पंजाब के जिला मुक्तसर में एक युवती से रेप किए जाने मामला सामने आया है। आरोपी युवक पीड़िता को नौकरी दिलाने के बहाने अपने साथ खरड़ ले गया और वहां पर एक कमरे में ले जाकर जबरन रेप किया। थाना सिटी मुक्तसर पुलिस ने लड़की की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। मुक्तसर सिटी थाना पुलिस में दी शिकायत में पीड़ित युवती ने बताया कि वह एक फैशन बुटीक पर कार्य करती थी। उसके साथ ही दिनेश कुमार भी कार्य करता था। जहां दोनों के बीच जान पहचान बन गई। इसका फायदा उठाकर एक दिन आरोपी दिनेश ने युवती के साथ छेड़छाड़ की। जब युवती ने छेड़छाड़ की शिकायत बुटिक मालिक से की तो बुटिक मालिक ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उसे ही नौकरी से निकाल दिया। जिसके बाद वह अपने घर पर रहने लगी। मुक्तसर से खरड़ ले गया पीड़िता ने पुलिस को बताया कि, कुछ समय बाद आरोपी दिनेश कुमार ने उसे फोन करके अपनी गलती मान ली और उसे कहा कि मेरी वजह से नौकरी से निकाला है तो मैं तुझे नौकरी पर लगवाऊंगा। उसने कहा कि तुम अपने सभी दस्तावेज लेकर मेरे पास आ जाना। मैं तुझे चंडीगढ़ में नौकरी पर लगवा दूंगा। लड़की ने बताया 9 फरवरी 2024 वह अपने घर से दिनेश के कहे अनुसार अपने सभी दस्तावेज साथ लेकर बस स्टैंड मुक्तसर पहुंच गई। जहां से दिनेश उसे बस सवार कर खरड़ पहुंच गया। जब वह दोनों बस से खरड़ उतरे तो बस स्टैंड से पहले दो युवक वहां मौजूद थे, जिन्होंने लड़की व दिनेश कुमार के रहने कमरे का प्रबंध किया हुआ था। दोस्तों ने किया कमरे का इंतजाम इसके बाद वह कमरे में चले गए तो दोनों युवक वापस आए गए। आरोप है कि रात के समय दिनेश कुमार ने लड़की की मर्जी के बगैर जबरदस्ती की। दिनेश कुमार हर रोज काम पर जाते समय उसे धराता- धमकता था। धमकी देता था कि तू कमरे से बाहर नहीं निकलेगी और न ही इस संबंध में किसी को बताएगी। शिकायतकर्ता ने बताया उक्त दिनेश कुमार ने कहा कि अगर तुमने यहां से भागने की कोशिश की तो तेरे परिवार के लिए अच्छा नहीं होगा। बदनामी के डर से रही चुप इसके बाद वह 5 जून को वह अपने घर आ गई और अपनी घटना के बारे अपनी मां को बताया तो उसके परिवार ने समाज में बदनामी के डर से किसी को कुछ नहीं बताया। इसके बाद उसकी माता व भाई ने उसे हौंसला दिया। जिसके बाद उसने इस घटना की सूचना थाना सिटी मुक्तसर पुलिस को दी। पुलिस ने जांच करते हुए उक्त आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 376, 506 के तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। इस मामले में अभी तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पंजाब के जिला मुक्तसर में एक युवती से रेप किए जाने मामला सामने आया है। आरोपी युवक पीड़िता को नौकरी दिलाने के बहाने अपने साथ खरड़ ले गया और वहां पर एक कमरे में ले जाकर जबरन रेप किया। थाना सिटी मुक्तसर पुलिस ने लड़की की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। मुक्तसर सिटी थाना पुलिस में दी शिकायत में पीड़ित युवती ने बताया कि वह एक फैशन बुटीक पर कार्य करती थी। उसके साथ ही दिनेश कुमार भी कार्य करता था। जहां दोनों के बीच जान पहचान बन गई। इसका फायदा उठाकर एक दिन आरोपी दिनेश ने युवती के साथ छेड़छाड़ की। जब युवती ने छेड़छाड़ की शिकायत बुटिक मालिक से की तो बुटिक मालिक ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उसे ही नौकरी से निकाल दिया। जिसके बाद वह अपने घर पर रहने लगी। मुक्तसर से खरड़ ले गया पीड़िता ने पुलिस को बताया कि, कुछ समय बाद आरोपी दिनेश कुमार ने उसे फोन करके अपनी गलती मान ली और उसे कहा कि मेरी वजह से नौकरी से निकाला है तो मैं तुझे नौकरी पर लगवाऊंगा। उसने कहा कि तुम अपने सभी दस्तावेज लेकर मेरे पास आ जाना। मैं तुझे चंडीगढ़ में नौकरी पर लगवा दूंगा। लड़की ने बताया 9 फरवरी 2024 वह अपने घर से दिनेश के कहे अनुसार अपने सभी दस्तावेज साथ लेकर बस स्टैंड मुक्तसर पहुंच गई। जहां से दिनेश उसे बस सवार कर खरड़ पहुंच गया। जब वह दोनों बस से खरड़ उतरे तो बस स्टैंड से पहले दो युवक वहां मौजूद थे, जिन्होंने लड़की व दिनेश कुमार के रहने कमरे का प्रबंध किया हुआ था। दोस्तों ने किया कमरे का इंतजाम इसके बाद वह कमरे में चले गए तो दोनों युवक वापस आए गए। आरोप है कि रात के समय दिनेश कुमार ने लड़की की मर्जी के बगैर जबरदस्ती की। दिनेश कुमार हर रोज काम पर जाते समय उसे धराता- धमकता था। धमकी देता था कि तू कमरे से बाहर नहीं निकलेगी और न ही इस संबंध में किसी को बताएगी। शिकायतकर्ता ने बताया उक्त दिनेश कुमार ने कहा कि अगर तुमने यहां से भागने की कोशिश की तो तेरे परिवार के लिए अच्छा नहीं होगा। बदनामी के डर से रही चुप इसके बाद वह 5 जून को वह अपने घर आ गई और अपनी घटना के बारे अपनी मां को बताया तो उसके परिवार ने समाज में बदनामी के डर से किसी को कुछ नहीं बताया। इसके बाद उसकी माता व भाई ने उसे हौंसला दिया। जिसके बाद उसने इस घटना की सूचना थाना सिटी मुक्तसर पुलिस को दी। पुलिस ने जांच करते हुए उक्त आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 376, 506 के तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। इस मामले में अभी तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
पंजाब में युवक को चलती ट्रेन से नीचे फेंका:युवकों को सिगरेट पीने से रोका तो धक्का दिया; इंटरव्यू देने अहमदाबाद जा रहा था
पंजाब में युवक को चलती ट्रेन से नीचे फेंका:युवकों को सिगरेट पीने से रोका तो धक्का दिया; इंटरव्यू देने अहमदाबाद जा रहा था पंजाब के लुधियाना में एक युवक को कुछ लोगों ने चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया। युवक की हालत नाजुक है और दयानंद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (DMCH) में ICU में भर्ती है। उसके शरीर के निचले हिस्से में पैरालिसिस हो गया है। घटना एक महीने पहले की है। युवक के बयान पर राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) ने अब अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पहले अनफिट होने के कारण युवक बयान देने की स्थिति में नहीं था। मृतक की पहचान जम्मू के ग्रेटर कैलाश के रहने वाले तुषार ठाकुर (23) के रूप में हुई है। वह सेवा चयन बोर्ड (SSB) के लिए इंटरव्यू देने जम्मू से अहमदाबाद जा रहा था। लुधियाना रेलवे स्टेशन के पास तुषार ने कुछ युवकों को सिगरेट पीने से रोका। इसके बाद उसकी उक्त युवकों के साथ कहासुनी हो गई। तुषार ने पुलिस को टाइप करके भेजे बयान एक महीने बाद तुषार की सेहत में कुछ सुधार हुआ तो उसने पुलिस को बयान टाइप कर ई-मेल के जरिए भेजा। उसने बताया कि ट्रेन में, मैं वॉशरूम गया। वह एक पगड़ीधारी व्यक्ति सहित तीन लोग मेरी उम्र के लग रहे थे। वे सिगरेट पी रहे थे। मैंने उनसे ट्रेन के अंदर धूम्रपान न करने को कहा। जब मैं बाहर आया तो तीन लड़कों ने मुझे पकड़ लिया और चलती ट्रेन से धक्का दे दिया। गिरने के बाद मुझे कुछ याद नहीं रहा, लेकिन अगर मैं उन लोगों को देखूंगा तो पहचान लूंगा। मैं लगभग एक महीने तक वेंटिलेटर पर था। आज भी मेरी नाक और गर्दन में भोजन और ऑक्सीजन के लिए पाइप है, जिसके कारण मेरी बोलने की सीमा है, लेकिन मैं ठीक से टाइप करने में सक्षम हूं। उसका बैग भी ट्रेन में रह गया। बैग में उसके शैक्षणिक प्रमाण पत्र थे। पिता बोले- आर्मी ऑफिसर बनना चाहता है तुषार तुषार के पिता वीरेंद्र सिंह ने बताया कि वह जम्मू में बिजली विभाग के कर्मचारी हैं। उनका बेटा 19 मई को श्री माता वैष्णो देवी कटरा जम्मू एक्सप्रेस से जम्मू से अहमदाबाद की यात्रा कर रहा था। तुषार का SSB का इंटरव्यू अहमदाबाद में होना था। वह आर्मी ऑफिसर बनना चाहता था, लेकिन अब शायद वह कभी चल भी नहीं पाएगा। उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई है। इससे पहले भी तुषार से भारतीय वायु सेना के लिए लिखित परीक्षा और इंटरव्यू पास किया था, लेकिन उनका जुनून सेना के प्रति अधिक था। इसलिए उसने दोबारा कोशिश की थी। हम उन लोगों के लिए कड़ी सजा चाहते हैं जिन्होंने मेरे बेटे को बिस्तर पर ला खड़ा किया। SHO बोले- आरोपियों को CCTV की मदद से पकड़ेंगे SHO जितेंद्र सिंह ने बताया कि पिछले एक महीने से GRP ने कई बार तुषार का बयान दर्ज करने की कोशिश की। 6 बार डॉक्टरों ने उसे अनफिट बताया। अब चूंकि शिकायत आ चुकी है तो स्टेशन और आसपास के CCTV चेक किए जाएंगे। जिस प्रकाश तुषार ने आरोपियों का हुलिया बताया है, उससे मैच किया जाएगा। रेलवे से जुड़े पिछले आपराधिक रिकॉर्ड भी चेक किए जाएंगे।
बढ़ते तापमान में सूखी झाड़ियों को लगी आग
बढ़ते तापमान में सूखी झाड़ियों को लगी आग भास्कर न्यूज | जालंधर रविवार को अर्बन स्टेट के ज्योति नगर डंप परिसर की सूखी झाड़ियों में बिजली के पोल में स्पार्किंग होने से आग लग गई। यहां पर कचरे का ढेर भी लगा था। मौके पर लोगों ने फायर बिग्रेड विभाग को फोन किया। फायर बिग्रेड के वाहन ने एक घंटे में आग पर काबू पाया। वहीं पेट्रोल पंप पास होने से कोई बड़ा हादसा भी हो सकता था। स्थानीय निवासी प्रो. कंवर सरताज सिंह ने बताया कि ज्योति नगर डंप के परिसर में सूखी झाड़ियों में बिजली के पोल में स्पार्किंग होने से आग लग गई थी। यहां से 30 से 40 मीटर की दूरी पर पेट्रोल पंप भी है। मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड के वाहन ने आग को बुझाया।
किसानों ने SC कमेटी से मिलने का न्योता ठुकराया:सुप्रीम कोर्ट कमेटी को भेजा पत्र; कहा-हाईवे हरियाणा सरकार ने बंद किया, उन्होंने नहीं
किसानों ने SC कमेटी से मिलने का न्योता ठुकराया:सुप्रीम कोर्ट कमेटी को भेजा पत्र; कहा-हाईवे हरियाणा सरकार ने बंद किया, उन्होंने नहीं फसलों की MSP की लीगल गारंटी को लेकर 246 दिनों से हरियाणा बॉर्डर पर संघर्ष पर चल रहे किसानों ने फैसला लिया है कि वह सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी से मुलाकात नहीं करेंगे। उन्होंने कमेटी से मीटिंग का न्योता ठुकरा दिया है। यह फैसला किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) ने लिया है। किसानों ने इसके लिए कमेटी को पत्र लिख दिया गया है। उन्होंने दलील दी है कि रास्ता किसानों ने नहीं बल्कि हरियाणा सरकार ने रोका हुआ है। किसानों ने कमेटी से न मिलने का दिया यह तर्क कमेटी द्वारा दोनों फोरम को मीटिंग के लिए न्योता भेजा गया था। किसान नेताओं का कहना है कि किसी भी संगठन ने सुप्रीम कोर्ट से किसी भी तरह की कोई भी कमेटी गठन की कोई मांग नहीं की थी। ना ही वह कोर्ट में चल रहे केस में पार्टी हैं। रास्ता तो गैर कानूनी रूप से हरियाणा सरकार ने बंद किया हुआ है।