हिमाचल प्रदेश के सात जिलों में मानसून पिछले कल दस्तक दे चुका है। मौसम विभाग के अनुसार, आज सभी 12 जिलों में इसकी मानसून पहुंच सकता है। मगर एंट्री के साथ ही मानसून कमजोर पड़ने लगा है। हालांकि ऊना के भरवाई और शिमला में मानसून ने धमाकेदार एंट्री की है। भरवाई में बीते 24 घंटे के दौरान 70 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। शिमला में भी रात 10 बजे से तीन घंटे तक निरंतर तेज बारिश हुई। वहीं सोलन, सिरमौर, कांगड़ा, मंडी व हमीरपुर में भी हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग (IMD) की माने तो अगले छह यानी 3 जुलाई तक प्रदेशभर में बारिश के आसार है। इसे देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि दो दिन पहले IMD ने 29 व 30 जून को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया था। मगर अब भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट हटाकर येलो अलर्ट दिया गया है। शिमला समेत प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में आज सुबह से ही मौसम साफ बना हुआ है। छह दिन येलो अलर्ट मौसम विभाग ने आज से अगले छह दिन के लिए किन्नौर और लाहौल स्पीति को छोड़कर अन्य 10 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। आज बारिश के साथ-साथ कुछ जगहों पर 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का भी पूर्वानुमान हैं। IMD की माने तो, पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ने की वजह से ऑरेंज की जगह अब येलो अलर्ट की चेतावनी दी गई है। शिमला में मूसलाधार बारिश IMD के अनुसार, बीते 24 घंटे के दौरान ऊना के भरवाई में 70 MM, अंब में 42 MM, मंडी के जोगेंद्रनगर में 7.2 MM, पालमपुर में 19.3 MM बारिश और सोलन, सिरमौर व हमीरपुर के अलग-अलग क्षेत्रों में भी 2 से 15 MM तक बारिश हुई है। शिमला भी रात तीन घंटे तक मूसलाधार बारिश से रास्ते व सड़कें पानी से लबालब हो गई। कई शहरों का पारा 9 डिग्री तक लुढ़का प्रदेश में मानसून की एंट्री के साथ ही तापमान में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है। ऊना जिला तापमान 39.2 डिग्री से कम होकर 33.8 डिग्री सेल्सियस रह गया है। बिलासपुर के तापमान में सबसे ज्यादा 8.8 डिग्री की कमी गिरावट आई है। इसके बाद बिलासपुर का पारा 38.3 डिग्री से कम होकर 29.5 डिग्री रह गया है। हमीरपुर के तापमान में भी 7.1 डिग्री की कमी आई है। हमीरपुर का पारा 36.6 डिग्री से कम होकर 29.5 डिग्री रह गया है। शिमला का पारा 23.2 डिग्री, धर्मशाला 30 डिग्री, नाहन 33.3 डिग्री, सोलन 27.5 डिग्री, मनाली 25.8 डिग्री, मंडी 30.8 डिग्री, बिलासपुर 29.5 डिग्री, कुफरी 19.6 डिग्री, रिकांगपियो 29.6 डिग्री, सियोबाग 29.1 डिग्री और नारकंडा का अधिकतम तापमान 23.7 डिग्री सेल्सियस रह गया है। दो दिन देरी से आया मानसून IMD की माने तो हिमाचल में अगले छह दिनों तक निरंतर बारिश होगी। इसे देखते हुए 1 जुलाई तक येलो अलर्ट जारी किया गया है। अमूमन 22 से 25 जून के बीच मानसून दस्तक देता है। प्रदेश में इस बार नॉर्मल डेट से दो दिन देरी से मानसून पहुंचा है। साल 2002 में 4 जुलाई को पहुंचा मानसून प्रदेश में पहले भी कई बार मानसून देरी से आया है। साल 2002 में चार जुलाई को सबसे देरी से मानसून हिमाचल आया था। बीते साल की बात करें तो 24 जून को मानसून हिमाचल पहुंचा है। साल 2019, 2017 में भी जुलाई महीने में मानसून ने दस्तक दी है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल ने बताया कि आमतौर पर प्रदेश में मानसून 22 से 25 जून के बीच पहुंचता है। इस बार मई माह में ‘रेमल’ चक्रवात के कारण थोड़ी देरी हुई है। उन्होंने बताया कि हिंद महासागर और अरब सागर से चलने वाली हवाओं का दबाव भी नहीं बन पाया। इस कारण मानसून बीच में ही रुक गया था। पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों को एडवाइजरी हिमाचल में बारिश के येलो अलर्ट को देखते हुे मौसम विभाग ने स्थानीय लोगों सहित पर्यटकों को भी अधिक ऊंचाई वाले, लैंड स्लाइड संभावित क्षेत्रों और नदी-नालों के आसपास नहीं जाने की एडवाइजरी जारी की है। कई शहरों में प्री-मानसून की बौछारें प्रदेश के कई क्षेत्रों में प्री-मानसून की बारिश बीते तीन दिन से हो रही है। इससे प्रदेशवासियों ने भीषम गर्मी से राहत की सांस जरूर ली है। मगर ऊना सहित दूसरे शहरों का तापमान अभी भी नॉर्मल से ज्यादा चल रहा है। जाने कब जारी होता है येलो, ऑरेंज और रेड अलर्ट IMD के मुताबिक, 24 घंटे में 0-64 मिलीमीटर (MM) बारिश का पूर्वानुमान होने पर येलो अलर्ट जारी किया जाता है, जबकि 65 से 114 MM बारिश होने पर ऑरेंज अलर्ट और 115 MM से ज्यादा बारिश 24 घंटे में होने के पूर्वानुमान पर रेड अलर्ट जारी किया जाता है। हिमाचल प्रदेश के सात जिलों में मानसून पिछले कल दस्तक दे चुका है। मौसम विभाग के अनुसार, आज सभी 12 जिलों में इसकी मानसून पहुंच सकता है। मगर एंट्री के साथ ही मानसून कमजोर पड़ने लगा है। हालांकि ऊना के भरवाई और शिमला में मानसून ने धमाकेदार एंट्री की है। भरवाई में बीते 24 घंटे के दौरान 70 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। शिमला में भी रात 10 बजे से तीन घंटे तक निरंतर तेज बारिश हुई। वहीं सोलन, सिरमौर, कांगड़ा, मंडी व हमीरपुर में भी हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग (IMD) की माने तो अगले छह यानी 3 जुलाई तक प्रदेशभर में बारिश के आसार है। इसे देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि दो दिन पहले IMD ने 29 व 30 जून को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया था। मगर अब भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट हटाकर येलो अलर्ट दिया गया है। शिमला समेत प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में आज सुबह से ही मौसम साफ बना हुआ है। छह दिन येलो अलर्ट मौसम विभाग ने आज से अगले छह दिन के लिए किन्नौर और लाहौल स्पीति को छोड़कर अन्य 10 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। आज बारिश के साथ-साथ कुछ जगहों पर 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का भी पूर्वानुमान हैं। IMD की माने तो, पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ने की वजह से ऑरेंज की जगह अब येलो अलर्ट की चेतावनी दी गई है। शिमला में मूसलाधार बारिश IMD के अनुसार, बीते 24 घंटे के दौरान ऊना के भरवाई में 70 MM, अंब में 42 MM, मंडी के जोगेंद्रनगर में 7.2 MM, पालमपुर में 19.3 MM बारिश और सोलन, सिरमौर व हमीरपुर के अलग-अलग क्षेत्रों में भी 2 से 15 MM तक बारिश हुई है। शिमला भी रात तीन घंटे तक मूसलाधार बारिश से रास्ते व सड़कें पानी से लबालब हो गई। कई शहरों का पारा 9 डिग्री तक लुढ़का प्रदेश में मानसून की एंट्री के साथ ही तापमान में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है। ऊना जिला तापमान 39.2 डिग्री से कम होकर 33.8 डिग्री सेल्सियस रह गया है। बिलासपुर के तापमान में सबसे ज्यादा 8.8 डिग्री की कमी गिरावट आई है। इसके बाद बिलासपुर का पारा 38.3 डिग्री से कम होकर 29.5 डिग्री रह गया है। हमीरपुर के तापमान में भी 7.1 डिग्री की कमी आई है। हमीरपुर का पारा 36.6 डिग्री से कम होकर 29.5 डिग्री रह गया है। शिमला का पारा 23.2 डिग्री, धर्मशाला 30 डिग्री, नाहन 33.3 डिग्री, सोलन 27.5 डिग्री, मनाली 25.8 डिग्री, मंडी 30.8 डिग्री, बिलासपुर 29.5 डिग्री, कुफरी 19.6 डिग्री, रिकांगपियो 29.6 डिग्री, सियोबाग 29.1 डिग्री और नारकंडा का अधिकतम तापमान 23.7 डिग्री सेल्सियस रह गया है। दो दिन देरी से आया मानसून IMD की माने तो हिमाचल में अगले छह दिनों तक निरंतर बारिश होगी। इसे देखते हुए 1 जुलाई तक येलो अलर्ट जारी किया गया है। अमूमन 22 से 25 जून के बीच मानसून दस्तक देता है। प्रदेश में इस बार नॉर्मल डेट से दो दिन देरी से मानसून पहुंचा है। साल 2002 में 4 जुलाई को पहुंचा मानसून प्रदेश में पहले भी कई बार मानसून देरी से आया है। साल 2002 में चार जुलाई को सबसे देरी से मानसून हिमाचल आया था। बीते साल की बात करें तो 24 जून को मानसून हिमाचल पहुंचा है। साल 2019, 2017 में भी जुलाई महीने में मानसून ने दस्तक दी है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल ने बताया कि आमतौर पर प्रदेश में मानसून 22 से 25 जून के बीच पहुंचता है। इस बार मई माह में ‘रेमल’ चक्रवात के कारण थोड़ी देरी हुई है। उन्होंने बताया कि हिंद महासागर और अरब सागर से चलने वाली हवाओं का दबाव भी नहीं बन पाया। इस कारण मानसून बीच में ही रुक गया था। पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों को एडवाइजरी हिमाचल में बारिश के येलो अलर्ट को देखते हुे मौसम विभाग ने स्थानीय लोगों सहित पर्यटकों को भी अधिक ऊंचाई वाले, लैंड स्लाइड संभावित क्षेत्रों और नदी-नालों के आसपास नहीं जाने की एडवाइजरी जारी की है। कई शहरों में प्री-मानसून की बौछारें प्रदेश के कई क्षेत्रों में प्री-मानसून की बारिश बीते तीन दिन से हो रही है। इससे प्रदेशवासियों ने भीषम गर्मी से राहत की सांस जरूर ली है। मगर ऊना सहित दूसरे शहरों का तापमान अभी भी नॉर्मल से ज्यादा चल रहा है। जाने कब जारी होता है येलो, ऑरेंज और रेड अलर्ट IMD के मुताबिक, 24 घंटे में 0-64 मिलीमीटर (MM) बारिश का पूर्वानुमान होने पर येलो अलर्ट जारी किया जाता है, जबकि 65 से 114 MM बारिश होने पर ऑरेंज अलर्ट और 115 MM से ज्यादा बारिश 24 घंटे में होने के पूर्वानुमान पर रेड अलर्ट जारी किया जाता है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में सांसद कंगना के बयान पर घमासान:इंडस्ट्री मिनिस्टर बोले-भड़काऊ बयान देना पुरानी आदत, सनसनी फैलाने को पहले भी ऐसा बोलती रहीं
हिमाचल में सांसद कंगना के बयान पर घमासान:इंडस्ट्री मिनिस्टर बोले-भड़काऊ बयान देना पुरानी आदत, सनसनी फैलाने को पहले भी ऐसा बोलती रहीं हिमाचल प्रदेश में सांसद कंगना के 1800 करोड़ रुपए के बयान पर घमासान छिड़ गया है। कांग्रेस नेता और सुक्खू के मंत्री कंगना के इस बयान को लेकर कंगना पर तीखे हमले बोल रहे हैं। इंडस्ट्री मिनिस्टर हर्ष वर्धन चौहान ने कंगना के बयान को बचकाना बताया। हर्ष वर्धन चौहान ने कहा, कंगना अभी राजनीति में नई-नई है। भड़काऊ भाषण देना उनकी पुरानी आदत है। वह इस तरह के बयान सनसनी फैलाने के लिए पहले भी देती रही हैं। उन्होंने कहा, केंद्र से अब तक हिमाचल को केवल वही बजट मिला है, उसका हक था। चाहे आपदा आती भी नहीं तो भी वो बजट मिलना था। चौहान ने कहा, ये लोग (BJP) प्राधनमंत्री ग्राम सड़क योजना जैसी केंद्र की योजनाओं में मिल रहे पैसे को जोड़ देते हैं। वह हिमाचल का हक है। उन्होंने कहा, कंगना को अभी सिस्टम पता नहीं है। केंद्र के पैसे का पाई-पाई का हिसाब रखा जाता है। इसका ऑडिट होता है। अपनी मर्जी से पैसा खर्च नहीं होता। निर्मला सीतारमण और कंगना में से एक झूठ बोल रही: धर्माणी हाउसिंग और TCP मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा, कंगना अब सांसद बन गई। उनको दिल्ली सरकार के सामने हिमाचल के हितो की पैरवी करनी चाहिए। उन्होंने कहा, यदि केंद्र ने हिमाचल को आपदा के लिए बजट दिया होता तो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपने बजट भाषण में उसका जिक्र करती। उन्होंने भविष्य में बजट देने की बात कही है। उन्होंने कहा, इससे या तो निर्मला सीतारमण झूठी है या फिर कंगना। उन्होंने कहा, कंगना नई-नई सांसद बनी हैं। उन्हें अपने संपर्क का इस्तेमाल हिमाचल को पैकेज दिलाने में करना चाहिए। झूठ नहीं बोलना चाहिए। आपदा में भी राजनीतिक सुर्खियां बटोर रही कंगना: चौहान सीएम के मीडिया सलाहाकार एवं कांग्रेस उपाध्यक्ष नरेश चौहान ने कहा, कंगना बोल रही हैं कि 1800 करोड़ मिले हैं। अगर वो समझती हैं कि पैसा मिला तो वहीं से ही कोई हिसाब-किताब लाए और जनता को बताए। उन्होंने कहा, यह समय राजनीति का नहीं है। यह संकट का समय है। हर जगह नुकसान हुआ है। सबसे पहली प्राथमिकता लापता लोगों को ढूंढने की होनी चाहिए। कंगना लोगों के बीच राजनीति चर्चा कर रही है। राजनीतिक दृष्टि से सुर्खियां बटोरने को ऐसा नहीं होना चाहिए। कंगना बोली- पिछली बार 1800 करोड़ का पैकेज आया, कहां गया? आपको बता दें कि बीते मंगलवार को कंगना शिमला के रामपुर में आपदा प्रभावितों से मिलने पहुंची थी। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा- “राज्य सरकार की हालत सभी को पता है। पिछली बार के विस्थापितों से वादा किया था कि केंद्र से जो फंड आया उससे 7-7 लाख सभी को दिए जाएंगे। क्या वो 7 लाख मिला? … गांव के लोग खुद अपने हाथों से पुल बना रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी अवश्य पैकेज भेजेंगे, उन्होंने पिछली बार भी 1800 करोड़ का पैकेज भेजा था, अब भी भेजेंगे और वो जाएगा सुक्खू जी को। मैं कहूंगी कि वो पैसे विस्थापितों को मिलेगा या नहीं इस पर जांच शुरू जाए। यहां जो भी भ्रष्टाचार का नाच शुरू किया गया है उस पर लगाम लगाई जाए।” केंद्र का पैसा सुक्खू सरकार के खोदे गड्ढे में जाएगा कंगना ने कहा था कि बाढ़ से हुए नुकसान में केंद्र सरकार मदद करेगी। केंद्र ने पहले भी फंड दिए है। सेंटर का पैसा भी राज्य सरकार के थ्रू आएगा। मगर, केंद्र का पैसा सुक्खू सरकार द्वारा खोदे गए गड्ढे में जाएगा। उन्होंने कहा कि मलाणा जैसे गांव का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है।
सोलन में अल्ट्राटेक सीमेंट उद्योग श्रमिकों ने किया शक्ति प्रदर्शन:वेतन समझौते पर नहीं बनी सहमति, कामकाज रहा ठप; कंपनी कर रहा कानून की अवहेलना
सोलन में अल्ट्राटेक सीमेंट उद्योग श्रमिकों ने किया शक्ति प्रदर्शन:वेतन समझौते पर नहीं बनी सहमति, कामकाज रहा ठप; कंपनी कर रहा कानून की अवहेलना सोलन जिला के शालूघाट बाड़ूबाड़ा मन्दिर के नजदीक गुरुवार को अल्ट्राटेक सीमेंट उद्योग बागा के श्रमिकों ने वेतन समझौते पर सहमति न बनने पर शक्ति प्रदर्शन किया। इसमें लगभग 300 श्रमिकों ने भाग लिया, जिससे उद्योग का कामकाज ठप रहा। अल्ट्राटेक कामगार संघ के अध्यक्ष राकेश कुमार और महामंत्री सुनील कुमार ने बताया की जो श्रमिक यहां से सेवानिवृत होकर गए हैं उनकी ग्रेच्युटी भी नहीं दी गई। वहीं बहुत से श्रमिक यूनिफार्म, गर्म जैकेट की सुविधा से वंचित हैं। 26 दिन का मिलता है वेतन वार्षिक छुट्टी भी केवल 12 ही देते हैं और मासिक वेतन भी केवल 26 दिन का दिया जाता है। इसके अतिरिक्त वेज बोर्ड में भी दो श्रेणी में बांटा गया है, जबकि कर्मचारी क्रमांक सभी का समान और क्रमबद्ध है लेकिन मासिक वेतन में भिन्नता बहुत अधिक है। अल्ट्राटेक कंपनी श्रमिकों के साथ खुला श्रम क़ानून की अवहेलना कर रहा है, जो हिमाचल सरकार ने 25 रुपए की बढ़ोतरी की है वह भी श्रमिकों को नहीं दिया गया। लगातार हड़ताल करने की चेतावनी उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भाजपा सरकार ने 50 रुपए की बढ़ोतरी की थी वह पैसा भी कंपनी ने खुलेआम नहीं दिया और किसी भी प्रकार का वेतन समझौता भी अल्ट्राटेक प्रबंधक वर्ग नहीं कर रहा। हिमाचल प्रान्त के महामंत्री यशपाल हैटा ने कहा यदि समय पूर्व वेतन समझौता नहीं होता, फिर हम लगातार हड़ताल करेंगे लेकिन श्रमिकों के शोषण को नहीं होने देंगे। सीमेंट महासंघ बनाने का समर्थन अखिल भारतीय सीमेंट महासंघ के महामंत्री ने कहा की इस शक्ति प्रदर्शन में हिमाचल प्रदेश के 6 सीमेंट उद्योगों से पदाधिकारी उपस्थित रहें और सभी ने सीमेंट महासंघ बनाने का समर्थन किया है। इसलिए शीघ्र हिमाचल