<p style=”text-align: justify;”><strong>Punjab Lok Sabha Election Result 2024:</strong> चंडीगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार मनीष तिवारी जीत गए हैं. उन्होंने 2504 वोटों से जीत हासिल की है. वहीं काफी देर गहमा गहमी के बाद रिजल्ट डिक्लेयर हुआ क्योंकि बीजेपी प्रत्याशी संजय टंडन ने कुछ शंकाएं जताई थीं.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Punjab Lok Sabha Election Result 2024:</strong> चंडीगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार मनीष तिवारी जीत गए हैं. उन्होंने 2504 वोटों से जीत हासिल की है. वहीं काफी देर गहमा गहमी के बाद रिजल्ट डिक्लेयर हुआ क्योंकि बीजेपी प्रत्याशी संजय टंडन ने कुछ शंकाएं जताई थीं.</p> पंजाब अखिलेश यादव बनेंगे INDIA गठबंधन के लिए किंगमेकर! रणनीति हुई तैयार
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UP Politics: योगी सरकार बैकफुट पर! एक महीने में तीन फैसलों पर लगी रोक, अपनों ने ही किया विरोध
UP Politics: योगी सरकार बैकफुट पर! एक महीने में तीन फैसलों पर लगी रोक, अपनों ने ही किया विरोध <p style=”text-align: justify;”><strong>Yogi Adityanath News:</strong> यूपी लोकसभा चुनाव में हार के बाद से ही बीजेपी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की बीच अनबन की खबरें सुर्खियों में छाई हुई हैं. तो वहीं योगी सरकार को कई फैसलों पर अपनों का ही विरोध झेलना पड़ा रहा है. जिसकी एक झलक गुरुवार को यूपी विधानपरिषद में देखने को मिली जब अपनों के ही विरोध के चलते योगी सरकार का नजूल संपत्ति विधेयक अटक गया और उसे प्रवर समिति को भेज दिया गया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उत्तर प्रदेश में सरकार और संगठन के बीच की कलह शांत होने का नाम नहीं ले रही है. <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में हार के बाद सीएम योगी को कई फैसलों को लेकर अपनी ही पार्टी और सहयोगियों के विरोध को झेलना पड़ रहा है. जिसके चलते बैकफुट पर आना पड़ा. जो सीएम <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> अपने सख्त फैसलों के लिए जाने जाते थे. पिछले कुछ दिनों में उन्हें अपनों के विरोध के चलते उन्हें वापस तक लेना पड़ा है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>नजूल भूमि विधेयक पर बैकफुट पर सरकार</strong><br />योगी सरकार ने बुधवार को नजूल संपत्ति विधेयक यूपी विधानसभा में पेश किया था, जिसे पास भी करा लिया लेकिन विधान परिषद में ये विधेयक अटक गया. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी समेत कई नेताओं ने इसका विरोध किया और विपक्षी दलों की तरह इसे प्रवर समिति को भेजने की मांग की. यही नहीं बीजेपी के सहयोगी राजा भैया भी इसके विरोध में दिखाई दिए. जिसके बाद इस विधेयक को प्रवर समिति को भेजना पड़ा. केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल भी इसके विरोध में नजर आईं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>डिजिटल हाजिरी के फैसले पर रोक</strong><br />इससे पहले सीएम योगी को प्राइमरी शिक्षकों की डिजिटल अटेडेंस के फैसले को भी वापस लेना पड़ा था. सरकार ने शिक्षकों की स्कूलों में समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए डिजिटल हाजिरी की शुरुआत की थी. लेकिन, शिक्षकों में इसका जबरदस्त विरोध देखने को मिला. बीजेपी एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह भी शिक्षकों के समर्थन में दिखाई दिए और फैसले को वापस लेने की मांग की. विरोध बढ़ने पर सीएम योगी ने इस पर अस्थायी रोक लगा दी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पंतनगर में बुलडोजर पर ब्रेक</strong><br />चुनाव के बाद सीएम योगी ने कुकरैल नदी की जमीन को खाली कराने का अभियान शुरू किया, इसके तहत नदी किनारे बसे पंतनगर, रहीमनगर और अबरारनगर में अतिक्रमण को हटाने के निर्देश दिए थे. जिसका जबरदस्त विरोध देखने को मिला है. जिसके बाद बुलडोजर की कार्रवाई पर रोक दी गई. ये मुद्दा यूपी विधानसभा में भी उठा तो सीएम योगी ने सफाई देते हुए कहा कि लखनऊ में गोमती और कुकरैल नदी का संगम था. अकबरनगर में ज्यादातर निर्माण अवैध था. उन्होंने कहा अब अकबरनगर में भगवान राम के छोटे भाई लक्ष्मण के नाम पर सौमित्र वन बन गया है. आपको खुश होना चाहिए कि हम लखनऊ में नाईट सफारी दे रहे हैं.</p>
पत्नी ने अपनी बेटी के साथ मिलकर की पति को उतारा मौत के घाट, छोटी बेटी ने किया हत्या का खुलासा
