हिमाचल प्रदेश की शिमला लोकसभा सीट पर आज वोटिंग शुरू हो गई है। 5 दावेदारों का भविष्य आज EVM में कैद हो जाएगा। शिमला संसदीय क्षेत्र के 2239 पोलिंग बूथ पर इस बार 13,54,665 वोटर अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। इनमें 6,90,929 पुरुष तथा 6,55,417 महिला वोटर है। शिमला जिला 1058 पोलिंग बूथ, सोलन जिला में 592 और सिरमौर जिला 589 में मतदान केंद्र बनाए गए है। इनमें शिमला जिला 16 पोलिंग बूथ संवेदनशील, सोलन में 45 और सिरमौर में 58 पोलिंग बूथ संवेदनशील है। यहां पर मुख्य मुकाबला कांग्रेस के विनोद सुल्तानपुरी और भारतीय जनता पार्टी से सीटिंग MP सुरेश कश्यप के बीच है। इन दोनों में कांटे की टक्कर मानी जा रही है। इस सीट पर कांग्रेस को 2004 के बाद जीत नहीं मिली है। बीजेपी 2009, 2014 और 2019 के तीन लोकसभा चुनाव में लगातार जीतती आई है। साल 2019 के चुनाव में तो बीजेपी को 66.35 फीसदी और कांग्रेस को 30.50% वोट मिले थे। हिमाचल प्रदेश की शिमला लोकसभा सीट पर आज वोटिंग शुरू हो गई है। 5 दावेदारों का भविष्य आज EVM में कैद हो जाएगा। शिमला संसदीय क्षेत्र के 2239 पोलिंग बूथ पर इस बार 13,54,665 वोटर अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। इनमें 6,90,929 पुरुष तथा 6,55,417 महिला वोटर है। शिमला जिला 1058 पोलिंग बूथ, सोलन जिला में 592 और सिरमौर जिला 589 में मतदान केंद्र बनाए गए है। इनमें शिमला जिला 16 पोलिंग बूथ संवेदनशील, सोलन में 45 और सिरमौर में 58 पोलिंग बूथ संवेदनशील है। यहां पर मुख्य मुकाबला कांग्रेस के विनोद सुल्तानपुरी और भारतीय जनता पार्टी से सीटिंग MP सुरेश कश्यप के बीच है। इन दोनों में कांटे की टक्कर मानी जा रही है। इस सीट पर कांग्रेस को 2004 के बाद जीत नहीं मिली है। बीजेपी 2009, 2014 और 2019 के तीन लोकसभा चुनाव में लगातार जीतती आई है। साल 2019 के चुनाव में तो बीजेपी को 66.35 फीसदी और कांग्रेस को 30.50% वोट मिले थे। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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सोलन में पहाड़ी से फिसलकर नीचे गिरी महिला:हादसे में गई जान, पति के साथ गई थी घास काटने
सोलन में पहाड़ी से फिसलकर नीचे गिरी महिला:हादसे में गई जान, पति के साथ गई थी घास काटने सोलन जिले के अर्की तहसील के साऊग गांव की एक महिला पहाड़ से नीचे गिर गई, जिससे उसकी मौत हो गई। 53 वर्षीय सुनीता देवी रोज की तरह घास काटने रविवार को जंगल की ओर गई थी। शील मंदिर के पास ढलानदार पहाड़ी पर घास काटते समय अचानक उसका पैर फिसल गया, जिससे वह गहरी ढांक से नीचे जा गिरी। पति से पहले ही पहुंच गई थी महिला
जानकारी के अनुसार सुनीता देवी अपने पति दीनानाथ के साथ घास काटने गई थी। दीनानाथ ने बताया कि उनकी पत्नी उनसे पहले ही घासनी में पहुँच गई थी और घास काटने लगी थी। कुछ देर बाद जब दीनानाथ वहां पहुंचे, तो सुनीता घास इकट्ठा कर रही थी।अचानक पैर फिसलने के कारण वह ढलान से नीचे पुरानी सड़क तक गिर गई। घबराए हुए दीनानाथ ने तुरंत अपने भाई और गांव के अन्य लोगों को बुलाया और सुनीता को 108 एम्बुलेंस की सहायता से अर्की अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन वहां डॉक्टरों ने सुनीता को मृत घोषित कर दिया। प्रशासन की ओर से दिया गया सहायता राशि
