जिस अयोध्या में राम मंदिर बना, वही लोकसभा सीट भाजपा को गंवानी पड़ी। हार क्यों हुई? इसकी वजह लोगों में नाराजगी सामने आई। नतीजा हुआ कि 20 दिनों में एडमिनिस्ट्रेशन ने 5 बड़े फैसले वापस ले लिए। इनमें पुराने मंदिरों को तोड़ने पर रोक, शहर में अयोध्या के लोगों की बेरोक-टोक एंट्री और एयरो सिटी प्रोजेक्ट को स्थगित करना शामिल है। इस कदम को भाजपा के डैमेज कंट्रोल की तरह देखा जा रहा है। 5 बड़े बदलाव 1. एयरो सिटी का 7 गांव के किसान कर रहे थे विरोध
अयोध्या विकास प्राधिकरण एयरो सिटी बना रहा था। आवासीय कॉलोनी के लिए 150 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होना था। बीकापुर के 7-8 गांव के किसान इसका विरोध कर रहे थे। चुनाव में भाजपा की हार के बाद 20 जून को अयोध्या विकास प्राधिकरण की बोर्ड बैठक हुई। इसमें प्रस्ताव को स्थगित कर दिया गया। 2. फ्लाई ओवर नहीं बनेगा, पुराने मंदिर नहीं टूटेंगे
आवास विकास प्राधिकरण की ओर से 264.26 करोड़ रुपए से 6 किमी लंबा फ्लाई ओवर बनाया जाना था। इसमें अब बदलाव कर दिया गया है। लखनऊ में हुई बोर्ड की बैठक में 3 नए अंडर पास बनाने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा नई आवासीय योजना में पुराने मंदिरों को भी नहीं तोड़ने का निर्णय लिया गया है। अयोध्या योजना में आबादी वाले क्षेत्रों को भी छोड़ने का फैसला लिया गया है। 3. जिन दुकानदारों को हटाया, उन्हें 30% छूट, बिना ब्याज दुकानों का आवंटन
राम मंदिर निर्माण के साथ अयोध्या में सौंदर्यीकरण के लिए कई दुकानदारों को हटाया गया था। 20 जून को विकास प्राधिकरण की बोर्ड की बैठक हुई। इसमें दुकानों की लागत में 30% की कटौती की गई। साथ ही राम पथ और निर्माण में विस्थापित हुए 80 दुकानदारों को चाबी सौंपी गई। दुकानदारों को 20 साल की ब्याज मुक्त किस्त पर दुकानें आवंटित करने की घोषणा की गई। इसके साथ जिन लोगों को अभी दुकानों का आवंटन नहीं हुआ है, ऐसे लोगों से प्रशासन बार-बार संपर्क भी कर रहा है। 4. शहर में एंट्री कर सकेंगे अयोध्या के लोग
रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के 6 महीने बाद अयोध्या के लोगों को बड़ी राहत दी गई। अयोध्या के वाहनों ( UP-42) को शहर में प्रवेश करने से अब नहीं रोका जाएगा। यह निर्णय नगर निगम और पुलिस ने संयुक्त रूप से लिया है। राम नगरी में रहने वाले लोगों को वैरियर पॉइंट पर अपना नगर में रहने का पहचान पत्र दिखाना होगा। पर्यटकों को भी नगर में प्रवेश में कुछ सहूलियत मिली है। साकेत पेट्रोल पंप से अब पर्यटक लता मंगेशकर चौक और नया घाट पर वाहन ले जा सकेंगे। 5. 41 गांव को डेवलप किया जाएगा
अयोध्या नगर निगम में 41 गांव शामिल हुए थे, मगर उन्हें डेवलप नहीं किया जा सका। ये सभी गांव 2020 में नगर निगम में शामिल हुए थे। 4 सालों में कुछ सड़कों को छोड़कर यहां कोई विकास नहीं हुआ। लोकसभा चुनाव हारने के बाद अब इन गांवों को नगरीय गांव बनाने की कवायद तेज हो गई है। निगम इन गांवों की जल्द ही GIS सर्वे कराने जा रही है। साथ ही जल्द ही घर-घर शुद्ध जल पहुंचाने की शुरुआत होगी। अब अयोध्या के लोगों की बात… जिस अयोध्या में राम मंदिर बना, वही लोकसभा सीट भाजपा को गंवानी पड़ी। हार क्यों हुई? इसकी वजह लोगों में नाराजगी सामने आई। नतीजा हुआ कि 20 दिनों में एडमिनिस्ट्रेशन ने 5 बड़े फैसले वापस ले लिए। इनमें पुराने मंदिरों को तोड़ने पर रोक, शहर में अयोध्या के लोगों की बेरोक-टोक एंट्री और एयरो सिटी प्रोजेक्ट को स्थगित करना शामिल है। इस कदम को भाजपा के डैमेज कंट्रोल की तरह देखा जा रहा है। 5 बड़े बदलाव 1. एयरो सिटी का 7 गांव के किसान कर रहे थे विरोध
अयोध्या विकास प्राधिकरण एयरो सिटी बना रहा था। आवासीय कॉलोनी के लिए 150 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होना था। बीकापुर के 7-8 गांव के किसान इसका विरोध कर रहे थे। चुनाव में भाजपा की हार के बाद 20 जून को अयोध्या विकास प्राधिकरण की बोर्ड बैठक हुई। इसमें प्रस्ताव को स्थगित कर दिया गया। 2. फ्लाई ओवर नहीं बनेगा, पुराने मंदिर नहीं टूटेंगे
आवास विकास प्राधिकरण की ओर से 264.26 करोड़ रुपए से 6 किमी लंबा फ्लाई ओवर बनाया जाना था। इसमें अब बदलाव कर दिया गया है। लखनऊ में हुई बोर्ड की बैठक में 3 नए अंडर पास बनाने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा नई आवासीय योजना में पुराने मंदिरों को भी नहीं तोड़ने का निर्णय लिया गया है। अयोध्या योजना में आबादी वाले क्षेत्रों को भी छोड़ने का फैसला लिया गया है। 3. जिन दुकानदारों को हटाया, उन्हें 30% छूट, बिना ब्याज दुकानों का आवंटन
राम मंदिर निर्माण के साथ अयोध्या में सौंदर्यीकरण के लिए कई दुकानदारों को हटाया गया था। 20 जून को विकास प्राधिकरण की बोर्ड की बैठक हुई। इसमें दुकानों की लागत में 30% की कटौती की गई। साथ ही राम पथ और निर्माण में विस्थापित हुए 80 दुकानदारों को चाबी सौंपी गई। दुकानदारों को 20 साल की ब्याज मुक्त किस्त पर दुकानें आवंटित करने की घोषणा की गई। इसके साथ जिन लोगों को अभी दुकानों का आवंटन नहीं हुआ है, ऐसे लोगों से प्रशासन बार-बार संपर्क भी कर रहा है। 4. शहर में एंट्री कर सकेंगे अयोध्या के लोग
रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के 6 महीने बाद अयोध्या के लोगों को बड़ी राहत दी गई। अयोध्या के वाहनों ( UP-42) को शहर में प्रवेश करने से अब नहीं रोका जाएगा। यह निर्णय नगर निगम और पुलिस ने संयुक्त रूप से लिया है। राम नगरी में रहने वाले लोगों को वैरियर पॉइंट पर अपना नगर में रहने का पहचान पत्र दिखाना होगा। पर्यटकों को भी नगर में प्रवेश में कुछ सहूलियत मिली है। साकेत पेट्रोल पंप से अब पर्यटक लता मंगेशकर चौक और नया घाट पर वाहन ले जा सकेंगे। 5. 41 गांव को डेवलप किया जाएगा
अयोध्या नगर निगम में 41 गांव शामिल हुए थे, मगर उन्हें डेवलप नहीं किया जा सका। ये सभी गांव 2020 में नगर निगम में शामिल हुए थे। 4 सालों में कुछ सड़कों को छोड़कर यहां कोई विकास नहीं हुआ। लोकसभा चुनाव हारने के बाद अब इन गांवों को नगरीय गांव बनाने की कवायद तेज हो गई है। निगम इन गांवों की जल्द ही GIS सर्वे कराने जा रही है। साथ ही जल्द ही घर-घर शुद्ध जल पहुंचाने की शुरुआत होगी। अब अयोध्या के लोगों की बात… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर