खन्ना में रोड एक्सीडेंट मामले में पोस्टमार्टम को लेकर हंगामे की खबर सामने आई है। घटना दो दिन पहले 1 जून की बताई जा रही है। जिसका खुलासा आज आरोपियों खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद हुआ। इस मामले में सिटी थाना 2 पुलिस ने सिविल अस्पताल के मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर गुरविंदर सिंह कक्कड़ की शिकायत पर सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने के आरोप में जम्मू कश्मीर के कठुआ के रहने वाले मोहम्मद शरीफ चौधरी, शमशेर और सुरमुदीन के इलावा इनके एक दर्जन से अधिक अज्ञात साथियों खिलाफ केस दर्ज किया। क्या है पूरा मामला? जानकारी के अनुसार जम्मू कश्मीर के कठुआ के रहने वाले जाकिर हुसैन (22) का कुछ दिनों पहले मलेरकोटला से खन्ना आते समय इकोलाहा गांव के पास हादसा हो गया था। जाकिर की महिंद्रा गाड़ी को ट्रक ने टक्कर मारी थी। हादसे में घायल जाकिर की पीजीआई चंडीगढ़ में इलाज के दौरान 31 मई को मौत हो गई थी। इसके बाद खन्ना सदर थाना के हवलदार अमरजीत सिंह द्वारा पीजीआई से शव को खन्ना सिविल अस्पताल लाया गया। खन्ना में पोस्टमार्टम के लिए आवेदन किया गया। जिसके बाद एसएमओ डॉक्टर मनिंदर सिंह भसीन ने पोस्टमार्टम की मंजूरी देते हुए डॉक्टर गुरविंदर सिंह कक्कड़ की ड्यूटी लगाई। क्योंकि 1 जून को वोटिंग थी। सभी ड्यूटी में लगे थे। इसके बावजूद मृतक के जम्मू कश्मीर से संबंधित होने के चलते अस्पताल प्रशासन ने इंसानियत दिखाते हुए उसी दिन पोस्टमार्टम के लिए सहमति जताई और मेडिकल ऑफिसर की स्पेशल ड्यूटी लगाई गई। मृतक के परिजनों का हंगामा जब मोर्चरी में जाकिर हुसैन का पोस्टमार्टम किया जा रहा था, तो वहां बाहर बैठे मृतक के परिजन भड़क गए और गेट तोड़कर जबरदस्ती मोर्चरी के अंदर चले गए। वहां इन्होंने हंगामा कर दिया और पोस्टमार्टम से इंकार करने लगे। डॉक्टर गुरविंदर कक्कड़ को गालियां दी गईं। हाथापाई की कोशिश की गई। पोस्टमार्टम की फाइल छीनकर फाड़ने की कोशिश की। जिसके बाद एसएमओ डॉक्टर मनिंदर भसीन ने पुलिस फोर्स बुलाई और दो थानों की फोर्स ने आकर प्रदर्शनकारियों को संभाला। उस दिन वोटिंग के मद्देनजर पुलिस ने किसी तरीके से प्रदर्शनकारियों को शांत करके शव उन्हें सौंप जम्मू भेज दिया था। इसके बाद मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर कक्कड़ ने पुलिस कंप्लेंट की और इस पर केस दर्ज किया गया। आरोपी न पकड़ने पर डॉक्टर कर सकते हैं हड़ताल वहीं दूसरी तरफ सिविल अस्पताल के डॉक्टरों और स्टाफ में इस घटना को लेकर भारी रोष है। हालांकि खन्ना पुलिस ने एक्शन लेकर आरोपियों खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। लेकिन डॉक्टरों की मांग है कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए। इसमें किसी भी प्रकार की देरी से डॉक्टर अन्य स्टाफ को लेकर हड़ताल भी कर सकते हैं। खन्ना में रोड एक्सीडेंट मामले में पोस्टमार्टम को लेकर हंगामे की खबर सामने आई है। घटना दो दिन पहले 1 जून की बताई जा रही है। जिसका खुलासा आज आरोपियों खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद हुआ। इस मामले में सिटी थाना 2 पुलिस ने सिविल अस्पताल के मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर गुरविंदर सिंह कक्कड़ की शिकायत पर सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने के आरोप में जम्मू कश्मीर के कठुआ के रहने वाले मोहम्मद शरीफ चौधरी, शमशेर और सुरमुदीन के इलावा इनके एक दर्जन से अधिक अज्ञात साथियों खिलाफ केस दर्ज किया। क्या है पूरा मामला? जानकारी के अनुसार जम्मू कश्मीर के कठुआ के रहने वाले जाकिर हुसैन (22) का कुछ दिनों पहले मलेरकोटला से खन्ना आते समय इकोलाहा गांव के पास हादसा हो गया था। जाकिर की महिंद्रा गाड़ी को ट्रक ने टक्कर मारी थी। हादसे में घायल जाकिर की पीजीआई चंडीगढ़ में इलाज के दौरान 31 मई को मौत हो गई थी। इसके बाद खन्ना सदर थाना के हवलदार अमरजीत सिंह द्वारा पीजीआई से शव को खन्ना सिविल अस्पताल लाया गया। खन्ना में पोस्टमार्टम के लिए आवेदन किया गया। जिसके बाद एसएमओ डॉक्टर मनिंदर सिंह भसीन ने पोस्टमार्टम की मंजूरी देते हुए डॉक्टर गुरविंदर सिंह कक्कड़ की ड्यूटी लगाई। क्योंकि 1 जून को वोटिंग थी। सभी ड्यूटी में लगे थे। इसके बावजूद मृतक के जम्मू कश्मीर से संबंधित होने के चलते अस्पताल प्रशासन ने इंसानियत दिखाते हुए उसी दिन पोस्टमार्टम के लिए सहमति जताई और मेडिकल ऑफिसर की स्पेशल ड्यूटी लगाई गई। मृतक के परिजनों का हंगामा जब मोर्चरी में जाकिर हुसैन का पोस्टमार्टम किया जा रहा था, तो वहां बाहर बैठे मृतक के परिजन भड़क गए और गेट तोड़कर जबरदस्ती मोर्चरी के अंदर चले गए। वहां इन्होंने हंगामा कर दिया और पोस्टमार्टम से इंकार करने लगे। डॉक्टर गुरविंदर कक्कड़ को गालियां दी गईं। हाथापाई की कोशिश की गई। पोस्टमार्टम की फाइल छीनकर फाड़ने की कोशिश की। जिसके बाद एसएमओ डॉक्टर मनिंदर भसीन ने पुलिस फोर्स बुलाई और दो थानों की फोर्स ने आकर प्रदर्शनकारियों को संभाला। उस दिन वोटिंग के मद्देनजर पुलिस ने किसी तरीके से प्रदर्शनकारियों को शांत करके शव उन्हें सौंप जम्मू भेज दिया था। इसके बाद मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर कक्कड़ ने पुलिस कंप्लेंट की और इस पर केस दर्ज किया गया। आरोपी न पकड़ने पर डॉक्टर कर सकते हैं हड़ताल वहीं दूसरी तरफ सिविल अस्पताल के डॉक्टरों और स्टाफ में इस घटना को लेकर भारी रोष है। हालांकि खन्ना पुलिस ने एक्शन लेकर आरोपियों खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। लेकिन डॉक्टरों की मांग है कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए। इसमें किसी भी प्रकार की देरी से डॉक्टर अन्य स्टाफ को लेकर हड़ताल भी कर सकते हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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बिट्टू के केंद्रीय राज्यमंत्री बनते ही पंजाब में जगी उम्मीदें:किसानों के उत्पादन को मिलेगी नई मार्केट, हाई स्पीड ट्रेन प्रोजेक्ट को मिलेगी रफ्तार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह लुधियाना से चुनाव हारने वाले रवनीत सिंह बिट्टू को अपने मंत्रिमंडल में शामिल कर उन्हें खाद्य प्रसंस्करण और रेलवे राज्य मंत्री बनाया है। इसके जरिए पार्टी सीधे तौर पर किसानों और आम लोगों से अपील करेगी। वहीं, इससे पंजाब के लिए तरक्की के रास्ते खुलेंगे। वहीं, राज्य में कई सालों से हाई स्पीड रेलवे प्रोजेक्ट के पूरा होने की उम्मीद जगी है। इसके अलावा रेलवे आधारित उद्योग को भी नई संजीवनी मिलने की उम्मीद है। हालांकि, जानकारों के मुताबिक बिट्टू को दिए गए पद काफी अहम हैं। वह सीधे तौर पर लोगों से जुड़े हुए हैं। वह हर वक्त चर्चा में रहेंगे। लेकिन, उनके लिए चुनौतियां भी कम नहीं हैं। अगर वह लोगों की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे तो उन्हें नुकसान भी उठाना पड़ेगा। हालांकि, 2019 में खाद्य प्रसंस्करण विभाग शिरोमणि अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर के पास था। वह केंद्र से कई प्रोजेक्ट लाने में सफल रही थीं। चंडीगढ़ राजपुरा रेलवे ट्रैक लटका काम होगा पूरा बिट्टू को रेलवे का राज्यमंत्री बनाया गया है, उनकी जिम्मेदारी अहम रहने वाली है। जहां तक रेलवे की बात है तो अमृतसर से दिल्ली के बीच हाई स्पीड रेल परियोजना प्रस्तावित है। यह करीब 465 किलोमीटर लंबी है। इसमें पंजाब ही नहीं बल्कि हरियाणा भी जुड़ना है। अभी तक यह प्राथमिक चरण में है। अगर यह प्रोजेक्ट पूरा हो जाता है तो अमृतसर दिल्ली का सफर मात्र कुछ घंटों का रह जाएगा। इसी तरह चंडीगढ़ राजपुरा रेलवे मार्ग है, जो कि 2016 में मंजूर हुआ था, लेकिन अभी तक पूरा नहीं हुआ है। इसके लिए टोकन मनी हजार रुपये मंजूर हुई थी। अगर यह प्रोजेक्ट पूरा हो जाता है तो ट्राइसिटी समेत कई हरियाणा और अन्य राज्यों के लोगों को रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इसके अलावा पंजाब में रेलवे पर आधारित इंडस्ट्री काफी है। क्योंकि लुधियाना, मोहाली व जालंधर में रेलवे से जुड़े कई पुर्जे तैयार होते है। हालांकि रेलवे के करोड़ों रुपये के प्रोजेक्ट पंजाब में चल रहे है। पूर्व कांग्रेसी नेता पवन बंसल के बाद यह विभाग पंजाब या चंडीगढ़ में आया है। किसान फसली चक्र से आ सकते हैं बाहर रवनीत सिंह बिट्टू को दूसरा प्रमुख विभाग फूड प्रोसेसिंग मिला है। यह विभाग उन्हें पंजाब को ध्यान में ही रखकर दिया गया है। पंजाब में 75 फीसदी लोग खेती पर निर्भर है। वहीं, सरकार काफी समय से किसानों काे फसली चक्र से निकालने में जुटी हुई है। जिसमें यह विभाग अहम जिम्मेदारी निभा सकता है। क्योंकि इस डिपार्टमेंट द्वारा किसानों को उन्हें अपने उत्पादन को मार्केट की डिमांड के हिसाब से तैयार करने के काबिल बनाया जाता है। क्योंकि पंजाब में खाद्य प्रसंस्करण के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र है। ऐसे में वह किसानों के लिए मददगार होंगे। यूएई समेत कई देशों में है निर्यात राज्य के विनिर्माण जीएसडीपी में इसकी हिस्सेदारी 21% है (राष्ट्रीय औसत 8.8%) है। जबकि राज्य 1.2 बिलियन डॉलर मूल्य के खाद्य उत्पाद निर्यात करता है। वहीं, प्रमुख निर्यातक देशों में अमेरिका, यूएई, यूके, वियतनाम व मध्य पूर्व और सऊदी अरब है। जबकि पंजाब के किन्नू, अमरूद, लीची आदि के निर्यात को बल मिलेगा। देश के कुल किन्नू का 24 फीसदी पंजाब में पैदा होता है। प्रति व्यक्ति दूध उपलब्धता में नंबर वन पर है। इसके लिए किसानों को नए अवसर पैदा होंगे।
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जालंधर में लवली स्वीट्स के बाहर सिख संगठनों का प्रदर्शन:कारोबार को लेकर मनी इंटरप्राइजेज से हुआ विवाद, सड़क पर लगाया जाम जालंधर में मंगलवार को लवली प्लाईवुड और मनी इंटरप्राइजेज के बीच विवाद हो गया था। पुलिस ने मामले में जब एक पक्ष के बयान दर्ज कर दूसरे पक्ष पर केस दर्ज किया तो इसके विरोध में दूसरे पक्ष ने लवली स्वीट्स एंड बेकरी के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया और रोड जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों द्वारा लवली स्वीट्स का शोरूम बंद करवाने की कोशिश भी गई। हालांकि मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दी गई थी। लवली प्लाईवुड द्वारा दर्ज करवाया गया केस जानकारी के अनुसार, जालंधर-नकोदर हाईवे पर स्थित भार्गव कैंप अड्डे के पास स्थित लवली मार्बल और मनी इंटरप्राइजेज के बीच ग्राहकी को लेकर बीते दिन विवाद हो गया था। लवली प्लाईवुड द्वारा आरोप लगाया गया था कि मनी इंटरप्राइजेज के मालिकों और कर्मचारियों द्वारा शोरूम में घुसकर मारपीट की गई और उनका अपहरण करने की कोशिश की गई थी। इसे लेकर जब थाना डिवीजन नंबर-6 की पुलिस को शिकायत दी गई तो पुलिस ने तुरंत अपहरण सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर पांच लोगों को राउंडअप कर लिया था। मनी इंटरप्राइजिज का आरोप- मालिक की पगड़ी उतारी गई वहीं, इस मामले में मनी इंटरप्राइजेज के मालिक सूरत सिंह ने आरोप लगाए थे कि उन पर ग्राहकी की दुश्मनी को लेकर हमला किया गया। सूरत सिंह ने आरोप लगाया था कि मारपीट कर उनकी पगड़ी उतारी गई है। पुलिस ने दूसरे लवली पक्ष का मामला दर्ज किया, मगर हमारी तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसी से गुस्साए लोगों ने आज लवली स्वीट्स के बाहर धरना लगा दिया।