महिला आयोग अध्यक्ष बोलीं- जिला अस्पताल का मजाक बना दिया:मेरे आने पर कूलर लगवाए, टॉयलेट के दरवाजे गायब, आगरा में सीएमएस को मतलब नहीं

महिला आयोग अध्यक्ष बोलीं- जिला अस्पताल का मजाक बना दिया:मेरे आने पर कूलर लगवाए, टॉयलेट के दरवाजे गायब, आगरा में सीएमएस को मतलब नहीं

राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ बबिता चौहान अचानक आगरा के जिला अस्पताल पहुंच गईं। उन्होंने सीएमएस डॉ रचना गुप्ता से पूछा- मेरे आने पर कूलर क्यों रखवाए? कॉरिडोर में एक भी पंखा नहीं है, तीमारदार कैसे बैठेंगे। मौसम विभाग ने गर्मी का अलर्ट जारी किया है। आप लोगों ने अस्पताल का ये हाल बना रखा है। अब जरूर कार्रवाई होगी। मैंने दो महीने पहले निरीक्षण किया था, तब भी वॉर्निंग दी थी। हर रोज मुझे इतनी शिकायतें मिल रही हैं। लेडी लायल हॉस्पिटल में मरीजों ने उन्हें बताया कि यहां बच्चा पैदा होने पर पैसे लिए जाते हैं। अस्पताल में किसी तरह की सुविधा नहीं है। आपके आने से कुछ देर पहले ही जल्दबाजी में साफ-सफाई और कूलर लगवाए गए हैं। पहले 2 तस्वीरें देखें… अस्पताल में आते ही मरीजों के पास पहुंचीं बबिता चौहान राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबिता चौहान अस्पताल में एंट्री के बाद सीधे दूसरी मंजिल पर पहुंचीं। उन्होंने वहां मरीजों से पूछा- ये कूलर यहां कब लगे हैं। मरीजों ने बताया- आपके आने से कुछ देर पहले ही यहां कूलर लगाए गए हैं। इससे पहले यहां सिर्फ दो ही कूलर ही थे। अब तीन-चार रख दिए हैं। कई मरीजों ने शिकायत की कि उनसे बच्चे की डिलीवरी के बाद पैसे मांगे जाते हैं। यहां तो पट्‌टी करने के भी पैसे मांगे जाते हैं। उन्होंने मरीजों से कहा- जो स्टाफ पैसा मांग रहा है, उसे मेरे पास लेकर आओ। मरीजों की बात सुनते ही डॉ. बबिता चौहान ने गुस्से से सीएमएस डॉ. रचना की तरफ देखा। फिर कहा- यह सब क्या चल रहा है? कार्यवाही क्यों नहीं करती हैं। टॉयलेट के दरवाजे टूटे मिले, लिफ्ट भी बंद
डॉक्टर बबिता चौहान वॉर्ड में बने टॉयलेट की गंदगी देखकर हैरान रह गईं। एक सफाईकर्मी उन्हें देखते ही तुरंत टायलेट साफ करने लगा, तो उन्होंने कहा- नौकरी चली जाएगी। टॉयलेट का दरवाजा भी टूटा हुआ था। एक टॉयलेट का गेट कपड़े की रस्सी से बंद किया हुआ मिला। उन्होंने सीएमएस से पूछा- दरवाजा क्यों टूटा है, इस पर भी वो जवाब नहीं दे पाईं। उन्होंने सीएमएस से कहा- मैं दो महीने पहले मैं आई थी, तब भी लिफ्ट बंद थी। अब भी बंद है। यह लिफ्ट मरीजों को लाभ नहीं दे पा रही है तो ठीक क्यों नहीं कराई जाती। इस पर सीएमएस डॉ. रचना गुप्ता ने कहा- हमने पीडब्ल्यूडी में लिखकर दिया है। बेसमेंट में पानी भर जाता है। शुरू से ही दिक्कत है। इतना सुनते ही डॉ. चौहान ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारी से बात की। अधिकारी ने बताया- अस्पताल से कभी कोई पत्र नहीं आया है। इसके बाद उन्होंने तुरंत लिफ्ट ठीक कराने के निर्देश दिए। 11 बजे तक नहीं पहुंचे थे डॉक्टर
