नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। लखनऊ से सांसद राजनाथ सिंह ने दूसरे नंबर पर शपथ ली। इससे पहले राजनाथ मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्रीय गृह मंत्री और दूसरे कार्यकाल में रक्षा मंत्री पद की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। राजनाथ सिंह के बाद उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद हरदीप सिंह पुरी ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली। राष्ट्रीय लोक दल प्रमुख और राज्यसभा सांसद चौधरी जयंत सिंह ने राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में मंत्री पद की शपथ ली। जयंत ने अंग्रेजी में शपथ ली। पीलीभीत से सांसद जितिन प्रसाद ने राज्यमंत्री के रूप में पद की शपथ ली। जितिन प्रसाद यूपी की योगी सरकार में PWD मंत्री रहे। वह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए थे। महराजगंज से पंकज चौधरी ने मंत्री पद की शपथ ली। पंकज चौधरी इसी सीट पर 2019 में भी चुनाव जीते और मोदी 2.0 सरकार में वित्त राज्यमंत्री भी बने। मिर्जापुर से सांसद और अपना दल (सोनेलाल) की नेता अनुप्रिया पटेल ने राज्यमंत्री के रूप में मंत्री पद की शपथ ली। अनुप्रिया लगातार तीसरी बार मंत्री बनी हैं। आगरा से सांसद एसपी बघेल ने राज्यमंत्री के रूप में पद की शपथ ली। बघेल मोदी 2.0 सरकार में भी मंत्री रहे। बघेल सपा से दो बार लोकसभा सांसद रहे और बसपा से राज्यसभा सांसद रहे। गोंडा से सांसद कीर्तिवर्धन सिंह ने राज्यमंत्री के रूप में पद की शपथ ली। उन्होंने पांचवीं बार लोकसभा चुनाव जीता है। बदायूं से आने वाले राज्यसभा सांसद बीएल वर्मा ने राज्यमंत्री के रूप में पद की शपथ ली। गोरखपुर के लोकसभा क्षेत्र बांसगांव से सांसद कमलेश पासवान ने भी राज्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। कमलेश लगातार चौथी बार सांसद चुने गए हैं। यूपी से NDA के इस बार 36 सांसद हैं। 9 मंत्री बने हैं। यानी, औसतन यूपी का हर चौथा सांसद मंत्री बना है। हालांकि, इनमें दो राज्यसभा सांसद हैं। 7 मंत्री इस बार चुनाव हारे
पिछली बार केंद्र में मंत्री रहे 7 सांसद इस बार चुनाव हार गए। इनमें स्मृति ईरानी, साध्वी निरंजन ज्योति, संजीव बालियान, भानू प्रताप वर्मा, अजय मिश्रा टेनी, कौशल किशोर, महेंद्र नाथ पांडेय को छोड़कर बाकी 5 चेहरों को रिपीट किया गया है। राजनाथ पहली, जयंत-बघेल तीसरी, जितिन-अनुप्रिया चौथी लाइन में
पीएम मोदी के साथ मीटिंग में राजनाथ सिंह सबसे पहली लाइन में अमित शाह के बगल में बैठे नजर आए। जबकि जयंत चौधरी और एसपी सिंह बघेल तीसरी लाइन, जितिन प्रसाद और अनुप्रिया एक साथ चौथी लाइन में बैठे नजर आए। मोदी मंत्रिमंडल में जातीय और क्षेत्रीय समीकरण का ध्यान रखा गया है। 9 नामों में सबसे ज्यादा 4 नाम ओबीसी समुदाय से हैं। 3 सामान्य वर्ग (एक ब्राह्मण और दो ठाकुर) और 2 दलित वर्ग से हैं। क्षेत्र के हिसाब से बात की जाए तो पश्चिम यूपी से सबसे ज्यादा 4, पूर्वांचल से 3 और अवध यानी मध्य क्षेत्र से 2 नाम हैं। यूपी से एनडीए के दो सहयोगी दल को जगह
यूपी के 4 क्षेत्रीय दल एनडीए का हिस्सा हैं। इसमें अपना दल (एस), रालोद, सुभासपा और निषाद पार्टी हैं। रालोद के 2 सांसद हैं, अपना दल (एस) की अनुप्रिया इकलौती सांसद हैं। जबकि सुभासपा और निषाद पार्टी के एक भी सांसद चुनाव नहीं जीते हैं। मोदी 2.0 में यूपी से 12 चेहरों को जगह मिली थी। इनमें से 7 मंत्री चुनाव हार गए। इस बार भाजपा को यूपी से 29 सीटों का बड़ा नुकसान हुआ। पार्टी 62 से सिमटकर 33 सीटों पर आ गई है। ऐसे में मंत्रिमंडल में यूपी की भागीदारी कम हो सकती है। शपथ ग्रहण को लेकर यूपी में दिनभर के अपडेट्स देखिए… नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। लखनऊ से सांसद राजनाथ सिंह ने दूसरे नंबर पर शपथ ली। इससे पहले राजनाथ मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्रीय गृह मंत्री और दूसरे कार्यकाल में रक्षा मंत्री पद की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। राजनाथ सिंह के बाद उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद हरदीप सिंह पुरी ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली। राष्ट्रीय लोक दल प्रमुख और राज्यसभा सांसद चौधरी जयंत सिंह ने राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में मंत्री पद की शपथ ली। जयंत ने अंग्रेजी में शपथ ली। पीलीभीत से सांसद जितिन प्रसाद ने राज्यमंत्री के रूप में पद की शपथ ली। जितिन प्रसाद यूपी की योगी सरकार में PWD मंत्री रहे। वह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए थे। महराजगंज से पंकज चौधरी ने मंत्री पद की शपथ ली। पंकज चौधरी इसी सीट पर 2019 में भी चुनाव जीते और मोदी 2.0 सरकार में वित्त राज्यमंत्री भी बने। मिर्जापुर से सांसद और अपना दल (सोनेलाल) की नेता अनुप्रिया पटेल ने राज्यमंत्री के रूप में मंत्री पद की शपथ ली। अनुप्रिया लगातार तीसरी बार मंत्री बनी हैं। आगरा से सांसद एसपी बघेल ने राज्यमंत्री के रूप में पद की शपथ ली। बघेल मोदी 2.0 सरकार में भी मंत्री रहे। बघेल सपा से दो बार लोकसभा सांसद रहे और बसपा से राज्यसभा सांसद रहे। गोंडा से सांसद कीर्तिवर्धन सिंह ने राज्यमंत्री के रूप में पद की शपथ ली। उन्होंने पांचवीं बार लोकसभा चुनाव जीता है। बदायूं से आने वाले राज्यसभा सांसद बीएल वर्मा ने राज्यमंत्री के रूप में पद की शपथ ली। गोरखपुर के लोकसभा क्षेत्र बांसगांव से सांसद कमलेश पासवान ने भी राज्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। कमलेश लगातार चौथी बार सांसद चुने गए हैं। यूपी से NDA के इस बार 36 सांसद हैं। 9 मंत्री बने हैं। यानी, औसतन यूपी का हर चौथा सांसद मंत्री बना है। हालांकि, इनमें दो राज्यसभा सांसद हैं। 7 मंत्री इस बार चुनाव हारे
पिछली बार केंद्र में मंत्री रहे 7 सांसद इस बार चुनाव हार गए। इनमें स्मृति ईरानी, साध्वी निरंजन ज्योति, संजीव बालियान, भानू प्रताप वर्मा, अजय मिश्रा टेनी, कौशल किशोर, महेंद्र नाथ पांडेय को छोड़कर बाकी 5 चेहरों को रिपीट किया गया है। राजनाथ पहली, जयंत-बघेल तीसरी, जितिन-अनुप्रिया चौथी लाइन में
पीएम मोदी के साथ मीटिंग में राजनाथ सिंह सबसे पहली लाइन में अमित शाह के बगल में बैठे नजर आए। जबकि जयंत चौधरी और एसपी सिंह बघेल तीसरी लाइन, जितिन प्रसाद और अनुप्रिया एक साथ चौथी लाइन में बैठे नजर आए। मोदी मंत्रिमंडल में जातीय और क्षेत्रीय समीकरण का ध्यान रखा गया है। 9 नामों में सबसे ज्यादा 4 नाम ओबीसी समुदाय से हैं। 3 सामान्य वर्ग (एक ब्राह्मण और दो ठाकुर) और 2 दलित वर्ग से हैं। क्षेत्र के हिसाब से बात की जाए तो पश्चिम यूपी से सबसे ज्यादा 4, पूर्वांचल से 3 और अवध यानी मध्य क्षेत्र से 2 नाम हैं। यूपी से एनडीए के दो सहयोगी दल को जगह
यूपी के 4 क्षेत्रीय दल एनडीए का हिस्सा हैं। इसमें अपना दल (एस), रालोद, सुभासपा और निषाद पार्टी हैं। रालोद के 2 सांसद हैं, अपना दल (एस) की अनुप्रिया इकलौती सांसद हैं। जबकि सुभासपा और निषाद पार्टी के एक भी सांसद चुनाव नहीं जीते हैं। मोदी 2.0 में यूपी से 12 चेहरों को जगह मिली थी। इनमें से 7 मंत्री चुनाव हार गए। इस बार भाजपा को यूपी से 29 सीटों का बड़ा नुकसान हुआ। पार्टी 62 से सिमटकर 33 सीटों पर आ गई है। ऐसे में मंत्रिमंडल में यूपी की भागीदारी कम हो सकती है। शपथ ग्रहण को लेकर यूपी में दिनभर के अपडेट्स देखिए… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर