संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की प्री-परीक्षा 2024 रविवार को दो शिफ्ट में आयोजित की गई। यूपी में 2.17 लाख कैंडिडेट्स ने परीक्षा दी। सामान्य अध्ययन के पेपर में 100 प्रश्न पूछे गए। यह पेपर 200 नंबर का था। इस पेपर में क्वालीफाई करने के बाद अभ्यर्थी मेन्स एग्जाम में शामिल होंगे। दैनिक भास्कर एप लखनऊ के दो प्रतिष्ठित संस्थानों की मदद से आंसर KEY दे रहा है। इसके जवाब एक्सपर्ट पैनल ने तैयार किए हैं। एग्जाम पेपर 4 सेट में था, जिसमें केवल सवालों के क्रम अलग-अलग थे। यहां सेट-सी के जवाब दिए जा रहे हैं। सही जवाब नीचे हल्के लाल रंग से हाईलाइट किए हैं। नोट- ये आंसर KEY फिजिक्स वाला और ध्येय आईएएस लखनऊ से ली गई है। कुछ सवालों पर दोनों के अलग-अलग जवाब हैं। इसलिए हमने दोनों जवाबों को हाईलाइट करने के साथ स्टार (*) भी लगाया है। सवाल नंबर 88 का फिजिक्स वाला ने कोई जवाब नहीं दिया है। आंसर की पब्लिश करते वक्त पूरी सावधानी बरती गई है। फिर भी प्रतियोगी छात्र अपने स्तर पर इसकी जांच कर लें। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की प्री-परीक्षा 2024 रविवार को दो शिफ्ट में आयोजित की गई। यूपी में 2.17 लाख कैंडिडेट्स ने परीक्षा दी। सामान्य अध्ययन के पेपर में 100 प्रश्न पूछे गए। यह पेपर 200 नंबर का था। इस पेपर में क्वालीफाई करने के बाद अभ्यर्थी मेन्स एग्जाम में शामिल होंगे। दैनिक भास्कर एप लखनऊ के दो प्रतिष्ठित संस्थानों की मदद से आंसर KEY दे रहा है। इसके जवाब एक्सपर्ट पैनल ने तैयार किए हैं। एग्जाम पेपर 4 सेट में था, जिसमें केवल सवालों के क्रम अलग-अलग थे। यहां सेट-सी के जवाब दिए जा रहे हैं। सही जवाब नीचे हल्के लाल रंग से हाईलाइट किए हैं। नोट- ये आंसर KEY फिजिक्स वाला और ध्येय आईएएस लखनऊ से ली गई है। कुछ सवालों पर दोनों के अलग-अलग जवाब हैं। इसलिए हमने दोनों जवाबों को हाईलाइट करने के साथ स्टार (*) भी लगाया है। सवाल नंबर 88 का फिजिक्स वाला ने कोई जवाब नहीं दिया है। आंसर की पब्लिश करते वक्त पूरी सावधानी बरती गई है। फिर भी प्रतियोगी छात्र अपने स्तर पर इसकी जांच कर लें। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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Punjab: 417 युवाओं को CM भगवंत मान ने सौंपे नियुक्ति पत्र, सुखबीर सिंह बादल पर बोला करारा हमला
Punjab: 417 युवाओं को CM भगवंत मान ने सौंपे नियुक्ति पत्र, सुखबीर सिंह बादल पर बोला करारा हमला <p style=”text-align: justify;”><strong>Punjab News: </strong>पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज (मंगलवार) चंडीगढ़ में 417 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे. नवनियुक्त युवा कृषि विभाग, राजस्व विभाग, स्कूल शिक्षा, सहकारिता, स्थानीय सरकार, सामाजिक सुरक्षा, जल आपूर्ति और स्वच्छता, कर व आबकारी, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, वित्त विभाग, उद्योग और व्यापार और पशुपालन विभाग के थे. सेक्टर-35 स्थित म्यूनिसिपल भवन में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने दावा किया कि प्रदेश सरकार ने अब तक तक 44,667 सरकारी नौकरियां दी हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री ने कहा कि नौकरी मिलने के बाद कई युवा अब विदेशों को अलविदा कहकर पंजाब में सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि युवा इसलिए वतन वापसी कर रहे हैं क्योंकि अब पंजाब में बिना किसी सिफारिश और रिश्वत के सरकारी नौकरियां मिल रही हैं. पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को नौकरी केवल और केवल मेरिट के आधार पर दी जाएगी. उन्होंने कहा, “नौकरी हासिल करना योग्य युवा का अधिकार होता है. इस मामले में मैं न किसी की सिफारिश मानता हूं और न ही किसी की सिफारिश चलने देता हूं, क्योंकि युवा मुझ पर बहुत विश्वास करते हैं. इस भरोसे को मैं किसी भी कीमत पर टूटने नहीं दूंगा.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’विदेश जाने वाले युवा सिस्टम से थे परेशान'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री मान ने कहा, “मुझे बहुत खुशी है कि हमारे युवाओं ने मेरी सरकार पर भरोसा जताया है. कोई भी व्यक्ति अपने पूर्वजों की धरती से दूर नहीं जाना चाहता. विदेश जाने वाले अधिकांश युवा हमारे सिस्टम से इतने परेशान हो गए थे कि उन्हें रोजगार की तलाश में अपना घर-बार छोड़ना पड़ा. इसके लिए परंपरागत पार्टियां जिम्मेदार हैं. उन्होंने युवाओं का भला करने के बजाय अपने परिवारों का ध्यान रखा.” उन्होंने कहा कि परंपरागत पार्टियां हमेशा आम आदमी पार्टी सरकार के अच्छे कामों की सराहना नहीं करतीं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पंजाब की प्रगति के लिए लेंगे फैसले-CM मान</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री मान ने पूछा कि 44,667 सरकारी नौकरियां, 300 यूनिट मुफ्त बिजली, घर-घर राशन योजना, शहीदों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता जैसे कार्यों का जिक्र क्यों नहीं किया जाता. कांग्रेसी नेता प्रताप सिंह बाजवा पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने पंजाब की प्रगति के लिए फैसले लेने की प्रतिबद्धता दोहरायी. उन्होंने आरोप लगाया कि बादल परिवार और कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दिया. यही वजह है कि जनता ने दोनों नेताओं को बुरी तरह नकार दिया. उन्होंने ऐसे नेताओं को पंजाब की बागडोर मिलने पर चिंता जताई. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री ने कहा कि इतिहास हमेशा आम लोग ही रचते हैं. प्रदेश में आम आदमी पार्टी की सरकार आम लोगों की सरकार है. उन्होंने कहा कि पंजाबियों ने भी आम घरों के युवाओं को सत्ता सौंपकर प्रदेश में बड़ा बदलाव लाया. मुख्यमंत्री मान ने कहा कि कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां जैसे साधारण नेता ने पांच बार के मुख्यमंत्री रहे प्रकाश सिंह बादल को हराया. </p>
<p style=”text-align: justify;”> शिरोमणि अकाली दल पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ”सुखबीर सिंह बादल 25 साल राज करने का दावा करते थे, लेकिन इस समय उनकी स्थिति इतनी दयनीय हो गई है कि उनके साथ 25 नेता भी इकट्ठे नहीं हो पा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि हाशिए पर धकेले गए अकाली नेता श्री अकाल तख्त साहिब से माफी मांग रहे हैं, लेकिन अपने किए गुनाहों का जिक्र नहीं करते”. इस मौके पर राजस्व मंत्री ब्रम शंकर जिम्पा, शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस, कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां और स्थानीय निकाय मंत्री बलकार सिंह के अलावा अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रिपोर्ट- इंदरजीत कौर</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें-</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक हलचल, पूर्व MLA मास्टर जोगीराम कांग्रेस में शामिल” href=”https://www.abplive.com/states/punjab/master-jogiram-joins-congress-bhupinder-singh-hooda-ahead-of-haryana-assembly-election-2024-2760500″ target=”_self”>हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक हलचल, पूर्व MLA मास्टर जोगीराम कांग्रेस में शामिल</a></strong></p>
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फतेहाबाद में बैठक से लापता अफसरों पर भड़के मंत्री:कमल गुप्ता बोले- गैरहाजिर अधिकारियों का वेतन काटें; एक शिकायत पर बुजुर्ग से मांगी माफी
फतेहाबाद में बैठक से लापता अफसरों पर भड़के मंत्री:कमल गुप्ता बोले- गैरहाजिर अधिकारियों का वेतन काटें; एक शिकायत पर बुजुर्ग से मांगी माफी हरियाणा के फतेहाबाद में करीब डेढ़ साल बाद आयोजित हुई जिला लोकसंपर्क एवं जन परिवाद समिति की बैठक में परिवादों से संबंधित विभागाध्यक्षों के न पहुंचने पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ.कमल गुप्ता उखड़ गए। उन्होंने विभागों अध्यक्षों की अनुपस्थिति में आए जूनियर अधिकारियों को खड़ा कर जमकर लताड़ लगाई और उनसे अधिकारियों के न आने के कारण जाने। मंत्री ने बिना बताए या परमिशन लिए बिना गैर हाजिर रहे अधिकारियों का वेतन काटने, गैर हाजिरी लगाने और एसीआर में मेंशन करने के आदेश डीसी को दिए। इस दौरान डा. कमल गुप्ता ने अधिकारियों को सख्त लहजे में यह भी कहा कि मीटिंग का समय 12 बजे है, 12 बजे का मतलब 11 बजकर 59 मिनट और 59 सेकेंड होना चाहिए, न कि 12 बज कर 1 मिनट पर मीटिंग होगी। मंत्री डॉ.कमल गुप्ता ने आते ही पूछा कि आज की मीटिंग में किसी अधिकारी ने छुट्टी तो नहीं ली। एक नायब तहसीलदार के छुट्टी पर जाने की बात सामने आने पर मंत्री बोले कि अब अधिकारी यह बताएं कि सभी विभागाध्यक्ष यहां आए हैं। जिस विभाग के हेड नहीं आए और उनके सब कोर्डिनेटर आए हैं, वो खड़े हो जाएं। इसके बाद उन्होंने खड़े हुए करीब दर्जनभर अधिकारियों से सीनियर के न आने के कारण पूछे और कहा कि विभागाध्यक्ष यहां अपेक्षित थे, उनके जूनियर खड़े हो जाएं, यदि नहीं हुए और मैंने पकड़ लिया तो सजा मिलेगी, यदि खड़े हो जाएंगे तो कम सजा मिलेगी। जिला समाज कल्याण अधिकारी के जूनियर ने बताया कि अधिकारी यहां पर एडिशनल चार्ज पर हैं। इस पर कमल गुप्ता ने कहा कि तो यह मीटिंग क्या महत्वपूर्ण नहीं है? तुरंत डीसी को गैरहाजिरी लगाकर तनख्वाह काटने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि यह बर्दाश्त नहीं होगा कि अधिकारी इस मीटिंग को सीरियस न ले। झूठ मत बोलना, तुम भी बुरे फंसोगे बीडीपीओ कार्यालय से आए अधिकारी ने बताया कि बीडीपीओ छुट्टी पर हैं, लेकिन वह नहीं बता पाए कि छुट्टी किससे ली। इस पर मंत्री ने कहा कि झूठ मत बोलना बुरे फंसोंगे। क्यों झूठ बोल रहे हो, आपके खिलाफ भी एक्शन ले लें? इसी तरह कई और अधिकारियों को भी उन्होंने हड़काया और कहा कि यदि इस बारे में मुख्यमंत्री को रिपोर्ट कर देंगे तो क्या होगा। मीटिंग का मजाक बना रखा है। मंत्री बोले- चीफ सेक्रेटरी मेरे से बड़े हैं क्या मार्केट कमेटी से अधिकारी की अनुपस्थिति में आए उनके जूनियर ने बताया कि अधिकारी चंडीगढ़ आए हैं, वहां से चीफ सेक्रेटरी ने बुलाया है तो मंत्री बोले वो मेरे से बड़े हैं क्या, चीफ सेकेट्री मेरे से बड़े नहीं हैं, बता दें उनको। उन्होंने कहा कि यह गलत है कि अधिकारी सरकार के किसी भी काम को हलके में ले लेते हैं, यह अच्छा नहीं है, एक्शन तो सबके खिलाफ होगा। शिकायतकर्ता के न आने पर पूर्व मंत्री का ऐतराज आज मीटिंग में 11 परिवाद रखे गए गए, जिनमें अधिकतर से संबंधित शिकायतकर्ता ही नहीं पहुंचे, जिस पर मीटिंग में बैठे पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली ने एतराज जताया और कहा कि बिना शिकायतकर्ता के मीटिंग कैसे होगी, आगे से शिकायतकर्ता को बुलाया करें। इस पर अधिकारियों द्वारा बताया गया कि शिकायतकर्ताओं को बता दिया गया था, लेकिन मीटिंग काफी समय बाद हुई तो शायद इसलिए शिकायतकर्ता पहुंच पाए। इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि शिकायतकर्ता शिकायतें कर करके थक गए होंगे बेचारे, सोचते हैं कि मीटिंग में कुछ होना तो है नहीं, इसलिए नहीं आए होंगे। अधिकारी के खिलाफ शिकायत पर फालोअप लें एक मामले में अधिकारियों के खिलाफ आई शिकायत पर बताया गया कि शिकायतकर्ता ने शिकायत वापस ले ली है और वह संतुष्ट है, आगे कार्रवाई नहीं चाहते तो इस पर भी स्वास्थ्य मंत्री ने तल्ख टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि केवल प्रार्थी यह कह दे कि वह संतुष्ट है तो लेकिन हम तो संतुष्ट नहीं हैं ना। हम लोग अधिकारी की शिकायत देते हैं, अधिकारी दबाव बनाकर उन्हें वापस लेने को मजबूर करते हैं तो इस शिकायत को फॉलोअप लें। बुजुर्ग को बोले- सारी सरकार आपसे माफी मांगती है शहर की शिवपुरी के पीछे क्षेत्र में गली पर कब्जे मामले में आई शिकायत में बुजुर्ग शिकायतकर्ता ने बताया कि गली में कब्जे को लेकर शिकायत दी गई और कई बार चक्कर काटे। इस पर संबंधित विभाग ने बताया कि कब्जा अब हटा दिया गया है। इस पर शिकायतकर्ता ने बताया कि कब्जा तो हट गया, लेकिन चक्कर काटने पड़े, इस पर मंत्री ने कहा कि कब्जा हटवा दिया गया, इसके लिए पहले तो बधाई, लेकिन चक्कर काटने पड़े, उसके लिए पूरी सरकार आपसे माफी मांगती है। कब्जा हटा, अब बिजली के खंभे गाड़े इस पर शिकायतकर्ता ने बताया कि कब्जा तो हट गया, लेकिन अब वहां बिजली निगम ने खंभे गाड़ दिए हैं, गली तो फिर संकरी हो गई। अब पोल हटवाने के नाम पर निगम खर्चा मांग रहा है। जिस पर मंत्री ने एसडीएम व लोक संपर्क एवं परिवाद निवारण समिति के दो सदस्यों को इस मामले में जांच करने के लिए ड्यूटी लगाई। इसी बीच पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली ने उन्हें टोकते हुए कहा कि मंत्री जी पोल निगम हटवा दे, इसमें क्या है, तो मंत्री डॉ.गुप्ता ने बताया कि दो मेंबर की ड्यूटी लगा दी है, वो अगली मीटिंग में रिपोर्ट देंगे, इस पर पूर्व मंत्री बबली असंतुष्ट दिखे। मीटिंग में विधायक दुड़ाराम, विधायक लक्ष्मण नापा, डीसी राहुल नरवाल, एसपी आस्था मोदी सहित तमाम अधिकारी भी मौजूद रहे। डीसी से नाखुश दिखे पूर्व मंत्री बबली मीटिंग के बाद पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली फतेहाबाद के डीसी राहुल नरवाल से नाखुश दिखे। उन्होंने कहा कि जब वे मंत्री थे तो जिले की तीनों विधानसभा में एक समान राशि वितरित हो रही थी, अब उनकी पेमेंट को रोकने का काम किया जा रहा है, यह डीसी से उनकी शिकायत है। 10 बार वे इसको लेकर फोन कर चुके हैं और फाइलों को ऊपर नीचे कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही यहां दरियां बिछनी शुरू हो जाएगी और जिस दिन बबली दरी बिछा देगा, मामला गड़बड़ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पक्षपात न करें, साढ़े 4 साल तक हमने भी सरकार चलवाई है, सरकार तो अब जाने की कगार पर है, सिर्फ दो माह बचे हैं, सरकारें आती जाती हैं, क्या पता जनता किसको मौका दे, अधिकारियों को तो उसी सीटों पर रहना है। इतने में पीछे से भाजपाइयों ने कहा कि 60 से ज्यादा सीटें आएंगी तो इस पर बबली ने हंसते हुए कहा कि व्यंग्य कसते हुए कहा कि 400 पार भी आ गई थीं, सरकार तो मैं ही लाऊंगा। सभी ठहाके लगाने लगे।
यूपी की सियासी हलचल के बीच योगी के विधायक को जान से मारने की धमकी, प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप
यूपी की सियासी हलचल के बीच योगी के विधायक को जान से मारने की धमकी, प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप <p style=”text-align: justify;”><strong>Sarvan Kumar Nishad Death Threat:</strong> यूपी में इन दिनों राजनीतिक सियासत तेज हो गई है. वहीं राजनीतिक पार्टियां लगातार एक दूसरे के ऊपर हमलावर हो रही हैं. इसी बीच बीजेपी के एक विधायक को जान से मारने की धमकी मिली है. उन्होंने बीजेपी के सिंबल पर चुनाव लड़ा था. निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद के बेटे श्रवण निषाद को जान से मारने की धमकी मिली है. यूपी में बदलती सियासत के बीच एक और बड़ा विवाद सामने आया है. भाजपा विधायक फतेह बहादुर सिंह के बाद यह दूसरे विधायक का आरोप है. बता दें कि दोनों विधायक सीएम योगी की कर्मभूमि गोरखपुर जिले से ही विधायक हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री संजय निषाद से एबीपी लाइव से बताया कि अगर खतरा नहीं था तो सुरक्षा क्यों दी गई थी. बकायदा खतरे की एफआईआर भी है. फिर भी सुरक्षा हटा ली गई. मैंने इस बात को लेकर सीएम योगी से बातचीत भी की थी. उन्होंने कहा था कि हम देखेंगे. मगर अभी तक कुछ नहीं हुआ. अधिकारी चाहते है कि निषाद नाराज हो जाए. इसी बीच समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता उदयवीर सिंह ने एबीपी लाइव से बातचीत के दौरान कहा कि ये गोरखपुर की स्थानीय लड़ाई है. योगी जी की लोकसभा सीट पर ही उनके भाई प्रवीण निषाद जीते थे. अच्छा है इसी बहाने जनता के सामने सब खुलकर आ रहा है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>विधायक श्रवण निषाद ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए है. विधायक ने कहा कि मेरी जान को खतरा होने के बावजूद प्रशासन ने सुरक्षा हटाई है. सुरक्षा हटाकर प्रशासन मेरे खिलाफ साजिश कर रहा है. मुझे पहले भी जान से मारने की धमकी मिल चुकी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2022 में बढ़ाई गई थी सुरक्षा</strong><br />चौरी चौरा से विधायक श्रवण निषाद को पहले भी 2022 में जान से मारने की धमकी मिली थी. 2022 में विधायक के समर्थक सुधीर के पास एक कॉल आया था. कॉल में बात करने वाले ने कहा था कि मैं जेल से धर्मवीर यादव बोल रहा हू. चौरी चौरा के विधायक की हत्या करवाना चाह रहे है. सुधीर के जानकारी देने पर विधायक श्रवण निषाद ने तीन सितंबर की रात चौरी चौरा थाने में धर्मवीर यादव के खिलाफ धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया था. मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही चौरी चौरा के विधायक श्रवण निषाद की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/uttar-pradesh-yogi-adityanath-government-transfer-three-ips-officer-in-20-july-ann-2741705″>यूपी में फिर चली तबादला एक्सप्रेस, उपेंद्र अग्रवाल समेत तीन IPS अफसरों का ट्रांसफर</a></strong></p>