घटना की सूचना मिलते ही थाना अर्की की पुलिस टीम मौके पर पहुँची। पुलिस अधिकारी मुख्य आरक्षी बिन्दु ठाकुर और मुख्य आरक्षी मुकेश कुमार ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और सुनीता देवी का शव पोस्टमॉर्टम के लिए अर्की अस्पताल के शवगृह में रखवाया। पुलिस ने सुनीता के पति और स्थानीय लोगों के बयान दर्ज किए। सभी के अनुसार यह एक दुर्घटना थी और इसमें किसी पर संदेह नहीं है। आज पोस्टमॉर्टम के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया। रासायनिक परीक्षण के लिए बिसरा एसएफएसएल जुन्गा भेजा जाएगा और रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन द्वारा परिवार को फौरी राहत के तौर पर 25,000 रुपए की सहायता राशि भी प्रदान की गई है।
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प्रत्येक हिमाचल वासी पर 1.17 लाख का कर्ज:अरुणाचल के बाद सबसे ज्यादा; खर्चें कम करेगी सरकार, ऑफिसरों की मौज पर लगेगा अंकुश हिमाचल प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति पर 1 लाख 16 हजार 180 रुपए का कर्ज हो गया है, जो कि देश में अरुणाचल प्रदेश के बाद सर्वाधिक है। इस आर्थिक बदहाली से प्रदेश को बाहर निकालने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू द्वारा गठित रिसोर्स मोबेलाइजेशन कमेटी की मंगलवार दोपहर बाद सचिवालय में अहम मीटिंग हुई। इसमें अनावश्यक खर्चे कम करने, सरकारी गाड़ियों व अफसरों की मौज रोकने और अफसरों का युक्तिकरण करने जैसे सुझाव पर चर्चा की गई। कैबिनेट सब कमेटी के सदस्य एवं टीसीपी मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि, प्रदेश में जितना टैक्स इक्ट्ठा हो रहा, लगभग उतना ही पैसा लोन की किश्त और ब्याज चुकाने में जा रहा है। इसलिए कदम उठाने जरूरी है। आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए आने वाले दिनों में सख्त निर्णय लेने पड़ सकते हैं। मुफ्त की सेवाओं में भी कटौती हो सकती है। उन्होंने कहा कि, साधन संपन्न लोगों को मुफ्त सेवाएं गलत है। यह जरूरतमंदों को ही मिलती रहनी चाहिए। अफसरों के पदों का होगा युक्तिकरण: धर्माणी राजेश धर्माणी ने कहा कि, प्रदेश के विभिन्न विभागों में गेजेटेड अफसरों का युक्तिकरण जरूरी है। यानी जहां 10 अधिकारी हैं, वहां जरूरत के हिसाब से 5 से 6 अफसर रखे जाएंगे। उन्होंने कहा कि, साल 2006 से 2022 के बीच 16 साल में गेजेटेड ऑफिसर की संख्या में 62 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि गेजेटेड ऑफिसर कम करके जरूरत के हिसाब से फील्ड व निचला स्टाफ बढ़ाने पर ध्यान दिया जाएगा, ताकि जनता तक विभिन्न सेवाओं को आसानी से पहुंचाया जा सके। धर्माणी ने कहा, अनप्रोडक्टिव खर्च कम करने होंगे। विभिन्न विभागों, बोर्ड व निगमों में सरकारी गाड़ियों के दुरुपयोग पर भी अंकुश लगाना होगा। सरकारी गाड़ियों का दुरुपयोग रोकना होगा। बोर्ड-निगमों को खुद आर्थिक संसाधन जुटाने होंगे। 80 हजार करोड़ का कर्ज छोड़ गई बीजेपी सरकार: राजेश राजेश धर्माणी ने कहा कि, हिमाचल में जब कांग्रेस सरकार बनी तब राज्य पर 80 हजार करोड़ रुपए का ज्यादा का कर्ज चढ़ चुका था। 31 मार्च 2023 तक यह 86589 करोड़ हो गया था। 10 हजार करोड़ रुपए की कर्मचारियों की देनदारी सरकार के पास है। इससे डगमगा रही अर्थव्यवस्था इसके विपरीत रेवेन्यू डेफिसिएट ग्रांट (RDG) लगातार कम हो रही है। 14वें वित्त आयोग में हिमाचल को RDG में 40624 करोड़ रुपए मिले थे। 15वें वित्त आयोग में यह बढ़ने के बजाय कम होकर 37199 करोड़ रह गया। साल 2021-22 में RDG 10249 करोड़ मिली थी, जो कि 2025-26 में 3257 करोड़ की रह जाएगी। इससे अर्थव्यवस्था डगमगा रही है। GST प्रतिपूर्ति राशि भी बंद GST प्रतिपूर्ति राशि भी भारत सरकार ने जून 2022 में बंद कर दी है, जोकि देश में जीएसटी लागू होने के बाद से हर साल 3000 करोड़ रुपए से ज्यादा मिल रही थी। इसे देखते हुए रिसोर्स मोबेलाइजेशन कमेटी ने काम शुरू कर दिया है। अग्निहोत्री की अध्यक्षता में कैबिनेट सब कमेटी बता दें कि, मुख्यमंत्री सुक्खू ने डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में रिसोर्स मोबेलाइजेशन के लिए कैबिनेट सब कमेटी गठित कर रखी है। इसमें मुकेश अग्निहोत्री के अलावा कृषि मंत्री चंद्र कुमार, उद्योग मंत्री हर्ष वर्धन चौहान, टीसीपी मिनिस्टर राजेश धर्माणी सदस्य हैं। इस कमेटी की आज सचिवालय में अहम मीटिंग हुई है। कैबिनेट को सुझाव भेजेगी कमेटी इसमें निर्णय लिया गया कि आफिसर के पदों का युक्तिकरण करने से पहले विभिन्न विभागाध्यक्षों से सुझाव लिए जाएंगे और देखा जाएगा कि कहां कितने अधिकारियों की जरूरत है। इस हिसाब से पदों का युक्तिकरण किया जाएगा। कैबिनेट सब कमेटी में खर्च कम करने और आय के साधन बढ़ाने को लेकर भी चर्चा की गई। आज की मीटिंग में निर्णय लिया गया कि जल्द दोबारा मीटिंग बुलाई जाए, इसमें मुख्य सचिव और वित्त सचिव को भी बुलाया जाए और आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए सुझाव तैयार कर कैबिनेट को भेजे जाएंगे। इन पर अंतिम निर्णय कैबिनेट मीटिंग में होगा।
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बिलासपुर के पहले पायलट बने पंजगाई के नितीश भारद्वाज:इंदौर में होगी ट्रेनिंग; अभी इंडिगो एयरलाइंस के फ्लाइंग ऑपरेशन में तैनात बिलासपुर के पंजगाई के नितीश भारद्वाज जिले के पहले विमान पायलट बन गए है। सेवानिवृत शारीरिक शिक्षक के बेटे नितीश का चयन एयर इंडिया में बतौर पायलट सिलेक्शन हुआ है। नितीश ने अपनी 12 की पढ़ाई बरमाणा सीनियर सेकेंडरी स्कूल से की है और टॉपर रहे। नितीश भारद्वाज के पिता बेली राम भारद्वाज सेवानिवृत शारीरिक शिक्षक ने बताया कि 12वीं करने के बाद नितीश ने एयरोनॉटिकल इंजीनियर के लिए परीक्षा दी और सिलेक्ट हुआ। एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग कॉलेज में भी टॉपर रहा था। नितीश भारद्वाज इंडिगो एयरलाइंस में फ्लाइंग ऑपरेशन में कार्यरत है। अब नितीश पाइलट की ट्रेनिंग के लिए एमपी के इंदौर जाएंगे। वहीं उनके पिता ने कहा कि मेहनत का फल मीठा कहा जाता है क्योंकि मेहनत करने से हमें जो परिणाम मिलते हैं, वे हमारे लिए सुखद और संतोषजनक होते हैं।