योगी के मंत्री बोले-धरना देकर नेतागिरी मत करो:दयाशंकर सिंह ने कहा-सांसद-विधायक बनो..छोड़ दो नौकरी; रोडवेज में जॉब मांगने पहुंचे थे प्रदर्शनकारी

योगी के मंत्री बोले-धरना देकर नेतागिरी मत करो:दयाशंकर सिंह ने कहा-सांसद-विधायक बनो..छोड़ दो नौकरी; रोडवेज में जॉब मांगने पहुंचे थे प्रदर्शनकारी

लखनऊ में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह प्रदर्शनकारियों से नाराज हो गए। उन्होंने कहा-नेतागिरी मत करो। यही करना है, तो हमारी तरह नेता बन जाओ। सांसद, विधायक बन जाओ, मंत्री बन जाओ और छोड़ दो नौकरी। उन्होंने कहा- आप लोगों को क्या लगता है कि इस तरह से धरना देने से नौकरी मिल जाएगी? तब तो आप नौकरी करने के बाद भी ऐसे ही नेतागिरी करने लगेंगे। परिवाहन विभाग में मृतक आश्रित कोटे से नौकरी की मांग को लेकर काफी दिनों से धरना चल रहा है। मंगलवार देर रात प्रदर्शनकारी मंत्री के आवास पर पहुंच गए। वो मंत्री से मिलने की जिद पर अड़ गए। थोड़ी देर बाद मंत्री बाहर आए। मंत्री बोले-अनुशासन में रहना सीखिए
मंत्री ने कहा-नौकरी पाने से पहले अगर आप लोग इतनी नेतागिरी करोगे तो हम जान जाएंगे कि नौकरी के बाद आप काम क्या करोगे? सरकार ने बहुत पहले ही फैसला किया है। जल्द ही फाइनल लिस्ट जारी की जाएगी, लेकिन आप लोगों को लगता है कि धरना देने से नौकरी मिल जाएगी, तो यह गलत है। आप लोग अनुशासन में रहिए, तभी हम आपके लिए कुछ कर सकेंगे। 4-5 लोग आते मिलकर बात करते, लेकिन आप प्रदर्शन करने लगे
दयाशंकर सिंह ने कहा- बात करनी थी तो 4-5 लोग आते और मिलकर बात की जाती। हमारी मंशा है कि सबको नौकरी मिले, लेकिन आप लोगों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। जुलाई में अंतिम लिस्ट जारी की जाएगी, तब पता चलेगा कि कितने लोगों को नौकरी मिल रही है। मंत्री ने कहा- विभाग फायदे में है, इसकी बैलेंस सीट जुलाई में जाती है। इसके बाद कैबिनेट फैसला लेगा। वहां से आने के बाद हम तय करेंगे। अभी हमारे हाथ में कुछ भी नहीं है। कैबिनेट का फैसला होता है। उसमें हम अकेले नहीं रहते हैं, लेकिन हम कोशिश कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी बोले- अखिलेश सरकार में मिली थी नौकरी
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अखिलेश सरकार में नौकरी मिली थी। घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। यहां तक की बच्चों की फीस जमा नहीं कर पा रहे। लखनऊ के रोहित ने बताया- 2021 में 688 लोगों को नौकरी देने से संबंधित सभी कार्रवाई की गई थी। स्थिति यह है कि हमारा मेडिकल, पुलिस वैरिफिकेशन समेत सभी कागजी काम करा लिए, लेकिन अभी तक नौकरी नहीं मिली। 1000 से ज्यादा लोगों को नहीं मिली नौकरी
8 साल में करीब 1000 से ज्यादा लोग मृतक आश्रित कोटे से नौकरी के लिए परेशान हैं। 6 साल में 988 लोगों की मौत हुई है, लेकिन उनके परिवार वाले नौकरी के लिए भटक रहे हैं। ऐसे में अब नाराज लोग एमडी कार्यालय पर प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन करने वालों का कहना है कि नौकरी नहीं होने से परिवार की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। लखनऊ में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह प्रदर्शनकारियों से नाराज हो गए। उन्होंने कहा-नेतागिरी मत करो। यही करना है, तो हमारी तरह नेता बन जाओ। सांसद, विधायक बन जाओ, मंत्री बन जाओ और छोड़ दो नौकरी। उन्होंने कहा- आप लोगों को क्या लगता है कि इस तरह से धरना देने से नौकरी मिल जाएगी? तब तो आप नौकरी करने के बाद भी ऐसे ही नेतागिरी करने लगेंगे। परिवाहन विभाग में मृतक आश्रित कोटे से नौकरी की मांग को लेकर काफी दिनों से धरना चल रहा है। मंगलवार देर रात प्रदर्शनकारी मंत्री के आवास पर पहुंच गए। वो मंत्री से मिलने की जिद पर अड़ गए। थोड़ी देर बाद मंत्री बाहर आए। मंत्री बोले-अनुशासन में रहना सीखिए
मंत्री ने कहा-नौकरी पाने से पहले अगर आप लोग इतनी नेतागिरी करोगे तो हम जान जाएंगे कि नौकरी के बाद आप काम क्या करोगे? सरकार ने बहुत पहले ही फैसला किया है। जल्द ही फाइनल लिस्ट जारी की जाएगी, लेकिन आप लोगों को लगता है कि धरना देने से नौकरी मिल जाएगी, तो यह गलत है। आप लोग अनुशासन में रहिए, तभी हम आपके लिए कुछ कर सकेंगे। 4-5 लोग आते मिलकर बात करते, लेकिन आप प्रदर्शन करने लगे
दयाशंकर सिंह ने कहा- बात करनी थी तो 4-5 लोग आते और मिलकर बात की जाती। हमारी मंशा है कि सबको नौकरी मिले, लेकिन आप लोगों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। जुलाई में अंतिम लिस्ट जारी की जाएगी, तब पता चलेगा कि कितने लोगों को नौकरी मिल रही है। मंत्री ने कहा- विभाग फायदे में है, इसकी बैलेंस सीट जुलाई में जाती है। इसके बाद कैबिनेट फैसला लेगा। वहां से आने के बाद हम तय करेंगे। अभी हमारे हाथ में कुछ भी नहीं है। कैबिनेट का फैसला होता है। उसमें हम अकेले नहीं रहते हैं, लेकिन हम कोशिश कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी बोले- अखिलेश सरकार में मिली थी नौकरी
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अखिलेश सरकार में नौकरी मिली थी। घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। यहां तक की बच्चों की फीस जमा नहीं कर पा रहे। लखनऊ के रोहित ने बताया- 2021 में 688 लोगों को नौकरी देने से संबंधित सभी कार्रवाई की गई थी। स्थिति यह है कि हमारा मेडिकल, पुलिस वैरिफिकेशन समेत सभी कागजी काम करा लिए, लेकिन अभी तक नौकरी नहीं मिली। 1000 से ज्यादा लोगों को नहीं मिली नौकरी
8 साल में करीब 1000 से ज्यादा लोग मृतक आश्रित कोटे से नौकरी के लिए परेशान हैं। 6 साल में 988 लोगों की मौत हुई है, लेकिन उनके परिवार वाले नौकरी के लिए भटक रहे हैं। ऐसे में अब नाराज लोग एमडी कार्यालय पर प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन करने वालों का कहना है कि नौकरी नहीं होने से परिवार की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर