गोरखपुर में 2 बच्चियों की रात में सोते समय मौत:3 बच्चियां साथ सोई थीं, तीसरी की हालत नाजुक; लोटे में जहर की डिब्बी मिली

गोरखपुर में 2 बच्चियों की रात में सोते समय मौत:3 बच्चियां साथ सोई थीं, तीसरी की हालत नाजुक; लोटे में जहर की डिब्बी मिली

गोरखपुर में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। शनिवार रात में तीन बच्चियां एक साथ सोईं। सुबह इनमें से दो बच्चियों की मौत हो चुकी थी। जबकि, तीसरी बच्ची की हालत नाजुक है। उसे इलाज के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। आशंका जताई जा रही है कि तीनों बच्चियों ने जहरीले पदार्थ का सेवन किया होगा। घटना बांसगांव इलाके के बैदौली बाबू गांव में रविवार सुबह की है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों बच्चियों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। वहीं, पुलिस को मौके से एक लोटे में जहरीले पदार्थ की खाली डिब्बी मिली है। फोरेंसिक टीम इसे सील कर अपने साथ ले गई है। मौसी के घर रहती थीं तीनों बच्चियां
बैदौली बाबू गांव में रोहित जायसवाल का घर है। वो अपने पत्नी के साथ बेंगलुरु में रहते हैं। इनके तीन बच्चियां, पलक (6), रीति (12) और अप्सरा (14) अपनी मौसी के यहां रहती थीं। दो दिन पहले तीनों बच्चियां गांव में आई थीं और एक दो दिन में पिता रोहित भी आने वाले थे। 3 दिन पहले पिता ने बुलवाया था घर
गांव वालों ने बताया कि पिता ने बच्चियों को अपने साथ बेंगलुरु ले जाने का बोलकर घर बुलवाया था। गांव में ही दूसरी जगह बच्चियों के बाबा और दादी भी रहते हैं। गांव वालों के मुताबिक, रात में बच्चियां खाना खाकर सोने चली गईं। घर में थे सिर्फ दादा-दादी
सुबह करीब 5 से 6 बजे के बीच बड़ी बेटी अप्सरा (14) अपने दादा के पास आई और बहनों के नहीं उठने की बात कही। जाकर देखा तो एक बहन रीति (12) की मौत हो चुकी थी। इसी बीच पलक (6) की भी अचानक तबीयत बिगड़ने लगी और उसे गांव वाले इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे, जहां उसकी मौत हो गई। जांच में जुटी पुलिस
अप्सरा ने घर पर ही उल्टी कर दी थी। हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने उसकी हालत सुधार ली। बताया जा रहा है कि वो अभी खतरे से बाहर है। लेकिन, कम उम्र होने की वजह से बेहतर इलाज किया जा रहा। डॉक्टरों की देखरेख में रखा गया है। मौके पर SP साउथ और बांसगांव थाने की पुलिस के साथ फोरेंसिक टीम भी जांच कर रही है। गोरखपुर में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। शनिवार रात में तीन बच्चियां एक साथ सोईं। सुबह इनमें से दो बच्चियों की मौत हो चुकी थी। जबकि, तीसरी बच्ची की हालत नाजुक है। उसे इलाज के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। आशंका जताई जा रही है कि तीनों बच्चियों ने जहरीले पदार्थ का सेवन किया होगा। घटना बांसगांव इलाके के बैदौली बाबू गांव में रविवार सुबह की है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों बच्चियों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। वहीं, पुलिस को मौके से एक लोटे में जहरीले पदार्थ की खाली डिब्बी मिली है। फोरेंसिक टीम इसे सील कर अपने साथ ले गई है। मौसी के घर रहती थीं तीनों बच्चियां
बैदौली बाबू गांव में रोहित जायसवाल का घर है। वो अपने पत्नी के साथ बेंगलुरु में रहते हैं। इनके तीन बच्चियां, पलक (6), रीति (12) और अप्सरा (14) अपनी मौसी के यहां रहती थीं। दो दिन पहले तीनों बच्चियां गांव में आई थीं और एक दो दिन में पिता रोहित भी आने वाले थे। 3 दिन पहले पिता ने बुलवाया था घर
गांव वालों ने बताया कि पिता ने बच्चियों को अपने साथ बेंगलुरु ले जाने का बोलकर घर बुलवाया था। गांव में ही दूसरी जगह बच्चियों के बाबा और दादी भी रहते हैं। गांव वालों के मुताबिक, रात में बच्चियां खाना खाकर सोने चली गईं। घर में थे सिर्फ दादा-दादी
सुबह करीब 5 से 6 बजे के बीच बड़ी बेटी अप्सरा (14) अपने दादा के पास आई और बहनों के नहीं उठने की बात कही। जाकर देखा तो एक बहन रीति (12) की मौत हो चुकी थी। इसी बीच पलक (6) की भी अचानक तबीयत बिगड़ने लगी और उसे गांव वाले इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे, जहां उसकी मौत हो गई। जांच में जुटी पुलिस
अप्सरा ने घर पर ही उल्टी कर दी थी। हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने उसकी हालत सुधार ली। बताया जा रहा है कि वो अभी खतरे से बाहर है। लेकिन, कम उम्र होने की वजह से बेहतर इलाज किया जा रहा। डॉक्टरों की देखरेख में रखा गया है। मौके पर SP साउथ और बांसगांव थाने की पुलिस के साथ फोरेंसिक टीम भी जांच कर रही है।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर