हरियाणा के हिसार में माडल टाउन में रहने वाले 67 वर्षीय रिटायर्ड कर्मचारी सुरेंद्र कुमार को उसके बेटे की पत्नी व ससुर ने महिला थाना के गेट पर लात-घूंसे से बुरी तरह से पीटा। उसको घायल हालत में नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मामले की सूचना पुलिस को दे दी गई है। घायल सुरेंद्र कुमार ने बताया कि उसके बेटे हिमांशु की शादी सिरसा के सूचान गांव की रितू से 2018 में की थी। शादी के बाद एक लड़की है, लेकिन हिमांशु का अपनी पत्नी कई दिन से विवाद चल रहा था। इस कारण पत्नी ने दहेज और मारपीट का केस दर्ज करवा दिया था। घायल के बेटे हिमांशु ने बताया कि सोमवार करीब 12:30 बजे इस मामले में दूसरी काउंसिलिंग के लिए वह अपने पिता और चाचा विजय के साथ महिला थाने गया था। वहां पर उसके पत्नी रितु और ससुर सतीश आए हुए थे। थाने में काफी देर बाद जब वे बाहर आने लगे तो गेट पर अचानक उसके पिता सुरेंद्र पर उसकी पत्नी रितु और ससुर विजय ने हमला कर दिया। उसने बताया कि उसके पिता को लात घूंसे मारे। इससे उन्हें चक्कर आ गया और वहां गिर गए। इसके बाद हिमांशु ने डायल 112 पर काल किया। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को नागरिक अस्पताल लेकर आए। हरियाणा के हिसार में माडल टाउन में रहने वाले 67 वर्षीय रिटायर्ड कर्मचारी सुरेंद्र कुमार को उसके बेटे की पत्नी व ससुर ने महिला थाना के गेट पर लात-घूंसे से बुरी तरह से पीटा। उसको घायल हालत में नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मामले की सूचना पुलिस को दे दी गई है। घायल सुरेंद्र कुमार ने बताया कि उसके बेटे हिमांशु की शादी सिरसा के सूचान गांव की रितू से 2018 में की थी। शादी के बाद एक लड़की है, लेकिन हिमांशु का अपनी पत्नी कई दिन से विवाद चल रहा था। इस कारण पत्नी ने दहेज और मारपीट का केस दर्ज करवा दिया था। घायल के बेटे हिमांशु ने बताया कि सोमवार करीब 12:30 बजे इस मामले में दूसरी काउंसिलिंग के लिए वह अपने पिता और चाचा विजय के साथ महिला थाने गया था। वहां पर उसके पत्नी रितु और ससुर सतीश आए हुए थे। थाने में काफी देर बाद जब वे बाहर आने लगे तो गेट पर अचानक उसके पिता सुरेंद्र पर उसकी पत्नी रितु और ससुर विजय ने हमला कर दिया। उसने बताया कि उसके पिता को लात घूंसे मारे। इससे उन्हें चक्कर आ गया और वहां गिर गए। इसके बाद हिमांशु ने डायल 112 पर काल किया। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को नागरिक अस्पताल लेकर आए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रेलवे से रिटायर्ड कर्मचारी से सोने की अंगूठी ठगी रोहतक । हिसार रोड स्थित अंबेडकर नगर निवासी प्यारेलाल रेलवे विभाग से सेवानिवृत है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार की सुबह वह करीब 7:30 बजे घर से घूमने के लिए हिसार रोड पुल के पास गए थे। तभी बाइक पर आए दो युवकों ने कहा कि बाऊजी बीपीएल में बुजुर्गों के लिए स्कीम निकली है। बातचीत में युवकों ने उनसे एक पर्ची निकलवाई। इसके बाद युवकों ने 500 रुपए जीतने की बात कही। झांसे में आने के बाद युवकों ने मेरी सोने की अंगूठी उतरवा ली और फरार हो गए।
हरियाणा में पूर्व सांसद के कंगना रनोट पर विवादित बोल:कहा-उन्हें रेप का बहुत तजुर्बा, पूछो कैसे होता है; अभिनेत्री बोलीं-मुझे रेप की धमकी दी
हरियाणा में पूर्व सांसद के कंगना रनोट पर विवादित बोल:कहा-उन्हें रेप का बहुत तजुर्बा, पूछो कैसे होता है; अभिनेत्री बोलीं-मुझे रेप की धमकी दी पंजाब के पूर्व लोकसभा सांसद सिमरनजीत सिंह मान ने बॉलीवुड अभिनेत्री व हिमाचल प्रदेश से BJP सांसद कंगना रनोट को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया है। मान ने कहा है कि कंगना रनोट को रेप का बहुत तजुर्बा है, उनसे पूछ सकते हैं कि रेप कैसे होता है? मान गुरुवार को करनाल आए हुए थे। मान के इस बयान पर हरियाणा राज्य महिला आयोग ने संज्ञान लिया है। आयोग ने पूर्व सांसद को समन भेजा है। साथ ही 5 दिन के अंदर सार्वजनिक रूप से माफी मांगने और लिखित स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया है। बता दें कि कंगना रनोट ने कुछ दिन पहले ‘दैनिक भास्कर’ को दिए इंटरव्यू में कहा था कि दिल्ली बॉर्डर पर हुए किसान आंदोलन में रेप किए गए। उसे लेकर मान का यह बयान माना जा रहा है। वहीं, कंगना इन दिनों पूर्व PM इंदिरा गांधी पर बनाई फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लेकर भी विवादों में हैं। इसे लेकर सिख समुदाय का आरोप है कि संत जरनैल सिंह भिंडरावाले के कैरेक्टर को गलत तरीके से पेश कर सिखों की छवि बिगाड़ी जा रही है। वहीं, इस पर कंगना रनोट ने कहा, ‘मुझे रेप की धमकियां मिल रही हैं कि कंगना को पता है कि रेप क्या होता है। इस तरह से वे मेरी आवाज नहीं दबा सकते।’ मीडिया के सवाल और मान के जवाब पढ़िए…. सिमरनजीत सिंह मान से पूछा गया था कि कंगना रनोट ने बयान दिया कि अगर केंद्र में BJP की सरकार न होती तो किसान आंदोलन के वक्त पंजाब का वही हाल होता, जो बांग्लादेश का हुआ है। इसके जवाब में मान ने कहा-” कंगना रनोट को रेप का बहुत तजुर्बा है। उनसे आगे पूछ सकते हैं कि रेप कैसे होता है?, लोगों को समझाया जाए। मान से पूछा गया कि कंगना रनोट को रेप का तजुर्बा कैसे है? इसके जवाब में मान ने कहा- जैसे आप साइकिल चलाते हैं तो आपको साइकिल चलाने का तजुर्बा हो जाता है। उनको रेप का तजुर्बा है। मान से फिर पूछा गया कि क्या वे कंगना रनोट की बात कर रहे हैं। इस पर मान ने कहा कि बिल्कुल, वह कंगना रनोट की बात कर रहे हैं। कंगना ने कहा- रेप की तुलना साइकिल चलाने से की
सिमरजीत सिंह मान के बयान के बाद कंगना ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि यह देश रेप को महत्वहीन बनाना कभी बंद नहीं करेगा। आज इस वरिष्ठ नेता ने रेप की तुलना साइकिल चलाने से कर दी, इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि मजे के लिए महिलाओं के खिलाफ रेप और हिंसा राष्ट्र की मानसिकता में इतनी गहरी जड़ें जमा चुकी है कि इसका इस्तेमाल महिलाओं को चिढ़ाने या उनका मजाक उड़ाने के लिए किया जाता है, भले ही वह कोई बड़ा फिल्म डायरेक्टर या नेता ही क्यों न हो।’ कंगना रनोट ने कहा कि इमरजेंसी फिल्म रिलीज होने वाली है। हमें सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट मिल चुका है। इसे लेकर बहुत लोगों ने हंगामा किया। अभी भी सेंसर बोर्ड के इश्यू चल रहे हैं, हमें उम्मीद है कि फिल्म रिलीज हो जाएगी। डराने और धमकाने से इतिहास नहीं बदल सकते। 17 साल की लड़की पर 30-35 गोलियां दागी गईं। गोलियां आसमान से तो नहीं चलीं। वह कैसे मरी, ये सब तो दिखाना ही पड़ेगा। आर्टिस्ट की आवाज को दबाने के लिए कुछ लोगों ने माथे पर बंदूक रख दी है। इन सब चीज से हम डरने वाले नहीं हैं। शहीद भगत सिंह को आतंकवादी कह चुके
सिमरनजीत मान पहले भी विवादित बयान दे चुके हैं। 2 साल पहले करनाल में उन्होंने शहीद भगत सिंह को आतंकवादी कहा था। मान ने कहा था कि सरदार भगत सिंह ने एक अंग्रेज नौजवान, एक अफसर और एक अमृतधारी सिख कॉस्टेबल को मार दिया था। नेशनल असेंबली में बम फेंक दिया था। भगत सिंह आतंकवादी है या भगत है, यह बता दीजिए। बेगुनाह आदमियों को मारना और पार्लियामेंट में बम फेंक देना शराफत की बात है। कुछ भी हो लेकिन भगत सिंह आतंकवादी तो है। जनरल डायर को सिरोपे देने की बात कबूली थी
मान के भगत सिंह को आतंकी कहे जाने के बाद सियासी बवाल मचा था। विपक्षी दलों ने आरोप लगाए थे कि उनके नाना अरूड़ सिंह ने अमृतसर के जलियांवाला बाग में लोगों पर गोलियां चलाने वाले जनरल डायर को सिरोपा देकर सम्मानित किया था। इसके जवाब में मान ने कहा था कि अगर उनके नाना जनरल डायर का गुस्सा शांत न करते तो वह हरमिंदर साहिब पर बम फेंक देता। जो सिखों के लिए बड़ी बात होती। मान ने कहा था कि उस वक्त के खालसा कॉलेज के अंग्रेज प्रिंसिपल ने मेरे नाना को कहा था कि जनरल डायर जलियांवाला बाग पर बम फेंकने वाले हैं। उस वक्त बम इतने परफेक्ट नहीं होते थे कि जहां निशाना लगाओ, वहीं गिरे। इससे श्री हरमिंदर साहिब को नुकसान हो सकता था। इसलिए उन्होंने डायर को सिरोपा दिया था। हरियाणा राज्य महिला आयोग का मान को समन…
किरण चौधरी की सदस्यता के खिलाफ कांग्रेस:स्पीकर को पिटीशन दे सदस्यता खत्म करने की मांग; ज्ञानचंद गुप्ता पहली याचिका कर चुके खारिज
किरण चौधरी की सदस्यता के खिलाफ कांग्रेस:स्पीकर को पिटीशन दे सदस्यता खत्म करने की मांग; ज्ञानचंद गुप्ता पहली याचिका कर चुके खारिज हरियाणा में भाजपा जॉइन कर चुकी कांग्रेस विधायक किरण चौधरी के खिलाफ उन्हीं की पार्टी की ओर से विधानसभा स्पीकर को फिर से पिटीशन दी गई है। इस पिटीशन में कांग्रेस की ओर से किरण चौधरी के खिलाफ दल बदल कानून के तहत कार्रवाई करते हुए उनकी विधानसभा सदस्यता रद करने की मांग की गई है। इससे पहले भी कांग्रेस की और से इस बाबत एक याचिका डाली जा चुकी है, लेकिन स्पीकर ने उसे तकनीकी कमियों के आधार पर खारिज कर दिया था। हालांकि स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने यह स्पष्ट किया है कि वह इस मामले में नई पिटीशन देखने के बाद ही कुछ कह पाएंगे। किरण अभी भी कांग्रेस विधायक हरियाणा में कांग्रेस से इस्तीफा दे चुकी तोशाम से विधायक किरण चौधरी अभी कांग्रेस की ही विधायक हैं। इसका खुलासा खुद विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता कर चुके हैं। अगस्त में होने वाले मानसून सेशन में उन्हें कांग्रेस के खेमे में ही बैठना पड़ेगा। सदन में उन्हें नई सीट आवंटित नहीं की जाएगी। किरण चौधरी की विधानसभा सदस्यता रद्द करने का नोटिस स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता पहले ही खारिज कर चुके हैं। स्पीकर स्पष्ट कर चुके हैं कि विधानसभा की पार्टी स्थिति के अनुसार, किरण चौधरी कांग्रेस के साथ हैं। उन्हें तब तक कांग्रेस का हिस्सा माना जाएगा, जब तक वह इस्तीफा नहीं दे देतीं या अयोग्य घोषित नहीं कर दी जाती। अब यहां पढ़िए क्या हैं नियम… किरण चौधरी की विधायकी को लेकर चल रही कॉन्ट्रोवर्सी पर कानूनी जानकारों का कहना है कि इस मुद्दे पर नियमों के अनुसार याचिका दायर की जानी चाहिए। हर याचिका पर याचिकाकर्ता द्वारा सिग्नेचर किए जाने चाहिए और सिविल प्रक्रिया संहिता (CPC) के अनुसार उनके द्वारा वेरिफिकेशन की जानी चाहिए। याचिका के हर अटैचमेंट पर भी उसी तरह सिग्नेचर किए जाने चाहिए और उसका सत्यापन किया जाना चाहिए। जबकि स्पीकर दावा कर चुके हैं कि कांग्रेस के द्वारा दायर किए गए नोटिस के हर पेज पर सिग्नेचर नहीं किए हैं। खुद संज्ञान नहीं ले सकते स्पीकर विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता का कहना है कि किरण चौधरी के भाजपा में जाने पर वह स्वतः संज्ञान नहीं ले सकते। आरोप लगाने से पहले कांग्रेस को खुद को देखना चाहिए। अपने समय में वे 4 साल से अधिक समय तक एक याचिका पर बैठे रहे। स्पीकर ने नियमों का हवाला देते हुए दावा किया कि कांग्रेस ने पहले नोटिस दिया और फिर रिमाइंडर भेजा। जब मैंने उनका नोटिस खारिज किया, तब भी उन्होंने नियम नहीं पढ़े। मुझे उनकी कानून की डिग्री पर संदेह है। कांग्रेस ने स्पीकर पर ये लगाए आरोप कांग्रेस के मुख्य सचेतक बीबी बत्रा और डिप्टी CLP नेता आफताब अहमद स्पीकर पर जमकर निशाना साध चुके हैं। हाल ही में कांग्रेस के दोनों विधायकों ने आरोप लगाया था कि चूंकि स्पीकर सत्ताधारी पार्टी से हैं, इसलिए वे वैसे भी उनकी याचिका खारिज कर देते। कांग्रेस के दोनों नेता यहां तक कह चुके हैं कि स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता संविधान का मजाक उड़ा रहे हैं। कांग्रेस का आरोप- SC के फैसले की हो रही अनदेखी आफताब अहमद के अनुसार, स्पीकर के कार्यों ने डॉ. महाचंद्र प्रसाद सिंह बनाम बिहार विधान परिषद के अध्यक्ष और अन्य के ऐतिहासिक 2004 के फैसले में निर्धारित सुप्रीम कोर्ट के सिद्धांतों की अनदेखी की है। उनका कहना है कि इस फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने माना था कि नियमों के प्रावधान इतने अनिवार्य नहीं थे, जबकि यह भी देखा गया था कि संवैधानिक प्रावधान यानी 10वीं अनुसूची के आदेश को पूरा करना स्पीकर का कर्तव्य है।