हरियाणा की करनाल लोकसभा से नवनिर्वाचित सांसद और पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर कैबिनेट मंत्री बनने वाले दूसरे सांसद हैं। उनसे पहले आईडी स्वामी को 1999 में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बनाया गया था। इतिहास के पन्नों को पलटें तो आजादी से लेकर आज तक करनाल लोकसभा को सिर्फ दो मंत्री पद मिले हैं। आज एक बार फिर करनाल लोकसभा का नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है। स्पीकर द्रौपदी मुर्मू ने मनोहर लाल को 8वें नंबर पर कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ दिलाई है। मनोहर लाल एक ताकतवर मंत्री बन चुके हैं और अब करनाल की जनता की निगाहें इस पर टिकी हैं कि वे करनाल के लिए क्या तोहफा लेकर आते हैं। 25 साल बाद करनाल को मिला कैबिनेट मंत्री दिवंगत आईडी स्वामी के बाद अब 25 साल बाद करनाल लोकसभा को सौभाग्य मिला है और लोकसभा को कैबिनेट मंत्री मिला है। चूंकि आईडी स्वामी का जिक्र हो चुका है तो सबसे पहले उनके बारे में जान लेते हैं। आईडी स्वामी का पूरा नाम ईश्वर दयाल स्वामी है। जिनका 91 वर्ष की आयु में 15 सितंबर 2019 को फरीदाबाद के अस्पताल में निधन हो चुका है। आईडी स्वामी भारतीय राजनीतिज्ञ और पूर्व आईएएस अधिकारी रहे। जिन्होंने तीसरे वाजपेयी मंत्रालय में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया। ये स्वतंत्रता आंदोलनों में भी हिस्सा ले चुके थे। जब एक वोट से गिर गई थी सरकार, फेल हुई थी भजन लाल की PHD ID स्वामी करनाल लोकसभा सीट से 1996 और 1999 में सांसद बने। 1998 में चौ. भजन लाल से हार गए थे। तब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार भी एक वोट से गिर गई थी। दोबारा 1999 के चुनाव हुए तो वाजपेयी प्रचार करने आए। उन्होंने कहा कि था कि इस बार आईडी स्वामी को जीता देना क्योंकि मेरी सरकार एक वोट से गिर गई थी।1999 में स्वामी ने पूर्व CM भजन लाल हो हराया था। इससे पहले वे कभी नहीं हारे थे, उन्हें राजनीति का PHD कहा जाता था। करनाल में ही चौ. भजन लाल की पीएचडी फेल हुई थी। इसके बाद स्वामी केंद्रीय राज्य गृह मंत्री बने थे। CM रहते हुए करनाल को दिए कई बड़े प्रोजेक्ट आज मनोहर लाल केंद्रीय मंत्री बने है। अब लोगों की उम्मीदे उनसे ओर भी ज्यादा बढ़ चुकी है, क्योंकि CM रहते हुए उन्होंने करनाल में हजारों करोड़ के विकास कार्य करवाए। सबसे बड़े प्रोजेक्टों की बात की जाए तो उसमें महाराणा प्रताप बागवानी यूनिवर्सिटी और कुटेल मेडिकल यूनिवर्सिटी का नाम आता है। कुटेल मेडिकल यूनिवर्सिटी सबसे बड़े प्रोजेक्टों में शामिल है और इस पर 2250 करोड़ रुपए खर्च होने है। करनाल में ही कुटेल के पास से रिंग रोड निकल रहा है, जिस पर 1750 करोड़ खर्च होने है। जिससे ट्रेफिक लोड कम होगा। इसके अलावा पश्चिमी बाइपास, रेलवे पुल रामनगर, ऊंचा समाना फ्लाईओवर और कर्णलेक के पास पश्चिमी यमुना नहर पर सिक्स लेन फ्लाईओवर, जीटी रोड पर ऊंचा समाणा फ्लाईओवर और कर्णलेक के पास पश्चिमी यमुना नहर पर सिक्स लेन फ्लाईओवर, करनाल से यमुना तक फोरलेन सड़क, करनाल से कैथल फोरलेन, करनाल से असंध फोरलेन सड़क सहित हजारों करोड़ रुपए के विकास कार्य करवाए। करनाल को मिला दूसरा मौका आईडी स्वामी के बाद अब मनोहर लाल के रूप में करनालवासियों के लिए एक सुनहरा मौका सामने आया है। ऐसे में लोगों की भी अपेक्षाएं बहुत ज्यादा बढ़ चुकी है। जब सीएम रहते हुए मनोहर लाल मेडिकल यूनिवर्सिटी जैसे प्रोजेक्ट लेकर आ गए थे, अब तो वे कैबिनेट में एक पावरफुल मंत्री है और वह भी प्रधानमंत्री के चेहते। ऐसे में तो करनाल की काया कल्प ही पलट सकती है। फिलहाल सारी धाराओं और मिथको को तोड़कर मनोहर लाल कैबिनेट मंत्री बन चुके है, अब देखने वाली बात यह है कि जो 25 साल के बाद करनाल के पास यह मौका आया है तो करनाल लोकसभा क्षेत्र में मनोहर लाल क्या कुछ कमाल करके दिखाते है, क्योंकि पूर्व सांसद संजय भाटिया के कार्यो से लोकसभा की जनता नाखुश नजर आई थी और खट्टर से भी लोग नाराज थे, क्या अब कैबिनेट मंत्री के रूप में खट्टर लोगों की नाराजगी को दूर कर पाएंगे, वह समय के गर्भ में है। हरियाणा की करनाल लोकसभा से नवनिर्वाचित सांसद और पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर कैबिनेट मंत्री बनने वाले दूसरे सांसद हैं। उनसे पहले आईडी स्वामी को 1999 में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बनाया गया था। इतिहास के पन्नों को पलटें तो आजादी से लेकर आज तक करनाल लोकसभा को सिर्फ दो मंत्री पद मिले हैं। आज एक बार फिर करनाल लोकसभा का नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है। स्पीकर द्रौपदी मुर्मू ने मनोहर लाल को 8वें नंबर पर कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ दिलाई है। मनोहर लाल एक ताकतवर मंत्री बन चुके हैं और अब करनाल की जनता की निगाहें इस पर टिकी हैं कि वे करनाल के लिए क्या तोहफा लेकर आते हैं। 25 साल बाद करनाल को मिला कैबिनेट मंत्री दिवंगत आईडी स्वामी के बाद अब 25 साल बाद करनाल लोकसभा को सौभाग्य मिला है और लोकसभा को कैबिनेट मंत्री मिला है। चूंकि आईडी स्वामी का जिक्र हो चुका है तो सबसे पहले उनके बारे में जान लेते हैं। आईडी स्वामी का पूरा नाम ईश्वर दयाल स्वामी है। जिनका 91 वर्ष की आयु में 15 सितंबर 2019 को फरीदाबाद के अस्पताल में निधन हो चुका है। आईडी स्वामी भारतीय राजनीतिज्ञ और पूर्व आईएएस अधिकारी रहे। जिन्होंने तीसरे वाजपेयी मंत्रालय में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया। ये स्वतंत्रता आंदोलनों में भी हिस्सा ले चुके थे। जब एक वोट से गिर गई थी सरकार, फेल हुई थी भजन लाल की PHD ID स्वामी करनाल लोकसभा सीट से 1996 और 1999 में सांसद बने। 1998 में चौ. भजन लाल से हार गए थे। तब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार भी एक वोट से गिर गई थी। दोबारा 1999 के चुनाव हुए तो वाजपेयी प्रचार करने आए। उन्होंने कहा कि था कि इस बार आईडी स्वामी को जीता देना क्योंकि मेरी सरकार एक वोट से गिर गई थी।1999 में स्वामी ने पूर्व CM भजन लाल हो हराया था। इससे पहले वे कभी नहीं हारे थे, उन्हें राजनीति का PHD कहा जाता था। करनाल में ही चौ. भजन लाल की पीएचडी फेल हुई थी। इसके बाद स्वामी केंद्रीय राज्य गृह मंत्री बने थे। CM रहते हुए करनाल को दिए कई बड़े प्रोजेक्ट आज मनोहर लाल केंद्रीय मंत्री बने है। अब लोगों की उम्मीदे उनसे ओर भी ज्यादा बढ़ चुकी है, क्योंकि CM रहते हुए उन्होंने करनाल में हजारों करोड़ के विकास कार्य करवाए। सबसे बड़े प्रोजेक्टों की बात की जाए तो उसमें महाराणा प्रताप बागवानी यूनिवर्सिटी और कुटेल मेडिकल यूनिवर्सिटी का नाम आता है। कुटेल मेडिकल यूनिवर्सिटी सबसे बड़े प्रोजेक्टों में शामिल है और इस पर 2250 करोड़ रुपए खर्च होने है। करनाल में ही कुटेल के पास से रिंग रोड निकल रहा है, जिस पर 1750 करोड़ खर्च होने है। जिससे ट्रेफिक लोड कम होगा। इसके अलावा पश्चिमी बाइपास, रेलवे पुल रामनगर, ऊंचा समाना फ्लाईओवर और कर्णलेक के पास पश्चिमी यमुना नहर पर सिक्स लेन फ्लाईओवर, जीटी रोड पर ऊंचा समाणा फ्लाईओवर और कर्णलेक के पास पश्चिमी यमुना नहर पर सिक्स लेन फ्लाईओवर, करनाल से यमुना तक फोरलेन सड़क, करनाल से कैथल फोरलेन, करनाल से असंध फोरलेन सड़क सहित हजारों करोड़ रुपए के विकास कार्य करवाए। करनाल को मिला दूसरा मौका आईडी स्वामी के बाद अब मनोहर लाल के रूप में करनालवासियों के लिए एक सुनहरा मौका सामने आया है। ऐसे में लोगों की भी अपेक्षाएं बहुत ज्यादा बढ़ चुकी है। जब सीएम रहते हुए मनोहर लाल मेडिकल यूनिवर्सिटी जैसे प्रोजेक्ट लेकर आ गए थे, अब तो वे कैबिनेट में एक पावरफुल मंत्री है और वह भी प्रधानमंत्री के चेहते। ऐसे में तो करनाल की काया कल्प ही पलट सकती है। फिलहाल सारी धाराओं और मिथको को तोड़कर मनोहर लाल कैबिनेट मंत्री बन चुके है, अब देखने वाली बात यह है कि जो 25 साल के बाद करनाल के पास यह मौका आया है तो करनाल लोकसभा क्षेत्र में मनोहर लाल क्या कुछ कमाल करके दिखाते है, क्योंकि पूर्व सांसद संजय भाटिया के कार्यो से लोकसभा की जनता नाखुश नजर आई थी और खट्टर से भी लोग नाराज थे, क्या अब कैबिनेट मंत्री के रूप में खट्टर लोगों की नाराजगी को दूर कर पाएंगे, वह समय के गर्भ में है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
सोनीपत में युवक के सिर पर मारी तलवार:गैंगस्टर काला जठेड़ी के गांव में वारदात; बारात में हुई थी कहासुनी
सोनीपत में युवक के सिर पर मारी तलवार:गैंगस्टर काला जठेड़ी के गांव में वारदात; बारात में हुई थी कहासुनी हरियाणा के सोनीपत में बारात में हुई कहासुनी की रंजिश में एक युवक पर तलवार से हमला किया गया। साथ ही दूसरे युवक ने उस पर बिट्टे से भी चोटें मारी। वह इससे बेसुध हो गया और होश आने पर अस्पताल में दाखिल था। पुलिस ने गांव जठेड़ी के दो युवकों पर विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। पुलिस मामले में छानबीन कर रही है। आरोपी हमलावर अभी फरार हैं। ये वारदात कुख्यात गैंगस्टर काला जठेड़ी के गांव की है। थाना राई में दी शिकायत में जठेड़ी गांव के रहने वाले साहिल ने बताया कि शनिवार को वह अपने भाई सागर के साथ खेत से ज्वार का भरोटा लेने गए थे। इसके बाद वह बाइक पर ज्वार लेकर घर के लिए चल दिया। उसका भाई पीछे पैदल आ रहा था।वह मैक्स हाइट सोसाइटी के पास पहुंचे तो पीछे से आई कार ने उसकी मोटरसाइकिल को साइड से टक्कर मारी। इससे वह मोटरसाइकिल समेत नीचे गिर गया। उसने बताया कि इसके बाद कार से दो युवक सुखचैन व आशीष बाहर आए। ये दोनों उसी के गांव जठेड़ी के रहने वाले हैं। सुखचैन के हाथ में तलवार और आशीष के हाथ में लकड़ी का बिट्टा था। इसी दौरान सुखचैन ने तलवार से उसके सिर पर हमला किया। आशीष ने बिट्टे से टांग पर वार किए। इससे वह बेहोश हो गया। जब मुझे होश आया तो खुद को सोनीपत के नागरिक अस्पताल में पाया। भाई सागर ने उसे बताया कि सुखचैन व आशीष ने कहा है कि हमने अपना बदला ले लिया, दोबारा हमारे साथ उलझने की कोशिश की तो जान से मार देंगे। उसने बताया कि इसी साल 6 मार्च को हम दोनों भाई अपने ही गांव के लड़के बिट्टू की बारात में सोनीपत गये थे। वहां पर उनकी सुखचैन व आशीष से कहासुनी व मारपीट हो गई थी। गांव में पंचायती तौर पर दोनों पक्षों में सुलह हो गई थी। ये दोनों उसी दिन से उससे रंजिश रखे हुए थे। थाना राई के सब इंस्पेक्टर नरेंद्र के अनुसार थाना में सूचना प्राप्त हुई कि साहिल निवासी जठेड़ी लड़ाई- झगड़े में घायल होकर अस्पताल में दाखिल है। उसे पीजीआई रोहतक रेफर किया गया है। वे अस्पताल पहुंचे और डॉक्टर से MLR ली। उसमें साहिल को चार चोटें लगने की पुष्टि हुई। पुलिस ने इस पर उसकी शिकायत पर सुखचैन व आशीष के खिलाफ धारा 115, 351(2), 110, 3 9) BNS में केस दर्ज कर लिया हे।
गुरुग्राम में कांग्रेस उम्मीदवार की फिसली जुबान:बोले- BJP को मिलेंगी 70-80 सीटें, भाजपा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की वीडियो
गुरुग्राम में कांग्रेस उम्मीदवार की फिसली जुबान:बोले- BJP को मिलेंगी 70-80 सीटें, भाजपा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की वीडियो प्रदेश में सियासत का पारा लगातार चढ़ रहा है। चुनावी रण में उतरे उम्मीदवार एक दूसरे पर हमलावर हैं। एक-दूसरे पर बयानबाजी में नेताओं की जुबान फिसलना भी एक मुद्दा बन जाता है। जैसे मीडिया से बातचीत करते हुए कांग्रेस उम्मीदवार मोहित ग्रोवर की जबान भी फिसल गई। कांग्रेस की बात करते-करते वह बीजेपी की 70-80 सीट आने की बात बोल गए। अब उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। कांग्रेस नेता लोकसभा चुनाव के अपने प्रदर्शन से खासे उत्साहित हैं और विधानसभा चुनाव में सत्ता की कुर्सी तक का सफर तय करने का सपना देख रहे हैं। शायद इसी ओवर कॉन्फिडेंस में गुरुग्राम विधानसभा सीट के उम्मीदवार मोहित ग्रोवर जल्दबाजी में मीडिया के सामने बीजेपी की तारीफ करने लगे। वीडियो में वह कह रहे हैं कि विधानसभा में साफ, 70-80 सीट आएगी BJP को। उस समय उनके साथ हाल ही में जजपा से आए नरेश सहरावत, सूबे सिंह बोरा और कांग्रेस जिला मीडिया कोऑर्डिनेटर पंकज डावर भी मौजूद थे। सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो हालांकि बाद में वह सफाई देते रहे लेकिन तब तक उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। बीजेपी ने भी इस वीडियो को सोशल साइट पर डाल दिया। इसके बाद यूजर जमकर कमेंट कर रहे हैं, तो बीजेपी समर्थक कह रहे कि आखिरकार सच्चाई मुंह पर आ ही गई। किसी ने लिखा हार की बौखलाहट के चलते कांग्रेस उम्मीदवार सही बात कह रहे हैं। 2019 में लड़े थे निर्दलीय कई पार्टी से होते हुए कांग्रेस में आए मोहित ग्रोवर के पिता स्व मदनलाल ग्रोवर बड़े पंजाबी नेता रहे हैं। 2019 के चुनाव में मोहित ग्रोवर निर्दलीय चुनाव लड़ थे और करीब 25% वोट लेकर दूसरे नंबर पर रहे थे। वहीं कांग्रेस के पूर्व मंत्री सुखबीर कटारिया तीसरे नंबर पर थे। ग्रोवर परिवार पहले भी कांग्रेस में रहा है, तो ग्रोवर बीच में BJP में आ गए थे। थाना के नगर निगम चुनाव में जहां मदनलाल ग्रोवर चुनाव हारे थे वहीं बाद में वह अपने समर्थक को भी नहीं जीता पाए थे। हालांकि 2019 के चुनाव में मदनलाल ग्रोवर की रणनीति के चलते ही मोहित दूसरे नंबर पर आए थे। 2019 विधानसभा चुनाव के बाद मोहित नहीं रहे सक्रिय विधानसभा चुनाव में दूसरे नंबर पर आने के बाद भी मोहित क्षेत्र में सक्रिय नहीं रहे। वहीं लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी राज बब्बर उनके आवास पर भी गए थे लेकिन उनको उम्मीद मुताबिक सहयोग नहीं मिला। यह बात राज बब्बर ने अपने बयान में भी कही थी। हालांकि मोहित इससे इनकार करते रहे हैं। विधानसभा चुनाव के ठीक पहले मोहित ने कांग्रेस का दामन तो थाम लिया लेकिन पार्टी में टिकट की रेस में चल रहे कांग्रेसी नेताओं को यह नागवार गुजरा। शायद यही कारण है कि वह फिलहाल मोहित ग्रोवर के साथ नजर नहीं आ रहे हैं। हालांकि अकेले जिला कांग्रेस मीडिया कोऑर्डिनेटर पंकज डावर उनकी नैया पार करने की जुगत लगाते दिख रहे हैं।
करनाल के युवक की अमेरिका में गोली मारकर हत्या:35 लाख का लोन लेकर भेजा था अमेरिका, न्यूयॉर्क में चलाता था डोर डेस्क
करनाल के युवक की अमेरिका में गोली मारकर हत्या:35 लाख का लोन लेकर भेजा था अमेरिका, न्यूयॉर्क में चलाता था डोर डेस्क करनाल जिले के निसिंग गांव के एक युवक की अमेरिका में गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक का नाम मोनू वर्मा है, जिसे करीब ढाई साल पहले उसके परिजनों ने रिश्तेदारों से 35 लाख रुपये कर्ज लेकर डंकी से अमेरिका भेजा था और अब वह वहां डोर डेस्क ऑपरेटर का काम कर रहा था। बीती रात वह काम से घर लौट रहा था। इसी दौरान उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। डोर डेस्क का करता था काम निसिंग के सराफा बाजार निवासी पिता पवन कुमार वर्मा ने बताया कि मोनू ढाई साल पहले अमेरिका गया था। वहां वह डेल्फिया न्यूयॉर्क में रहता था और डोर डेस्क का काम करता था। हमें 12 जुलाई की रात को करीब 10 बजे पता चला कि मोनू की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मेरे बेटे के पास ही एक लड़का रहता है, उसी ने कॉल करके बताया कि मोनू की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। वहां पर गोलीबारी हुई है जिसमें कई लोगों की जान गई है। जिसमें मोनू भी शामिल थे। पांच बहन भाइयों में सबसे छोटा था मोनू पिता ने बताया कि मेरे पांच बच्चे हैं। तीन लड़कियां और दो लड़के हैं। मोनू सबसे छोटा लड़का था। मैने बैंक से लोन लेकर व रिश्तेदारों से कर्ज लेकर मोनू को अमेरिका भेजा था। उसकी भी भरपाई नहीं हो पाई थी और वह कर्ज भी लौटाना है। बेटा भी नहीं रहा और अब उसकी बॉडी भारत लाने के लिए आर्थिक तंगी आड़े आ रही है। भाई की शादी में 8 साल का था मोनू मोनू के भाई सोनू ने बताया कि मेरी शादी के समय मोनू 8 साल का था और मेरा सबसे लाड़ला भाई था। वह मेरे से 12 साल छोटा है। हम अपने भाई को भारत में लाकर अंतिम संस्कार करना चाहते हैं। पुर्तगाल में हो चुका था पक्का मोनू के दोस्त संजीव ने बताया कि पहले वह पुर्तगाल में गया था और वहां पर पक्का हो चुका था, उसके बाद वह अमेरिका चला गया था। अमेरिका में हर दिन कोई न कोई घटना होती रहती है। सरकार से प्रार्थना है कि वहां पर ठोस कदम उठाए और यहां की सरकार से भी अपील है कि सरकार इस परिवार की मदद करे, ताकि शव भारत लाया जा सके।