लुधियाना रेलवे स्टेशन के ब्रिज पर चढ़ी नाबालिग का मामला:एक्शन मोड पर सीनियर अधिकारी,जिम्मेवार लोगों से होगी जवाब-तलबी-कैसे पुल पर चढ़ी किशोरी

लुधियाना रेलवे स्टेशन के ब्रिज पर चढ़ी नाबालिग का मामला:एक्शन मोड पर सीनियर अधिकारी,जिम्मेवार लोगों से होगी जवाब-तलबी-कैसे पुल पर चढ़ी किशोरी

उत्तर रेलवे के लुधियाना रेलवे स्टेशन पर बीते दिन एक नाबालिग किशोरी प्लेटफार्म नंबर 6 के ब्रिज पर चढ़ कर कूदने लगी। किशोरी पुल पर लटकता देख लोगों ने शोर मचाया तो 2 TTE और 1 रेलवे यूनियन के नेता रेस्क्यू किया। करीब 25 फूट ऊंची सीढ़ी लाकर करीब 1 घंटे की कड़ी मुशक्कत के बाद उसे उतारा। 1 घंटे बंद करवानी पड़ी हाईटेंशन तारें रेलवे अधिकारियों को किशोरी की जान बचाने के लिए करीब 1 घंटे हाईटेंशन तारों को बंद करवाना पड़ा। इस घटनाक्रम की वीडियो सामने आने के बाद पता चला है कि GRP और RPF की पुलिस इस रेस्क्यू में सिर्फ मूक दर्शक बनी रही। GRP और RPF के किसी अधिकारी ने किशोरी को बचाने के प्रयास नहीं किया। सूत्रों मुताबिक इस पूरे घटनाक्रम पर अब फिरोजपुर डिवीजन भी एक्शन लेने की तैयारी में है। मामला गंभीर है,जिम्मेवार लोगों से होगी जवाब-तलबी-सीनियर DSC ऋषि त्रिपाठी बातचीत करते हुए फिरोजपुर डिवीजन के सीनियर DSC ऋषि पांडे ने कहा कि मामले बहुत गंभीर है। नाबालिग बच्ची पुल तक कैसे पहुंची यह भी जांच का विषय है। बच्चों को लेकर RPF काफी गंभीर है। रोजाना कई ऐसे बच्चों को उनके परिजनों के सुपुर्द किया जाता है जो बच्चों घर से किसी न किसी बात को लेकर नाराज होकर चले जाते है। इस घटनाक्रम की भी समीक्षा की जाएगी। जिम्मेवार लोगों से भी जवाब-तलबी की जाएगी कि किशोरी जब पुल पर चढ़ रही थी तो उस समय किसी ने क्यों नहीं देखा। ये बड़ी लापरवाही है। मेरी पूरा फोकस लुधियाना का सुधार करने में ऋषि पांडे ने कहा कि मेरा पूरा फोकस है कि लुधियाना रेलवे स्टेशन पर लावारिस मिलने वाले बच्चों को उनके परिजनों तक पहुंचाए। वहीं जिन लोगों के साथ लूटपाट की वारदातें हो रही है उनकी शिकायतों को भी पहल की आधार पर हल करें। स्पेशल टीमों का गठन किया जा रहा है ताकि स्नैचिंग आदि की घटनाओं को रोका जा सके। सभी सीनियर अधिकारियों के सहयोग से व्यवस्था को ठीक किया जा रहा है। उत्तर रेलवे के लुधियाना रेलवे स्टेशन पर बीते दिन एक नाबालिग किशोरी प्लेटफार्म नंबर 6 के ब्रिज पर चढ़ कर कूदने लगी। किशोरी पुल पर लटकता देख लोगों ने शोर मचाया तो 2 TTE और 1 रेलवे यूनियन के नेता रेस्क्यू किया। करीब 25 फूट ऊंची सीढ़ी लाकर करीब 1 घंटे की कड़ी मुशक्कत के बाद उसे उतारा। 1 घंटे बंद करवानी पड़ी हाईटेंशन तारें रेलवे अधिकारियों को किशोरी की जान बचाने के लिए करीब 1 घंटे हाईटेंशन तारों को बंद करवाना पड़ा। इस घटनाक्रम की वीडियो सामने आने के बाद पता चला है कि GRP और RPF की पुलिस इस रेस्क्यू में सिर्फ मूक दर्शक बनी रही। GRP और RPF के किसी अधिकारी ने किशोरी को बचाने के प्रयास नहीं किया। सूत्रों मुताबिक इस पूरे घटनाक्रम पर अब फिरोजपुर डिवीजन भी एक्शन लेने की तैयारी में है। मामला गंभीर है,जिम्मेवार लोगों से होगी जवाब-तलबी-सीनियर DSC ऋषि त्रिपाठी बातचीत करते हुए फिरोजपुर डिवीजन के सीनियर DSC ऋषि पांडे ने कहा कि मामले बहुत गंभीर है। नाबालिग बच्ची पुल तक कैसे पहुंची यह भी जांच का विषय है। बच्चों को लेकर RPF काफी गंभीर है। रोजाना कई ऐसे बच्चों को उनके परिजनों के सुपुर्द किया जाता है जो बच्चों घर से किसी न किसी बात को लेकर नाराज होकर चले जाते है। इस घटनाक्रम की भी समीक्षा की जाएगी। जिम्मेवार लोगों से भी जवाब-तलबी की जाएगी कि किशोरी जब पुल पर चढ़ रही थी तो उस समय किसी ने क्यों नहीं देखा। ये बड़ी लापरवाही है। मेरी पूरा फोकस लुधियाना का सुधार करने में ऋषि पांडे ने कहा कि मेरा पूरा फोकस है कि लुधियाना रेलवे स्टेशन पर लावारिस मिलने वाले बच्चों को उनके परिजनों तक पहुंचाए। वहीं जिन लोगों के साथ लूटपाट की वारदातें हो रही है उनकी शिकायतों को भी पहल की आधार पर हल करें। स्पेशल टीमों का गठन किया जा रहा है ताकि स्नैचिंग आदि की घटनाओं को रोका जा सके। सभी सीनियर अधिकारियों के सहयोग से व्यवस्था को ठीक किया जा रहा है।   पंजाब | दैनिक भास्कर