सरकारी चपरासी की मौत, नौकरी मांगने पहुंची 3 पत्नियां:झांसी में तीनों बता रहीं खुद को पहली बीवी, सभी ने शादी के सबूत भी पेश किए

सरकारी चपरासी की मौत, नौकरी मांगने पहुंची 3 पत्नियां:झांसी में तीनों बता रहीं खुद को पहली बीवी, सभी ने शादी के सबूत भी पेश किए

झांसी के सिंचाई विभाग में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। विभाग के सरकारी चपरासी की मौत के बाद उसकी 3 पत्नियां अनुकंपा नौकरी मांगने पहुंच गईं। तीनों ने खुद को पहली पत्नी बताते हुए दस्तावेज भी जमा कर दिए। अब तीन पत्नियों के दावे से अफसर भी हैरान हैं। पूरे मामले की गहराई से जांच की जा रही है कि आखिर चपरासी की पहली पत्नी और कानूनी तौर पर पत्नी कौन है? 4 माह पहले हुई थी चपरासी की मौत
संतोष कुमार माताटीला सिंचाई खंड में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर तैनात थे। उनकी 6 फरवरी को कैंसर की वजह से मौत हो गई थी। संतोष कुमार की मौत के बाद तालबेहट निवासी क्रांति वंशकार ने पत्नी बताते हुए अनुकंपा नौकरी के लिए आवेदन किया। इसमें संतोष के मृत्यु प्रमाण पत्र, वारिसयान समेत अन्य दस्तावेज अफसरों को सौंपे। कुछ दिन बाद ही भोपाल निवासी सुनीता वर्मा भी झांसी ऑफिस आ गई। उसने खुद को संतोष की पत्नी बताते हुए नौकरी देने की गुहार लगाई। अफसरों ने जब उससे कागजात मांगे तब सुनीता ने भी शादी के कार्ड, फोटो समेत अन्य दस्तावेज सौंप दिए। दो पत्नियों के कागजात देखकर अफसरों के होश उड़ गए और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई। दो के बाद तीसरी पत्नी भी सामने आई
सिंचाई विभाग के ऑफिस में दो पत्नियों के दावे की छानबीन चल रही थी, तभी तालबेहट निवासी राजो भी माताटीला ऑफिस जा पहुंची। राजो ने खुद को संतोष की पत्नी बताते हुए नौकरी की गुहार लगाई। उसने भी एसडीएम की ओर से जारी परिवार सर्टिफिकेट पेश किया। दाे के बाद तीसरी पत्नी के सामने आने से अफसर भी चकरा उठे। तब संतोष के पुराने दस्तावेज खंगाले गए, लेकिन उन दस्तावेजों में भी परिवार का पूरा विवरण नहीं मिला। अफसरों का कहना है संतोष जहां-जहां तैनात रहे, वहां भी सर्विस रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है
सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता पंकज सिंह का कहना है कि संतोष कुमार चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे। उनकी मौत के बाद 3 महिलाओं ने खुद को संतोष की पत्नी बताते हुए आवेदन जमा कराए हैं। अब पूरे मामले की गहराई से जांच कराई जा रही है। जांच के बाद ही पता चलेगा कि कानूनी तौर पर संतोष की पत्नी कौन है। झांसी के सिंचाई विभाग में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। विभाग के सरकारी चपरासी की मौत के बाद उसकी 3 पत्नियां अनुकंपा नौकरी मांगने पहुंच गईं। तीनों ने खुद को पहली पत्नी बताते हुए दस्तावेज भी जमा कर दिए। अब तीन पत्नियों के दावे से अफसर भी हैरान हैं। पूरे मामले की गहराई से जांच की जा रही है कि आखिर चपरासी की पहली पत्नी और कानूनी तौर पर पत्नी कौन है? 4 माह पहले हुई थी चपरासी की मौत
संतोष कुमार माताटीला सिंचाई खंड में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर तैनात थे। उनकी 6 फरवरी को कैंसर की वजह से मौत हो गई थी। संतोष कुमार की मौत के बाद तालबेहट निवासी क्रांति वंशकार ने पत्नी बताते हुए अनुकंपा नौकरी के लिए आवेदन किया। इसमें संतोष के मृत्यु प्रमाण पत्र, वारिसयान समेत अन्य दस्तावेज अफसरों को सौंपे। कुछ दिन बाद ही भोपाल निवासी सुनीता वर्मा भी झांसी ऑफिस आ गई। उसने खुद को संतोष की पत्नी बताते हुए नौकरी देने की गुहार लगाई। अफसरों ने जब उससे कागजात मांगे तब सुनीता ने भी शादी के कार्ड, फोटो समेत अन्य दस्तावेज सौंप दिए। दो पत्नियों के कागजात देखकर अफसरों के होश उड़ गए और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई। दो के बाद तीसरी पत्नी भी सामने आई
सिंचाई विभाग के ऑफिस में दो पत्नियों के दावे की छानबीन चल रही थी, तभी तालबेहट निवासी राजो भी माताटीला ऑफिस जा पहुंची। राजो ने खुद को संतोष की पत्नी बताते हुए नौकरी की गुहार लगाई। उसने भी एसडीएम की ओर से जारी परिवार सर्टिफिकेट पेश किया। दाे के बाद तीसरी पत्नी के सामने आने से अफसर भी चकरा उठे। तब संतोष के पुराने दस्तावेज खंगाले गए, लेकिन उन दस्तावेजों में भी परिवार का पूरा विवरण नहीं मिला। अफसरों का कहना है संतोष जहां-जहां तैनात रहे, वहां भी सर्विस रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है
सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता पंकज सिंह का कहना है कि संतोष कुमार चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे। उनकी मौत के बाद 3 महिलाओं ने खुद को संतोष की पत्नी बताते हुए आवेदन जमा कराए हैं। अब पूरे मामले की गहराई से जांच कराई जा रही है। जांच के बाद ही पता चलेगा कि कानूनी तौर पर संतोष की पत्नी कौन है।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर