कैथल जिले के पाई गांव में बिजली सप्लाई न मिलने की समस्या पर किसान भड़क गए। किसानों ने गुस्से में आकर पाई गांव में पूंडरी-राजौंद मार्ग पर जाम लगा दिया। किसानों ने निगम पर आरोप लगाते हुए कहा कि भीषण गर्मी के बीच उन्हें खेतों में पानी की जरूरत है। लेकिन निगम जरूरत के अनुसार बिजली नहीं दे रहा है। करीब दो घंटे के बाद किसानों ने एसडीओ के आश्वासन पर जाम खोल दिया। बिजली नहीं आने से परेशान किसान बिजली ना आने को लेकर लगाए प्रदर्शन के तहत किसान सुबह करीब नौ बजे ही पाई के बिजली घर में एकत्रित होने लग गए थे। इसके बाद वे धीरे-धीरे सड़क पर पहुंच गए। संख्या बढ़ने के बाद किसानों ने जाम लगा दिया। जाम लगने के कारण वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस के कहने पर नहीं हटे किसान जाम की सूचना मिलते ही पूंडरी थाना प्रभारी राजकुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जाम खुलवाने की कोशिश की। किसान निगम के अधिकारियों के यहां आने पर अड़े रहे। किसानों ने आरोप लगा कहा कि उनके गांव में सब डिविजन के नाम पर बिजली घर उनके लिए सफेद हाथी बना है। केवल दो ऑपरेटर के सहारे यह बिजली घर चल रहा है। एसडीओ के आश्वासन के बाद खोला जान उन्होंने बताया कि किसानों को अब अपनी धान की फसल की रोपाई के लिए बिजली की काफी अधिक जरूरत है। सरकार द्वारा घोषित 8 घंटे की बजाय सिर्फ तीन चार घंटे ही बिजली मिलती है। किसानों के न मनाने के लिए एसडीओ रविंद्र सिंह पहुंचे। इसके बाद किसानों ने जाम खोल दिया। जाम खुलने पर वाहन चालकों की परेशानी दूर हुई और उन्हें राहत मिली। कैथल जिले के पाई गांव में बिजली सप्लाई न मिलने की समस्या पर किसान भड़क गए। किसानों ने गुस्से में आकर पाई गांव में पूंडरी-राजौंद मार्ग पर जाम लगा दिया। किसानों ने निगम पर आरोप लगाते हुए कहा कि भीषण गर्मी के बीच उन्हें खेतों में पानी की जरूरत है। लेकिन निगम जरूरत के अनुसार बिजली नहीं दे रहा है। करीब दो घंटे के बाद किसानों ने एसडीओ के आश्वासन पर जाम खोल दिया। बिजली नहीं आने से परेशान किसान बिजली ना आने को लेकर लगाए प्रदर्शन के तहत किसान सुबह करीब नौ बजे ही पाई के बिजली घर में एकत्रित होने लग गए थे। इसके बाद वे धीरे-धीरे सड़क पर पहुंच गए। संख्या बढ़ने के बाद किसानों ने जाम लगा दिया। जाम लगने के कारण वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस के कहने पर नहीं हटे किसान जाम की सूचना मिलते ही पूंडरी थाना प्रभारी राजकुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जाम खुलवाने की कोशिश की। किसान निगम के अधिकारियों के यहां आने पर अड़े रहे। किसानों ने आरोप लगा कहा कि उनके गांव में सब डिविजन के नाम पर बिजली घर उनके लिए सफेद हाथी बना है। केवल दो ऑपरेटर के सहारे यह बिजली घर चल रहा है। एसडीओ के आश्वासन के बाद खोला जान उन्होंने बताया कि किसानों को अब अपनी धान की फसल की रोपाई के लिए बिजली की काफी अधिक जरूरत है। सरकार द्वारा घोषित 8 घंटे की बजाय सिर्फ तीन चार घंटे ही बिजली मिलती है। किसानों के न मनाने के लिए एसडीओ रविंद्र सिंह पहुंचे। इसके बाद किसानों ने जाम खोल दिया। जाम खुलने पर वाहन चालकों की परेशानी दूर हुई और उन्हें राहत मिली। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिसार में किड़नी दर्द में कर दी बाईपास सर्जरी:लापरवाही पर IMA सेक्रेटरी समेत 2 डॉक्टरों पर FIR; इलाज में बिकी 20 लाख की जमीन
