जनेश्वर पार्क में विकसित होगा रेन वाटर हार्वेस्टिंग थीम पार्क:मुख्य सचिव की अध्यक्षता में नमामि गंगे विभाग की बैठक में लिया गया फैसला

जनेश्वर पार्क में विकसित होगा रेन वाटर हार्वेस्टिंग थीम पार्क:मुख्य सचिव की अध्यक्षता में नमामि गंगे विभाग की बैठक में लिया गया फैसला

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में बुधवार को नमामि गंगे विभाग की बैठक की गई। जहां बैठक में प्रमुख सचिव नमामि गंगे अनुराग श्रीवास्तव, एमडी जल निगम ग्रामीण राजशेखर, एलडीए वीसी इन्द्रमणि त्रिपाठी समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।बैठक में मण्डल एवं जनपद स्तर पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग थीम पार्क विकसित किये जाने पर विचार-विमर्श किया गया। जल के संरक्षण के लिए आम लोगों को करें शिक्षित मुख्य सचिव ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में भूजल संचयन एक चुनौती रहा है। जल का संरक्षण न केवल वर्तमान पीढ़ी के लिए बल्कि भविष्य की पीढ़ी के लिए भी आवश्यक है। वर्षा जल संचयन के विभिन्न तरीकों के लाइव डिमान्स्ट्रेशन के माध्यम से आम लोगो को शिक्षित करने की जरूरत है, इसके लिये एक मॉडल तैयार कर मण्डल एवं जनपद स्तर पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग थीम पार्क विकसित किया जाये। पार्क में वर्षा जल संचयन की नवीनतम तकनीकी का उपयोग किया जाये। रेन वॉटर हार्वेस्टिंग थीम पार्क जनेश्वर मिश्र पार्क में होगा विकसित मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य स्तर पर रेन वॉटर हार्वेस्टिंग थीम पार्क जनेश्वर मिश्र पार्क में विकसित किया जाये। पार्क में आने वाले बच्चों के लिये एक इन्टप्रिटेशन सेन्टर होना चाहिये, जिसमें प्ले स्क्रीन पर बच्चों को जल संचयन के विषय पर जानकारी प्रदान करने हेतु फिल्म दिखाई जा सके। इसके अलावा एक ओपेन एअर थियेटर भी होना चाहिये, जिसमें बच्चे वर्षा के जल संचयन की जानकारी प्राप्त कर सके। इसके लिये ज्यादा से ज्यादा डिजिटल तकनीकी का प्रयोग किया जाये। इस पार्क के माध्यम से लोगों मे वर्षा के जल संचयन के प्रति जागरूकता फैलेगी। मुख्य सचिव ने कहा कि जल बहुत ही संवेदनशील मुद्दा है। प्रदेश के सभी जिलों में मानसून के प्रारम्भ से पूर्व प्राथमिकता पर आवश्यकतानुसार बारिश के पानी को नष्ट होने से बचाने के लिए सभी उपायों को समय से पहले ही सुनिश्चित कर लिया जाये।इसके साथ ही सभी सरकारी/अर्द्ध सरकारी भवनों और कार्यालय भवन, प्राथमिक विद्यालय, आगंनबाड़ी केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, पंचायत भवन, इत्यादि पर अनिवार्य रूप से रूफटाप रेनवाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की स्थापना करायी जाए। इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि गत वर्षों में जनपदों में जिन सरकारी/अर्द्ध सरकारी भवनों पर रूफटाप रेनवाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की स्थापना की गयी है, उनका निरीक्षण कर सफाई या मरम्मत करा लिया जाए ताकि वे क्रियाशील रहे। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में बुधवार को नमामि गंगे विभाग की बैठक की गई। जहां बैठक में प्रमुख सचिव नमामि गंगे अनुराग श्रीवास्तव, एमडी जल निगम ग्रामीण राजशेखर, एलडीए वीसी इन्द्रमणि त्रिपाठी समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।बैठक में मण्डल एवं जनपद स्तर पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग थीम पार्क विकसित किये जाने पर विचार-विमर्श किया गया। जल के संरक्षण के लिए आम लोगों को करें शिक्षित मुख्य सचिव ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में भूजल संचयन एक चुनौती रहा है। जल का संरक्षण न केवल वर्तमान पीढ़ी के लिए बल्कि भविष्य की पीढ़ी के लिए भी आवश्यक है। वर्षा जल संचयन के विभिन्न तरीकों के लाइव डिमान्स्ट्रेशन के माध्यम से आम लोगो को शिक्षित करने की जरूरत है, इसके लिये एक मॉडल तैयार कर मण्डल एवं जनपद स्तर पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग थीम पार्क विकसित किया जाये। पार्क में वर्षा जल संचयन की नवीनतम तकनीकी का उपयोग किया जाये। रेन वॉटर हार्वेस्टिंग थीम पार्क जनेश्वर मिश्र पार्क में होगा विकसित मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य स्तर पर रेन वॉटर हार्वेस्टिंग थीम पार्क जनेश्वर मिश्र पार्क में विकसित किया जाये। पार्क में आने वाले बच्चों के लिये एक इन्टप्रिटेशन सेन्टर होना चाहिये, जिसमें प्ले स्क्रीन पर बच्चों को जल संचयन के विषय पर जानकारी प्रदान करने हेतु फिल्म दिखाई जा सके। इसके अलावा एक ओपेन एअर थियेटर भी होना चाहिये, जिसमें बच्चे वर्षा के जल संचयन की जानकारी प्राप्त कर सके। इसके लिये ज्यादा से ज्यादा डिजिटल तकनीकी का प्रयोग किया जाये। इस पार्क के माध्यम से लोगों मे वर्षा के जल संचयन के प्रति जागरूकता फैलेगी। मुख्य सचिव ने कहा कि जल बहुत ही संवेदनशील मुद्दा है। प्रदेश के सभी जिलों में मानसून के प्रारम्भ से पूर्व प्राथमिकता पर आवश्यकतानुसार बारिश के पानी को नष्ट होने से बचाने के लिए सभी उपायों को समय से पहले ही सुनिश्चित कर लिया जाये।इसके साथ ही सभी सरकारी/अर्द्ध सरकारी भवनों और कार्यालय भवन, प्राथमिक विद्यालय, आगंनबाड़ी केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, पंचायत भवन, इत्यादि पर अनिवार्य रूप से रूफटाप रेनवाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की स्थापना करायी जाए। इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि गत वर्षों में जनपदों में जिन सरकारी/अर्द्ध सरकारी भवनों पर रूफटाप रेनवाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की स्थापना की गयी है, उनका निरीक्षण कर सफाई या मरम्मत करा लिया जाए ताकि वे क्रियाशील रहे।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर