ऑपरेशन सिंदूर के बारे में विदेशों में जाकर लोगों को जागरूक करने वाले पंजाब के सांसद अमर सिंह का कहना है कि “हम जहां भी गए, सभी देश, संगठन, थिंक टैंक और प्रेस आतंकवाद के खिलाफ हैं। हालांकि, हमने उनके राष्ट्रपतियों या प्रधानमंत्रियों से मुलाकात नहीं की है। इसलिए, उनकी टीमों ने हमसे जो भी चर्चा की है, वे अपने प्रधानमंत्रियों और राष्ट्रपतियों को इसके बारे में बताएंगे, जो तय करेंगे कि क्या करना है। इसके बाद वे हमारे विदेश मंत्री को सूचित करेंगे।” इस दौरान उन्होंने पंजाबी भाईचारे के लोगों से मुलाकात की। उन्होंने खुद इसकी फोटो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर की है। मई महीने से शुरू हुई थी यात्रा 24 मई से 3 जून के बीच, सात अलग-अलग समूहों में विभाजित 59 नेताओं का यह प्रतिनिधिमंडल अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, जापान और खाड़ी सहित कई देशों की यात्रा की है। इसका उद्देश्य ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत की गई सैन्य कार्रवाई, आतंकवाद के खिलाफ रुख और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को उजागर करना था। पंजाब से यात्रा में शामिल थे दो सांसद इस दल में पंजाब के नेताओं को शामिल करने का एक महत्वपूर्ण कारण यह है कि पंजाब की सीमा सीधे पाकिस्तान से लगती है। इस दौरान पाकिस्तान ने कई जगहों पर ड्रोन और मिसाइल गिराई थीं, जिनमें पठानकोट, अमृतसर, फिरोजपुर और फरीदकोट का क्षेत्र शामिल था। इसके अलावा, उन्होंने बठिंडा एयरबेस को भी निशाना बनाने की कोशिश की थी। पंजाब के सांसद इस स्थिति को अच्छी तरह समझते हैं। ऑपरेशन सिंदूर के बारे में विदेशों में जाकर लोगों को जागरूक करने वाले पंजाब के सांसद अमर सिंह का कहना है कि “हम जहां भी गए, सभी देश, संगठन, थिंक टैंक और प्रेस आतंकवाद के खिलाफ हैं। हालांकि, हमने उनके राष्ट्रपतियों या प्रधानमंत्रियों से मुलाकात नहीं की है। इसलिए, उनकी टीमों ने हमसे जो भी चर्चा की है, वे अपने प्रधानमंत्रियों और राष्ट्रपतियों को इसके बारे में बताएंगे, जो तय करेंगे कि क्या करना है। इसके बाद वे हमारे विदेश मंत्री को सूचित करेंगे।” इस दौरान उन्होंने पंजाबी भाईचारे के लोगों से मुलाकात की। उन्होंने खुद इसकी फोटो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर की है। मई महीने से शुरू हुई थी यात्रा 24 मई से 3 जून के बीच, सात अलग-अलग समूहों में विभाजित 59 नेताओं का यह प्रतिनिधिमंडल अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, जापान और खाड़ी सहित कई देशों की यात्रा की है। इसका उद्देश्य ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत की गई सैन्य कार्रवाई, आतंकवाद के खिलाफ रुख और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को उजागर करना था। पंजाब से यात्रा में शामिल थे दो सांसद इस दल में पंजाब के नेताओं को शामिल करने का एक महत्वपूर्ण कारण यह है कि पंजाब की सीमा सीधे पाकिस्तान से लगती है। इस दौरान पाकिस्तान ने कई जगहों पर ड्रोन और मिसाइल गिराई थीं, जिनमें पठानकोट, अमृतसर, फिरोजपुर और फरीदकोट का क्षेत्र शामिल था। इसके अलावा, उन्होंने बठिंडा एयरबेस को भी निशाना बनाने की कोशिश की थी। पंजाब के सांसद इस स्थिति को अच्छी तरह समझते हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
