पंजाब भाजपा प्रधान सुनील जाखड़ ने अब बिजली के मामले में पंजाब सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि बिजली की बढ़ती मांग से ग्रिड के फेल होने का खतरा है। इसके बाद पंजाब के पानी की बारी है। आज नहीं सुधरे तो पंजाब का पानी खत्म हो जाएगा। यह बात उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट डालकर कही हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे में हमें फसलों की विभिन्नता के बारे में सोचना चाहिए। आखिरी में उन्होंने लिखा है कि कारण तो सब जानते हैं, आओ सब मिलकर काम करें। जाखड़ ने लिखा है यह तो चेतावनी है जाखड़ ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि पंजाब में बिजली की मांग बढ़कर 16000 मेगावाट पार कर गई है। यह तो एक चेतावनी है कि हम जागे। आज बिजली की मांग बढ़ने के कारण ग्रिड फेल होने का खतरा बना हुआ है। पर बिजली के बाद अगली बारी पानी की है। अगर अभी हम लोग नहीं संभले तो वह दिन दून नहीं है, जब पंजाब के पतनों पर पानी खत्म हो जाएगा।
क्या हमें फसलों की विभिन्नता के बारे में सोचना चाहिए। खास करके वह साथी जो 23 फसलों के एमएसपी की बात करते है, वह धीरे धीरे उन बदली फसलों की तरफ बढ़कर प्रेरणा बनेंगे। कारण सब जानते हैं आओ मिलकर काम करे। पंजाब में चल रहा है धान का सीजन पंजाब में इस समय धान का सीजन चल रहा है। इस वजह से बिजली की खपत काफी बढ़ गई है। गत साल की तुलना में यह आगे बढ़ गई है। गत साल जून में यह मांग 11309 मेगावाट थी। जबकि अब यह बढ़कर 15775 तक पहुंच गई है। पंजाब भाजपा प्रधान सुनील जाखड़ ने अब बिजली के मामले में पंजाब सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि बिजली की बढ़ती मांग से ग्रिड के फेल होने का खतरा है। इसके बाद पंजाब के पानी की बारी है। आज नहीं सुधरे तो पंजाब का पानी खत्म हो जाएगा। यह बात उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट डालकर कही हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे में हमें फसलों की विभिन्नता के बारे में सोचना चाहिए। आखिरी में उन्होंने लिखा है कि कारण तो सब जानते हैं, आओ सब मिलकर काम करें। जाखड़ ने लिखा है यह तो चेतावनी है जाखड़ ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि पंजाब में बिजली की मांग बढ़कर 16000 मेगावाट पार कर गई है। यह तो एक चेतावनी है कि हम जागे। आज बिजली की मांग बढ़ने के कारण ग्रिड फेल होने का खतरा बना हुआ है। पर बिजली के बाद अगली बारी पानी की है। अगर अभी हम लोग नहीं संभले तो वह दिन दून नहीं है, जब पंजाब के पतनों पर पानी खत्म हो जाएगा।
क्या हमें फसलों की विभिन्नता के बारे में सोचना चाहिए। खास करके वह साथी जो 23 फसलों के एमएसपी की बात करते है, वह धीरे धीरे उन बदली फसलों की तरफ बढ़कर प्रेरणा बनेंगे। कारण सब जानते हैं आओ मिलकर काम करे। पंजाब में चल रहा है धान का सीजन पंजाब में इस समय धान का सीजन चल रहा है। इस वजह से बिजली की खपत काफी बढ़ गई है। गत साल की तुलना में यह आगे बढ़ गई है। गत साल जून में यह मांग 11309 मेगावाट थी। जबकि अब यह बढ़कर 15775 तक पहुंच गई है। पंजाब | दैनिक भास्कर