हरियाणा सीएम नायब सिंह सैनी ने रविवार (15 जून) रेवाड़ी में जेल के नवनिर्मित परिसर का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने मैप से पूरे जेल परिसर के बारे में जानकारी ली। साथ ही जेल परिसर में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। जेल मंत्री डा. अरविंद शर्मा इस दौरान मौजूद रहे। जानकारी अनुसार, जेल परिसर का निर्माण 95 करोड़ रुपए की लागत से हुआ है। अब इस जेल की क्षमता 65 से बढ़ कर 1 हजार बंदी-कैदी रखने की हो गई है। इस मौके पर विधायक लक्ष्मण यादव, विधायक डॉ कृष्ण कुमार, विधायक ओमप्रकाश यादव, विधायक अनिल यादव भी मौजूद हैं। देखें जेल के उद्घाटन प्रोग्राम से जुड़े कुछ PHOTOS… अब जेल में बढ़ गई सभी सुविधाएं डॉ सुमिता मिश्रा ने बताया कि अब तक जिले में केवल 65 कैदियों की क्षमता वाली एक छोटी जेल थी, जिसके कारण 700 से अधिक कैदियों को गुरुग्राम, नारनौल और झज्जर की सुविधाओं में स्थानांतरित किया गया था। नई जेल को लगभग 1,000 कैदियों को रखने के लिए डिजाइन किया गया है, जिससे क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी तथा क्षेत्र में कैदी प्रबंधन में रसद संबंधी चुनौतियों में कमी आएगी। कोविड के समय जेल ब्रेक कर 13 भागे रेवाड़ी में आज जिस जेल का सीएम नायब सैनी ने उद्घाटन किया है, उसे चार साल पहले कोविड जेल बनाया गया था। उसकी ग्रिल काटकर 8 मई 2021 को देर रात 13 कोरोना संक्रमित कैदी व बंदी कोविड जेल से फरार हो गए थे। अब यह जेल पूरी तरह से तैयार हो चुकी है। रेवाड़ी में रविवार सुबह कैदियों की गिनती के दौरान जेल ब्रेक का पता चला। सभी कैदी कोरोना पॉजिटिव होने के बाद प्रदेश की दूसरी जेलों से यहां लाए गए थे। रेवाड़ी की फिदेड़ी जेल को कोविड जेल बनाया गया था। इस जेल में प्रदेशभर की जेलों से शिफ्ट करके करीब 450 कोरोना संक्रमित बंदियों को रखा गया है। शनिवार रात यहां एक ही बैरक में बंद 13 बंदी ग्रिल काटकर बाहर निकल गए। फिर चादर की रस्सी बनाकर जेल की दीवार फांदकर भाग निकले। नहीं बनी थी बाहरी दीवार कोविड काल में घटना के दौरान निर्माण कार्य चल रहा था और बाहरी दीवार पूरी तरह से बनी नहीं थी। भागने वाले कैदियों में कुछ हत्या, डकैती और धारा 307 के अपराधी शामिल थे। जिलेभर में फरार कैदियों की खोजबीन के लिए आसपास के गांवों में भी सर्च अभियान चलाया गया था। गंभीर अपराधों में सजा काट रहे थे भागने वाले कैदी भागने वाले कैदियों में से राजेश उर्फ कालिया के खिलाफ नारनौल थाना सदर में हत्या का केस दर्ज है। नवीन शर्मा उर्फ गोलू रेवाड़ी के मॉडल टाउन थाने में बंधक बनाने और हत्या का केस दर्ज है। रेवाड़ी थाना सिटी में 379-A में नामजद काला उर्फ धर्मपाल, रामपुरा में हत्या की कोशिश व अन्य धाराओं में नामजद रिंकू उर्फ कालिया, बावल में हत्या के मामले में नामजद ओमप्रकाश उर्फ टोनी, महेंद्रगढ़ जिले के सतनाली में हत्या और अन्य मामलों में नामजद शक्ति, आशीष और अजीत उर्फ नेता भी भाग गए। इनके अलावा जितेंद्र उर्फ सोनू के खिलाफ मंडी अटेली में, अभिषेक और अनुज पर थाना सदर नारनौल में, बलवान पर महेंद्रगढ़ के थाना सिटी में और दीपक के खिलाफ नारनौल सिटी में हत्या और दूसरे संगीन मामले दर्ज हैं। जेल अधीक्षक हुए थे सस्पेंड
फिदेड़ी कोविड जेल से फरार हुए 13 खूंखार कैदियों के मामले में सरकार ने रेवाड़ी के जेल अधीक्षक अनिल कुमार व उप अधीक्षक नरेश गोयल को इस प्रकरण में सस्पेंड किया था। इस मामले में दो अन्य जेल कर्मी भी सस्पेंड हुए थे। 8 मई को जेल से ग्रिल काटकर जो13 कैदी फरार हुए थे, वो सभी पुलिस ने पकड़ लिए थे। हरियाणा सीएम नायब सिंह सैनी ने रविवार (15 जून) रेवाड़ी में जेल के नवनिर्मित परिसर का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने मैप से पूरे जेल परिसर के बारे में जानकारी ली। साथ ही जेल परिसर में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। जेल मंत्री डा. अरविंद शर्मा इस दौरान मौजूद रहे। जानकारी अनुसार, जेल परिसर का निर्माण 95 करोड़ रुपए की लागत से हुआ है। अब इस जेल की क्षमता 65 से बढ़ कर 1 हजार बंदी-कैदी रखने की हो गई है। इस मौके पर विधायक लक्ष्मण यादव, विधायक डॉ कृष्ण कुमार, विधायक ओमप्रकाश यादव, विधायक अनिल यादव भी मौजूद हैं। देखें जेल के उद्घाटन प्रोग्राम से जुड़े कुछ PHOTOS… अब जेल में बढ़ गई सभी सुविधाएं डॉ सुमिता मिश्रा ने बताया कि अब तक जिले में केवल 65 कैदियों की क्षमता वाली एक छोटी जेल थी, जिसके कारण 700 से अधिक कैदियों को गुरुग्राम, नारनौल और झज्जर की सुविधाओं में स्थानांतरित किया गया था। नई जेल को लगभग 1,000 कैदियों को रखने के लिए डिजाइन किया गया है, जिससे क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी तथा क्षेत्र में कैदी प्रबंधन में रसद संबंधी चुनौतियों में कमी आएगी। कोविड के समय जेल ब्रेक कर 13 भागे रेवाड़ी में आज जिस जेल का सीएम नायब सैनी ने उद्घाटन किया है, उसे चार साल पहले कोविड जेल बनाया गया था। उसकी ग्रिल काटकर 8 मई 2021 को देर रात 13 कोरोना संक्रमित कैदी व बंदी कोविड जेल से फरार हो गए थे। अब यह जेल पूरी तरह से तैयार हो चुकी है। रेवाड़ी में रविवार सुबह कैदियों की गिनती के दौरान जेल ब्रेक का पता चला। सभी कैदी कोरोना पॉजिटिव होने के बाद प्रदेश की दूसरी जेलों से यहां लाए गए थे। रेवाड़ी की फिदेड़ी जेल को कोविड जेल बनाया गया था। इस जेल में प्रदेशभर की जेलों से शिफ्ट करके करीब 450 कोरोना संक्रमित बंदियों को रखा गया है। शनिवार रात यहां एक ही बैरक में बंद 13 बंदी ग्रिल काटकर बाहर निकल गए। फिर चादर की रस्सी बनाकर जेल की दीवार फांदकर भाग निकले। नहीं बनी थी बाहरी दीवार कोविड काल में घटना के दौरान निर्माण कार्य चल रहा था और बाहरी दीवार पूरी तरह से बनी नहीं थी। भागने वाले कैदियों में कुछ हत्या, डकैती और धारा 307 के अपराधी शामिल थे। जिलेभर में फरार कैदियों की खोजबीन के लिए आसपास के गांवों में भी सर्च अभियान चलाया गया था। गंभीर अपराधों में सजा काट रहे थे भागने वाले कैदी भागने वाले कैदियों में से राजेश उर्फ कालिया के खिलाफ नारनौल थाना सदर में हत्या का केस दर्ज है। नवीन शर्मा उर्फ गोलू रेवाड़ी के मॉडल टाउन थाने में बंधक बनाने और हत्या का केस दर्ज है। रेवाड़ी थाना सिटी में 379-A में नामजद काला उर्फ धर्मपाल, रामपुरा में हत्या की कोशिश व अन्य धाराओं में नामजद रिंकू उर्फ कालिया, बावल में हत्या के मामले में नामजद ओमप्रकाश उर्फ टोनी, महेंद्रगढ़ जिले के सतनाली में हत्या और अन्य मामलों में नामजद शक्ति, आशीष और अजीत उर्फ नेता भी भाग गए। इनके अलावा जितेंद्र उर्फ सोनू के खिलाफ मंडी अटेली में, अभिषेक और अनुज पर थाना सदर नारनौल में, बलवान पर महेंद्रगढ़ के थाना सिटी में और दीपक के खिलाफ नारनौल सिटी में हत्या और दूसरे संगीन मामले दर्ज हैं। जेल अधीक्षक हुए थे सस्पेंड
फिदेड़ी कोविड जेल से फरार हुए 13 खूंखार कैदियों के मामले में सरकार ने रेवाड़ी के जेल अधीक्षक अनिल कुमार व उप अधीक्षक नरेश गोयल को इस प्रकरण में सस्पेंड किया था। इस मामले में दो अन्य जेल कर्मी भी सस्पेंड हुए थे। 8 मई को जेल से ग्रिल काटकर जो13 कैदी फरार हुए थे, वो सभी पुलिस ने पकड़ लिए थे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