इसके बाद बबिता चौहान अल्ट्रासाउंड सेंटर में पहुंचीं। वहां मौजूद मरीजों से उन्होंने बात की। मरीजों ने बताया- सुबह 8 बजे से अल्ट्रासाउंड के लिए बैठे हैं मैडम। लेकिन डॉक्टर ही नहीं आए। इस पर उन्होंने सीएमएस से कहा- ऐसे डॉक्टरों पर कार्यवाही क्यों नहीं की जाती है, जो 11-11 बजे तक अस्पताल नहीं आते हैं। डॉ. चौहान ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा- अस्पताल में मरीजों की लिए पानी, कूलर की कोई सुविधा नहीं है। सारी व्यवस्थाएं ध्वस्त हैं। आज अस्पताल प्रशासन को जैसे पता चला कि मैं निरीक्षण करने आ रही हूं। तो सीएमएस ने वॉर्ड में 4-5 कूलर रखवाएं। मैं 2 महीने पहले इन्हें वॉर्निंग देकर गई थी कि सारी चीजें सही करवा लीजिएगा। कोई परेशानी हो तो मुझे बताइएगा। आज भी मैं यही कहकर जा रही हूं कि अगर एसी-कूलर या किसी चीज की जरूरत है तो मुझे बताइए। मैं लगवाऊंगी। लेकिन इनको बताने से भी मतलब नहीं। मुझे नहीं लगता है कि यहां कोई भी सिस्टम बना हुआ है। अब तो कार्रवाई जरूर होगी। ———————- ये खबर भी पढ़िए- चंद्रशेखर कहते छोड़कर गई तो सुसाइड कर लूंगा, रोते-रोते आंखें सूज जाती; रोहिणी-सांसद की लवस्टोरी ‘चंद्रशेखर से मेरी पहली मुलाकात 25 अक्टूबर, 2021 को दिल्ली में हुई। मैं स्विटजरलैंड से दिल्ली आई थी। दिल्ली में करीब दो-तीन दिन हम लोग साथ रहे। उसके बाद चंद्रशेखर मुझे छोड़ने इंदौर तक गए। फिर मुलाकातों का सिलसिला बढ़ता गया। हम रिलेशनशिप में आ गए। मेरे पास हर चीज का प्रूफ है, कोर्ट मांगेगा तो हर सबूत दूंगी।’ ये दावा है रोहिणी घावरी का… पढ़ें पूरी खबर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ बबिता चौहान अचानक आगरा के जिला अस्पताल पहुंच गईं। उन्होंने सीएमएस डॉ रचना गुप्ता से पूछा- मेरे आने पर कूलर क्यों रखवाए? कॉरिडोर में एक भी पंखा नहीं है, तीमारदार कैसे बैठेंगे। मौसम विभाग ने गर्मी का अलर्ट जारी किया है। आप लोगों ने अस्पताल का ये हाल बना रखा है। अब जरूर कार्रवाई होगी। मैंने दो महीने पहले निरीक्षण किया था, तब भी वॉर्निंग दी थी। हर रोज मुझे इतनी शिकायतें मिल रही हैं। लेडी लायल हॉस्पिटल में मरीजों ने उन्हें बताया कि यहां बच्चा पैदा होने पर पैसे लिए जाते हैं। अस्पताल में किसी तरह की सुविधा नहीं है। आपके आने से कुछ देर पहले ही जल्दबाजी में साफ-सफाई और कूलर लगवाए गए हैं। पहले 2 तस्वीरें देखें… अस्पताल में आते ही मरीजों के पास पहुंचीं बबिता चौहान राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबिता चौहान अस्पताल में एंट्री के बाद सीधे दूसरी मंजिल पर पहुंचीं। उन्होंने वहां मरीजों से पूछा- ये कूलर यहां कब लगे हैं। मरीजों ने बताया- आपके आने से कुछ देर पहले ही यहां कूलर लगाए गए हैं। इससे पहले यहां सिर्फ दो ही कूलर ही थे। अब तीन-चार रख दिए हैं। कई मरीजों ने शिकायत की कि उनसे बच्चे की डिलीवरी के बाद पैसे मांगे जाते हैं। यहां तो पट्‌टी करने के भी पैसे मांगे जाते हैं। उन्होंने मरीजों से कहा- जो स्टाफ पैसा मांग रहा है, उसे मेरे पास लेकर आओ। मरीजों की बात सुनते ही डॉ. बबिता चौहान ने गुस्से से सीएमएस डॉ. रचना की तरफ देखा। फिर कहा- यह सब क्या चल रहा है? कार्यवाही क्यों नहीं करती हैं। टॉयलेट के दरवाजे टूटे मिले, लिफ्ट भी बंद
