लुधियाना में पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर जमकर निशाना साधा। आशु ने सोशल मीडिया पर लिखा कि, राज्य सरकार द्वारा हाल ही में बिजली की दरों में की गई बढ़ोतरी आर्थिक रिकवरी के लिए बड़ा झटका है। लोगों पर सरकार ने बेवजह का बोझ डाला है। निगम चुनाव से पहले सरकार की सियासी ड्रामेबाजी निगम चुनाव से पहले सरकार की ये सियासी ड्रामेबाजी है। लोगों के कारोबार चलाने के लिए पहले ही मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों सरकार की सहायता की जरूरत है ना कि अतिरिक्त बोझ की। बिजली में वेजह की गई बढ़ोतरी कारोबार को प्रभावित करती है। जिससे हमारा आर्थिक विकास रुकेगा। पारदर्शी और टिकाऊ नीतियों की जरूरत एक विरोधी कदम से सरकार घरेलू उपभोक्ताओं को 300 यूनिट की छूट की पेशकश कर रही है, लेकिन साथ ही वह टैरिफ में 0.30 रुपए प्रति यूनिट बढ़ोतरी की है। सरकार को असल राहत प्रदान करने की जगह यह हालातों को पहले से अधिक पेचीदा बना रही है। हमें पारदर्शी और टिकाऊ नीतियों की जरूरत है जो असल में हमारे भाईचारे की जरुरतों को पूरा करती है। इस समय सरकार को सियासी लाभ की जगह लोगों के लाभ को प्राथमिकता देनी चाहिए। आशु ने लोगों से अपील की है कि लोग मिलकर किफायती ऊर्जा योजना को यकीनी बनाए रखने के लिए सरकार के इस फैसले को वापस लेने की मांग करे। लुधियाना में पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर जमकर निशाना साधा। आशु ने सोशल मीडिया पर लिखा कि, राज्य सरकार द्वारा हाल ही में बिजली की दरों में की गई बढ़ोतरी आर्थिक रिकवरी के लिए बड़ा झटका है। लोगों पर सरकार ने बेवजह का बोझ डाला है। निगम चुनाव से पहले सरकार की सियासी ड्रामेबाजी निगम चुनाव से पहले सरकार की ये सियासी ड्रामेबाजी है। लोगों के कारोबार चलाने के लिए पहले ही मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों सरकार की सहायता की जरूरत है ना कि अतिरिक्त बोझ की। बिजली में वेजह की गई बढ़ोतरी कारोबार को प्रभावित करती है। जिससे हमारा आर्थिक विकास रुकेगा। पारदर्शी और टिकाऊ नीतियों की जरूरत एक विरोधी कदम से सरकार घरेलू उपभोक्ताओं को 300 यूनिट की छूट की पेशकश कर रही है, लेकिन साथ ही वह टैरिफ में 0.30 रुपए प्रति यूनिट बढ़ोतरी की है। सरकार को असल राहत प्रदान करने की जगह यह हालातों को पहले से अधिक पेचीदा बना रही है। हमें पारदर्शी और टिकाऊ नीतियों की जरूरत है जो असल में हमारे भाईचारे की जरुरतों को पूरा करती है। इस समय सरकार को सियासी लाभ की जगह लोगों के लाभ को प्राथमिकता देनी चाहिए। आशु ने लोगों से अपील की है कि लोग मिलकर किफायती ऊर्जा योजना को यकीनी बनाए रखने के लिए सरकार के इस फैसले को वापस लेने की मांग करे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब गवर्नर की तबीयत बिगड़ी:देर रात अस्पताल में भर्ती कराया गया; कार्यक्रम स्थगित किए गए, चंडीगढ़ के प्रशासक भी हैं कटारिया
पंजाब गवर्नर की तबीयत बिगड़ी:देर रात अस्पताल में भर्ती कराया गया; कार्यक्रम स्थगित किए गए, चंडीगढ़ के प्रशासक भी हैं कटारिया पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया की गुरूवार देर रात अचानक राजस्थान के उदयपुर में तबीयत बिगड़ गई। उनकी छाती में दर्द हुआ। जिसके बाद तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिसके बाद उन्हें तुरंत उदयपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों की टीम ने उनका रात भर इलाज किया। टेस्ट कराए गए। हालांकि सब नॉर्मल आने के बाद शुक्रवार सुबह उन्हें छुट्टी दे दी गई है। जिसके बाद वे वापस उदयपुर स्थित अपने घर लौट आए। जानकारी के अनुसार गवर्नर कटारिया के माछला मगरा स्थित निवास पर थे। इसी दौरान उनकी तबीयत बिगड़ी। प्राथमिक जांच में उनका ब्लड प्रेशर (BP) ज्यादा निकला। जिसके बाद उन्हें तुरंत उदयपुर के एमबी अस्पताल ले जाया गया। वहीं गवर्नर की तबीयत बिगड़ने के बाद उदयपुर में उनके सार्वजनिक कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं। उन्हें पार्क और लॉयन सफारी के किसी कार्यक्रम में शामिल होना था। रात भर इलाज चला, टेस्ट कराए गए
करीबियों के मुताबिक गवर्नर को गुरूवार रात करीब 11 बजे अस्पताल में दाखिल करवाया गया था। जहां डॉक्टरों के ग्रुप ने तुरंत उनकी जांच शुरू की। रात भर उनका इलाज कॉर्डियोलॉजी विभाग में चला। उनके टेस्ट करवाए गए। सभी टेस्ट नार्मल आने व सेहत में सुधार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई। उन्हें सुबह तकरीबन 8 बजे छुट्टी दे दी गई। इस बारे में अस्पताल ने मीडिया बुलेटिन जारी कर कहा कि जब गवर्नर को लाया गया तो उनका ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ था। जिसके बाद तुरंत उनका इलाज किया गया। उनकी सभी रिपोर्ट भी नॉर्मल आई हैं। अब उनका स्वास्थ्य ठीक है। 16 अगस्त से उदयपुर में गवर्नर, कार्यक्रम स्थगित किए गए
