मंडी के बेटे लेफ्टिनेंट बने:4 साल की उम्र में मां की मौत हुई, जनवरी में गए थे ट्रेनिंग के लिए

मंडी के बेटे लेफ्टिनेंट बने:4 साल की उम्र में मां की मौत हुई, जनवरी में गए थे ट्रेनिंग के लिए

हिमाचल प्रदेश के मंडी के उदित पालसरा सेना में लेफ्टिनेंट बन गए है। वह कोटली डवाहन गांव के रहने वाले है। उदित की इस उपलब्धि से पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है। उदित के जीवन का संघर्ष बचपन से ही शुरू हो गया था। मात्र चार साल की उम्र में ही उन्होंने अपनी मां को खो दिया था। पिता राजेश कुमार, बड़ी बहन रचना और दादी के साथ उदित का पालन-पोषण हुआ। पिता डाटा एंट्री ऑपरेटर हैं और बहन रचना स्टाफ नर्स के रूप में कार्यरत हैं। उदित ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई आलोक भारती विद्यालय कोटली से की। इसके बाद उन्होंने मंडी कॉलेज से बीएससी की डिग्री प्राप्त की। जनवरी 2024 में उनका चयन सेना में प्रशिक्षण के लिए हुआ। 14 जून को देहरादून सेना अकादमी से उन्होंने अपना प्रशिक्षण पूरा किया। उदित ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने पिता, बड़ी बहन, दादी और शिक्षकों को दिया है। उनकी कड़ी मेहनत और परिवार का सहयोग आज उनकी सफलता की कहानी बन गया है। हिमाचल प्रदेश के मंडी के उदित पालसरा सेना में लेफ्टिनेंट बन गए है। वह कोटली डवाहन गांव के रहने वाले है। उदित की इस उपलब्धि से पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है। उदित के जीवन का संघर्ष बचपन से ही शुरू हो गया था। मात्र चार साल की उम्र में ही उन्होंने अपनी मां को खो दिया था। पिता राजेश कुमार, बड़ी बहन रचना और दादी के साथ उदित का पालन-पोषण हुआ। पिता डाटा एंट्री ऑपरेटर हैं और बहन रचना स्टाफ नर्स के रूप में कार्यरत हैं। उदित ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई आलोक भारती विद्यालय कोटली से की। इसके बाद उन्होंने मंडी कॉलेज से बीएससी की डिग्री प्राप्त की। जनवरी 2024 में उनका चयन सेना में प्रशिक्षण के लिए हुआ। 14 जून को देहरादून सेना अकादमी से उन्होंने अपना प्रशिक्षण पूरा किया। उदित ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने पिता, बड़ी बहन, दादी और शिक्षकों को दिया है। उनकी कड़ी मेहनत और परिवार का सहयोग आज उनकी सफलता की कहानी बन गया है।   हिमाचल | दैनिक भास्कर