डॉक्टर बबिता चौहान वॉर्ड में बने टॉयलेट की गंदगी देखकर हैरान रह गईं। एक सफाईकर्मी उन्हें देखते ही तुरंत टायलेट साफ करने लगा, तो उन्होंने कहा- नौकरी चली जाएगी। टॉयलेट का दरवाजा भी टूटा हुआ था। एक टॉयलेट का गेट कपड़े की रस्सी से बंद किया हुआ मिला। उन्होंने सीएमएस से पूछा- दरवाजा क्यों टूटा है, इस पर भी वो जवाब नहीं दे पाईं। उन्होंने सीएमएस से कहा- मैं दो महीने पहले मैं आई थी, तब भी लिफ्ट बंद थी। अब भी बंद है। यह लिफ्ट मरीजों को लाभ नहीं दे पा रही है तो ठीक क्यों नहीं कराई जाती। इस पर सीएमएस डॉ. रचना गुप्ता ने कहा- हमने पीडब्ल्यूडी में लिखकर दिया है। बेसमेंट में पानी भर जाता है। शुरू से ही दिक्कत है। इतना सुनते ही डॉ. चौहान ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारी से बात की। अधिकारी ने बताया- अस्पताल से कभी कोई पत्र नहीं आया है। इसके बाद उन्होंने तुरंत लिफ्ट ठीक कराने के निर्देश दिए। 11 बजे तक नहीं पहुंचे थे डॉक्टर
इसके बाद बबिता चौहान अल्ट्रासाउंड सेंटर में पहुंचीं। वहां मौजूद मरीजों से उन्होंने बात की। मरीजों ने बताया- सुबह 8 बजे से अल्ट्रासाउंड के लिए बैठे हैं मैडम। लेकिन डॉक्टर ही नहीं आए। इस पर उन्होंने सीएमएस से कहा- ऐसे डॉक्टरों पर कार्यवाही क्यों नहीं की जाती है, जो 11-11 बजे तक अस्पताल नहीं आते हैं। डॉ. चौहान ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा- अस्पताल में मरीजों की लिए पानी, कूलर की कोई सुविधा नहीं है। सारी व्यवस्थाएं ध्वस्त हैं। आज अस्पताल प्रशासन को जैसे पता चला कि मैं निरीक्षण करने आ रही हूं। तो सीएमएस ने वॉर्ड में 4-5 कूलर रखवाएं। मैं 2 महीने पहले इन्हें वॉर्निंग देकर गई थी कि सारी चीजें सही करवा लीजिएगा। कोई परेशानी हो तो मुझे बताइएगा। आज भी मैं यही कहकर जा रही हूं कि अगर एसी-कूलर या किसी चीज की जरूरत है तो मुझे बताइए। मैं लगवाऊंगी। लेकिन इनको बताने से भी मतलब नहीं। मुझे नहीं लगता है कि यहां कोई भी सिस्टम बना हुआ है। अब तो कार्रवाई जरूर होगी। ———————- ये खबर भी पढ़िए- चंद्रशेखर कहते छोड़कर गई तो सुसाइड कर लूंगा, रोते-रोते आंखें सूज जाती; रोहिणी-सांसद की लवस्टोरी ‘चंद्रशेखर से मेरी पहली मुलाकात 25 अक्टूबर, 2021 को दिल्ली में हुई। मैं स्विटजरलैंड से दिल्ली आई थी। दिल्ली में करीब दो-तीन दिन हम लोग साथ रहे। उसके बाद चंद्रशेखर मुझे छोड़ने इंदौर तक गए। फिर मुलाकातों का सिलसिला बढ़ता गया। हम रिलेशनशिप में आ गए। मेरे पास हर चीज का प्रूफ है, कोर्ट मांगेगा तो हर सबूत दूंगी।’ ये दावा है रोहिणी घावरी का… पढ़ें पूरी खबर   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर