हरियाणा के नूंह जिले के पिनगवां कस्बे में ईदगाह के समीप शुक्रवार को एक सात वर्षीय बच्चे की पानी में डूबने से मौत हो गई। बच्चे की पहचान जावेद पुत्र सलीम निवासी पिनगवां के रूप में हुई है। सात साल का मासूम सुबह करीब नौ बजे घर से थोड़ी दूर अपने बहन भाइयों के साथ खेलने गया था। जहां पर वह गड्ढे में भरे हुए पानी में नहाने के लिए कूद गया। गड्ढे की गहराई करीब आठ फीट बताई जा रही है। बच्चा इसमें डूब गया। गड्ढे में बरसाती पानी भरा हुआ था। जानकारी के अनुसार पिनगवां के वार्ड 11 का रहने वाला 7 साल का जावेद शुक्रवार को बारिश बंद होने के बाद अपने बहन भाइयों के संग घर से थोड़ी दूर खेलने के लिए गया था। खेलते खेलते जावेद अपनी चप्पल उतारकर वह करीब 8 फीट गहरे गड्ढे में नहाने के लिए कूद गया। इसमें बारिश का पानी भरा हुआ था। बताया जा रहा है कि मृतक जावेद गड्ढे में धंस गया और ऊपर न आ सका। मृतक जावेद के बहन भाई घबराकर घर पहुंचे तो उन्होंने अपने माता पिता को जावेद के पानी में डूबने की खबर दी। जिसके बाद लोगों की मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। दर्जन भर लोग जावेद को तलाश करने के लिए गड्ढे में कूद गए। काफी मशक्कत के बाद एक युवक का पैर जावेद के शरीर के टच हुआ। इसके बाद बच्चे को बाहर निकाला, लेकिन बच्चा तब तक मर चुका था। बताते हैं कि जैसे ही बच्चा गड्ढे में कूदा तो वह गहरे पानी में डूब गया और ऊपर से मिट्टी की ढाह उसके ऊपर टूट कर गिर गई। इससे वह उसके नीचे दब गया और उपर नहीं आ सका। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद बच्चे को बाहर निकाला तब तक बच्चे की मौत हो गई। हरियाणा के नूंह जिले के पिनगवां कस्बे में ईदगाह के समीप शुक्रवार को एक सात वर्षीय बच्चे की पानी में डूबने से मौत हो गई। बच्चे की पहचान जावेद पुत्र सलीम निवासी पिनगवां के रूप में हुई है। सात साल का मासूम सुबह करीब नौ बजे घर से थोड़ी दूर अपने बहन भाइयों के साथ खेलने गया था। जहां पर वह गड्ढे में भरे हुए पानी में नहाने के लिए कूद गया। गड्ढे की गहराई करीब आठ फीट बताई जा रही है। बच्चा इसमें डूब गया। गड्ढे में बरसाती पानी भरा हुआ था। जानकारी के अनुसार पिनगवां के वार्ड 11 का रहने वाला 7 साल का जावेद शुक्रवार को बारिश बंद होने के बाद अपने बहन भाइयों के संग घर से थोड़ी दूर खेलने के लिए गया था। खेलते खेलते जावेद अपनी चप्पल उतारकर वह करीब 8 फीट गहरे गड्ढे में नहाने के लिए कूद गया। इसमें बारिश का पानी भरा हुआ था। बताया जा रहा है कि मृतक जावेद गड्ढे में धंस गया और ऊपर न आ सका। मृतक जावेद के बहन भाई घबराकर घर पहुंचे तो उन्होंने अपने माता पिता को जावेद के पानी में डूबने की खबर दी। जिसके बाद लोगों की मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। दर्जन भर लोग जावेद को तलाश करने के लिए गड्ढे में कूद गए। काफी मशक्कत के बाद एक युवक का पैर जावेद के शरीर के टच हुआ। इसके बाद बच्चे को बाहर निकाला, लेकिन बच्चा तब तक मर चुका था। बताते हैं कि जैसे ही बच्चा गड्ढे में कूदा तो वह गहरे पानी में डूब गया और ऊपर से मिट्टी की ढाह उसके ऊपर टूट कर गिर गई। इससे वह उसके नीचे दब गया और उपर नहीं आ सका। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद बच्चे को बाहर निकाला तब तक बच्चे की मौत हो गई। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हरियाणा कांग्रेस में सांसदों को चुनाव न लड़ाने पर घमासान:सैलजा बोलीं- मैं तो इलेक्शन लड़ूंगी, प्रभारी ने कहा था-MP पैनल में शामिल नहीं होंगे
हरियाणा कांग्रेस में सांसदों को चुनाव न लड़ाने पर घमासान:सैलजा बोलीं- मैं तो इलेक्शन लड़ूंगी, प्रभारी ने कहा था-MP पैनल में शामिल नहीं होंगे हरियाणा कांग्रेस में सांसदों को विधानसभा चुनाव में न उतारने के फैसले के बाद घमासान मच गया है। सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने कहा सोशल मीडिया पर चलाया जा रहा दीपक बाबरिया का बयान अधूरा है। उन्होंने कहा है कि कोई सांसद चुनाव नहीं लड़ेगा, लेकिन यदि कोई लड़ना चाहता है तो हाईकमान से अनुमति ले। मैं कांग्रेस की अनुशासित सिपाही हूं। हाईकमान के आदेश पर ही मैंने लोकसभा चुनाव लड़ा था और अब हाईकमान की अनुमति से विधानसभा चुनाव भी जरूर लडूंगी। हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए मजबूत होकर जनता के हक के लिए लड़ाई लडूंगी। वहीं, राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला का कहना है कि वह पहले ही कह चुके हैं कि हाईकमान जो तय करेगा, उसके अनुसार फैसला लेंगे। दरअसल, बीते कल कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा था कांग्रेस ने सैद्धांतिक फैसला लिया है कि किसी भी लोकसभा व राज्यसभा सांसद को विधानसभा चुनाव का टिकट नहीं दिया जाएगा। सांसद विधानसभा चुनाव के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे। स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में भी किसी सांसद का नाम टिकट के लिए नहीं रखा जाएगा। इसके बाद भी कोई सांसद चुनाव लड़ने की जिद करता है तो उसे पार्टी अध्यक्ष से अनुमति लेनी होगी। वैसे कांग्रेस अपने सैद्धांतिक फैसलों से हटती नहीं है। सैलजा ने दलित CM बनने की दावेदारी पेश की थी
हरियाणा चुनाव के बीच 3 दिन पहले सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने कांग्रेस सरकार बनने पर CM कुर्सी पर दावा ठोक दिया था। कुमारी सैलजा ने एक समाचार एजेंसी को दिए इंटरव्यू में कहा, ”लोगों की व्यक्तिगत और जातीय आधार पर महत्त्वाकांक्षा होती है, मेरी भी है। मैं राज्य में काम करना चाहती हूं। विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती हूं। हालांकि अंतिम फैसला हाईकमान करेगा।” सैलजा ने बयान दिया था, कि देश में अनुसूचित जातियों ने कांग्रेस को बड़ा समर्थन दिया है। जब दूसरी जातियों के नेता मुख्यमंत्री बन सकते हैं तो फिर अनुसूचित जातियों से क्यों नहीं। सैलजा ने सीधे तौर पर हरियाणा में कांग्रेस सरकार बनने पर दलित सीएम की दावेदारी पेश कर दी। CM फेस को लेकर कॉन्ट्रोवर्सी जारी
कांग्रेस में CM फेस को लेकर पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी सैलजा के बीच लगातार कॉन्ट्रोवर्सी चल रही है। गुटबाजी के कारण ही कांग्रेस के हरियाणा में 10 साल सत्ता से बाहर है। 2014 में कांग्रेस 15 और 2019 में 31 सीटें ही जीत पाई थी। 2014 में भाजपा ने बहुमत की सरकार बनाई तो 2019 में JJP के साथ गठबंधन कर सरकार बना कांग्रेस को झटका दे दिया। सैलजा का विधानसभा पर ही फोकस था सैलजा का
हरियाणा में हुड्डा की ही तरह कुमारी सैलजा भी खुद को CM कैंडिडेट प्रोजेक्ट करने की कोशिश में लगी हुई हैं। बताया जाता है कि वह लोकसभा चुनाव न लड़कर विधानसभा चुनाव पर ही फोकस करना चाहती थीं, लेकिन आलाकमान ने उन्हें चुनावी मैदान में उतार दिया। सैलजा हरियाणा में पार्टी का दलित चेहरा हैं। इनके राज्य के करीब 11 फीसदी वोटर 9 विधानसभा सीटों पर सीधा-सीधा असर डालते हैं। साथ ही वह महिला चेहरा भी हैं। ऐसे में राज्य की महिला वोटर्स का भी समर्थन उन्हें मिल सकता है। कुमारी सैलजा सोनिया गांधी की करीबी मानी जाती हैं और उनके पिता चौधरी दलवीर सिंह भी हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष और केंद्र में मंत्री रह चुके हैं। शायद यही वजह है कि कांग्रेस आलाकमान ने फिलहाल दोनों में से किसी एक गुट का न तो समर्थन किया है, न ही किसी एक चेहरे पर चुनाव लड़ने का संकेत दिया है। लोकसभा चुनाव से पहले भी हुड्डा और सैलजा ने अलग-अलग यात्राएं निकाली थीं। बावजूद इसके कांग्रेस इन दोनों नेताओं के बीच के विवाद को नहीं सुलझा पाई, या ये कहें कि पार्टी इस विवाद को सुलझाना ही नहीं चाहती।
हरियाणा में 48543 परीक्षार्थी देंगे NMMSS एग्जाम:167 परीक्षा केंद्र बनाए; एक कमरे में बैठेंगे 24 स्टूडेंट्स, पेपर लीक पर होगी मान्यमा रद्द
हरियाणा में 48543 परीक्षार्थी देंगे NMMSS एग्जाम:167 परीक्षा केंद्र बनाए; एक कमरे में बैठेंगे 24 स्टूडेंट्स, पेपर लीक पर होगी मान्यमा रद्द हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने 17 नवम्बर को होने वाली नेशनल मीन्स-कम-मेरिट स्कॉलरशिप स्कीम (NMMSS) की परीक्षा को लेकर तैयारी पूरी कर ली है। प्रदेशभर में 48 हजार 543 परीक्षार्थी इसमें शामिल होंगे। इसके लिए जिला मुख्यालय पर ही परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा केन्द्र पर एक कमरे में अधिकतम 24 परीक्षार्थी बैठाए जाएंगे। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की राष्ट्रीय साधन व योग्यता छात्रवृति योजना (NMMSS) परीक्षा रविवार को होगी। इसमें 19 हजार 125 छात्र और 29 हजार 415 छात्राएं भाग लेंगी। इसके अलावा 3 ट्रांसजेंडर भी परीक्षा देंगे। प्रदेश भर में कुल 167 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। यह परीक्षा सुबह 11.00 बजे से दोपहर 2.00 बजे तक होगी। बोर्ड प्रवक्ता ने बताया कि इस परीक्षा के लिए जिला मुख्यालय स्तर पर परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। प्रमुख केन्द्र अधीक्षक उसी विद्यालय के प्राचार्य/मुख्याध्यापक होंगे। उन्होंने बताया कि प्रमुख केन्द्र अधीक्षक का बेटा-बेटी/ब्लड रिलेशन में कोई छात्र उस परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा दे रहा है, तो उस अवस्था में विद्यालय के वरिष्ठ प्रवक्ता को सम्बन्धित जिला शिक्षा अधिकारी से स्वीकृति लेकर ही प्रमुख केन्द्र अधीक्षक नियुक्त करेंगे, जिसकी सूचना उसी दिन ई-मेल ascond@bseh.org.in पर भिजवाई जानी है। उन्होंने बताया कि परीक्षा केन्द्र पर एक कमरे में अधिकतम 24 परीक्षार्थी बैठाए जाने हैं। परीक्षा केन्द्र पर नियुक्त स्टाफ द्वारा पेपर आउट करवाने/ड्यूटी में लापरवाही/अनियमितताएं प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पाए जाने पर अथवा किसी भी रूप से परीक्षा की पवित्रता भंग होने का प्रमाण मिलने पर सरकारी विद्यालयों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाएगी। स्थाई/अस्थाई मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों के खिलाफ नियमानुसार आर्थिक दंड एवं मान्यता रद्द करने का फैसला लिया जा सकता है।
चरखी दादरी में स्टोन क्रेशर पर ढ़ाई लाख रुपए लूटे:मुंशी के साथ मारपीट; दफ्तर में की तोड़फोड़, सीसीटीवी डीवीआर ले गए
चरखी दादरी में स्टोन क्रेशर पर ढ़ाई लाख रुपए लूटे:मुंशी के साथ मारपीट; दफ्तर में की तोड़फोड़, सीसीटीवी डीवीआर ले गए हरियाणा के चरखी दादरी के गांव पिचौपा कलां क्रशर जोन में स्कॉर्पियों सवार लोगों द्वारा सूर्या स्टोन क्रेशर पर मुंशी के साथ मारपीट, तोड़फोड़ करने व ढाई लाख रुपए लूट कर ले जाने का मामला सामने आया है। स्टोन क्रेशर पर कार्यरत मुंशी ने पुलिस को शिकायत दी है। सूचना मिलने पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच कर रही है। बाढ़ड़ा पुलिस थाना के अंतर्गत आने वाली अटेला चौकी पुलिस को दी शिकायत में राजस्थान के भरतपुर जिला निवासी प्रहलाद ने बताया कि वह पिचौपा कलां में सूर्या स्टोन क्रेशर पर बतौर मुंशी कार्यरत है। उसने बताया कि 13 जुलाई को स्टोन क्रेशर के पानी के बोरवैल की मोटर खराब हो गई थी। उन्होंने मोटर को ठीक करने के लिए बिजली सप्लाई को बंद कर दिया था। उसी दौरान पडोस में रहने वाले कुछ लोगों के फोन आए जो जबरदस्ती उनके बोरवैल से बिजली की सप्लाई ले रहे थे। उक्त लोगों ने फोन पर गाली-गलौज किया और जान से मारने की धमकी दी। मुंशी का आरोप है कि रात करीब 11 बजे 6-7 आदमी स्कॉर्पियों गाड़ी में सवार होकर आए और स्टोन क्रेशर पर आते ही मारपीट करने लगे। उक्त लोगों ने वहां पर तोड़फोड़ करते हुए लैपटॉप, प्रिंटर,चारों ओर के शीशे तोड़ दिए और धमकी देते हुए चले गए। ये लोग जाते समय गल्ले से 2 लाख 50 हजार रुपए की नकदी और सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर भी साथ ले गए। मुंशी ने शनिवार को पुलिस को लिखित शिकायत देकर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।