सपा प्रमुख अखिलेश यादव करहल विधानसभा से इस्तीफा देंगे। सोमवार को अखिलेश यादव मैनपुरी पहुंचे और पदाधिकारी के साथ चर्चा की। अखिलेश ने पदाधिकारी की सहमति के बाद करहल विधानसभा से इस्तीफा दिए जाने का फैसला किया है। सपा के सूत्र बताते हैं कि मंगलवार को अखिलेश यादव विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा भेजेंगे। इससे पहले लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद 36 सांसदों के साथ पार्टी कार्यालय में हुई बैठक में भी चर्चा हुई थी। अखिलेश ने X पोस्ट पर लिखा- ऐतिहासिक जीत नेता जी को समर्पित आजमगढ़ लोक सभा से दे चुके हैं इस्तीफा 2019 लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने आजमगढ़ से लोकसभा चुनाव जीता था। हालांकि उस समय संसद में सपा की संख्या कम थी। उन्होंने इस्तीफा दे दिया था । 2022 में मैनपुरी की करहल से विधानसभा चुनाव कर जीत दर्ज की। इसके बाद नेता विपक्ष चुने गए। अब एक फिर कन्नौज से सांसद चुने गए हैं। अब देखना होगा कि क्या निर्णय लेते हैं। कौन हो सकता है नेता विपक्ष विकल्प अगर अखिलेश यादव ने करहल विधानसभा से त्यागपत्र दिया तो विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर उन्हें नया नेता चुनना होगा। इसमें उनके सामने शिवपाल यादव (यादव), इकबाल महमूद (मुस्लिम), इंद्रजीत सरोज (दलित) जैसे वरिष्ठ व अनुभवी नेताओं के नाम हैं। पर इसमें कौन कितना कारगर होगा? यह अभी तय होना है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव करहल विधानसभा से इस्तीफा देंगे। सोमवार को अखिलेश यादव मैनपुरी पहुंचे और पदाधिकारी के साथ चर्चा की। अखिलेश ने पदाधिकारी की सहमति के बाद करहल विधानसभा से इस्तीफा दिए जाने का फैसला किया है। सपा के सूत्र बताते हैं कि मंगलवार को अखिलेश यादव विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा भेजेंगे। इससे पहले लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद 36 सांसदों के साथ पार्टी कार्यालय में हुई बैठक में भी चर्चा हुई थी। अखिलेश ने X पोस्ट पर लिखा- ऐतिहासिक जीत नेता जी को समर्पित आजमगढ़ लोक सभा से दे चुके हैं इस्तीफा 2019 लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने आजमगढ़ से लोकसभा चुनाव जीता था। हालांकि उस समय संसद में सपा की संख्या कम थी। उन्होंने इस्तीफा दे दिया था । 2022 में मैनपुरी की करहल से विधानसभा चुनाव कर जीत दर्ज की। इसके बाद नेता विपक्ष चुने गए। अब एक फिर कन्नौज से सांसद चुने गए हैं। अब देखना होगा कि क्या निर्णय लेते हैं। कौन हो सकता है नेता विपक्ष विकल्प अगर अखिलेश यादव ने करहल विधानसभा से त्यागपत्र दिया तो विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर उन्हें नया नेता चुनना होगा। इसमें उनके सामने शिवपाल यादव (यादव), इकबाल महमूद (मुस्लिम), इंद्रजीत सरोज (दलित) जैसे वरिष्ठ व अनुभवी नेताओं के नाम हैं। पर इसमें कौन कितना कारगर होगा? यह अभी तय होना है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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JJP-INLD के बुरे हाल ने बदली हरियाणा की तस्वीर, अब दो दलों के इर्द-गिर्द ही रहेगी राजनीति? <p style=”text-align: justify;”><strong>JJP INLD Status in Haryana Election 2024:</strong> हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी 48 सीट जीत कर सबसे बड़ी पार्टी बनी और कांग्रेस 37 सीटों के साथ फिर से विपक्ष में आ गई. हालांकि, यहां के क्षेत्रीय दल दुष्यंत चौटाल की जेजेपी और अभय चौटाला की आईएनएलडी को अब अपना अस्तित्व बचाने के लिए भी लड़ना पड़ रहा है. इस बार के चुनाव में दोनों पार्टियों से जनता खफा दिखी. दुष्यंत चौटाला और अभय चौटाला अपनी-अपनी सीटें भी नहीं बचा सके. वहीं, जेजेपी और आईएनएलडी के वोट शेयर में भी भारी गिरावट आई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>पिछली बार 10 सीटें जीतकर लाने वाली जननायक जनता पार्टी को इस बार एक प्रतिशत वोट तक नहीं मिला है. वहीं, आईएनएलडी 19 से एक सीट पर आई और इस बार भी केवल दो सीटें ही ला सकी है. दोनों स्थानीय दलों के खराब प्रदर्शन का नतीजा यह रहा कि हरियाणा एक बायपोलर राज्य बन गया है. यानी यहां दो बड़ी पार्टियों का ही मुकाबला है- बीजेपी और कांग्रेस.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जेजेपी और आईएनएलडी का वोट शेयर इस बार कांग्रेस के खाते में गया. इसके बावजूद कांग्रेस के लिए ये सरकार बनाने के लिए नाकाफी रहा. वहीं, बीजेपी ने लगभग सभी क्षेत्रों में अपना वोट शेयर मेनटेन किया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जेजेपी के वोट शेयर में भारी गिरावट</strong><br />2018 में जननायक जनता पार्टी के गठन के अगले एक साल बाद ही चुनाव हुए, जिसमें पार्टी का बड़ा जनाधार बना जिसमें दुष्यंत चौटाला किंगमेकर बन गए. उन्होंने बीजेपी को समर्थन देकर सत्ता भी हासिल की और डिप्टी सीएम का पद संभाला. हालांकि, अगले ही चुनाव में जनता ने उनका साथ छोड़ दिया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>साल 2019 के विधानसभा चुनाव में जेजेपी को 10 सीटों के साथ 14.8 फीसदी वोट शेयर मिला. इस चुनाव में पार्टी को एक भी सीट हासिल नहीं हो सकी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”color: #e03e2d;”><strong>विधानसभा चुनाव 2024</strong></span><br />जेजेपी की सीट काउंट- 00 <br />जेजेपी का वोट काउंट- 0.90 फीसदी</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विधानसभा चुनाव 2019</strong><br />जेजेपी की सीट काउंट- 10 <br />जेजेपी का वोट काउंट- 14.8 फीसदी</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>INLD ने किसी तरह बचाई साख</strong><br />अभय चौटाला की इनेलो के लिए भी विधानसभा चुनाव के परिणाम निराशाजनक रहे. हालांकि पार्टी को पिछली बार से एक सीट ज्यादा ही मिली है, लेकिन 10 साल पहले के स्तर पर वापस आने की जो उम्मीद थी, उस पर पानी फिर गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”color: #e03e2d;”><strong>विधानसभा चुनाव 2024</strong></span><br />INLD की सीट काउंट- 02<br />INLD का वोट काउंट- 4.14 फीसदी</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विधानसभा चुनाव 2019</strong><br />INLD की सीट काउंट- 01<br />INLD का वोट काउंट- 2.44 फीसदी</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विधानसभा चुनाव 2014</strong><br />INLD की सीट काउंट- 19<br />INLD का वोट काउंट- 24.11 फीसदी</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>INLD को मिले दो नए चेहरे</strong><br />हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में इनेलो के दो उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की. डबवाली से आदित्य देवीलाल महज 610 वोटों के अंतर से जीते तो वहीं रानियां से अर्जुन चौटाला ने 4191 वोटों के अंतर से जीत हासिल की.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a title=”राम रहीम को 6 बार दी थी पैरोल, अब चरखी दादरी से BJP विधायक बने पूर्व जेल अधिकारी” href=”https://www.abplive.com/states/haryana/sunil-sangwan-bjp-wins-from-charkhi-dadri-haryana-election-results-2024-gave-parole-to-gurmeet-ram-rahim-2800223″ target=”_blank” rel=”noopener”>राम रहीम को 6 बार दी थी पैरोल, अब चरखी दादरी से BJP विधायक बने पूर्व जेल अधिकारी</a></strong></p>
हरियाणा में धागा फैक्ट्री में 2 लोग जिंदा जले:3 कर्मचारी झुलसे, रोहतक PGI रेफर; दमकल की 20 गाड़ियों ने काबू पाया
हरियाणा में धागा फैक्ट्री में 2 लोग जिंदा जले:3 कर्मचारी झुलसे, रोहतक PGI रेफर; दमकल की 20 गाड़ियों ने काबू पाया हरियाणा के पानीपत में एक धागा फैक्ट्री में बीती रात भीषण आग लग गई। इस आग में फैक्ट्री में मौजूद 2 कर्मचारी जिंदा जल गए। वहीं, 3 कर्मियों की हालत गंभीर बनी हुई है। उन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। वहां से उनमें से 2 घायलों को रोहतक PGI रेफर कर दिया गया है। जबकि, एक कर्मचारी को इसराना के एनसी मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है। आग लगने की सूचना दमकल विभाग को दी गई थी। सूचना मिलने के बाद दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। आग बुझाते हुए दमकल कर्मियों ने अंदर से इन पांच कर्मचारियों को निकाला था। फैक्ट्री में आग लगने के बाद के PHOTOS… 20 साल से संचालित है फैक्ट्री
दमकल कर्मियों के अनुसार, घटना इसराना उपमंडल के अंतर्गत गांव बलाना की है। वहां शिव फैब्रिक नाम की धागा फैक्ट्री है। यह फैक्ट्री करीब 20 साल से संचालित है। बीती देर रात करीब साढ़े 12 बजे यहां संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई। इसके बाद चंद सेकंडों में ही आग ने विकराल रूप ले लिया। फैक्ट्री के मालिक ने बताया है कि फैक्ट्री में आग शॉर्ट सर्किट से लगी थी। इसके बाद फैक्ट्री में रात के समय मौजूद 2 कर्मचारी जिंदा जलकर मर गए। मृतकों की पहचान सुमित और तसमिल के रूप में हुई है। आग ने बिल्डिंग और माल के साथ मशीनों को भी नुकसान पहुंचाया है। रात भर दौड़ीं दमकल की गाड़ियां
फैक्ट्री के मालिक बताते हैं कि आग लगने की सूचना तुरंत दमकल विभाग को दी गई थी। इसके कुछ ही देर बाद दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंच गई थीं। यहां पानीपत के 5 स्टेशनों समेत नजदीकी कस्बा गोहाना से भी गाड़ियां बुलवाई गईं। फैक्ट्री की आग बुझाने के लिए दमकल की 20 से ज्यादा गाड़ियां रात भर दौड़ती रहीं। इसके बाद करीब 5 घंटे तक मशक्कत कर सुबह करीब साढ़े 5 बजे दमकल ने आग पर काबू पाया है।
‘आरक्षण हमारा अधिकार, लेकिन…’, राज ठाकरे के मराठा रिजर्वेशन वाले बयान पर रामदास अठावले ने दे दिया ये जवाब
‘आरक्षण हमारा अधिकार, लेकिन…’, राज ठाकरे के मराठा रिजर्वेशन वाले बयान पर रामदास अठावले ने दे दिया ये जवाब <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra News:</strong> मराठा आरक्षण कार्यकर्ता सोमवार (5 अगस्त) को धाराशिव के एक होटल में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे से मिलने के लिए पहुंचे. कार्यकर्ता यह जानना चाहते थे कि राज ठाकरे की ‘अपने एजेंडे के लिए इस्तेमाल किये जाने’ वाली टिप्पणी से उनका क्या मतलब था? कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि राज ठाकरे ने सोलापुर में कहा था कि मराठा आरक्षण आंदोलन के कार्यकर्ताओं को कोई उकसा रहा है. कार्यकर्ता ने कहा कि मनसे प्रमुख को स्पष्ट करना चाहिए कि वह किसका संदर्भ दे रहे थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एक प्रदर्शनकारी ने एबीपी माझा से कहा कि वह और अन्य कार्यकर्ता राज ठाकरे से उनके बयान के बारे में शांतिपूर्ण तरीके से पूछने के लिए होटल आये हैं और यह भी जानना चाहते हैं कि मराठा आरक्षण पर उनका और उनकी पार्टी का क्या रुख है. राज ठाकरे ने बाद में होटल के बाहर प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को उनके मुद्दे पर बात करने के लिए बुलाया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>प्रदर्शनकारियों ने किया ये दावा</strong><br />राज ठाकरे से मिलने गये एक प्रदर्शनकारी ने दावा किया कि मनसे प्रमुख ने उनसे अभद्रतापूर्वक बात की. इसलिए कार्यकर्ताओं ने बातचीत में शामिल होने से इनकार कर दिया. प्रदर्शनकारी ने दावा किया कि “राज ठाकरे नीचे आए और हमसे कहा कि अगर वे उनसे बात करना चाहते हैं तो नारेबाजी बंद करें. उन्होंने अभद्रतापूर्वक बात की इसलिए अब हम उनसे नहीं मिल रहे.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>राज ठाकरे ने क्या कहा?</strong><br />राज ठाकरे ने सोलापुर में कहा था, “मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य में एक व्यक्ति अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग), मराठा और अन्य समुदायों के विद्यार्थियों की जरूरतों की अनदेखी कर रहा है. यह स्पष्ट है कि यह राजनेता हमें धोखा दे रहा है और उसके ऐसा करने से हमें कुछ हासिल होने वाला नहीं है.” </p>
<p style=”text-align: justify;”>राज ठाकरे ने कहा था, “मैं चिंता जाहिर कर रहा हूं कि कैसे जाति की राजनीति कॉलेज और स्कूल के माहौल को प्रभावित कर रही है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह प्रवृत्ति तेजी फैल रही है, क्योंकि यह लोगों के दिमाग में जहर घोल रही है. हर समुदाय के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे ऐसे लोगों से दूरी बनाए रखें जो इस तरह की विभाजनकारी गतिविधियों में शामिल हैं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रामदास अठावले ने किया पटलवार</strong><br />वहीं रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास अठावले की प्रतिक्रिया आई है. अठावले ने कहा कि “आरक्षण हमारा अधिकार है, लेकिन राज ठाकरे का यह रुख कि आरक्षण की कोई जरूरत नहीं है, बेहद गलत और निंदनीय है. तमाम दलितों और आदिवासियों की बहुजन धारणा में आरक्षण विरोधी रुख को लेकर राज ठाकरे को लेकर नाराजगी है. मराठा समाज को आरक्षण मिलना ही चाहिए. इसके लिए महाराष्ट्र सरकार को ओबीसी की दो श्रेणियां बनानी चाहिए.”</p>
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<p><strong>ये भी पढ़ें: </strong><strong><a title=”Maharashtra Election 2024: महाराष्ट्र चुनाव को लेकर NCP ने कसी कमर, अजित पवार 8 अगस्त से करने जा रहे ये काम” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/maharashtra-assembly-election-2024-ncp-chief-ajit-pawar-to-launch-jan-samman-yatra-from-nashik-from-8-august-2753845″ target=”_self”>Maharashtra Election 2024: महाराष्ट्र चुनाव को लेकर NCP ने कसी कमर, अजित पवार 8 अगस्त से करने जा रहे ये काम</a></strong></p>
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