गवर्नर कटारिया 16 अगस्त से उदयपुर गए हुए हैं। जहां वे यहां विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हो रहे थे। शुक्रवार सुबह भी उन्हें पार्क का शुभारंभ और लॉयन सफारी के मुख्य गेट के शिलान्यास के कार्यक्रम में हिस्सा लेना था। हालांकि तबीयत बिगड़ने के बाद उनके दोपहर तक के सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं। 2 से पंजाब में शुरू होना है विधानसभा सत्र
फिलहाल राज्यपाल कटारिया राजस्थान में ही रुके हुए हैं। 2 अगस्त से पंजाब में विधानसभा सत्र बुलाया गया है। बीते दिनों ही उन्होंने आदेश जारी कर 2 अगस्त को दोपहर तीन दिवसीय मानसून सत्र बुलाने का आदेश जारी किया था। उनके कार्यकाल का ये पहला सत्र है। सत्र शुरू होने से पहले वे सदन को संबोधित भी करेंगे। पुरोहित के इस्तीफे के बाद हुई नियुक्ति
गुलाब कटारिया राजस्थान में भाजपा के बड़े नेता रहे हैं। वह पहले असम के गवर्नर थे। पंजाब के गवर्नर और चंडीगढ़ प्रशासक बीएल पुरोहित ने कुछ समय पहले इस्तीफा दे दिया था। उनका पंजाब सीएम भगवंत मान के साथ टकराव चलता रहा। राष्ट्रपति के इस्तीफा मंजूर करने के बाद गुलाब चंद कटारिया को पंजाब का गवर्नर नियुक्त किया गया। उन्होंने भी टकराव को लेकर कहा था कि उनके रिश्ते कैसे रहेंगे, यह समय बताएगा।
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बोलेरो की टक्कर से बुजुर्ग घायल कपूरथला सिटी | गांव खीरांवाली के बस स्टैंड के पास साइकिल पर अपने घर जा रहे बुजुर्ग व्यक्ति को तेज रफ्तार गाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी। जिस कारण साइकिल सवार बुजुर्ग व्यक्ति गंभीर रुप से घायल हो गया। राहगीरों ने सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया। घायल व्यक्ति की पहचान रेशम सिंह निवासी गांव जहांगीरपुर के रूप में हुई है।
लुधियाना में दूसरी पत्नी से परेशान कारोबारी ने किया सुसाइड:लाइसेंसी रिवाल्वर से मारी गोली, संपत्ति नाम कराने का बना रही थी दबाव
लुधियाना में दूसरी पत्नी से परेशान कारोबारी ने किया सुसाइड:लाइसेंसी रिवाल्वर से मारी गोली, संपत्ति नाम कराने का बना रही थी दबाव लुधियाना में एक फैक्ट्री मालिक द्वारा पिस्टल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। फैक्ट्री मालिक दलजीत सिंह अपनी दूसरी पत्नी परमजीत कौर और उसके रिश्तेदारों द्वारा कथित तौर पर प्रताड़ित किए जाने से परेशान था। दलजीत सिंह जवद्दी के गुरु ज्ञान विहार स्थित अपने घर में रहता था। उसने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से अपने सिर में गोली मारकर सुसाइड किया है। मामला शनिवार शाम का बताया जाता है। मृतक के पुत्र के बयान पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। दुगरी पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में उसकी दूसरी पत्नी और उसके दो रिश्तेदारों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक आरोपी की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। संपत्ति नाम करवाने का बना रहे दबाव
शिकायतकर्ता दीपइंद्र सिंह ने कहा कि आरोपी उसके पिता को पैसे के लिए परेशान कर रहे थे और उनकी संपत्ति उनके नाम पर ट्रांसफर करने के लिए दबाव बना रहे थे। उनके पिता ने अप्रैल में उनसे ये बातें शेयर की थीं। वह प्रताड़ना और मानसिक अवसाद में थे। कमरे में बंद कर खुद को मारी गोली शिकायतकर्ता ने कहा कि शनिवार को उसके पिता दलजीत सिंह ने खुद को कमरे में बंद कर लिया और अपने सिर में गोली मार ली। गोली की आवाज सुनकर जब परिवार के लोग वहां पहुंचे तो उसे फर्श पर मृत पड़ा देख सन्न रह गए। परिवार के लोग उसे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृत कारोबारी के बेटे ने बताया कि उसके पिता ने संगरूर की महिला परमजीत कौर से दूसरी शादी की थी और उसके साथ रहने लगे। शादी के बाद महिला और उसके रिश्तेदारों ने उसके पिता को पैसे और संपत्ति के लिए ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया था। मामले की जांच कर रहे सब-इंस्पेक्टर जनकराज ने बताया कि आरोपी के खिलाफ बीएनएस की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। एफआईआर दर्ज करने के तुरंत बाद पुलिस ने उसकी पत्नी और दो अन्य महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया। एक आरोपी की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है ।