हिसार में किड़नी दर्द में कर दी बाईपास सर्जरी:लापरवाही पर IMA सेक्रेटरी समेत 2 डॉक्टरों पर FIR; इलाज में बिकी 20 लाख की जमीन हरियाणा के हिसार में इलाज के दौरान डॉक्टरों की लापरवाही सामने आई है। इस मामले में हिसार IMA सक्रेटरी और गीतांजली अस्पताल के संचालक डॉक्टर कमल किशोर और डॉक्टर यशपाल सिंघल के खिलाफ धारा 337,120 बी आईपीसी के तहत केस दर्ज हो गया है। सिविल सर्जन और पीजीआई रोहतक की जांच में सामने आया है कि डॉक्टर यशपाल सिंगला के पास तो न तो यूरोलॉजी एंडोस्कोपी का अनुभव है और न ही डीएनबी/एमसीएच, यूरोलॉजी की कोई डिग्री। रिकॉर्ड के अनुसार रोगी को थ्रोम्बोसाइटोपेनिया और सेप्सिस के लक्षण थे। मरीज को मल्टीस्पेशियलटी अस्पताल में रेफर किया जाना चाहिए था। मगर गीतांजली अस्पताल के डॉक्टरों ने बिना अनुभव वाले डॉक्टर से ऑपरेशन करवा दिया। जिससे मरीज की हालत बिगड़ गई। इसके बाद गीतांजली अस्पताल के डॉक्टरों ने इलाज से हाथ खड़े कर दिए और मरीज को गुरुग्राम या फिर दिल्ली के अस्पताल में इलाज करवाने की सलाह दी। गांव अटेला चरखी दादरी निवासी भूपेंद्र कुमार ने 2018 में गीतंजली अस्पताल से ऑपरेशन करवाया था। इलाज में बिक गई जमीन जायदाद
मरीज भूपेंद्र ने बताया कि 2018 में उसने जब ऑपरेशन करवाया तो वह बेरोजगार था। इसके बावजूद महंगा इलाज करवाया। हिसार के डॉक्टरों ने केस बिगाड़ दिया और मजबूर होकर गुरुग्राम में मेदांता में इलाज करवाया। इलाज में करीब 20 लाख रुपए खर्च हो गए। इलाज में उसकी जमीन जायदाद सब बिक गए। मरीज भूपेंद्र ने बताया कि ” मैं और मेरे हिसार में रहने वाले रिश्तेदार डॉक्टर कमल किशोर से तब से इलाज करवा रहे हैं जब से वह जिंदल अस्पताल में प्रैक्टिस करते थे। 2018 में मुझे लेफ्ट साइड में किडनी में दर्द था। मैं गीतांजली अस्पताल में डॉक्टर कमल किशोर की ओपीडी में आया। मेरे टेस्ट करवाए गए। इसके बाद डॉक्टर कमल किशोर ने रिपोर्ट देखकर कहा कि आपकी बाइपास सर्जरी करानी पड़ेगी। इसके बाद मुझे सर्जन डॉ. यशपाल सिंगला के पास भेज दिया गया।
ओटी रूम में डॉक्टर ने मिसबिहेव किया और बार-बार फोन उठा रहे थे मरीज भूपेंद्र ने बताया कि ” ओटी रूम में डॉ. यशपाल सिंगला का बिहेव गैर जिम्मेदाराना था। उन्होंने मिस बिहेव किया और गलत तरीके से बात की। ऑपरेशन करने से पहले ओटी रूम में ही उनके बार-बार फोन बज रहे थे। इसके बाद डॉक्टर ने ऑपरेशन किया मगर यूरिन ब्लेडर को डैमेज कर दिया और स्टंट जहां थे वहीं छोड़ दिए। इसके बाद खून निकलना शुरू हो गया। डॉक्टर खून चढ़ाते गए और मेरा खून निकलता गया। फिर ब्लड निकलना बंद हो गया क्योंकि खून की गांठ जम गई। उसके बाद डॉक्टर कमल किशोर ने कहा कि आपका केस क्रिटिकल है और आपको गुरुग्राम या दिल्ली लेकर जाना पड़ेगा। गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में मैंने अपना इलाज करवाया। मेरे केस देखते ही मेदांता के डॉक्टर राकेश ने कहा कि आपका केस तो बिगाड़ दिया गया है। डॉक्टर राकेश ने स्पेशल डॉ. यशपाल से बात की और कहा कि आपने मरीज की जान जोखिम में डाल दी। इसके बाद मुझे ऑपरेट करके एक बाल्टी पेट से खून की गांठ निकाली गई। डॉक्टरों के बोर्ड ने की जांच, कमियां सामने आई इस प्रकार लड़ी लड़ाई
पीड़ित मरीज भूपेंद्र ने बताया कि मेदांता के डॉक्टरों ने बताया कि उनके इलाज में लापरवाही बरती गई है। इसके बाद 2019 में हिसार सिविल सर्जन कार्यालय में शिकायत की। सिविल सर्जन की जांच में सामने आया कि मेडिकल निगलेजंसी हुई है। फिर सिविल सर्जन ने पीजीआई रोहतक को जांच के बारे में लिखा। इसके बाद वहां के डॉक्टरों ने जांच की तो उन्होंने भी रिपोर्ट में माना की मेडिकल निगलेजंसी हुई है। मरीज ने बताया कि गीतांजली अस्पताल से मेडिकल हिस्ट्री लेने के लिए सीएम विंडो लगाई और बाद में आरटीआई तक लगानी पड़ी तक जाकर सारी रिपोर्ट हाथ लगी। इसके बाद हिसार सीएमओ ने हिसार एसपी को डॉक्टरों पर कार्रवाई करने के बारे पत्र लिख गया जिसके आधार पर 6 बाद डॉक्टरों पर कार्रवाई हुई है।
हरियाणा में महिला ने प्रेमी से पति की हत्या कराई:शराब पिलाकर कार में जिंदा जलाया; 3 बच्चों की मां के अवैध संबंध थे
हरियाणा में महिला ने प्रेमी से पति की हत्या कराई:शराब पिलाकर कार में जिंदा जलाया; 3 बच्चों की मां के अवैध संबंध थे हरियाणा के सोनीपत में कार ड्राइवर नरेंद्र की हत्या प्रेम प्रसंग के चलते की गई थी। पुलिस ने सवा महीने बाद गांव के ही एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार व्यक्ति के ड्राइवर की पत्नी के साथ अवैध संबंध थे। 3 बच्चों की मां ने प्रेमी के साथ पति की हत्या की प्लानिंग की। प्रेमी ने पहले उसकी शराब में नींद की गोलियां मिलाईं, फिर बेहोश होने पर उसे कार में डालकर जिंदा जला दिया। ब्लाइंड मर्डर केस सुलझने के बाद महिला को जेल भेज दिया गया है। वहीं प्रेमी को शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उसे 5 दिन के रिमांड पर भेज दिया है। 30 सितंबर को मिला था शव गोहाना क्षेत्र के बिचपड़ी गांव निवासी अनिरुद्ध ने 30 सितंबर को पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसका चचेरा भाई नरेंद्र (38) करीब एक साल से कवल किशोर के पास ड्राइवर का काम कर रहा था। वह 29 सितंबर की रात को नहीं लौटा। उसका नंबर भी बंद था। बाद में उसे सूचना मिली कि बुटाना माइनर की पटरी पर नए जींद-गोहाना ग्रीन फील्ड हाईवे के पास एक कार खड़ी है। कार की पिछली सीट पर एक व्यक्ति का जला हुआ शव पड़ा है। सूचना मिलने पर वह अपने परिजनों के साथ मौके पर पहुंचा। उसने और उसके परिजनों ने देखा कि कार नंबर HR76E-8162 जलकर राख हो चुकी थी। कार के अंदर पिछली सीट के बाईं ओर एक शव अधजली हालत में पड़ा था। उसे शक है कि किसी ने उसके भाई नरेंद्र की हत्या कर शव को स्विफ्ट डिजायर कार में डालकर आग लगा दी। कार में जला हुआ मोबाइल भी मिला। कार की नंबर प्लेट से शव की पहचान हो सकी। प्रेम प्रसंग के चलते ली जान ब्लाइंड मर्डर की छानबीन में लगी पुलिस को मृतक नरेंद्र की पत्नी पर शक हुआ। पुलिस को उसको निशाने पर लेकर आगे छानबीन की तो पूरा मामला खुल गया। सामने आया कि बिचपड़ी गांव के ही रहने वाले सतपाल के कार ड्राइवर नरेंद्र की पत्नी से अवैध संबंध थे। नरेंद्र को इसका पता चल गया तो सतपाल ने अपनी प्रेमिका (नरेंद्र की पत्नी) के साथ मिल कर उसे रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। नरेंद्र नशा करने का आदी था। 29 सितंबर को योजना बना कर सतपाल ने उसे शराब पीने के बहाने बुला लिया। उसे नशे में कोई दवा पिला कर बेहोश कर दिया गया। इसके बाद उसे कार में पीछे की सीट पर डालकर आग लगा दी। इसमें जलने से नरेंद्र की मौत हो गई। उसका चेहरा भी पूरी तरह से जल गया था। एक बेटा और 2 बेटियां की मां है महिला पति की हत्या में गिरफ्तार महिला 3 बच्चों की मां है। इनमें एक बेटा व 2 बेटियां है। उसने परिजनों को बताया था कि रात को करीब 11 बजे नरेंद्र का उसके पास फोन आया था। उसने कहा था कि खाना बना देना, वह गोहाना से निकल चुका है। उसके बाद संपर्क नहीं हो सका। सुबह कार में उसका शव जली हालत में मिला। शराब पिलाकर किया बेहोश, फिर जिंदा जलाया
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि वारदात के दिन सतपाल ने नरेंद्र को शराब पिलाई थी साथ ही उसने गिलास मे नींद की गोलियां भी डाल दी थीं। गोलियों के कारण नरेंद्र जब बेहोश हुआ तो सतपाल ने उसे कार में डालकर जिंदा जला दिया।
पानीपत में यमुना नदी में डूबे 3 युवक:6 दोस्तों के साथ कुंड में नहाने आए थे, गोताखोरों ने चलाया सर्च ऑपरेशन
पानीपत में यमुना नदी में डूबे 3 युवक:6 दोस्तों के साथ कुंड में नहाने आए थे, गोताखोरों ने चलाया सर्च ऑपरेशन पानीपत जिले के सनौली में हरियाणा-यूपी बॉर्डर पर यमुना नदी में दोपहर बाद 3 बजे स्नान करने के दौरान तीन युवक डूब गए। हादसे की सूचना पर दोनों प्रदेशों से पुलिस पर पहुंची और प्राइवेट गोताखोर की मदद से सर्च अभियान चलाया गया। युवकों की पहचान खोतपुरा गांव निवासी सुमित(15), सुंडेसी उर्फ सुमित (14) व नितेश(18 ) के नाम से हुई। जो गुरुवार को सनौली नाके की निकट यमुना नदी में स्नान कर रहे थे। तीनों आपस में दोस्त थे। देखते ही देखते तीनों यमुना नदी के तेज बहाव के साथ गहरे पानी में डूब गए। उन्हें डूबता देख उनके साथी आबिद, गौरव व रिहान ने शोर मचा दिया और मामले की सूचना पुलिस को दी। इसके बाद सनौली थाना एसएचओ संदीप कुमार ने पुलिस टीम व यूपी के कैराना कोतवाली पुलिस साथ सडीएम स्वप्निल कुमार यादव मौके पर पहुंचे। तीन घंटे तक चले सर्च अभियान में नहीं लगा सुराग उन्होंने हादसे के संबंध में जानकारी हासिल ली और मौके पर गोताखोरों को बुलाया गया। यमुना नदी में सर्च अभियान में दोनों प्रदेशों के प्राइवेट गोताखोरों को लगाया गया है, जिनके द्वारा मोटर बोट के साथ डूबे तीनों दोस्तों की तलाश की जा रही है। करीब तीन घंटे बीत जाने के बाद भी किसी का सुराग नहीं लग सका है। 11 दिनों में यमुना पर दूसरा बड़ा हादसा उधर, हादसे के संबंध में तीनों दोस्तों के परिजनों को सूचना दे दी गई है, जिसके चलते उनमें कोहराम मचा हुआ है। 11 दिनों में यमुना पर दूसरा बड़ा हादसा हुआ। पिछले दिनों 4 अगस्त को भी डूबे थे 3 लोग, सनौली यमुना घाट पर समान करने 4 अगस्त को पानीपत से 8 दोस्त टायल मजदूर में से दो सगे भाइयों सहित तीन लोगो की डूबने से मोत हो चुकी है।