पत्नी ने अपनी बेटी के साथ मिलकर की पति को उतारा मौत के घाट, छोटी बेटी ने किया हत्या का खुलासा <p style=”text-align: justify;”><strong>Kannauj Crime News:</strong> यूपी के कन्नौज जिले में कलयुगी पत्नी ने अपनी बेटी के साथ मिलकर एक ऐसी खौफनाक साजिश रच कर अपने पति को मौत के घाट उतार दिया और अपने जुर्म पर पर्दा डालने के लिए खूनी पत्नी ने हत्या का आरोप अपने जेठ पर लगाकर पुलिस को गुमराह कर दिया लेकिन खूनी पत्नी और उसकी बड़ी बेटी के जुर्म का पूरा चिट्ठा गूंगी छोटी बेटी ने खोल कर हत्यारिन पत्नी व उसकी बड़ी बेटी को सलाखों के पीछे भिजवा दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल यह पूरा मामला तिर्वा कोतवाली के अहेर गांव का है. गांव में रहने वाला मृतक 50 वर्षीय वाहिद मेहनत मजदूरी करता था. वाहिद के साथ उसकी पत्नी वह दो बेटियां रहती थी.वाहिद शराब के नशे का आदी था. नशे में होने के बाद वाहिद अपनी पत्नी व बच्चो के साथ मारपीट करता था .रोज रोज के विवाद से तंग आकर मां बेटी ने एक दिन एक ऐसी खौफनाक साजिश रची जिसको जानकर सब हैरान है. खूनी पत्नी ने अपनी बड़ी के साथ मिलकर पति वाहिद को पहले तो लाठी डंडों से पीटा और फिर धारदार हथियार से उसकी निर्मम हत्या कर दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मृतक के छोटी बेटी ने किया हत्या का खुलासा</strong><br />हत्या के बाद हत्यारिन पत्नी और उसकी बड़ी बेटी ने ऐसा षड्यंत्र रचा और पुलिस को गुमराह करते हुए हत्या का सारा इल्जाम अपने जेठ पर मढ दिया और रो रो कर उसने बहुत सारा ड्रामा किया. यह सब देखते हुए उसकी छोटी बहन को उसपर बहुत गुस्सा आया. इसके बाद पुलिस की जांच में छोटी बेटी ने पूरा मामला खोल कर रख दिया. बेटी ने पुलिस को बताया कि कैसे उसकी मां और उसकी बड़ी बहन ने उसके पिता की निर्मम हत्या कर दी. हत्यारी मां और बेटी ने मिलकर इस तरह से वाहिद की हत्या की थी. उसके सीने पर धारदार हथियार से फेफड़े भी फट चुके थे. शरीर पर बहुत सारे चोटों के निशान थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या बोली सीओ प्रियंका वाजपेई</strong><br />घटना के बाद को तिर्वा सीओ डॉक्टर प्रियंका वाजपेई ने बताया कि मामले में जब गहनता से पड़ताल की गई तो मृतक वाहिद की छोटी बेटी ने सारा खुलासा कर दिया. इसके बाद एक छोटे लड़के ने भी सारी घटना को विस्तार से बताया. आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ की गई तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया. फिलहाल दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत के लिए भेज दिया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें:<strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/samajwadi-party-game-deteriorate-after-akhilesh-yadav-resignation-on-karhal-vidhan-sabha-seat-2719058″> UP Politics: अखिलेश यादव के इस्तीफे के बाद बिगड़ सकता है सपा का खेल! गवाही दे रहे आंकड़े</a></strong></p>
‘जो राम को नहीं मानते उन्हें महाकुंभ में नहीं दी जाए दुकान’, अल्पसंख्यकों पर धीरेंद्र शास्त्री का बड़ा बयान
‘जो राम को नहीं मानते उन्हें महाकुंभ में नहीं दी जाए दुकान’, अल्पसंख्यकों पर धीरेंद्र शास्त्री का बड़ा बयान <p style=”text-align: justify;”><strong>Bageshwar Dham Pandit Dhirendra Krishna Shastri News:</strong> महाकुंभ को लेकर अखाड़े के सुझाव को बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने मोहर लगा दी है. उन्होंने कहा है कि महाकुंभ से अल्पसंख्यकों का प्रवेश वर्जित रखना चाहिए. महाकुंभ में उन्हें दुकान भी नहीं देना चाहिए. जो सनातन धर्म के बारे में नहीं जानता हो, वह महाकुंभ में दुकान कैसा संचालित कर सकता है ?</p>
<p style=”text-align: justify;”>पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने महाकुंभ में अखाड़ा द्वारा मुस्लिम समुदाय के लोगों को दुकान नहीं दिए जाने की मांग को सही ठहराया है. पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि जो लोग राम को नहीं मानते हैं और सनातन को नहीं मानते हैं, उन्हें त्रिवेणी संगम पर जाने का क्या काम है? </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’प्रवेश पर भी लगे रोक'</strong><br />प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ को लेकर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, “अखाड़ा परिषद की मांग बिल्कुल सही है. महाकुंभ में गैर हिंदुओं को दुकान नहीं देना चाहिए. इसके अलावा गैर हिंदुओं का प्रवेश भी रोका जाना चाहिए. पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने अमिताभ बच्चन की फिल्म के गाने को गुनगुनाया. उन्होंने कहा कि ‘मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है’, जब गैर हिंदू भगवान राम के काम के नहीं है तो फिर उनका महाकुंभ में क्या काम है?”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’थूक कांड से लेना चाहिए सबक'</strong><br />बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने यह भी कहा,”पूर्व में थूक कांड सामने आ चुके हैं. ऐसे मामलों से सबक लेने की जरूरत है. जिन्हें सनातन धर्म के बारे में जानकारी नहीं है, वे सनातनी लोगों के बीच बैठकर व्यापार भी नहीं कर सकते हैं. इसलिए महाकुंभ में अखाड़े के फैसले का‌ वे स्वागत करते हैं.”</p>
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