रामपुर में बीजेपी जिलाध्यक्ष के बेटे का सिपाहियों से गाली-गलौज करते वीडियो सामने आया है। यह वीडियो पेट्रोल पंप का है। यहां बीजेपी जिलाध्यक्ष का बेटा अपने दोस्तों के साथ एक सिपाही से बहस कर रहा है। बीजेपी जिलाध्यक्ष के बेटे ने पुलिसकर्मी पर शराब पीकर ड्यूटी करने का आरोप लगाया। इस दौरान बीजेपी जिलाध्यक्ष के बेटे और सिपाही में जमकर नोकझोंक हुई। वहां मौजूद अन्य पुलिसकर्मी दोनों को संभालते रहे, लेकिन कोई पीछे हटने को तैयार नहीं था। सिपाही को वर्दी उतरवाने तक की धमकी दी गई। किसी तरह पुलिसकर्मियों ने सिपाही हो वहां से हटाया। डंपर चालक को थप्पड़ मारने पर विवाद हुआ है। डंपर बीजेपी जिलाध्यक्ष का बताया जा रहा है। वीडियो सामने आने के बाद एसपी ने जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए है। जिले में भाजपा के जिला अध्यक्ष हंसराज उर्फ पप्पू हैं। उनके बेटे का नाम सोनू अंशू हैं। सोनू का पुलिसकर्मियों से बहस करते हुए 2:49 सेकेंड का वीडियो सामने आया है। इसमें वह सिपाही को डांटते हुए दिखाई दे रहे हैं। कुछ पुलिसकर्मी उन्हें रोक रहे हैं। शांत रहने को कह रहे हैं। बीच-बीच में आवाज भी आ रही। जिसमें कहा जा रहा है, भइया इसने मुझसे पैसे मांगे थे। मुझे थप्पड़ भी मारा है। डंपर ने पीआरवी गाड़ी में मारी थी टक्कर वहीं मामले को लेकर हेड कांस्टेबल रंजीत चौहान ने एसपी से शिकायत की। उन्होंने कहा, वह थाना शहजाद नगर में झगड़े की सूचना पर कल्याणपुर जा रहे थे। इस दौरान पीआरवी की गाड़ी में डंपर ने टक्कर मार दी। इससे पीआरवी गाड़ी गड्ढे में पलट गई। भाग रहे डंपर को लोगों ने दौड़ाकर पकड़ा वहां मौजूद लोगों ने डंपर लेकर भाग रहे चालक को कुछ दूर जाकर पकड़ लिया। बाद में पता चला कि डंपर जिला अध्यक्ष भाजपा हंसराज पप्पू का है। इस कारण उनके पेट्रोल पंप पर ही डंपर को खड़ा करा दिया गया। इस डंपर को जब पीआरवी सिपाही देखने गए तो वहां जिला अध्यक्ष का बेटा मौजूद था। उसने सिपाहियों के साथ गाली-गलौज और जमकर अभद्रता की। हमने कई बार मना किया, लेकिन वह नहीं माने। सिपाही ने ड्राइवर को मारा था थप्पड़ वहीं भाजपा जिला अध्यक्ष के बेटे सोनू अंशू ने बताया, रात 11 बजे उनके पेट्रोल पंप पर दो पुलिसकर्मी आए। डंपर के ड्राइवर से जबरन अवैध वसूली करने लगे। उसने मना किया तो उससे गाली-गलौज शुरू कर दी। विरोध करने पर उसके सिपाही ने ड्राइवर को थप्पड़ मार दिया। इसकी सूचना उन्हें कर्मचारी ने फोन पर दी। जब हम लोग वहां पहुंचे तो पुलिसकर्मी ने उनके साथ भी बदतमीजी करने लगा। गाली गलौज की। इस पर मुझे भी गुस्सा आ गया और मैंने भी गाली दे दी। एसपी विद्या सागर ने बताया कि वीडियो देखा है। मामले की जांच के लिए सीओ सिटी की निगरानी में टीम बनाई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। रामपुर में बीजेपी जिलाध्यक्ष के बेटे का सिपाहियों से गाली-गलौज करते वीडियो सामने आया है। यह वीडियो पेट्रोल पंप का है। यहां बीजेपी जिलाध्यक्ष का बेटा अपने दोस्तों के साथ एक सिपाही से बहस कर रहा है। बीजेपी जिलाध्यक्ष के बेटे ने पुलिसकर्मी पर शराब पीकर ड्यूटी करने का आरोप लगाया। इस दौरान बीजेपी जिलाध्यक्ष के बेटे और सिपाही में जमकर नोकझोंक हुई। वहां मौजूद अन्य पुलिसकर्मी दोनों को संभालते रहे, लेकिन कोई पीछे हटने को तैयार नहीं था। सिपाही को वर्दी उतरवाने तक की धमकी दी गई। किसी तरह पुलिसकर्मियों ने सिपाही हो वहां से हटाया। डंपर चालक को थप्पड़ मारने पर विवाद हुआ है। डंपर बीजेपी जिलाध्यक्ष का बताया जा रहा है। वीडियो सामने आने के बाद एसपी ने जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए है। जिले में भाजपा के जिला अध्यक्ष हंसराज उर्फ पप्पू हैं। उनके बेटे का नाम सोनू अंशू हैं। सोनू का पुलिसकर्मियों से बहस करते हुए 2:49 सेकेंड का वीडियो सामने आया है। इसमें वह सिपाही को डांटते हुए दिखाई दे रहे हैं। कुछ पुलिसकर्मी उन्हें रोक रहे हैं। शांत रहने को कह रहे हैं। बीच-बीच में आवाज भी आ रही। जिसमें कहा जा रहा है, भइया इसने मुझसे पैसे मांगे थे। मुझे थप्पड़ भी मारा है। डंपर ने पीआरवी गाड़ी में मारी थी टक्कर वहीं मामले को लेकर हेड कांस्टेबल रंजीत चौहान ने एसपी से शिकायत की। उन्होंने कहा, वह थाना शहजाद नगर में झगड़े की सूचना पर कल्याणपुर जा रहे थे। इस दौरान पीआरवी की गाड़ी में डंपर ने टक्कर मार दी। इससे पीआरवी गाड़ी गड्ढे में पलट गई। भाग रहे डंपर को लोगों ने दौड़ाकर पकड़ा वहां मौजूद लोगों ने डंपर लेकर भाग रहे चालक को कुछ दूर जाकर पकड़ लिया। बाद में पता चला कि डंपर जिला अध्यक्ष भाजपा हंसराज पप्पू का है। इस कारण उनके पेट्रोल पंप पर ही डंपर को खड़ा करा दिया गया। इस डंपर को जब पीआरवी सिपाही देखने गए तो वहां जिला अध्यक्ष का बेटा मौजूद था। उसने सिपाहियों के साथ गाली-गलौज और जमकर अभद्रता की। हमने कई बार मना किया, लेकिन वह नहीं माने। सिपाही ने ड्राइवर को मारा था थप्पड़ वहीं भाजपा जिला अध्यक्ष के बेटे सोनू अंशू ने बताया, रात 11 बजे उनके पेट्रोल पंप पर दो पुलिसकर्मी आए। डंपर के ड्राइवर से जबरन अवैध वसूली करने लगे। उसने मना किया तो उससे गाली-गलौज शुरू कर दी। विरोध करने पर उसके सिपाही ने ड्राइवर को थप्पड़ मार दिया। इसकी सूचना उन्हें कर्मचारी ने फोन पर दी। जब हम लोग वहां पहुंचे तो पुलिसकर्मी ने उनके साथ भी बदतमीजी करने लगा। गाली गलौज की। इस पर मुझे भी गुस्सा आ गया और मैंने भी गाली दे दी। एसपी विद्या सागर ने बताया कि वीडियो देखा है। मामले की जांच के लिए सीओ सिटी की निगरानी में टीम बनाई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
Basti News: कनपटी पर बंदूक रखकर धमकी देने वाले की निकली हेकड़ी, थाने में किया आत्मसमर्पण
Basti News: कनपटी पर बंदूक रखकर धमकी देने वाले की निकली हेकड़ी, थाने में किया आत्मसमर्पण <p style=”text-align: justify;”><strong>Basti News:</strong> युवक की कनपटी पर बंदूक रखकर धमकी देने वाले पर पुलिस ने जब शिकंज कसा तो उसकी हेकड़ी निकल गई. बस्ती पुलिस के एक्शन के बाद एक गुंडा हाथ में तख्ती लेकर जान की दुहाई लगाते हुए थाने पहुंच गया और आत्म समर्पण किया. आरोपी मंजीत ने तख्ती पर लिखा कि साहब मुझसे गलती हो गई मुझे माफ कर दो, अब ऐसी गलती नही करेंगे. जिसके बाद पुलिस अब आरोपी मंजीत के खिलाफ कानूनी कार्रवाई जुट गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल यह पूरा लालगंज थाना क्षेत्र का है. जहां सुनसान जगह पर शिवा नाम के युवक को दो दबंगों ने पकड़ कर पहले उसे धमकाया, फिर कनपटी पर कट्टा सटाकर जान से मारने की धमकी दी. इतना ही नहीं दोनो गुंडे योगी के पुलिस की धमक से बेफिक्र पूरी वारदात का वीडियो भी बनाया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. मामला तूल पकड़ता गया और पीड़ित युवक शिवा बस्ती पुलिस से न्याय मांगने पहुंच गया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इंस्टाग्राम कमेंट को लेकर हुआ था विवाद</strong><br />बताया जा रहा है कि पीड़ित युवक शिवा ने दोनों आरोपी के इंस्टाग्राम आईडी पर किसी पोस्ट पर कमेंट कर दिया था, जिसके बाद ये दोनो युवक शिवा की तलाश कर रहे थे. एक दिन उन्हे शिवा अकेले आता दिखा तो वे उसे अपनी बाइक पर बैठाकर सुनसान जगह ले गए,जहां आरोपियों ने उसे डराया धमकाया और शिवा की कनपटी पर बंदूक अड़ाकर उसे धमकी दी. इतना ही नहीं आरोपियों ने पूरी घटना का वीडियो बनाया. पुलिस ने इन दोनो दबंगों की हेकड़ी निकाल दी और एक आरोपी मंजीत हाथ में तख्ती लेकर जान की दुहाई मांगते हुए खुद थाने पहुंच गया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>एसपी गोपाल कृष्ण चौधरी ने बताया कि वीडियो के आधार पर दो युवकों के खिलाफ लालगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था. इस मामले में आरोपी दोनों युवकों की पुलिस की टीम लगातार तलाश कर रही थी. एक आरोपी मंजीत खुद हाथ में तख्ती लेकर आत्म समर्पण करने पहुंच गया. आगे बताया कि एक अन्य आरोपी की लालगंज पुलिस जल्द ही गिरफ्तार करने में कामयाबी पाएगी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/meerut-news-thieves-stole-packets-of-curd-milk-from-the-fridge-incident-recorded-in-cctv-ann-2717225″><strong>मेरठ में सीसीटीवी में कैद अनोखी चोरी, फ्रिज नहीं उठा तो दूध और दही के पैकेट ले गए चोर</strong></a></p>
अयोध्या में बिल्डर के बाउंसर्स और किसानों में लाठी-डंडे चले:अखिलेश ने कहा- किसानों को हिरासत, अरबपतियों को राहत
अयोध्या में बिल्डर के बाउंसर्स और किसानों में लाठी-डंडे चले:अखिलेश ने कहा- किसानों को हिरासत, अरबपतियों को राहत अयोध्या में बिल्डर अभिनंदन लोढ़ा ग्रुप के कर्मचारियों और किसानों के बीच जमकर लाठी-डंडे चले। मारपीट में दोनों तरफ से लोग घायल हुए। लोढ़ा ग्रुप के एक कर्मचारी का इलाज लखनऊ के प्राइवेट अस्पताल में चल रहा है। अयोध्या कोतवाली पुलिस ने 8 किसानों पर मुकदमा दर्ज किया है। 5 को जेल भेजा है। घटना 12 सितंबर की है। किसान रामरूप माझी ने कहा- पुलिस हमारे साथ ऐसा सलूक कर रही है कि जैसे हम पाकिस्तान में हों। बिल्डर के बाउंसर्स ने हमारे बच्चों को पीटा। पुलिस ने कार्रवाई के बजाय हम पर ही मुकदमा लिख दिया। रविवार की शाम मारपीट का वीडियो सामने आया। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने X पर वीडियो शेयर किया। लिखा- अयोध्या में किसानों को हिरासत और अरबपतियों को राहत। उत्तर प्रदेश में सरकार है या सेवानिवृत्त हो गई। देखिए 4 फोटो… अब विस्तार से पढ़िए… जमीन पर कब्जा करने पहुंचे थे कर्मचारी
अभिनंदन लोढ़ा ग्रुप में मनोज कुमार कर्मचारी हैं। वे हरियाणा के जींद में धारोड़ी के रहने वाले हैं। उन्होंने किसानों के खिलाफ अयोध्या कोतवाली में FIR लिखवाई है। इसमें लिखा- 12 सितंबर को दोपहर साढ़े बजे मैं कंपनी की साइट पर था। कंपनी ने राम आशीष यादव के खेत की जमीन लेने के लिए रजिस्ट्री कराई थी। हम जमीन पर पिलर लगाकर कब्जा कर रहे थे। क्योंकि उस जमीन नाजायज तरीके से रामरूप माझी ने कब्जा कर रखा था। तभी रामरूप माझी की तरफ से लोग आ गए। उन्होंने मारपीट शुरू कर दी। मेरे सिर पर डंडे से वार किया गया, जिससे सिर फट गया। मुझे कर्मचारी चतुर्भुज तिवारी, अभिषेक तिवारी और जिगनेश गोसलिया ने बचाया। पुलिस ने मारपीट में शामिल 5 किसानों दीपक माझी, रमेश माझी, राजेश माझी, विजय माझी, रवि माझी को पुलिस ने जेल भेजा है। वहीं, गोलू, अरविंद और एक अन्य फरार हैं। पुलिस तलाश कर रही है। किसान बोले- पुलिस कर रही एकतरफा कार्रवाई
घटना के बाद गांव में पुलिस प्रशासन के खिलाफ लोगों को आक्रोश है। आरोपी किसानों के परिजनों के मुताबिक- मामला एक ही गाटा में जमीन की कब्जेदारी को लेकर है। लोढ़ा ग्रुप के कर्मचारी जबरन बैनामे से अधिक जमीन को कब्जा कर रहे थे। किसानों ने विरोध किया। जबरन हो रहे कब्जे को रोकने का प्रयास किया। कर्मचारियों ने पहले किसानों के साथ मारपीट की है। किसानों का आरोप है- 15 दिन पहले कंपनी के कर्मचारियों ने रात में छप्पर में आग लगा दी थी। बिना किसी राजस्व कर्मचारी के ही लोढ़ा ग्रुप के कर्मचारी जमीन पर कब्जा करने आए थे। मेरे तीन बेटों को पुलिस ने जेल भेज दिया
किसान राम रूप माझी ने बताया, हमारी जमीन तियोरहा में है। 14 बीघा का गाटा है। उसमें से 100 बिस्वा हमारी जमीन बची हुई है। बाकी की जमीन अभिनंदन लोढ़ा ग्रुप ने ली है। अब वे हमारी जमीन भी कब्जा करना चाहते हैं। उसी को लेकर बवाल हुआ है। हम 7 लोग हैं। सातों लोगों के साथ मारपीट की गई। पुलिस ने बिल्डर की तरफ से FIR दर्ज कर ली है। FIR में 8 लोगों के नाम डाले गए हैं। मारपीट में हमारे बच्चों को ही चोट लगी है। 24 घंटे बाद भी उन्हें इलाज नहीं दिया गया। जेल भेज दिया है। हमारे साथ पाकिस्तानी जैसा सलूक हो रहा है। किसान ने बताया- जो जमीन पहले ली गई है, उसको लेकर हमें कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन, बाकी जो हमारी जमीन बची हुई है, उस पर कब्ज़ा करने में लोग लगे हुए हैं। जब कंपनी के कर्मचारी जमीन पर पहुंचे तो मेरे बेटे ने कहा- पापा लखनऊ गए। उनके आने तक हम कोई कब्जा नहीं करने देंगे। इसी बात को लेकर उनके कर्मचारियों ने मारपीट कर ली। हमारे बेटे को चोट लग गई। हमारी कोई FIR नहीं दर्ज की गई। मेरा एक लड़का लाइब्रेरी में था। उसको भी पुलिस उठा लाई। गांव के प्रधान ने शिकायत लिखकर पुलिस को दी थी। पुलिस ने उस पर भी ध्यान नहीं दिया। सीओ बोले- दूसरे पक्ष की शिकायत पर भी होगी कार्रवाई
सीओ अभिषेक तिवारी ने बताया- मेडिकल के आधार पर कार्यवाही की गई है। मामले की विवेचना की जा रही है। दूसरे पक्ष की की शिकायत को विवेचना में शामिल करते हुए कार्रवाई की जाएगी। सपा नेता ने कहा था- बाउंसर भेजकर धमकाते हैं बिल्डर
अभिनंदन लोढ़ा ग्रुप अयोध्या में पहले भी विवादों में रहा है। सपा के पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडेय ने 2 महीने पहले लोढ़ा ग्रुप पर किसानों की जमीन कब्जा करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा- लोढ़ा ग्रुप गरीब किसानों की जमीन पर कब्जा कर रहा है। अगर कोई किसान जमीन नहीं देता है, तो अपने बाउंसर भेजकर धमकाते हैं। मुकदमा लिखने और जेल भेजने की धमकी देते हैं। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद लोढ़ा वेंचर की तरफ से प्रतिक्रिया आई। उन्होंने कहा- एक भी किसान को धमकाया नहीं गया है। सभी जमीनों के लीगल डॉक्यूमेंट हैं। मामले में लोढ़ा वेंचर ने भी अपना पक्ष रखा था। लोढ़ा वेंचर के कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन के प्रेसिडेंट महेश शाह ने कहा – हमारे ग्रुप ने 2 से 2.5 साल में ये जमीनें सीधे किसानों से खरीदी हैं। इसमें सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं रहा है। 2021 से लेकर 2023 तक 51 एकड़ जमीनें खरीदीं गई। जनवरी, 2024 में ये जमीनें कस्टमर्स को ऑफर की गई। जून, 2024 में यह जमीन बढ़कर 75 एकड़ हो गईं। उन्हीं किसानों ने दोबारा हमें और जमीनें बेची। इसलिए जोर जबरदस्ती के आरोप निराधार हैं। पढ़ें पूरी खबर… अमिताभ बच्चन ने लोढ़ा ग्रुप से खरीदा था अयोध्या में प्लॉट
बॉलीवुड एक्टर अमिताभ बच्चन ने अयोध्या में ₹14.5 करोड़ में 10 हजार स्क्वायर फीट का प्लॉट खरीदा था। बच्चन की यह जमीन 51 एकड़ में फैली ‘द हाउस ऑफ अभिनंदन लोढ़ा’ (HoABL) की 7-स्टार मिक्स्ड-यूज एनक्लेव ‘द सराय’ में है। अमिताभ बच्चन ने जिस HoABL में यह प्लॉट खरीदा है, उसमें लीला पैलेस, होटल और रिसॉर्ट्स के साथ साझेदारी में एक 5-स्टार होटल भी है। चेयरमैन अभिनंदन लोढ़ा के मुताबिक बच्चन का प्लॉट अयोध्या राम मंदिर से केवल 15 मिनट की दूरी पर है और अयोध्या इंटरनेशनल एयरपोर्ट से 30 मिनट की दूरी पर है। यह भी पढ़ें:- योगी बोले- भेड़िया हमला करता दिखे तो गोली मार दो:बहराइच में 27 पीड़ित परिवारों से मिले; बच्ची को गोद में उठाकर दुलारा, चाकलेट खिलाई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार शाम बहराइच पहुंचे। उन्होंने भेड़ियों के हमलों से प्रभावित महसी तहसील का हवाई निरीक्षण किया। हमले में मारे गए मासूमों और घायलों के परिजनों से भी मुलाकात की। सीएम ने सिसईया चूड़ामणि गांव में 27 पीड़ित परिवारों को गिफ्ट दिए। बच्चों को चाकलेट खिलाया। योगी ने एक बच्ची को गोद में उठा लिया। चाकलेट देकर उसे दुलारते नजर आए। सीएम ने 75 साल की मखाना देवी से भी मुलाकात की। मखाना भेड़िए के हमले में घायल हुई थीं। पढ़ें पूरी खबर…
मानसून में सबसे ज्यादा बिजली क्यों गिरती है?:यूपी मौतों के मामले में तीसरे नंबर पर; यहां एक दिन में 38 की जान गई
मानसून में सबसे ज्यादा बिजली क्यों गिरती है?:यूपी मौतों के मामले में तीसरे नंबर पर; यहां एक दिन में 38 की जान गई यूपी में 10 जुलाई को आकाशीय बिजली गिरने से 38 लोगों की जान चली गई। प्रतापगढ़ में सबसे ज्यादा 11 मौतें हुईं। दूसरे नंबर पर सुल्तानपुर रहा। यहां 7 लोगों की मौत बिजली की चपेट में आने से हो गई। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़े बताते हैं कि हर साल औसतन करीब 2500 लोगों की मौत बिजली की चपेट में आने से होती है। प्राकृतिक आपदाओं से कुल मौतों में 39 फीसदी मौतें बिजली गिरने की वजह से हुई हैं। आखिर मानसून सीजन में ही सबसे ज्यादा बिजली क्यों गिरती है? इस आपदा से निपटने के लिए सरकार की क्या-क्या तैयारियां हैं? भास्कर एक्सप्लेनर में जानिए- बिजली गिरने से मौतों में उत्तर प्रदेश तीसरे स्थान पर
NCRB के मुताबिक, बिजली गिरने से होने वाली मौतों में उत्तर प्रदेश तीसरे स्थान पर है। इसमें पहले नंबर पर मध्यप्रदेश और दूसरे नंबर पर बिहार है। 2022 में उत्तर प्रदेश में बिजली गिरने से 301 लोगों की मौत हुई थी। वहीं, पहले स्थान पर रहे मध्यप्रदेश में यह संख्या 496 थी। बिहार में 329 लोगों की मौत हुई थी। बिजली गिरने का पूर्वानुमान बताने वाला सिस्टम बना रही उत्तर प्रदेश सरकार
10 जुलाई को एक दिन में 38 मौतों ने सरकार को चिंता में डाल दिया है। सरकार एक ऐसा सिस्टम बनाने जा रही है, जो बिजली गिरने से पहले ही चेतावनी जारी कर देगा। यह एक अलर्ट मैनेजमेंट सिस्टम होगा। योगी सरकार इसे तीन फेज में विकसित कर रही है। प्रदेश के राहत आयुक्त नवीन कुमार ने बताया कि पहले चरण में 37 जिलों में बिजली चेतावनी प्रबंधन प्रणाली लागू की जाएगी। स्टेट रिलीफ डिपार्टमेंट के मुताबिक अब तक प्रदेश में बिजली गिरने से 84 लोगों की मौत हो चुकी है। डिपार्टमेंट की माने तो यह आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले दोगुना है। पिछले साल बिजली गिरने से 41 लोगों की मौत हुई थी। मेघदूत और दामिनी ऐप से बिजली गिरने की सटीक जानकारी
भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की ओर से लोगों को मौसम की सटीक जानकारी देने के लिए फिलहाल ‘मेघदूत’ और ‘दामिनी’ मोबाइल एप्लिकेशन हैं। इन ऐप्स की मदद से मौसम और आकाशीय बिजली की सटीक जानकारी पहले से मिलती है। इन ऐप्स को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। मेघदूत ऐप- भारत सरकार के डिजिटल इंडिया अभियान के तहत किसानों को तकनीक से जोड़ने के लिए मेघदूत ऐप को लॉन्च किया गया है। मेघदूत ऐप के माध्यम से मौसम का पूर्वानुमान जैसे- तापमान, बारिश की स्थिति, हवा की स्पीड या दिशा की सटीक जानकारी मिलती है। इसके अलावा किसानों को फसलों की सिंचाई कब करनी चाहिए या फसलों में कब दवा डालनी है, यह जानकारी भी मिलती है। दामिनी ऐप- इस ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। इसके बाद लोकेशन का रजिस्ट्रेशन करना होगा। ऐप की मदद से 20 से 31 किलोमीटर के दायरे में आकाशीय बिजली का पूर्वानुमान मिल जाएगा। इस ऐप के जरिए संबंधित जगह के 20 किमी के दायरे में बिजली गिरने की चेतावनी 30 से 40 मिनट पहले ऑडियो और मैसेज के जरिए मिल जाएगी। इससे काफी हद तक जनहानि और पशुहानि को रोका जा सकता है। गर्म हवाओं के बादलों में रगड़ खाने से बिजली गिरने की घटनाएं बढ़ीं
एक्सपर्ट्स का मानना है कि यूपी के कई जिलों में इस बार बारिश कम हो रही है, या न के बराबर हो रही है। इन जिलों में तापमान ज्यादा होने के कारण गर्म हवाएं चल रही हैं। यही गर्म हवाएं ऊपर उठकर बादलों और ठंडी हवा से टकरा रही हैं। बादलों की नमी और गर्म हवाओं की रगड़ से आसमानी बिजली पैदा हो रही है। यही बिजली गिरकर मौत का कारण बन रही है। बिजली गिरना उत्तर प्रदेश में राज्य आपदा की कैटेगरी में
बिजली गिरना उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं की सूची में शामिल है। अगर किसी व्यक्ति की मौत बिजली गिरने से हो जाती है, तो उसके परिवार को 24 घंटे के अंदर मुआवजा मिलता है। इसमें मुआवजे की राशि 4 लाख रुपए होती है। क्यों पेड़, तालाब, खेतों और ऊंची इमारतों पर बिजली गिरती है?
खुले मैदान, पेड़, ऊंची इमारतें इन जगहों पर बिजली गिरने का खतरा सबसे ज्यादा है। इसके पीछे वजह है, बिजली गिरने में आसानी। खुले मैदान में किसी तरह की कोई बाधा नहीं होती है। इसी तरह ऊंची इमारतें और पेड़, जमीन के मुकाबले बादलों के पास होते हैं। जब बादल इन जगहों के ऊपर से गुजर रहा होता है तो पेड़, इमारत और उस खुले मैदान में भी विपरीत चार्ज पैदा हो जाता है। जब इसकी मात्रा ज्यादा हो जाती है तो बिजली बादलों से उस इमारत या पेड़ पर गिर जाती है। 19वीं सदी में पता चली थी बिजली गिरने की सही वजह
वैज्ञानिक बेंजामिन फ्रेंकलिन ने पहली बार 1872 में बिजली गिरने के सही कारणों को दुनिया के सामने रखा था। उन्होंने बताया कि जब आसमान में बादल छा जाते हैं तो उसमें मौजूद पानी के छोटे-छोटे कण हवा की वजह से एक दूसरे से रगड़ खाने लगते हैं। इससे वो कण चार्ज हो जाते हैं, यानी आवेशित हो जाते हैं। इसमें कुछ बादलों पर पॉजिटिव चार्ज तो कुछ पर निगेटिव चार्ज आ जाता है। जब ये दोनों तरह के चार्ज वाले बादल मिलते हैं तो उनमें लाखों वोल्ट की बिजली पैदा होती है।