लोगों को कम गेहूं न मिले, इसलिए डिपो होल्डरों पर बांटे गए इलेक्ट्रॉनिक कंडे, मिलीभगत से सब फेल

विक्की कुमार | अमृतसर फूड एंड सिविल सप्लाई विभाग की ओर से नीले कार्ड धारकों का गेहूं तो अलाट कर दिया गया है, लेकिन अभी तक शहर में लोगों को गेहूं बांटने का काम शुरू नहीं हो पाया है। विभाग के अधिकारी अपनी मनमर्जी करते हुए नियमों का सरेआम उल्लंघन कर रहे हैं। गेहूं बांटने से पहले ही लोगों की पर्चियां काटी जा रही हैं। हैरानी की बात है कि विभाग का कोई भी उच्चाधिकारी इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है। वैसे तो गेहूं बांटने से पहले पर्चियां काटने का कोई भी नियम नहीं है, अगर कोई ऐसा करता है तो वह उस पर विभागीय कार्रवाई की जाती है, लेकिन यह सब कुछ अधिकारियों के ध्यान में होने के बावजूद अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। बताने योग्य है कि पंजाब सरकार की ओर से डिपुओं पर इलेक्ट्रॉनिक कंडे इसलिए उपलब्ध करवाए गए थे कि लोगों को गेहूं कम न दिया जाए। लेकिन सरकार का यह मकसद फेल होता ही दिख रहा है। डिपो होल्डर अधिकारियों की मिलीभगत के साथ कंडों पर बट्टे रखकर लोगों को पहले ही पर्चियां काटने में लगे हुए हैं। मामला डिस्ट्रिक फूड सप्लाई कंट्रोलर अमनजीत सिंह संधू के ध्यान में होने के बावजूद वह कार्रवाई करने में नाकाम हैं। विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत के साथ यह सब इसलिए किया जा रहा है, ताकि लोगों को कम गेहूं दिया जा सके। क्योंकि हर बार लोगों को गेहूं कम ही दिया जाता है। समाज सेवक वरुण सरीन ने इसके खिलाफ आवाज उठाई है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, विजिलेंस विभाग, डिप्टी कमिश्नर और डीएफएससी को वह शिकायत करेंगे कि विभाग के अधिकारी लोगों के गेहूं पर क्यो गड़बड़ी करने में लगे हुए हैं। पंजाब सरकार ने अगर लोगों को गेहूं पूरा देने के लिए इलेक्ट्रॉनिक कंडे वितरित किए हैं तो उनका सही इस्तेमाल क्यों नहीं किया जा रहा है। अगर लोगों को गेहूं कम ही दिया जाना था तो यह कंडे ही क्यो बांटे गए। उन्होंने कहा कि विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों को लोगों के गेहूं में गोलमाल करने की एक आदत सी बन चुकी है। अगर सरकार के नुमाइंदे भी मौके पर खड़े होकर गेहूं वितरित करवाएं तो भी यह लोग उसमें से किसी न किसी तरह से गेहूं निकाल ही लेंगे। डिपो होल्डर अधिकारियों की मिलीभगत के साथ लोगों की पहले ही पर्चियां काटने में लगे हुए हैं। मामला डिस्ट्रिक फूड सप्लाई कंट्रोलर अमनजीत सिंह संधू के ध्यान में होने के बावजूद वह कार्रवाई करने में नाकाम क्यों हैं। उन्होंने मांग की है कि जिन अधिकारियों की लापरवाही से यह सब कुछ हो रहा है, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। इस संबंध में जब डिस्ट्रिक्ट फूड सप्लाई कंट्रोलर अमनजीत सिंह संधू को फोन किया तो उन्होंने चुप रहना ही ठीक समझा। विक्की कुमार | अमृतसर फूड एंड सिविल सप्लाई विभाग की ओर से नीले कार्ड धारकों का गेहूं तो अलाट कर दिया गया है, लेकिन अभी तक शहर में लोगों को गेहूं बांटने का काम शुरू नहीं हो पाया है। विभाग के अधिकारी अपनी मनमर्जी करते हुए नियमों का सरेआम उल्लंघन कर रहे हैं। गेहूं बांटने से पहले ही लोगों की पर्चियां काटी जा रही हैं। हैरानी की बात है कि विभाग का कोई भी उच्चाधिकारी इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है। वैसे तो गेहूं बांटने से पहले पर्चियां काटने का कोई भी नियम नहीं है, अगर कोई ऐसा करता है तो वह उस पर विभागीय कार्रवाई की जाती है, लेकिन यह सब कुछ अधिकारियों के ध्यान में होने के बावजूद अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। बताने योग्य है कि पंजाब सरकार की ओर से डिपुओं पर इलेक्ट्रॉनिक कंडे इसलिए उपलब्ध करवाए गए थे कि लोगों को गेहूं कम न दिया जाए। लेकिन सरकार का यह मकसद फेल होता ही दिख रहा है। डिपो होल्डर अधिकारियों की मिलीभगत के साथ कंडों पर बट्टे रखकर लोगों को पहले ही पर्चियां काटने में लगे हुए हैं। मामला डिस्ट्रिक फूड सप्लाई कंट्रोलर अमनजीत सिंह संधू के ध्यान में होने के बावजूद वह कार्रवाई करने में नाकाम हैं। विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत के साथ यह सब इसलिए किया जा रहा है, ताकि लोगों को कम गेहूं दिया जा सके। क्योंकि हर बार लोगों को गेहूं कम ही दिया जाता है। समाज सेवक वरुण सरीन ने इसके खिलाफ आवाज उठाई है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, विजिलेंस विभाग, डिप्टी कमिश्नर और डीएफएससी को वह शिकायत करेंगे कि विभाग के अधिकारी लोगों के गेहूं पर क्यो गड़बड़ी करने में लगे हुए हैं। पंजाब सरकार ने अगर लोगों को गेहूं पूरा देने के लिए इलेक्ट्रॉनिक कंडे वितरित किए हैं तो उनका सही इस्तेमाल क्यों नहीं किया जा रहा है। अगर लोगों को गेहूं कम ही दिया जाना था तो यह कंडे ही क्यो बांटे गए। उन्होंने कहा कि विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों को लोगों के गेहूं में गोलमाल करने की एक आदत सी बन चुकी है। अगर सरकार के नुमाइंदे भी मौके पर खड़े होकर गेहूं वितरित करवाएं तो भी यह लोग उसमें से किसी न किसी तरह से गेहूं निकाल ही लेंगे। डिपो होल्डर अधिकारियों की मिलीभगत के साथ लोगों की पहले ही पर्चियां काटने में लगे हुए हैं। मामला डिस्ट्रिक फूड सप्लाई कंट्रोलर अमनजीत सिंह संधू के ध्यान में होने के बावजूद वह कार्रवाई करने में नाकाम क्यों हैं। उन्होंने मांग की है कि जिन अधिकारियों की लापरवाही से यह सब कुछ हो रहा है, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। इस संबंध में जब डिस्ट्रिक्ट फूड सप्लाई कंट्रोलर अमनजीत सिंह संधू को फोन किया तो उन्होंने चुप रहना ही ठीक समझा।   पंजाब | दैनिक भास्कर