लुधियाना ने संसद को दिए 3 सांसद:खुद अपना MP राजा वड़िंग बाहरी, लोकसभा में गूंजेगे किशोरी लाल, तिवारी और डा. अमर सिंह

लुधियाना ने संसद को दिए 3 सांसद:खुद अपना MP राजा वड़िंग बाहरी, लोकसभा में गूंजेगे किशोरी लाल, तिवारी और डा. अमर सिंह

पंजाब के लुधियाना शहर ने इस बार लोकसभा को 3 सांसद दिए हैं। लेकिन लुधियाना से जीतने वाला सांसद बाहरी हैं। पिछली बार लुधियाना से रवनीत सिंह बिट्टू, फरीदकोट से मोहम्मद सद्दीक, फतेहगढ़ साहिब से डॉ. अमर सिंह और श्री आनंदपुर साहिब से मनीष तिवारी चुने गए थे। लेकिन इस बार लुधियाना ने दूसरे क्षेत्रों को भी सांसद दिए हैं। वहीं लुधियाना में सांसद राजा वडिंग श्री मुक्तसर साहिब के रहने वाले हैं। कांग्रेस की सीट पर अमेठी से चुनाव लड़ने वाले के.एल. शर्मा, मनीष तिवारी और डॉ. अमर सिंह लुधियाना के रहने वाले हैं। के.एल. शर्मा शिवाजी नगर के रहने वाले हैं। मनीष तिवारी सराभा नगर के रहने वाले हैं। डॉ. अमर सिंह रायकोट के रहने वाले हैं। इससे पहले 1962 से लुधियाना से सांसद चुने जाने वाले कपूर सिंह, दविंदर सिंह गरचा, जगदेव सिंह तलवंडी, मेवा सिंह गिल, राजिंदर कौर बुलारा, गुरचरण सिंह गालिब, अमरीक सिंह आलीवाल, शरणजीत सिंह ढिल्लों, मनीष तिवारी, रवनीत सिंह बिट्टू लुधियाना से ही थे। पिछली बार लुधियाना से चार सांसद लोकसभा पहुंचे थे, जबकि इस बार लुधियाना के तीन सांसद चुने गए हैं। किशोरी लाल ने लिया राहुल गांधी की हार का बदला स्मृति ईरानी को हराकर अमेठी से सांसद बने किशोरी लाल शर्मा पिछले 40 सालों से अमेठी और रायबरेली में गांधी परिवार के लिए काम करते रहे हैं, इस बार पार्टी ने राहुल गांधी की सीट अमेठी पर उन्हें मैदान में उतारा था। किशोरी लाल शर्मा ने स्मृति ईरानी को हराकर पिछले लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी की हार का बदला लिया है। सराभा नगर के रहने वाले हैं तिवारी, पहली बार 2004 में लड़े थे चुनाव लुधियाना निवासी दूसरे सांसद हैं मनीष तिवारी, जो इस बार चंडीगढ़ से सांसद बने हैं। मनीष तिवारी ने सराभा नगर के रहने वाले हैं, और वेस्ट हलके के वोटर हैं। तिवारी पहली बार पहली बार साल 2004 में लुधियाना से लोकसभा चुनाव लड़े थे। लेकिन अकाली दल के शरणजीत सिंह ढिल्लों से चुनाव हार गए। पूर्व IAS डा. अमर सिंह है रायकोट के बाशिंदे फतेहगढ़ साहब से दूसरी बार कांग्रेसी सांसद चुने गए डॉक्टर अमर सिंह भी लुधियाना के रायकोट के रहने वाले हैं। यह शहर लुधियाना में है, जबकि संसदीय हलका फतेहगढ़ साहिब है। पंजाब सिविल मेडिकल सर्विसेज के दौरान सिविल अस्पताल व सिविल सर्जन ऑफिस लुधियाना में बतौर मेडिकल अफसर तैनात रहे हालांकि 1981 में वह IAS चुने गए। पंजाब के लुधियाना शहर ने इस बार लोकसभा को 3 सांसद दिए हैं। लेकिन लुधियाना से जीतने वाला सांसद बाहरी हैं। पिछली बार लुधियाना से रवनीत सिंह बिट्टू, फरीदकोट से मोहम्मद सद्दीक, फतेहगढ़ साहिब से डॉ. अमर सिंह और श्री आनंदपुर साहिब से मनीष तिवारी चुने गए थे। लेकिन इस बार लुधियाना ने दूसरे क्षेत्रों को भी सांसद दिए हैं। वहीं लुधियाना में सांसद राजा वडिंग श्री मुक्तसर साहिब के रहने वाले हैं। कांग्रेस की सीट पर अमेठी से चुनाव लड़ने वाले के.एल. शर्मा, मनीष तिवारी और डॉ. अमर सिंह लुधियाना के रहने वाले हैं। के.एल. शर्मा शिवाजी नगर के रहने वाले हैं। मनीष तिवारी सराभा नगर के रहने वाले हैं। डॉ. अमर सिंह रायकोट के रहने वाले हैं। इससे पहले 1962 से लुधियाना से सांसद चुने जाने वाले कपूर सिंह, दविंदर सिंह गरचा, जगदेव सिंह तलवंडी, मेवा सिंह गिल, राजिंदर कौर बुलारा, गुरचरण सिंह गालिब, अमरीक सिंह आलीवाल, शरणजीत सिंह ढिल्लों, मनीष तिवारी, रवनीत सिंह बिट्टू लुधियाना से ही थे। पिछली बार लुधियाना से चार सांसद लोकसभा पहुंचे थे, जबकि इस बार लुधियाना के तीन सांसद चुने गए हैं। किशोरी लाल ने लिया राहुल गांधी की हार का बदला स्मृति ईरानी को हराकर अमेठी से सांसद बने किशोरी लाल शर्मा पिछले 40 सालों से अमेठी और रायबरेली में गांधी परिवार के लिए काम करते रहे हैं, इस बार पार्टी ने राहुल गांधी की सीट अमेठी पर उन्हें मैदान में उतारा था। किशोरी लाल शर्मा ने स्मृति ईरानी को हराकर पिछले लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी की हार का बदला लिया है। सराभा नगर के रहने वाले हैं तिवारी, पहली बार 2004 में लड़े थे चुनाव लुधियाना निवासी दूसरे सांसद हैं मनीष तिवारी, जो इस बार चंडीगढ़ से सांसद बने हैं। मनीष तिवारी ने सराभा नगर के रहने वाले हैं, और वेस्ट हलके के वोटर हैं। तिवारी पहली बार पहली बार साल 2004 में लुधियाना से लोकसभा चुनाव लड़े थे। लेकिन अकाली दल के शरणजीत सिंह ढिल्लों से चुनाव हार गए। पूर्व IAS डा. अमर सिंह है रायकोट के बाशिंदे फतेहगढ़ साहब से दूसरी बार कांग्रेसी सांसद चुने गए डॉक्टर अमर सिंह भी लुधियाना के रायकोट के रहने वाले हैं। यह शहर लुधियाना में है, जबकि संसदीय हलका फतेहगढ़ साहिब है। पंजाब सिविल मेडिकल सर्विसेज के दौरान सिविल अस्पताल व सिविल सर्जन ऑफिस लुधियाना में बतौर मेडिकल अफसर तैनात रहे हालांकि 1981 में वह IAS चुने गए।   पंजाब | दैनिक भास्कर