<p style=”text-align: justify;”><strong>Punjab Lok Sabha Election Result 2024:</strong> चंडीगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार मनीष तिवारी जीत गए हैं. उन्होंने 2504 वोटों से जीत हासिल की है. वहीं काफी देर गहमा गहमी के बाद रिजल्ट डिक्लेयर हुआ क्योंकि बीजेपी प्रत्याशी संजय टंडन ने कुछ शंकाएं जताई थीं.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Punjab Lok Sabha Election Result 2024:</strong> चंडीगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार मनीष तिवारी जीत गए हैं. उन्होंने 2504 वोटों से जीत हासिल की है. वहीं काफी देर गहमा गहमी के बाद रिजल्ट डिक्लेयर हुआ क्योंकि बीजेपी प्रत्याशी संजय टंडन ने कुछ शंकाएं जताई थीं.</p> पंजाब अखिलेश यादव बनेंगे INDIA गठबंधन के लिए किंगमेकर! रणनीति हुई तैयार
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हिमाचल की तीन सीटों पर विधानसभा उपचुनाव के लिए BJP की लिस्ट, पूर्व विधायकों को टिकट
हिमाचल की तीन सीटों पर विधानसभा उपचुनाव के लिए BJP की लिस्ट, पूर्व विधायकों को टिकट <p style=”text-align: justify;”>हिमाचल प्रदेश की तीन विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए बीजेपी ने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है. देहरा होशियार सिंह चम्बयाल, हमीरपुर सीट से आशीष शर्मा और नालागढ़ से कृष्ण लाल ठाकुर को टिकट दिया है. इन तीनों विधायकों ने 22 मार्च को इस्तीफा दिया था और अगले ही दिन बीजेपी में शामिल होने का फैसला किया था. बीजेपी ने इन्हें ही मैदान में उतार दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कांग्रेस की लिस्ट अभी नहीं आई</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री सुखविंद सिंह सुक्खू ने बुधवार (12 जून) को कहा कि कांग्रेस आगामी तीन विधानसभा उपचुनाव के लिए भी पूरी तरह तैयार है. उम्मीदवारों के नाम जल्द ही तय कर दिए जाएंगे. कांग्रेस ने देहरा, नालागढ़ और हमीरपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए तीन मंत्रियों को प्रभारी नियुक्त किया. कृषि मंत्री चंद्र कुमार को देहरा विधानसभा सीट, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर को नालागढ़ सीट और तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी को हमीरपुर विधानसभा सीट का प्रभारी नियुक्त किया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बुधवार को छह विधायकों ने ली शपथ</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बुधवार (12 जून) को हिमाचल प्रदेश में उपचुनाव जीतने वाले नवनिर्वाचित छह विधायकों ने बुधवार को विधानसभा सदस्य के रूप में शपथ ली. विधानसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने वालों में कांग्रेस की अनुराधा राणा, राकेश कालिया, रणजीत राणा और विवेक शर्मा और बीजेपी के सुधीर शर्मा और आईडी लखनपाल शामिल हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विधानसभा का गणित</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इसी के साथ 68 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ कांग्रेस के विधायकों की संख्या 34 से बढ़कर 38 हो गई है. जबकि, वर्तमान में तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे के बाद कुल सदस्यों की संख्या 65 रह गई है. उपचुनाव में जीत के बाद बीजेपी के विधायकों की संख्या 27 हो गई है. उपचुनाव में चार दलबदलू विधायकों को हार का सामना करना पड़ा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कांग्रेस का बीजेपी पर निशाना</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एचपीसीसी) के महासचिव रजनीश खिमटा ने कहा कि पार्टी राज्य में आगामी विधानसभा उपचुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है और एकजुटता के साथ ‘धनबल’ का मुकाबला करेगी. खिमटा ने कहा कि पार्टी ने हाल में हुए विधानसभा उपचुनाव में चार सीट जीती हैं, जिससे साबित होता है कि हिमाचल प्रदेश की जनता कांग्रेस सरकार की नीतियों, कार्यक्रमों और नेतृत्व से खुश है और मतदाताओं ने बीजेपी की खरीद-फरोख्त की नीतियों को नकार दिया है. उन्होंने कहा कि आगामी उपचुनाव में कांग्रेस एकजुट होकर बीजेपी की अनैतिक रणनीतियों का सामना करेगी और इन तीनों सीट पर जीत दर्ज करेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”भविष्य में किस भूमिका में नजर आएंगे अनुराग ठाकुर? मीडिया के सवाल पर दिया ये जवाब” href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/himachal-pradesh-hamirpur-bjp-mp-anurag-thakur-role-will-be-in-bjp-ann-2713606″ target=”_blank” rel=”noopener”>भविष्य में किस भूमिका में नजर आएंगे अनुराग ठाकुर? मीडिया के सवाल पर दिया ये जवाब</a></strong></p>
रंगमहल सहित चार मंदिरों में 1 माह का झूलनोत्सव आरंभ:महल में श्रीराम चारो भैया,सीता सहित चारो महारानी संग पालने में झूल रहे
रंगमहल सहित चार मंदिरों में 1 माह का झूलनोत्सव आरंभ:महल में श्रीराम चारो भैया,सीता सहित चारो महारानी संग पालने में झूल रहे भव्य राम मंदिर से सटे ऐतिहासिक रंग महल सहित चार मंदिरों में एक माह का सावन झूला उत्सव आरंभ हो गया है। 300 साल पुराने एतिहासिक-धार्मिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण इस मंदिर में श्रीराम चारो भैया,सीता सहित चारो महारानी संग पालने में झूल रहे हैं। भगवान की इस अनुपम छवि का दर्शन करने के लिए सतों-महंतों सहित हजारों की संख्या में भक्तों का समूह पहुंचा। देर रात तक चले उत्सव में महंतों के साथ सुरक्षा अधिकारी भी आंनदित रहे रंगमहल सरकार की आरती के बाद भगवान के विग्रहों को चांदी के झूलन पर विराजमान कराया गया। झूलन पर विराजे श्रीराम सरकार की फिर से आरती हुई।इससे पहले उन्हें सुगंधित फूलों के हार और बेला और गुलाब के इत्र की सेवा की गई।शाम आठ बजे से लेकर रात 11 बजे तक गायन-वादन और नृत्य की त्रिवेणी से समूचा रामकोट आनंदित रहा।महोत्सव का यह आकर्षण केवल भक्तों तक ही सामित नहीं रहा बल्कि राम मंदिर की सुरक्षा में लगे अधिकारियों-कर्मचारियों ने भी इसका खूब आनंद लिया। इस भवन को माता कौशल्या ने सीता सहित अपनी चारो बहुओं को मुंह दिखाई के नेग के रूप में दिया मंदिर के महंत रामशरण दास ने बताया कि त्रेता युग में इस भवन को माता कौशल्या ने सीता सहित अपनी चारो बहुओं को मुंह दिखाई के नेग के रूप में दिया था।मंदिर का वर्तमान भवन 300 साल पुराना है जो राम मंदिर से ठीक सटा हुआ है।भगवान श्रीराम और सीता के युगल रूप की उपासना करने वाले भक्तों के लिए यह मंदिर बेहद कल्याणकारी है।इसकी स्थापना स्वामी सरयू शरण उर्फ सरयू सखी ने किया था। भगवान श्रीराम और सीता एक दूसरे के गले में बांह डाले हुए दर्शन देते हैं उन्होंने बताया कि यहां भगवान की आराधना रसिक भाव से की जाती है।इसलिए सावन झूला के आकर्षक परम आनंद की अनुभूति कराने वाला होता है।यहां सावन के दौरान कृष्ण पक्ष की एकादशी का झूलन सरकार की फूल बंगले की झांकी होती है।सावन शुक्ल पक्ष की एकादशी को भगवान श्रीराम और सीता एक दूसरे के गले में बांह डाले हुए दर्शन देते हैं।ऐसा दर्शन कहीं अन्य और अन्य किसी दिन नहीं मिलता।भगवान के इस अदभुद रूप का दर्शन करने के लिए अयोध्या के सभी प्रमुख धर्माचार्यों सहित हजारों संत शामिल होते हैं। कनक भवन सहित एक हजार मंदिरों में मणिपर्वत मेले के साथ आरंभ होता है झूलनोत्सव इसी तरह गोलाघाट स्थित सदगुरू सदन और गमला बाबा के मंदिर में भी माह भर का सावन झूला महोत्सव मनाया जाता है।अयोध्या के अन्य एक हजार से ज्यादा मंदिर मे यह उत्सव सावन शुक्ल पक्ष की तृतीया को आरंभ होकर सावन पूर्णिमा तक चलेगा।तृतीया को कनक भवन सहित सैकड़ों मंदिरों से भगवान के विग्रह को रथ पर विराजमान कर मणिपर्वत ले जाया जाता है।वहां झूलन के बाद भगवान मंदिर में लौटते हैं फिर सावन पूर्णिमा तक 12 दिन का झूलनोत्सव होता है।
Bihar Job: फटाफट सरकारी नौकरी के लिए हो जाइए तैयार, बिहार में जल्द ही कृषि विभाग में भी आएगी वैकेंसी
Bihar Job: फटाफट सरकारी नौकरी के लिए हो जाइए तैयार, बिहार में जल्द ही कृषि विभाग में भी आएगी वैकेंसी <p style=”text-align: justify;”><strong>Mangal Pandey Review Meeting:</strong> बिहार कृषि विभाग के मंत्री मंगल पांडेय ने शुक्रवार (07 मई) को अपने कार्यालय कक्ष में उच्चाधिकारियों के साथ एक बैठक की. इस बैठक में उन्होंने विभागीय योजनाओं की समीक्षा की और जल्द ही खाली पदों के भरे जाने की बात कही. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश के आलोक में कृषि विभाग के अन्तर्गत सभी स्तरों के रिक्त पदों पर शीघ्र बहाली की जाएगी. उन्होंने रिक्त पदों पर बहाली की प्रक्रिया आरम्भ करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दे दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रिक्त पदों के संबंध में जानकारी देने का निर्देश</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>विभाग में स्वीकृत पदों के एवज में रिक्त पदों के संबंध में जानकारी 15 जून तक उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि कृषि विभाग में नियमित रिक्त पदों के साथ-साथ संविदा आधारित रिक्त पदों के बारे में जानकारी दी जाए. कृषि मंत्री ने कहा कि राज्य में खरीफ मौसम की शुरुआत हो गई है. खरीफ मौसम में बिहार में किसानों के जरिए मुख्य रूप से धान, मक्का, अरहर, मोटे अनाज आदि की खेती की जाती है. उत्तर बिहार में जहां किसान रोहिणी नक्षत्र (25 मई) से ही धान का बीज गिराना शुरू कर देते हैं, वहीं दक्षिण बिहार में धान का बीज प्रायः आर्द्रा नक्षत्र (22 जून) से गिराया जाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कृषि मंत्री ने कहा कि धान के विभिन्न प्रभेदों के बीज का किसानों के बीच अनुदानित दर पर वितरण का कार्य किया जा रहा है. इस खरीफ मौसम में 76272.52 क्विंटल धान के बीज का वितरण किया जाना है, जिसके विरुद्ध अब तक 10901.29 क्विंटल धान के बीज का वितरण किया जा चुका है. उन्होंने बीज वितरण कार्य में तेजी लाने का निर्देश अधिकारियों को दिया है. राज्य में बीज, उर्वरक एवं पौधों के लिए कीट/व्याधि नियंत्रण की दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. इस खरीफ मौसम में जून माह तक 225000 मीट्रिक टन यूरिया की आवश्यकता है, जिसके विरूद्ध आज तक 308333 मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है, जो 137 प्रतिशत है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसी प्रकार बिहार में जून माह तक 105000 मीट्रिक टन डीएपी,100000 मीट्रिक टन एनपीके और 15000 मीट्रिक टन पोटाश की आवश्यकता है, जिसके एवज में अभी तक क्रमशः 42846 मीट्रिक टन डीएपी, 86850 मीट्रिक टन एनपीके और 5818 मीट्रिक टन पोटाश उपलब्ध है. उन्होंने किसानों से संतुलित मात्रा में उर्वरकों का उपयोग करने का अपील किया, जिससे मिट्टी की उर्वरा-शक्ति बरकरार रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कृषि यंत्रों के लिए जिलेवार लक्ष्य निर्धारित</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मंत्री ने कहा कि किसानों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए बड़े-बड़े कृषि यंत्रों के साथ-साथ छोटे-छोटे कृषि यंत्रों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है. सभी प्रकार के कृषि यंत्रों के लिए जिलेवार लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है. विभिन्न प्रकार के कृषि यंत्रों के लिए किसानों से अभी तक 75 हजार ऑनलाईन आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिसमें से 45 हजार आवेदन का सत्यापन किया जा चुका है. 20 जून के बाद आवेदक किसानों के बीच कृषि यंत्रों का वितरण लॉटरी के माध्यम से किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कृषि मंत्री पाण्डे ने बताया कि अक्षांश-देशान्तर के आधार पर प्रति एकड़ एक मिट्टी जांच नमूना लिया जाता है. अभी तक 1 लाख 45 हजार मिट्टी जांच नमूना प्रयोगशाला में प्राप्त हो चुका है, जिसमें से 43 हजार से अधिक नमूने की जांच की जा चुकी है. मिट्टी जांच नमूने की जांच का कार्य प्रगति पर है. उन्होंने कहा कि बिहार में 72 ग्राम स्तरीय मिट्टी जांच प्रयोगशाला, 38 जिला स्तरीय मिट्टी जांच प्रयोगशाला, गया, मुंगेर एवं भागलपुर के अनुमंडल में 03 अनुमंडल स्तरीय मिट्टी जांच प्रयोगशाला कार्यरत हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>राज्य में चलंत मिट्टी जांच प्रयोगशाला कर रहा काम</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके साथ ही, राज्य में प्रमंडल स्तर पर 09 चलंत मिट्टी जांच प्रयोगशाला कार्य कर रहा है. इसके अतिरिक्त बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर, भागलपुर एवं डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा, समस्तीपुर में भी मिट्टी जांच प्रयोगशाला स्थापित है. उन्होंने 13 जून को सभी स्तर के मिट्टी जांच प्रयोगशाला के प्रभारियों के साथ एक बैठक आयोजित करने का निर्देश दिया. मंत्री ने कहा कि बिहार में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 80.60 लाख किसानों को उनके खाते में प्रत्येक वर्ष 2-2 हजार रुपये तीन किस्तों में दिया जाता है. उन्होंने बताया कि वर्ष 2018-19 से 2023-24 तक किसानों के खाते में 22353 करोड़ रुपये दिए गए हैं. </p>
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