटेशन देखी थी। जमीन ट्रांसफर का फैसला सरकार लेगी इस बारे में एचएसआईआईडीसी के डीजीएम अरूण कुमार गर्ग ने बताया कि सोमवार को HADC की कमिश्नर अमनीत पी. कुमार प्रस्तावित साइड का दौरा किया गया था। सेक्टर 36 में हमारे पास 144 एकड़ जगह बची हुई है। इसमें से करीब 30 एकड़ जमीन ट्रांसफर की जानी है। सरकार को इसका फैसला लेना है। हमारी तरफ से कोई रूकावट नहीं है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
