देश के मैदानी इलाकों के साथ-साथ हिमाचल के पहाड़ भी गर्मी से तपने लगे है। ऊना और कुल्लू जिला के कुछेक क्षेत्रों में आज खतरनाक लू (हीटवेव) चल सकती है। मौसम विभाग ने इन दोनों जिला में लू चलने को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन सिरमौर जिला में लू का यलो अलर्ट दिया गया है। अगले कल भी छह जिलों में लू चलने का पूर्वानुमान है। इसे देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। बीते दो दिनों के दौरान भी कुल्लू, मंडी और ऊना के कई क्षेत्रों में लू महसूस की गई है। अगले 48 घंटे के दौरान लू चलने से तापमान में दो से तीन डिग्री का उछाल आएगा। 11 शहरों का तापमान पहले ही 35 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा हो गया है। ऊना का तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। कल्पा का पारा 5.8 डिग्री बढ़ा प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान सामान्य से 3.7 डिग्री ज्यादा हो गया है। कई शहरों का तापमान नॉर्मल से 6 डिग्री तक अधिक हो गया है। कल्पा के तापमान में नॉर्मल की तुलना में सबसे ज्यादा 5.8 डिग्री का उछाल दर्ज किया गया है। कल्पा का तापमान 28.7 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। 14 जून से बारिश के आसार मौसम विभाग की माने तो 14 जून को वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। इससे चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, किन्नौर और लाहौल स्पीति जिला में कुछेक स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। बारिश के बात तापमान में हल्की गिरावट आएगी और गर्मी से राहत मिलेगी। लू चलने से इन्सान को खतरा लू चलने से इन्सान के शरीर में पानी की कमी हो सकती है। इससे किसी व्यक्ति की जान भी जा सकती है। खून में सोडियम और पोटेशियम सांद्रता में परिवर्तन हृदय और तंत्रिका कोशिकाओं को प्रभावित कर सकता है। इससे सांस लेने और रक्त प्रवाह में परेशानी होती है। लू की चपेट में आने वाले को कमजोरी महसूस, सिर दर्द, उल्टी, दस्त, तेज पसीना, झटके महसूस होना, चक्कर आने और मांसपेशियों में ऐंठन की शिकायत हो सकती है। इनमें से कोई सा भी लक्षण नजर आने पर तत्काल चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। लू से बचने को क्या करें? हीट वेव लगने पर ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए और हल्के और ढीले सूती कपड़े पहनने चाहिए। इसी तरह बिना काम धूप में बाहर नहीं निकलना चाहिए। जरूरी हुआ तो सिर पर कपड़ा, टोपी, रुमाल बांधकर ही बाहर निकलें। यात्रा करते समय अपने साथ बोतल में पानी जरूर रखें और ORS का घोल का पिएं। नशीले पदार्थों का सेवन बंद करते हुए उच्च प्रोटीन युक्त भोजन का सेवन करें। देश के मैदानी इलाकों के साथ-साथ हिमाचल के पहाड़ भी गर्मी से तपने लगे है। ऊना और कुल्लू जिला के कुछेक क्षेत्रों में आज खतरनाक लू (हीटवेव) चल सकती है। मौसम विभाग ने इन दोनों जिला में लू चलने को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन सिरमौर जिला में लू का यलो अलर्ट दिया गया है। अगले कल भी छह जिलों में लू चलने का पूर्वानुमान है। इसे देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। बीते दो दिनों के दौरान भी कुल्लू, मंडी और ऊना के कई क्षेत्रों में लू महसूस की गई है। अगले 48 घंटे के दौरान लू चलने से तापमान में दो से तीन डिग्री का उछाल आएगा। 11 शहरों का तापमान पहले ही 35 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा हो गया है। ऊना का तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। कल्पा का पारा 5.8 डिग्री बढ़ा प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान सामान्य से 3.7 डिग्री ज्यादा हो गया है। कई शहरों का तापमान नॉर्मल से 6 डिग्री तक अधिक हो गया है। कल्पा के तापमान में नॉर्मल की तुलना में सबसे ज्यादा 5.8 डिग्री का उछाल दर्ज किया गया है। कल्पा का तापमान 28.7 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। 14 जून से बारिश के आसार मौसम विभाग की माने तो 14 जून को वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। इससे चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, किन्नौर और लाहौल स्पीति जिला में कुछेक स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। बारिश के बात तापमान में हल्की गिरावट आएगी और गर्मी से राहत मिलेगी। लू चलने से इन्सान को खतरा लू चलने से इन्सान के शरीर में पानी की कमी हो सकती है। इससे किसी व्यक्ति की जान भी जा सकती है। खून में सोडियम और पोटेशियम सांद्रता में परिवर्तन हृदय और तंत्रिका कोशिकाओं को प्रभावित कर सकता है। इससे सांस लेने और रक्त प्रवाह में परेशानी होती है। लू की चपेट में आने वाले को कमजोरी महसूस, सिर दर्द, उल्टी, दस्त, तेज पसीना, झटके महसूस होना, चक्कर आने और मांसपेशियों में ऐंठन की शिकायत हो सकती है। इनमें से कोई सा भी लक्षण नजर आने पर तत्काल चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। लू से बचने को क्या करें? हीट वेव लगने पर ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए और हल्के और ढीले सूती कपड़े पहनने चाहिए। इसी तरह बिना काम धूप में बाहर नहीं निकलना चाहिए। जरूरी हुआ तो सिर पर कपड़ा, टोपी, रुमाल बांधकर ही बाहर निकलें। यात्रा करते समय अपने साथ बोतल में पानी जरूर रखें और ORS का घोल का पिएं। नशीले पदार्थों का सेवन बंद करते हुए उच्च प्रोटीन युक्त भोजन का सेवन करें। हिमाचल | दैनिक भास्कर