सीमेंट महासंघ की कार्य समिति का गठन होगा, जिससे सीमेंट उद्योगों में श्रमिकों के शोषण पर रोक लगाने का भरसक प्रयास किया जाएगा। महासंघ बनने के बाद एक ही आवाज से हिमाचल के सारे सीमेंट उद्योग बंद होंगे लेकिन श्रम क़ानून की अनदेखी जो भी करेगा उसके लिए महासंघ एकजुटता से कार्य करेगा। एक दिन के शक्ति प्रदर्शन में सभी ने अपने अपने विचार रखे आगे की रणनीति पर चर्चा का विषय भी रखा गया, जिसमें सभी ने अपनी दुःख भरी पीड़ा और परेशानी व्यक्त की।
हिमाचल के बेरोजगार प्रियंका गांधी द्वारा किया वादा याद दिलाएंगे:सचिवालय मार्च करेंगे; नई भर्तियां निकालने और आउटसोर्स प्रथा बंद करने की करेंगे मांग
हिमाचल के बेरोजगार प्रियंका गांधी द्वारा किया वादा याद दिलाएंगे:सचिवालय मार्च करेंगे; नई भर्तियां निकालने और आउटसोर्स प्रथा बंद करने की करेंगे मांग हिमाचल के सैकड़ों बेरोजगार आज कांग्रेस सरकार को प्रियंका गांधी द्वारा किया एक लाख नौकरी का वादा याद दिलाएंगे। प्रदेशभर के बेरोजगार आज सचिवालय तक मार्च करेंगे। इस दौरान कांग्रेस द्वारा विधानसभा चुनाव में किया गया वादे को पूरा करने की मांग करेंगे। प्रदेश में दिसंबर 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने पांच साल में 5 लाख नौकरी देने के वादा किया था। सरकार को सत्ता में 20 माह बीत हो गए है। मगर अब तक बेरोजगार युवाओं के मुताबिक मुश्किल से 1400 पद कमीशन के माध्यम नौकरी दी जा सकी है। करीब 10 हजार पद आउटसोर्स पर भरे गए है। स्टाफ सिलेक्शन कमीशन भंग होने के कारण नई भर्तियां शुरू नहीं हो पा रही। 8 लाख से ज्यादा बेरोजगार परेशान नया राज्य चयन आयोग पूरी तरह फंक्शनल नहीं हो पाया। इससे कैबिनेट द्वारा मंजूर पद पर भी भर्तियां शुरू नहीं हो पा रही। इससे राज्य के 8 लाख से ज्यादा बेरोजगार युवा परेशान है। इनमें हजारों युवाओं ऐसे है, जिन्हें ओवर-एज होने का डर सता रहा है। लिहाजा आज बेरोजगार युवा शिमला में सचिवालय मार्च करेंगे और जल्द भर्तियां शुरू करने की मांग करेंगे। इस दौरान बेरोजगार युवा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को एक ज्ञापन सौपेंगे। आउटसोर्स भर्ती की करेंगे विरोध इस दौरान बेरोजगार युवा आउटसोर्स भर्ती का भी विरोध करेंगे। कांग्रेस जब विपक्ष में थी तो आउटसोर्स भर्ती का निरंतर विरोध किया और पक्की नौकरी देने का वादा करके सत्ता में आई। अब खुद आउटसोर्स पर भर्तियां कर रही है। प्रदेश में 60 हजार पद खाली बेरोजगार युवाओं का दावा है कि RTI के तहत मिली सूचना के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में सरकारी विभागों में लगभग 60 हजार पद खाली पड़े हैं। प्रियंका गांधी ने भी विधानसभा चुनाव के दौरान इन पदों को जल्द भरने का वादा किया था। बता दें कि दिसंबर 2022 में जैसे ही कांग्रेस सत्ता में आई तो स्टाफ सिलेक्शन कमिशन में पेपर लीक फर्जीवाड़ा सामने आया। इसके बाद सरकार ने इसे भंग कर दिया। तब मुख्यमंत्री ने भर्तियों में धांधलियां रोकने के लिए बेरोजगारों से 4 महीने का वक्त मांगा था। मगर नया आयोग अभी भी फंक्शनल नहीं हो सका।